Site icon Dharam Rahasya

एक दिवसीय दिव्य नागिन साधना नागपंचमी विशेष

एक दिवसीय दिव्य नागिन साधना नागपंचमी विशेष

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है जैसे कि हम जानते हैं कि आप जल्दी ही नाग पंचमी का दिन आने वाला है। यह दिन बहुत अधिक प्रसिद्ध है। नाग देवता की पूजा के लिए आखिर इस दिन का महत्व क्या है और अगर इस दिन केवल एक रात्रि साधना की जाए तो एक विशेष नागिन शक्ति को आप प्राप्त कर सकते हैं, जिसकी सहायता से ना सिर्फ आप वैभव संपन्नता और प्रेमिका के रूप में इस शक्ति को भी इस नागकन्या को भी आप साक्षात प्राप्त कर सकते हैं। इसी साधना और इस ज्ञान को आज मैं आप लोगों को प्रदान करूंगा। तो चलिए शुरू करते हैं।

जैसे कि हम लोगों को पता है। की नाग पंचमी हम क्यों मनाते हैं। अगर कुछ लोग नहीं जानते हैं तो आपको पता होगा कि महाभारत में कुरु वंश के राजा परीक्षित के पुत्र जन्मेजय। तक्षक नामक सांप के काटने से हुई अपने पिता की मृत्यु का बदला लेने के लिए सर्प यज्ञ करता है। यह यज्ञ विशेष रूप से तांत्रिक विद्या से बनाया गया था और दुनिया में सभी सांपों को मारने अग्नि यज्ञ विद्वान ब्राह्मण संतो के द्वारा आकाशगंगा में शुरू किया गया। जन्मेजय की उपस्थिति में इतना ज्यादा शक्तिशाली था कि सभी सर्प यज्ञ कुंड में गिर रहे थे। जब पुजारियों को पता चला कि संसार में केवल तक्षक जिस ने परीक्षित को काट कर मार डाला था।अपनी सुरक्षा की तलाश में इंद्र के स्वर्ग लोक में भाग गया है तो ऋषियों ने तक्षक और इंद्र के भी। सिंहासन सहित आग में खींचने के लिए मंत्र पढ़ना शुरू कर दिया। तक्षक ने खुद को इंद्र के सिंहासन के चारों को लपेट लिया था। लेकिन यज्ञ की शक्ति इतनी ज्यादा शक्तिशाली थी कि तक्षक सहित इंद्र की सिंहासन वहां उसको खींचने लगी और जिससे सभी देवता डर गए तब देवी मनसा देवी के हस्तक्षेप से। इन्होंने इस संकट को हल करने की कोशिश की। फिर उन्होंने अपने पुत्र अस्तिका से यज्ञ स्थल पर जाने और जन्मेजय के सर्प यज्ञ को रोकने के लिए अनुरोध किया। अस्तिका ने सभी शास्त्रों में अपने ज्ञान से जन्मेजय को प्रभावित कर दिया और वरदान मांगने की अनुमति मांगी। तब अस्तिका ने जन्मेजय से सर्प यज्ञ को रोकने का अनुरोध किया क्योंकि राजा कभी भी किसी ब्राह्मण को दिए गए वरदान को अस्वीकार नहीं कर सकता। इसलिए यज्ञ रोक दिया गया। इस प्रकार इंद्र तक्षक और अन्य नाग जाति की रक्षा उस से हुई थी यह दिन!

श्रावण के चंद्र महीने की शुक्ल पक्ष का पांचवा दिन था और तभी से यह त्यौहार नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इंद्र ने भी अपनी रक्षा के लिए मनसा देवी के पास जाकर उनकी आराधना की थी। जब से यह त्यौहार मनाया जाता है तभी से विशेष तरह के 9 नाग जिन्हें नाग शिरोमणि भी कहा जाता है। इस पृथ्वी लोक पर आते हैं और जब वह इस पृथ्वी लोक पर अपनी पूजा करते हुए देखते हैं तो सभी को वरदान प्रदान करते हैं। ऐसे में जब वह यहां आते हैं तो उनके साथ नाग कुल उनके साथ में। नाग लोक विभिन्न प्रकार की। कुंवारी नागकन्या भी धरती पर आती है और अगर वह किसी साधक पर मोहित हो जाती हैं तो फिर उसे वरण कर लेती है और उसे संसार की धन संपदा सुख विभिन्न प्रकार की शक्तियां सिद्धियां। सब कुछ प्रदान करती है। यह वर्ष में केवल एक मात्र ऐसी रात है, जिस दिन अगर आप। पूरी तरह संकल्प बद्ध होकर साधना करते हैं तो इन! नाग देवताओं की कृपा से आपको नागकन्या की प्राप्ति हो सकती है। यह नो नाग कौन है इनको भी अवश्य ही जाने

सबसे पहले शेषनाग हैं जिन्हें हम नाग देवता के रूप में भी जानते हैं। भगवान विष्णु के सुरक्षा आसन के रूप में दिखाई पड़ते हैं या भगवान विष्णु का अभेद्य सुरक्षा कवच है। जब कोई साधक सच्चे मन से भगवान शेषनाग की उपासना और साधना करता है तो वह उसके जीवन के सारे दुर्भाग्य का नाश कर देते हैं। उसके जीवन में अखंड धन की बरसात होती है। प्रगति के सारे मार्ग अगर बंद हो गए हैं तो भी उससे बन जाते हैं। आय के स्रोत बनाने में भगवान शेषनाग अवश्य ही सहायता प्रदान करते हैं और अभीष्ट सुरक्षा कवच तो यह करते ही है। क़र्ज़ से मुक्ति व्यापार में वृद्धि यह सभी शेष नाग देवता आपको प्रदान करते हैं।
कर्कोटक नाग– जिनका जीवन हमेशा है भय के वातावरण में गुजर रहा हो जिन्हें शत्रु का भय हो, घर में भय का माहौल हो उनके लिए यह सरकार की तरह कार्य करते हैं और प्रत्येक सदस्य को पूर्ण सुरक्षा प्रदान करते हैं। सुरक्षा के लिए इनकी साधना की जाती है

बासुकीनाग! भगवान वासुकी का रूप हिमालय का अधिपति है। यह ज्ञान और बुद्धि को प्रदान करते हैं। स्टूडेंट्स के लिए यह साधना बहुत अच्छी मानी जाती है। साधना मार्गदर्शन करती है। शिक्षा संबंधी जो भी समस्याएं हैं, नौकरी नहीं मिलती। नौकरी प्राप्ति में बाधाएं आती हैं। ज्ञान की बाधा है जिसकी वजह से आप कमजोर है तो आपको अद्भुत बुद्धि की प्राप्ति होती है। याददाश्त तेज हो जाती है। विद्या साधना मानी जाती है के साथ में पारलौकिक ज्ञान भी देते हैं।

पदम नाग-जिनकी विवाह में बाधा आ रही हो, शादी में बार-बार रुकावट आती हो। उनके लिए साधना सर्वश्रेष्ठ है। इस साधना को करने से विवाह संबंधित समस्या दूर होती है। संतान की प्राप्ति का वरदान भी पद्मनाग देते हैं। इसके साथ ही यह सम्मोहन विद्या भी प्रदान करते हैं।

धृतराष्ट्र नाग– नाग देवता का यह रूप जीवन में प्रेम की प्राप्ति करवाता है। इस साधना से जहां आप के प्रेम संबंधों में अगर कोई रुकावट या बाधा रही हो तो यह आपके जीवन में प्रेम को वापस लेकर आते हैं। हर रुकावट को दूर करते हैं। प्रेम संबंधों में मधुरता लाने का कार्य है।
शंखपाल नाग- संपूर्ण पृथ्वी के अधिपति माने जाते हैं जो साधक जीवन में। पृथ्वी भ्रमण की इच्छा, विदेश यात्रा करना चाहता हो और इस प्रकार की कोई यात्रा में अगर रुकावट आ रही है। तब शंखपाल नाग साधना करनी चाहिए। इस साधना के आध्यात्मिक लाभ है। यह सूक्ष्म जगत से जुड़ती है। आध्यात्मिक लाभ होता है और विभिन्न प्रकार के भौतिक लाभ तो होते ही हैं
कंबल नाग-यह नाग देवता का स्वरूप नाग अधिपति के नाम से जाना जाता है। अगर जीवन में तो रोग है और कोई रोग दूर नहीं हो रहा तब नागदेव रोग मुक्ति प्रदान करता है। जीवन में रोग के विनाश के लिए साधक को पूर्ण रोग मुक्ति का प्रदान यह देते हैं जिनको कोई ना कोई रोग बीमारी लगी रहती है। दवाई असर नहीं करती। रोग पीछा ना छोड़ रहा हो। तब इनकी साधना पूर्ण सुरक्षा प्रदान करती है और असाध्य रोगों को भी दूर करती है। अगर इनकी संपूर्ण सिद्धि कर ली जाए तो कायाकल्प सिद्धि भी प्रदान करते हैं।
तक्षक नाग-नाग देवता का स्वरूप शत्रु का नाश कर देता है। शत्रु बाधा से मुक्ति प्रदान करता है जिनके जीवन में हर पल शत्रु का भय है। उन्हें इनकी साधना संपन्न करनी चाहिए क्योंकि यह हर प्रकार से शत्रु का संहार कर देते हैं। शत्रु द्वारा उत्पन्न सभी बाधाओं को नष्ट करते हैं। यह एक तीक्ष्ण साधना है इसलिए सावधानी पूर्वक ही करनी चाहिए।

कालिया नाग-यह नाग देवता का स्वरूप आपके जीवन से हर प्रकार की तंत्र बाधा को दूर करता है। अगर आपके ऊपर किसी ने ऐसा तंत्र बाधा प्रयोग किया है तो इनकी साधना से उसकी मुक्ति हो जाती है। यह किसी भी प्रकार की बुरी शक्ति के प्रभाव से मुक्ति प्रदान करते हैं। साधारण ग्रह बाधा को भी यह नष्ट करते हैं।

और इन्हें किसी के ऊपर तंत्र प्रयोग के माध्यम से छोड़ दिया जाए तो उसका भी नष्ट कर देते हैं। उसकी प्रगति को रोक देते हैं और उसे सजा देते हैं।

ये नागो के नौ स्वरूप है। इन के माध्यम से संसार में अद्भुत शक्तियां सामर्थ्य प्राप्त की जाती है और अगर नवरात्रि के अलावा इनकी साधना का कोई सबसे शुभ मुहूर्त होता है तो वह होता है नाग पंचमी का दिन जब स्वयं यह पृथ्वी लोक पर आकर दिव्य रूप में विचरण करते हैं। इनके साथ लाखों की संख्या में नागकन्या भी आ जाती है। अपने अपने कुलो से संबंधित होती हैं इन लोको से होने के कारण यह अद्भुत सामर्थ्य और शक्ति के मालिक होती हैं और जब इनकी साधना विशेष तांत्रिक विधि के अनुसार कोई व्यक्ति करता है तो फिर उस पर प्रसन्न होकर यह साक्षात उसे दर्शन देती हैं। यह नाग कन्या साधना केवल एक रात्रि में ही संपन्न हो सकती है इसलिए सावधानी पूर्वक किसे करना चाहिए? इसका पूरा विधान मैंने अपने इंस्टामोजो अकाउंट में दे दिया है। इसी वीडियो के नीचे डिस्क्रिप्शन बॉक्स में लिंक मिलेगा। उस पर क्लिक करें। फार्म को भरें और साधना को खरीदे और डाउनलोड करें। आपके ईमेल पर लिंक आ जाएगा। उससे आप इसे डाउनलोड करके इस साधना को कर सकते हैं ।

नाग पंचमी के दिन इसे अवश्य करें। इसमें हम 9 नागों की साधना के साथ दिव्य नागिन साधना करते हैं यह नागिन। प्रेमी के रूप में अपने प्रियतम को चुनती है। इसकी साधना से अद्भुत लाभ होते हैं। डरने की आवश्यकता नहीं है। अगर कुछ विशेष तरह के अनुभव आपको होते हैं तो? इनकी सबसे बड़ी विशेषता यह है क्योंकि नव नागों के साथ में। इनकी साधना होती है अतः आप को डरने की आवश्यकता नहीं है। नौ नागों की कृपा के कारण नागिन का स्वभाव शांत हो जाता है। यह एक अत्यंत गुप्त तांत्रिक विधि से की जाने वाली एक ही दिवसीय साधना है। तो जो लोग भी इसे करना चाहते हैं अवश्य करें। नागिन प्रेम, रति सुख, धन, वैभव संपन्नता विशेष प्रकार के आपके जो निजी कार्य हैं, उन सभी को सिद्ध करने में बहुत ही तीव्रता के साथ काम करती है। और आप को डरने की आवश्यकता नहीं है। डर कर यह साधना ना करें क्योंकि अगर ऐसा अनुभव हो कि आपके साथ में कोई नागिन स्त्री लेटी हुई है तो आपको भयभीत होने की जरूरत नहीं है। तनिक भी बुरा प्रभाव नहीं देखने को मिलेगा। बस बताए गए इस साधना के पीडीएफ का अक्षरसः पालन करें क्योंकि नागों का वरदान है। इस दिन को इस दिन कोई भी नाग आपको नुकसान नहीं पहुंचाता है और इस दिन इनका दर्शन बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसे में यह देवीय नाग कन्याए आपके जीवन को बदल सकती हैं और अद्भुत लाभ आपको प्रदान कर सकती हैं।

इसलिए इस साधना को जो लोग भी करना चाहते हैं, अवश्य करें। और इसका विधि और विधान पूरी तरह पालन करते हुए आपको यह साधना करनी चाहिए। जिन लोगों के जीवन में।

अगर सर्प बाधा दोष है, वह भी इस साधना से अवश्य नष्ट हो जाता है। भगवान शिव की कृपा भी इस साधना से साधक को मिलती है। और?

क़र्ज़ पीड़ा, देश गमन, नेत्र पीड़ा, गुप्त शत्रु बाधा ,धन प्राप्ति!

भय मुक्ति, चिंता, दोष इत्यादि अवश्य ही नष्ट हो जाते हैं। इसलिए इस साधना को साधकों को करना चाहिए। एक दिवसीय नागकन्या साधना का अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो अवश्य इस साधना को इंस्टामोजो से खरीद कर अवश्य कीजिएगा। आप सभी का कल्याण हो। जय मां शक्ति!

दिव्य नागकन्या साधना खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करे

https://youtu.be/KFr6PAD9nrI
Exit mobile version