![यह आर्टिकल करवा चौथ व्रत की पौराणिक कथा पर केंद्रित है। इसमें वीरवती की कथा का उल्लेख है, जिन्होंने छल से व्रत तोड़ा और फिर देवी के आशीर्वाद से अपने पति को पुनः जीवित किया। यह व्रत पतिव्रता स्त्रियों के पति की दीर्घायु और समृद्धि के लिए रखा जाता है।](https://dharamrahasya.com/wp-content/uploads/2024/10/करवा-चौथ-व्रत-कथा-और-सावधानियां-300x174.jpg)
करवा चौथ व्रत कथा और सावधानियां
यह आर्टिकल करवा चौथ व्रत की पौराणिक कथा पर केंद्रित है। इसमें वीरवती की कथा का उल्लेख है, जिन्होंने छल से व्रत तोड़ा और फिर देवी के आशीर्वाद से अपने पति को पुनः जीवित किया। यह व्रत पतिव्रता स्त्रियों के पति की दीर्घायु और समृद्धि के लिए रखा जाता है।इस आर्टिकल में करवा चौथ व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण सावधानियों का उल्लेख किया गया है। जैसे व्रत के दौरान क्या नहीं करना चाहिए, चंद्र दर्शन से पहले व्रत न तोड़ना, और दिनभर सकारात्मक और शांत वातावरण बनाए रखना।