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उदुंबर योगिनी रहस्य और साधना

उदुंबर योगिनी रहस्य और साधना

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम जिस विशेष योगिनी साधना को जानेंगे, यह बहुत ही गोपनीय योगिनी मानी जाती है। इन्हें हम उदुंबर योगिनी नाम से जानते हैं और यह एक विशेष रूप से गोपनीय वृक्ष के अंदर निवास करती हैं और इनकी साधना करने से शुक्र ग्रह भी मजबूत होता है। जिसके जीवन में शुक्र ग्रह मजबूत हो जाए। उसको भौतिक जीवन से संबंधित किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इसीलिए योगिनी को अगर प्रसन्न कर लिया जाए तो अद्भुत लाभ जीवन में प्राप्त होते हैं। तो आइए जानते हैं इस योगिनी के विषय में और इनके बसने के स्थान के बारे में जानकारी तो जैसे कि इनके नाम से ही स्पष्ट है। यह एक विशेष वृक्ष जिसका नाम गूलर है, उसके अंदर निवास करती हैं और यह वरदान भगवान शिव ने सभी औषधियों और वृक्षों को दिया हुआ है तो ऐसे में जो शक्तिशाली योगनिया है, वह विशेष तरह के वृक्षों और वनस्पतियों में निवास करती हैं। यह वृक्ष बहुत ही महत्वपूर्ण है। इनकी साधना करने के लिए क्योंकि यह इनका साक्षात स्वरूप है। कहा जाता है कि जो गूलर का पेड़ होता है, उसकी लकड़ी जल में जल्दी सड़ती नहीं है। इसीलिए कुआं बनवाने वाले लोग ईटों की दीवार खड़ी करने से पूर्व आधार के रूप में नीम के स्थान पर गूलर की लकड़ी का एक गोल पहिया बिठा देते थे। क्योंकि? उसके ऊपर ही इटे जमा कर दीवार खड़ी की जाती थी।

इस प्रकार नीव में पड़ी हुई और लकड़ी बहुत लंबे समय तक पानी में पड़े रहने पर भी सड़ती नहीं थी। इससे आप अनुमान लगा लीजिए कि क्योंकि पुराने समय में जल का और कोई स्रोत नहीं होता था। लोग कुएं के जल से ही पानी भरते थे। इसलिए यह बहुत ही शुभ मानी जाती है। अब वृक्ष में इसी के अंदर इन देवी का निवास स्थान बताया गया है। अगर इस वृक्ष के नीचे बैठकर इनकी साधना और उपासना की जाती है तो अद्भुत लाभ देखने को मिलते हैं। इसके अलावा तांत्रिक प्रयोगों के माध्यम से जीवन में बहुत सारे संकट टाले जा सकते हैं और यह कहा जाता है कि? अगर शुक्र ग्रह किसी का कमजोर है जिसकी वजह से उसको भौतिक जीवन में लाभ और प्रेम नहीं मिल पा रहा है। तब विशेष रूप से इस वृक्ष में निवास करने वाली इस योगिनी की साधना करने से अद्भुत लाभ प्राप्त होते हैं। तो हम सबसे पहले हम यह जानते हैं कि इस वृक्ष के विभिन्न प्रकार के प्रयोग क्या है और जो साधना है, वह कैसे की जा सकती है? इनकी साधना करने के लिए अगर व्यक्ति को कहीं पर भी पेड़ मिल जाए तो ठीक वरना अगर स्थापित रूप से इस देवी की उपासना करनी है तो सबसे पहले इस वृक्ष को किसी भी नर्सरी से लेकर आ जाए अथवा बीज का रोपण करें।

फिर इस वृक्ष के नीचे बैठकर अगर साधना की जाए तो धीरे-धीरे जीवन में आर्थिक समस्याएं नष्ट हो जाती है। यह तो सबसे सरल बात है। लेकिन अगर कहीं वृक्ष लगा लगाया है और विशालकाय है तब तो विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं और तांत्रिक साधना की जाती है। इनके नीचे भगवान दत्तात्रेय की उपासना बहुत लाभकारी मानी जाती है क्योंकि ब्रह्मा विष्णु और भगवान शिव का संयुक्त रूप भगवान दत्तात्रेय को माना जाता है। आप जब इसी योगिनी की साधना करेंगे तो सबसे पहले गुरु से आज्ञा लेकर गुरु मुख से इनका मंत्र प्राप्त करें। उसके बाद गुरु पुष्य, रवि पुष्य, इत्यादि योग अथवा नवरात्रि, गुप्त नवरात्रि विभिन्न प्रकार के शुभ समय जो भी हो और अगर कोई विशेष सुविधा नहीं मिल रही है तो किसी भी शुभ योग के समय जिस दिन शुक्रवार हो उस दिन से साधना शुरू कर सकते हैं। तो सबसे पहले आप उस वृक्ष के चारों तरफ घूमे? उसे प्रणाम करें और आज्ञा ले कि मैं आपके अंदर निवास करने वाली गुप्त योगिनी की साधना करना चाहता हूं। फिर उस वृक्ष में अपने हाथों से किसी यंत्र या औजार की सहायता से एक देवी का चित्र बना लीजिए। देवी का चित्र कैसा होगा यह आप मेरे इस वीडियो के विभिन्न फोटो के माध्यम से समझ सकते हैं क्योंकि यह देवी देखने में इसी प्रकार की होती है। श्वेत वस्त्र धारण करती हैं। बाल खुले होते हैं नेत्र चमकीले और एक सुंदर स्त्री की तरह दिखाई पड़ती है।

अब! आप इनके नीचे?

शुभ मुहूर्त में पहुंचकर विधिवत रूप से स्नान करके वहां पर धूप, दीप, नैवेद्य इत्यादि करके। वहां आप एक ही दीपक स्थापित कीजिए। वहीं पर बैठकर रात्रि में साधना कीजिए। आपके पास सिंदूर कपूर लोंग इलाइची सिक्का यह सारी चीजें एक।

पत्ते के ऊपर रख कर करे । इनके वृक्ष का पत्ता हो उत्तम है अथवा पान के पत्ते के ऊपर रख दीजिए और फिर आप इनके मंत्र का जाप करना शुरू कीजिए। इनके मंत्र को मैंने आपके स्क्रीन पर डाल दिया है।

मंत्र- ॐ शं शुक्राय उदुंबराय नमः

मैं यह मंत्र बोल नहीं रहा क्योंकि इसे गुरु मुख से ही सुनना चाहिए। अब इसके मंत्र का आपको रोजाना जाप करना है। आप 21 माला रात्रि के 9:00 बजे के बाद कभी भी जाकर रोजाना कर सकते हैं। देवी प्रसन्न होने लगती है तो आपके अंदर वीर्य अधिक बनता है। आप वीर्यवान हो जाते हैं धीरे-धीरे आपके अंदर! तेज आने लगता है और भौतिक जीवन से जुड़ी हुई सारी समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं। आपकी आंखों के अंदर सम्मोहन शक्ति जागने लगती है। आप जिसे भी देखते हैं अगर उसे काफी देर तक घूरते रहे तो वह आकर्षित होकर वशीकरण शक्ति आपकी बनने लगती है और वह प्रभावित होने लगता है।

इसके अलावा शुक्र ग्रह अगर कुंडली में मजबूत नहीं है तो वह भी धीरे-धीरे मजबूत होने लगता है। याद रखें सुबह के प्रकाश निकलते ही आप जब सूरज निकलता है, वहां जाए और एक लोटा जल हमेशा उसे अर्पित करें और प्रणाम करें। इस वृक्ष में निवास करने वाली योगिनी देवी की इसमें साधना समय का पूरी तरह से विवरण प्राप्त नहीं होता कि यह साधना कितने दिन में पूर्ण सिद्ध हो जाती है, लेकिन इसका प्रभाव सदैव तांत्रिक रहता है। इसलिए लंबे समय तक की जा सकती है। इसके अलावा इसमें नियमाचार्य की भी विशेष कोई समस्या नहीं है। सांसारिक जीवन जीते हुए सब कुछ खाते पीते हुए अपनी पत्नी से जुड़ाव भी रखते हुए आप इस साधना को कर सकते हैं। आप देवी के रूप में ही इसे सिद्ध करेंगे और इन्हें मित्र माता या बहन के रूप में संबोधित कर सकते हैं। हालांकि इनके बहुत सारी शक्तियां!

जो इनकी अप्सराएं और दासियां है वह आपके पास आकर आपका ब्रह्मचर्य नष्ट करना और आपसे मिलन इत्यादि की कोशिश कर सकते हैं। उनसे आपको बचना चाहिए ताकि आपकी साधना भंग ना हो। इस साधना से आपके शरीर में धन विलासिता का प्रभाव बढ़ने लगता है। ऐश्वर्य की कमी नहीं होती। अगर गरीबी और कंगाली आपको सताती है तो फिर निश्चित रूप से वह नष्ट हो जाती है। इसमें संदेह नहीं है।

आप? इनकी साधना अगर शुक्रवार के दिन से शुरू करते हैं तो शुक्र ग्रह मजबूत होता है और उसी दिन पानी अवश्य दें ताकि शुक्र की जो भी रशमिया है वह आपको अवश्य प्राप्त हो।

कहते हैं जैसे जैसे गूलर विशालकाय होता जाता है। आपके जीवन में सुख और समृद्धि बढ़ती जाती है। अगर किसी के जीवन में प्रेम विवाह में अड़चन आ रही है। यदि जीवन में भूमि संपत्ति मामलों में कोई समस्या आ रही है तो फिर क्या करना है। आप इसी वृक्ष को नमस्कार करते हुए पेड़ की जड़ को किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के शुक्रवार के दिन निकाल कर घर कल ले आए और गंगाजल छिड़क कर उसे पवित्र कर ले। फिर मन में अपनी इच्छा का स्मरण करते हुए इसकी जड़ को चांदी की ताबीज में रखकर पहन ले। अब योगिनी आपके साथ आपके ताबीज के अंदर आ जाती हैं ।

आपके ऊपर कोई तंत्र प्रभाव कार्य नहीं करता। आर्थिक संपन्नता बढ़ती है। धन प्राप्ति, भूमि भवन खरीदने की इच्छा और उससे लाभ होना इत्यादि सारी चीजें इस चमत्कारिक जड़ के रूप में। क्योंकि आपने चांदी की ताबीज में भरकर धारण किया है। आपके साथ यह योगनी सदैव उस ताबीज के रूप में रहने लगती हैं।

इसके अलावा विभिन्न प्रकार के रोगों का विनाश होता है और सभी प्रकार का लाभ प्राप्त होता है।

जीवन में जो भी परेशानी इत्यादि।

वह नष्ट होती है। इतना ही नहीं जब आपको इनकी सिद्धि हो जाती है तब आप!

विभिन्न प्रकार की बीमारियां दूसरे लोगों की भी ठीक कर सकते हैं। जैसे की योनि संबंधी रोग।

कीटाणु नाशक।

स्तनपान संबंधी समस्याएं।

पित्त कफ रक्त का शोधन।ल्यूकोरिया जैसी बीमारियों को आप इसकी दिव्य योगिनी और इस वृक्ष की सहायता से दूर कर सकते हैं।

इसकी क्षमता इतनी ज्यादा है कि यह हर प्रकार के कार्य धीरे-धीरे करने लगती हैं। इनकी सिद्धि आंशिक रूप से तो हो ही जाती है। लेकिन पूर्ण सिद्धि! अच्छे साधक को होती है जिसने योगिनी देवी साक्षात प्रकट होकर। आपका हर कार्य में मार्गदर्शन करती हैं। आप उनसे जो कहते हैं वह उसके अनुरूप ही आपको परामर्श देते हुए आपके सारे कार्यों को करती हैं। इस साधना को कोई कर सकता है। इसका मंत्र अपने गुरु के मुख से प्राप्त अवश्य करना चाहिए।

इसके अलावा! अगर धन संबंधी समस्या है।

तो आप? इनके मंत्र में आहुतियां इनके फल की अवश्य दीजिए और उसी प्रकार जो आपने ताबीज बनाया है उस ताबीज को बनाकर किसी तिजोरी में रख दीजिए। अब उस तिजोरी में कभी धन की कमी नहीं होती है।

और इनकी अगर पोटली बनाकर रखी जाए तो फिर? खाने की कमी भी नहीं होती है।

जिस भी घर में इनका वास होता है वहां सुख शांति समृद्धि के साथ संतान सुख अवश्य प्राप्त होता है जिनके संतान ना हो रही हो, जीवित ना रहती हो, रोगी हो जाती हो।

अद्भुत ताबीज बना कर घर में रखना चाहिए या प्रसूता अथवा बच्चे को पहना ना चाहिए। इसके बहुत सारे काम है लेकिन? इस साधना में समय के विषय में नहीं बताया गया है। यह एक सात्विक साधना है और यह योगिनी भी पूर्ण सात्विक है, इसलिए इसकी साधना को हर कोई कर सकता है।

तो यह भी जानकारी एक अद्भुत और गोपनीय! उदुंबर योगिनी। अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

https://youtu.be/lLiawgK1RLk
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