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अदृश्य या गायब होने की सिद्धि भाग 2

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं फिर से अदृश्य होने की विधि इसके ऊपर मैंने एक वीडियो पहले से ही बना का रखा है और आज मैं उसका भाग 2 लेकर आप लोगों के सामने आया हूं इसका मंत्र इस प्रकार से हैं।

मँत्रः  ॐ हुं फट काली काली मासशीणत खादय खादय देवी मा पशयतु मानशेति हुं फट स्वाहा ।।।

गोरोचन, इंगुदी वृक्ष का फूल, बिल्ली की आंखें और उसके रोम बाल और कौवे के जूठन में मिलाकर रख ले और त्रिलोह के ताबीज में भरकर 108 बार अभीमंत्रीत्र कर ले रख ले और जब भी आप की अदृश्य होने की इच्छा है । आप इस ताबीज को अपने मुंह में रख लेंगे तो आप दुनिया को दिखाई नहीं देंगे आप अदृश्य हो जाएंगे ।आप सब कुछ देख सकते हैं पर आप को कोई भी देख नहीं पाएगा । इस मंत्र को पहले सिद्ध कर लेना आवश्यक है तभी प्रयोग काम करेगा ।

इस गुटिका को कल्पलतिका कहा जाता है इसका प्रयोग मेघनाथ ने इंद्रजीत बनने के लिए किया था और राम रावण युद्ध में भी इसका प्रयोग किया था। इसकी विधि किस प्रकार से हैं मैंनै वीडियो में बता दिया था आप उसी विधि से इसको सिद्ध कर सकते हैं इसके प्रयोग से आप अदृश्य हो जाएंगे जब भी आप इस ताबीज को अपने मुंह में रखेंगे आपको कोई भी देख नहीं पाएगा और जब आप इसे अपने मुंह से निकाल देंगे तब आप सबको दिखाई देने लगेंगे गुरु चाहे तो अपनी मृत्यु के बाद अपने शिष्यों को दे सकता है यह ताबीज पर वह अपने शिष्यों को पहले से ही इस मंत्र को सिद्ध करा ले अगर आपको यह साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।

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