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इंटे फेकने वाले भूत एक सच्ची घटना अंतिम भाग

नमस्कार गुरु श्री सूरज प्रताप जी और धर्म रहस्य के सभी दर्शकों को मेरा नमस्कार. मेरा नाम अशोक कुमार है मैं मंगोलपुरी नई दिल्ली से हूं और यह कहानी जो ईट फेंकने वाले भूत है इसका मैं अंतिम भाग धर्म रहस्य चैनल पर भेज रहा हूं दिनांक 09/10/2020 और यह कहानी सिर्फ धर्म रहस्य चैनल पर दी जा रही है और भविष्य में यह कहानी कहीं और प्रकाशित नहीं की जाएगी सिर्फ मेरे गुरु श्री सूरज प्रताप जी को दी जा रही है और इस कहानी की समस्त जिम्मेदारी मैं अशोक कुमार लेता हूं मैं धर्म रहस्य के सभी दर्शकों से क्षमा चाहता हूं कि यह कहानी भेजने में मैंने काफी देर कर दी।

जैसा कि मैंने पहले भाग में बताया कि मेरा घर और मेरे दोस्त का घर दोनों अलग एरिया में है इस घटना को जानने के लिए मैं काफी ज्यादा उत्सुक था मैंने अपने दोस्त के घर रात करीब 9:00 बजे जाने की सोची और मैं वहां पर पहुंच गया । मैंने अपने दोस्त को उसी के घर के बाहर खड़ा हुआ यह देखकर मैंने तुरंत ही उससे पूछा कि तेरे यहां पर तो ईंटे फेंकी जा रही थी फिर भी तू बाहर खड़ा हुआ है तब उसने मुझे जवाब दिया कि यहां जिन भी घरों से ईंट फेकी जा रही थी उन घरों में लगातार हवन पूजा पाठ किए जा रहे हैं और जब से यह प्रक्रिया इन घरों में हो रही है तब से यहां ईट फेंकना काफी कम हो गई है मेरे दोस्त के घर के बाहर एक बहुत बड़ा नीम का पेड़ है वहीं पर उसके पड़ोसी दोस्त और वह भी खड़ा था ।

उसने कहा तू इसी नीम के पेड़ की ओट में खड़ा रह तब मैंने कहा कि अब तो ईंट फेंकना बंद हो गई है सब मेरे दोस्त ने कहा ईंट फेंकना कम हुई है एकदम से बंद नहीं हुई है अभी भी दिन में दो-तीन बार यह प्रक्रिया हो रही है तब मैंने अपने दोस्त से कहा कि ऐसा क्यों हो रहा है किसी ने यहां पर किसी अच्छे पंडित या तांत्रिक से दिखवाया नहीं तब मेरे दोस्त ने कहा कि अभी बात चल रही है किसी अच्छे तांत्रिक से दिखाने के लिए तब मैंने कहा कि और क्या नई प्रतिक्रिया यहां पर हो रही है तब उसने कहा कि जैसा होगा आगे मैं वैसा ही तुझे बता दूंगा तब मैं कुछ देर वहां और रुका और अपने घर की ओर चला आया और फिर मैं यही सोच रहा था कि यह ऐसा कौन कर रहा है फिर उसका 2 दिन बाद फोन आया ।

उसने बताया कि यह कार्य एक छोटी लड़की जो 11 या 12 साल की है वह कर रही है तब मैंने कहा कि तुझे कैसे पता चला तब उसने कहा कि सामने रोड पर एक महिला ने उसे ईट फेंकते हुए देख लिया है और मेरे एक पड़ोसी दोस्त ने उसे यह कार्य करते हुए देखा है तब मैंने कहा कि उसके घर में बताओ कि वह यह कार्य कर रही है उसने कहा कि सभी लोगों ने उसके घर वालों को कहा कि तुम्हारी लड़की ऐसा कार्य कर रही है तब उसके घर वालों ने यह मानने से इंकार कर दिया और लोगों से लड़ाई करने लगे कि हमारी लड़की ऐसा नहीं कर सकती उसके घर वाले वहां पर किराए पर रहते हैं तब वहां के स्थानीय लोगों ने मकान मालिक से कहा कि इनको यहां से निकाल दो हम तुम्हें अच्छा किराएदार भी दिलवा देंगे ।

लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि मकान मालिक भी यह मानने के लिए तैयार नहीं कि यह लड़की ऐसा कार्य कर रही है और मेरे दोस्त ने यह भी बताया कि लोगों ने पुलिस भी बुलाई पुलिस वालों ने बस उन्हें समझा दिया कि अगर यह ऐसा कार्य कर रही है तो हम तुम्हारे ऊपर कड़ी कार्यवाही करेंगे इतना बोल कर पुलिस वाले वहां से चले गए तब मैंने अपने दोस्तों से पूछा कि यह लड़की ऐसा क्यों कर रही है तब उसने बताया कि लोगों द्वारा मुझे भी पता चला है कि यह कहीं किसी की तेरहवी में गई हुई थी वहीं पर इस लड़की को किसी ताकतवर जिन्न ने इसके शरीर पर कब्जा कर लिया तब मैंने अपने दोस्त से कहा कि तुम सब किसी अच्छे तांत्रिक या पंडित से दिखाने वाले थे क्या हुआ तब मेरे दोस्त बताया कि हमने जिस तांत्रिक को दिखाया वह भी यही बताया कि इस लड़की पर किसी जिन्न का साया है और उसने यह भी बताया कि यह जो कर रही है ।

इसे करने दो यह काफी ताकतवर चीज है इसे छेड़ने की जरूरत नहीं है यह अपने आप शांत हो जाएगी और मेरे दोस्त ने यह भी बताया कि उस तांत्रिक ने यह भी बताया कि अभी तो यह सिर्फ ईट ही फेंक रही थी अब और कुछ गंदी चीजें भी फेकी जा सकती है तब मेरे दोस्त ने कहा कि उस तांत्रिक की बात एकदम सही निकली जैसा उसने बताया था वैसा ही हुआ उसके बताने के कुछ ही दिनो बाद ही हमारे घर की छत पर लैट्रिंग फेकी हुई थी और रोड पर भी यह लैट्रिंग फेकी गई थी हम बहुत परेशान हुए और किसी तरह उसे साफ किया गया तब हमारे घर वालों ने उनसे यह बात कही तब भी वह यह बात मानने के लिए तैयार नहीं हुए तब वहां के लोगों का काफी दबाव होने के कारण उस लड़की को किसी दूसरे एरिया में रहने के लिए भेज दिया ।

शायद उसके कोई रिश्तेदार होंगे और मेरे दोस्त ने यह भी बताया कि शायद उसे जहां भेजा गया है वहां पर भी ऐसा ही कार्य कर रही होगी लेकिन उसे कहां भेजा गया हमें किसी को नहीं पता और उनके घर में लोगों द्वारा लड़ाई होने के कारण किसी ने उनसे पूछने की कोशिश भी नहीं की गई कि उस लड़की को कहां भेजा गया है तब मैंने उससे पूछा कि वह ऐसा कैसे कर रही थी कि हर किसी के घर में घुस कर के पत्थर फेंके लोगों ने उसे यह कार्य करते हुए देखा नहीं तब उसने भी बड़े आश्चर्य से जवाब दिया कि पता नहीं कैसे वह लोगों के घरों में जाकर के पत्थर फेंक रही थी और लोगों ने उसे क्यों नहीं देखा ईट पत्थर फेंकते हुए .

यह प्रतिक्रिया 15 दिन लगातार चली और किसी ने कुछ नहीं देखा जब से यह पूजा पाठ किए गए है उसी के बाद से ही लोगों ने उसे क्यों देखा यह बात मुझे भी समझ में नहीं आ रही है और यह लड़की पता नहीं कैसे ईट फेकने के बाद जहां लोगों की भीड़ होती थी वहीं पर खड़ी रहती थी इतनी जल्दी पता नहीं कैसे यह लोगों की भीड़ में शामिल हो जाती थीमेरे दोस्त ने यह भी बताया कि जब छतों से ईटे उतारी जा रही थी उस वक्त भी काफी बार ईटे फैकी गई तब भी किसी ने कुछ नहीं देखा कि यह कार्य कौन कर रहा है मैंने कहा की ठीक है आगे जो भी होगा मुझे बता दियो तब उसने कहा कि अगर वह लड़की यहां दोबारा से आएगी और जैसा भी होगा मैं तुझे बता दूंगा मुझे इस कहानी को समाप्त करने में काफी समय इसलिए लगा कि यह लगातार वहां पर घटित हो रहा था ।

मैं लोगों तक इस सच्ची घटना को जैसे भी घटित हो रहा था वही बताने के इंतजार में था और इस कहानी को खत्म होने तक बताना चाहता था इसलिए इस कहानी को भेजने में काफी समय लग गया और मेरे दोस्त ने कुछ दिन बाद मुझे फिर फोन पर यह बताया कि अब उस लड़की को गांव इलाज के लिए भेज दिया गया है शायद उसे जिस एरिया में रहने के लिए भेजा गया था वहां पर भी यह वही कार्य कर रही थी इसलिए उसे अब गांव भेज दिया गया है और यह घटना को ज्यादा समय नहीं हुआ है इसलिए अभी भी इसके बारे में किसी को जानकारी चाहिए तो सुल्तानपुरी जी ब्लॉक में जाकर इस घटना का पता लगा सकता है बाद में कुछ समय बाद यह घटना एक कहानी के ही रूप में रह जाएगी इस कहानी को मैं यहीं समाप्त करता हूं इस को आगे बढ़ाने का कोई फायदा नहीं अब वह लड़की गांव जा चुकी है और वहां क्या होगा यह उसके घर वाले ही जाने मैं अपने गुरु श्री सूरज प्रताप जी को दिल से धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मेरी यह सच्ची घटना अपने चैनल पर प्रकाशित की है ।

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