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अष्ट चक्र भैरवी यंत्र साधना

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। पिछले भाग में हमने जाना था कि किस प्रकार से हम अष्ट चक्र भैरवी साधना के प्रथम चरण को पूरा कर सकते हैं और उसका पीडीएफ भी वीडियो के नीचे लिंक के माध्यम से दिया गया था। लोगों ने अवश्य ही काफी मात्रा में इस साधना को संपन्न कर लिया है। अब हम इसके दूसरे चरण की ओर बढ़ते हैं। दूसरे चरण में आज का हमारा लक्ष्य है माता त्रिपुर भैरवी की बहुत सारी शक्तियों में शामिल और उनकी पुत्री स्वरूपा।

यह जो आप की अष्ट चक्र भैरवी है इसके यंत्र का निर्माण करना। क्योंकि जिस देवी की पूजा करने वाले हैं। वह यंत्र में प्रतिष्ठित की जाती है। यंत्र कि यहां पर पूजा करनी होती है इसलिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि आप इनकी साधना कीजिए तो यंत्र के माध्यम से कीजिए।

और यंत्र में देवी को प्रतिष्ठित करने के लिए। जो पहले भी ध्यान बताया गया था, उसकी आवश्यकता है। यहां पर आपको देखने में बहुत ज्यादा है। इसीलिए जो लोग पहला चरण पूरा नहीं किए हैं, दूसरे चरण को अगर करेंगे तो सफलता नहीं मिलेगी। मैंने इन अलग-अलग चरणों की व्यवस्था भी इसीलिए की है ताकि कोई साधक भटके नहीं, कोई साधना में कमी ना रह जाए। और जो लोग केवल?

ज्ञान प्राप्ति के लिए यहां पर आए हैं और केवल उसका बाद में दुरुपयोग करेंगे, उनसे भी बचा जा सके। तो सबसे पहले यहां पर एक बात मैं आप लोगों को बता देना चाहता हूं। कि इस साधना को करने के लिए आपके अंदर सामर्थ्य होना आवश्यक है क्योंकि जैसे ही यंत्र का निर्माण हो जाएगा, उसके बाद जब साधना शुरू करेंगे तो भयंकर अनुभव हो सकते हैं।

अनुभव के बारे में मैं पहले भी आप लोगों को इसके बारे में वीडियो बना चुका हूं क्योंकि यह साधना मेरे द्वारा स्वयं की गई है। इसीलिए पूरी तरह से प्रमाणित है, सिद्ध है और अपना असर और अनुभव आपको हंड्रेड परसेंट दिलाएगी। क्योंकि मैं इसे स्वयं कर चुका हूं और मैं जिन अनुभव से भी गुजरा हुआ हूँ प्रत्येक बात मैंने लगभग बताई है। लेकिन कुछ चीजें छुपाने आवश्यक होती है तो वह तो छुपाई ही जाती है।

आपको अष्ट चक्र भैरवी साधना के लिए हृदय से तैयार होना आवश्यक होता है। क्योंकि अगर आप इस साधना के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है तो फिर आपके लिए कठिन हो सकता है।

मैं पहले ही आपको सावधान कर देना चाहता हूं कि किसी जोश में आकर या यूं ही इस साधना को शुरू ना कीजिए। आप गुरु मंत्र का पूर्ण अनुष्ठान कर चुके हो? तभी इस साधना को करें और इसीलिए मैंने पहले ही गुरु मंत्र दीक्षा बहुत लोगों को दी है।

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वह आवश्यक इसलिए होता है क्योंकि आपके अंदर तक ऊर्जा का होना आवश्यक है और इतनी ऊर्जा होनी चाहिए कि भैरवी के वेग को सह सके।

भैरवी कोई साधारण शक्ति नहीं होती है। यह अपनी ऊर्जा में उच्चतम रूप में होती है। और अगर? इसे आप पसंद नहीं आए। तो आप ऐसे भंवर में फंस जाएंगे जहां से बाहर निकालने के लिए आपको मेरे अलावा और कोई नहीं मिलेगा। क्योंकि मैं इन चीजों से गुजर चुका हूं। इसलिए मुझे इन सब के बारे में पूरा आभास है। भय से सामना कराने के कारण ही इसे भैरवी कहते हैं। भैरवी जितने भी रुप है। उन सभी रूपों में भय से सामना आपका अवश्य ही होता है। भले ही आपको गुरु मंत्र दिया गया है इसकी वजह से आधा भय समाप्त हो जाता है और शक्ति भी उस तरह से आपके साथ नहीं खेलती है। जिस तरह से अगर आपने कभी गुरु मंत्र नहीं लिया है या आपके अंदर तक ऊर्जा पूरी तरह से मौजूद नहीं है।

इसलिए आप इन साधनाओं को करने से पहले पूरी तरह से तैयार हो जाइए। दूसरा यह साधना स्वयं के करने योग्य है यह साधना कभी किसी को देने की गलती ना करें। अगर आप ऐसा करेंगे तो इससे देवी नाराज भी होगी। और दूसरा आपके जीवन में। अविश्वसनीय कोई बुरी घटना घट सकती है। यह चीजें गोपनीय तंत्र में आती है इसलिए इनको अपने हाथ में रखे। अगर आप किसी व्यक्ति को साधना दे रहे हैं जिसने अपना नुकसान तो करना ही है। आपके लिए भी मुसीबत खड़ी कर दे तो फिर आप को उसके द्वारा किए गए कर्म का पाप भी लगेगा। मैंने अपने आप को इस बात से सुरक्षित करने के लिए पहले ही गुरु मंत्र आप लोगों को दे दिया है और जिम्मेदारी भी तभी बनती है। जब गुरु मंत्र आपने प्राप्त कर रखा हो, किसी ऐसे साधक जिसने गुरु मंत्र नहीं लिया है। अगर वह साधना कर रहा है तो वह स्वयं के लिए स्वयं ही जिम्मेदार है।

आपकी परीक्षा तो लेगी ही जितनी आवश्यक है! क्योंकि कोई भी सिद्धि यूं ही कोई किसी को प्रदान नहीं करता है। भैरव सदैव माता के साथ में रहते और चलते, उनकी सेवा में रहते हैं।

और भैरव की शक्तियां भैरवी!हैं । यह बहुत ही अधिक शक्तिशाली है। तो आप इससे कुछ भी करवा सकते और? समय के बंधन में इसे नहीं बांधा जा सकता है। लेकिन शक्ति को प्राप्त करने के लिए लगातार उसके प्रति समर्पित तो रहना ही पड़ता है।

भैरवी शक्तियां जागृत शक्तियां हैं इस ब्रह्मांड की और इन्हें जगाने की आवश्यकता नहीं होती है। यह एक महत्वपूर्ण रहस्य है। इसीलिए यह साधना है, सबको सिखाई नहीं जाती है। अगर आप इसे करने की सोच रहे हैं तो इसके लिए समय देना आप की अनिवार्यता भी होगी।

यह मत सोचिए कि आप को क्या प्राप्त होगा, सिर्फ करते जाइए और आप स्वयं देखेंगे कि कैसे आपका दूसरी दुनिया का द्वार आपके लिए खुल गया है? लेकिन उस द्वार से जो चीजें आए उनका सामना करने की सामर्थ्य तभी आपके होगी जब आपने गुरु मंत्र! पूरी तरह से सिद्ध किया हुआ हो वरना। आप? इस खेल में हार भी सकते हैं। जिन लोगों का मनोबल बहुत मजबूत है वह यह साधना सम्पन्न कर सकते हैं ।

आप नीचे जाकर वहां से क्लिक करके इंस्टामोजो अकाउंट में जाकर विधि को खरीद कर डाउनलोड कर सकते हैं और अपने दूसरे चरण की जो प्रक्रिया है, उसको पूरा कर सकते हैं। पहले चरण को आप कंप्लीट कर चुके हो तभी दूसरा चरण आप कर सकते हैं।

पहले चरण का भी आपको पीडीएफ मेरे इंस्टामोजो अकाउंट में मिल जाएगा और दूसरे चरण का भी। यंत्र निर्माण विधि भी आपको वहीं मिल जाएगी। अगर आपने अभी तक नहीं ली है तो नीचे मैंने लिंक दे दिया है। वहां से आप जा सकते हैं और इस संबंध में सारी जानकारी को प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद आप तैयार होंगे। उस साधना को करने के लिए जिसको हम अष्ट चक्कर भैरवी साधना के नाम से जानते हैं।

अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें शेयर करें सब्सक्राइब करें चैनल को।आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

अष्ट चक्र भैरवी यंत्र साधना पीडीएफ़ लिंक हेतु यहाँ क्लिक करे

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