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आकर्षण का आसुरी प्रयोग

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत है, आज मैं आपके लिए एक आकर्षण प्रयोग लेकर आया हूं हालांकि यह प्रयोग को अघोर तंत्र, राक्षस तंत्र या असुर तंत्र भी  कह सकते हैं । असुरो में जो आकर्षण की विधि प्रचलित है वही आप लोगों के लिए आज लेकर आया हूं इसे आकर्षण सिद्धि भी कहा जाता है ।आप इसको  जान सकते हैं बल्कि इसकी सिद्धि भी कर सकते हैं आप इसकी परीक्षा भी कर सकते हैं कि जो आपने मंत्र सिद्ध किया है, वह सिद्ध हुवा भी या नहीं ।यह आसुरी साधना है यह असुर आकर्षण प्रयोग है इसके लिए आपको क्या करना होगा इसमें जो तरीके अपनाए जाते हैं पहले साबर मंत्र दूसरा असुर मंत्र दोनों का जो है प्रयोग किया जाता है तो सबसे पहले आप अपने गुरु से आज्ञा ले लीजिए की मैं यह साधना करने जा रहा हूं ।

बस उनसे आज्ञा लेने की आवश्यकता है यह बताने की कोई आवश्यकता नहीं है कि आप कौनसी साधना करने जा रहे हैं ,कौन से काम के लिए कौन सी साधना करने जा रहा हूं, कौन सा प्रयोग करने जा रहा हूं यह बताने की कोई आवश्यकता नहीं है आकर्षण प्रयोग में बस आप गुरु से आज्ञा ले लीजिए कि मैं कोई तंत्र मंत्र सिद्धि करने जा रहा हूं बस आप मुझे आज्ञा प्रदान करे सफल होने के लिए आपने जब अपने गुरु से गुरु मंत्र लिया होगा उस आधार पर आप जब भी कोई साधना करेंगे तो अपने गुरु से आज्ञा अवश्य लेंगे, इसीलिए जब गुरु मंत्र से दीक्षा लेली जाती है तो गुरु से आज्ञा लिए बिना कोई काम नहीं कर सकता यह आवश्यक होता है, ताकि वह कार्य सिद्ध हो सके गुरु शक्ति सदैव आपकी रक्षा करती है गुरु शक्ति आपको दिखती नहीं है पर उस मंत्र के माध्यम से जो आपने गुरु से लिया है उसी रुप में आपकी सदैव रक्षा सुरक्षा करती रहती है ।

गुरु शक्ति सदैव आपकी सहायता रक्षा सुरक्षा सफलता सब कुछ सिद्ध करती रहती है इसीलिए बताया जाता है कि गुरु मंत्र कि सिद्धि होना आवश्यक है और गुरु से वही मंत्र लेना चाहिए जो वह स्वयं जाप  करते हो, वही मंत्र लिया जाता है जो गुरु स्वयं जपता है ऐसा नही कि गुरु आपको कोई भी मँत्र पकड़ा दे जो कभी उसने जपा ही न हो  कभी और अपने उससे ले लिया तो या आपके लिए सदैव कम फायदा करेगा तो ये शिष्य पर निर्भर करेगा कि वह उसे कितना सिद्ध करता है इसीलिए कहा जाता है कि जो वैदिक पद्धति है उसी के अनुसार गुरु मंत्र लिया जाना चाहिए गुरु वही मंत्र दे जो वो खुद भी जपता हो ।

असुर आकर्षण प्रयोग के लिए इस् प्रकार करना है । वह सर्वप्रथम उन लोगों के लिए किया जाता है जो घर से रुठ कर चले गए हो जैसे कि पुराने समय में होता था कि एक बार व्यक्ति अगर घर पर रुठकर  चला जाए तो कभी वापस नहीं आता था या सालों साल बाद वापस आता था कारण की बहुत दूर-दूर नगर थे, बहुत दूर-दूर जगह थी, बहुत बड़े-बड़े जंगल होते थे कहीं एक बीच में पतला सा मार्ग होता था । जो जनपद होते थे जिन्हें आज शहर कहते हैं, ऐसा जन सामान्य जीवन पहले नहीं था इसलिए जो व्यक्ति घर से रुठ कर चला जाता था उसके लिए गुरु लोगों ने तंत्र सिद्धि बताई थी उनमें यह सिद्ध शक्ति है कि वापस घर बुलाने की शक्ति के लिए जो मंत्र जपते थे वह मंत्र इस प्रकार है

मँत्र:  ।।ॐ ठहः ठहः स्वाहा ।।  

प्रतिदिन आपको 11 माला जपना  है। जो मैं आपको पूरा मंत्र दूंगा और मंगलवार से आपको यह प्रयोग शुरू करना है तो मंगलवार के दिन आप जो भी समय निर्धारित करेंगे आपको उसी समय रोज जाप करना होगा । मंगलवार से आप यह साधना शुरू करेंगे पर याद रखिए कि समय की पूरी तरह से पाबंदी होनी चाहिए ऐसा नहीं है कि आज आपने 12:00 बजे जाप  कर लिया और कल 4:00 बजे करें ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना है ।आप जितने बजे से जाप करेगे उसी समय से ही जपना होगा आप अगर रात्रि के 9:00 बजे से जपते हे तो तो अगले दिन भी उसी समय जाप करिए किसी भी साधना में जो समय अपने निर्धारित किया है उसी समय पर फिर से देवता को पुकारा जाता है तो देवता आता है आपकी बात सुनकर । इस पर आपको 11 माला जपना है मंत्र इस प्रकार है –
मँत्र: ।।ॐ ठह: ठहः स्वाहा ॐ नमो ॐ नमो भगवतै रुद्राय दृष्टि लापिताहार: स्वाहा दुहाई कसासुर कि दुहाई फुरो मँत्र ईश्वरो वाचा 
इस मंत्र की आपको 11  माला जाप करना है इसमें समय निश्चित नहीं है वैसे आप इसे 40 दिन तक कर सकते हैं, 40 दिनों में कोई  भी साधना सिद्ध हो जाती है बाद में आप आकर्षण प्रयोग के लिए इसका कभी भी प्रयोग कर सकते हैं तो इसकी प्रयोग विधि इस प्रकार है जब आपको इसका प्रयोग करना है प्रयोग करके चेक करना हो कि सिद्ध हुआ  है भी या नहीं जो मैंने मंत्र जाप था, वह वास्तव में सिद्ध हुआ भी है या नहीं आखिरकार राज क्या है ? इसको जानने के लिए आप क्या करेंगे इसका प्रयोग करने के लिए आप एक माला जप कर सरकंडे को चीरकर ।

एक सरकंडा होता है उसको चीर कर दो व्यक्तियों को पकड़ा देंगे एक फाक एक व्यक्ति को देनी है और दूसरी फाक दूसरे व्यक्ति को देनी है और चूहे के बिल की मिट्टी और सरसों के दाने और बीनौले के दाने यह सब चीजें आपके पास होनी चाहिए ।बिनौले के दाने पर आप यह मंत्र बार- बार पढ़कर फुकेगे,आज सरकंडे पर फेकेंगे अगर सरकंडे वापस  जुड़ गए तो समझ लीजिए कि आपका मंत्र सिद्ध हो गया है यह बहुत ही प्राचीन विधि है यह ज्ञात करने के लिए कि आपका मंत्र  सिद्ध हुआ कि नहीं तो इस प्रकार जब आप जाप करते हैं तो सरकडें  जुड़ जाते हैं आपस में जुड़ जाए तो समझ लीजिए कि आपका मंत्र सिद्ध हो गए हैं अगर वह ना जुड़े तो आपको फिर से इसी मंत्र की सिद्धि करनी होगी

जिस व्यक्ति को आकर्षित करना हो अगर या जुड़ जाए तो आप यह प्रयोग कर सकते है जिसको आपको आकर्षित करना है उस व्यक्ति के शरीर का कोई कपड़ा लेकर अंडर वियर हो  तो बहुत अच्छी बात है, शरीर के अँदरुनी कपड़े को लेकर उक्त चीजों को लेकर अभिमंत्रित करके उस कपड़े पर फेकना चाहिए, वह व्यक्ति जहां भी होगा खींचकर चला आएगा चाहे वो कहीं भी हो, अश्लेषा नक्षत्र मे अर्जुन वृक्ष का बाँदा लाकर के बकरी के मूत्र में उसको पीसकर करे याद रखेअश्लेषा नक्षत्र होना चाहिए l

यह दुसरा प्रयोग हैं  उसी मंत्र का आपको क्या करना है अश्लेषा नक्षत्र मे अर्जुन वुक्ष का बाँदा लाकर बकरी के मूत्र में पीसकर जिस भी औरत के सर पर डालेंगे वह उसी समय आपके वशीभूत हो जाएगी, आपसे आकर्षित हो जाएगी अगर इसी तरह कोई औरत किसी पुरुष के ऊपर यही क्रिया करेगी तो वह पुरुष उसके वशीभूत हो जाएगा l जिसको भी वशीभूत करना हो l

तीसरा प्रयोग है जिसको भी आपको वशीभूत करना है उसके बायां पैर की मिट्टी लाकर के जब वह व्यक्ति जा रहा हो, तब उसके पैर की मिट्टी लाकर गिरगिट के रक्त में (गिरगिट एक प्राणी होता है जो छिपकली की तरह दीवालों पर चलता है) उसी मिट्टी से और गिरगिट के खून से आपको एक पुतला बनाना है और उस पुतले के दिल में जैसे मनुष्यों का दिल जहां होता है वहां पर आपको गिरगिट के खून से उस व्यक्ति का नाम लिखना है, जिसको आप को आकर्षित करना है, अब पुतले को धरती में गाड देंगे और वही पर मल का त्याग करे यानी कि आप उसी पुतले पर लैट्रिंग करेंगे l

ऐसा करने पर अद्भुत वशीकरण होता है चाहे वह आपके वशीकरण पाश में बंध जाता है पुराने समय में डाकिनीया  इसका बहुत प्रयोग करती थी इससे पुरुष  वशीकरण में पूरी तरह से बँध जाता था, इस से पुरुष पूरी तरह से पागल हो जाता था लड़कियां स्त्रियों के चक्कर में l

जब पुरुष प्रयोग करता था तब लड़कियां प्रेम में पड़कर अपना सर्वस्व निछावर कर देती थी,वशीकरण शक्ति का यह तामसिक प्रयोग है जो  मैंने तीनों  आपको बताए है इसलिए मैं कहता हूं कि यह असुर तंत्र है अगर आप इसका सही तरह से प्रयोग कर देंगे तो सामने वाला बच नहीं पाएगा आपके आकर्षण प्रयोग इसलिए खतरनाक प्रयोग माने जाते हैं और जिन लोगों को भी मुझसे आकर्षण प्रयोग करने की बात मुझसे कह रहे हैं मैं उन लोगों से कहना चाहता हूं कि देखो मैं तो करूंगा नहीं और ना ही कर सकता हूं, यह दोनों बातें जान लीजिए क्योंकि जो पहली साधना थी मैं बता चुका हूं कि मैं क्यों नहीं कर सकता और ना ही भविष्य में कर सकता हूं, मैं सिर्फ आपको मार्ग दिखा सकता हूं इसलिए आपको जो करना है वो स्वयं करिए गुरु से आज्ञा ले ली लीजिए और कोई भी तंत्र प्रयोग कीजिए और आगे बढ़िए  तंत्र के इस क्षेत्र में धन्यवाद।।

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