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क्रिसमस की रात जाग उठा शैतान

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज का अनुभव विशेष इसलिए है क्योंकि यह क्रिसमस से संबंधित है। क्रिसमस पर। इस तरह का पहला अनुभव हम को प्राप्त हुआ है तो चलिए पढ़ते हैं कि आखिर कैसे शैतान क्रिसमस पर जाग उठा था।

नमस्कार गुरु जी, मेरा नाम यतींद्र है मैं रायपुर के राजनांदगांव से आता हूं।

मैं यहां पर लगभग डेढ़ सौ साल पहले घटित हुई एक घटना के विषय में आपको बताना चाहता हूं।

क्रिसमस के अवसर पर मैंने सोचा कि आपको एक सच्चा और छुपा हुआ अनुभव जरूर बताऊं।

यह एक बिल्कुल सत्य बात है, लेकिन समय के साथ यह दब गई।

मेरी पीढ़ी में शायद! दादा के भी दो पीढ़ी पहले के पिताजी जिन्हें शायद परदादा कहा जाएगा।

वह एक वैद्य थे।

और बहुत ही अच्छी चिकित्सा किया करते थे क्योंकि वह आयुर्वेद के बड़े ही अच्छे जानकार थे। यह कहानी हम लोग पीढ़ियों से जानते हैं। लेकिन ऐसी कहानियों को कोई बताता नहीं? क्योंकि? यहां पर अंग्रेजों से ज्यादा शक्तिशाली हमारे हिंदुस्तानी लोग हुए थे। यह कहानी भी अंग्रेजों से ही संबंधित है।

जो मैंने अपनी दादी से सबसे पहले सुनी थी।

अब मैं अपनी कहानी पर आता हूं जो एक सत्य घटना है।

अंग्रेज लोग उस वक्त अपनी अलग ही सोसाइटी बना कर रहा करते थे। वह लोग हम हिंदुस्तानियों के साथ नहीं रहते थे। उनसे उनका कॉलोनी अलग ही होती थी।

एक दिन अचानक से एक अंग्रेज मेरे! दादाजी के दरवाजे पर आया और उसने कहा जल्दी चलो हमारे यहां एक औरत बहुत बीमार है। उसे ठीक करना है। मेरे परदादा ने पूछा- की ऐसी क्या बात हो गई कि अंग्रेज डॉक्टरों को छोड़कर आपको मेरे पास आना पड़ा है? इस पर अंग्रेज अधिकारी ने कहा कि हमारा अंग्रेज डॉक्टर खुद बीमार है। और मैंने जब पता किया तो तुम ही यहां पर एक डॉक्टर हो। जो जड़ी बूटी की सहायता से इन सभी को ठीक किया करते हो?

मेरे परदादा तैयार हो गए और उस अंग्रेज अधिकारी के साथ में रात के समय उस अंग्रेज औरत को देखने के लिए पहुंचे। जब उन्होंने उस अंग्रेज औरत को देखा तो वह बड़बड़ा रही थी और चिल्ला रही थी। वह यह कह रही थी कि वह मेरे बेटे को ले जाएगा।

मेरे परदादा ने सोचा शायद इसे कोई मानसिक बीमारी हो गई है।

इसीलिए उन्होंने कुछ नींद की औषधियां उन्हें दी जिससे वह सो गई। अंग्रेज इससे काफी खुश हुए। लेकिन बात यहां तक सीमित नहीं थी। तभी अंग्रेज बस्ती में भयानक कोलाहल मच गया। चीखने और पुकारने की आवाजें आने लगी।

मेरे दादा और अंग्रेज अधिकारी तुरंत ही वहां से बाहर निकले तो वहां पर कई सारी अंग्रेज औरतें रो रही थी और चिल्लाकर सहायता मांग रही थी।

मेरे परदादा ने कहा। यह क्या है?

तब अंग्रेज अफसर ने बताया कि सारी औरतें आज क्रिसमस को मनाने के लिए। क्रिसमस ट्री के सामने यहां पर उपस्थित थी। मुझे लगता है कोई समस्या हो गई है। अंग्रेज अधिकारी ने पता किया तो? पता चला कि उनके बच्चे गायब हैं तकरीबन 4 बच्चे गायब हो गए थे। जो कहीं नहीं मिल रहे थे। अंग्रेजों में हड़कंप मचा हुआ था। वह सोच रहे थे कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि उनके बच्चे गायब हो गए हैं। उनका सीधा शक गांव वालों पर गया। उन्होंने तुरंत ही अपने सैनिकों को कहा कि गांव में घर घर पर छापेमारी कर पता लगाओ। बच्चे कहां है?

थोड़ी दूर पर एक गांव से बाहर एक व्यक्ति रहा करता था। जो कि एक अच्छा तांत्रिक था।

वो बेचारा बैठा अपनी साधना में माता भैरवी के आगे पूजा कर रहा था। तभी अंग्रेज उसके घर में घुस गए और वहां पर उन्होंने। एक बच्चे को पाया। उस अंग्रेज बच्चे को देखकर अंग्रेजों को बहुत गुस्सा आया और उन्होंने उस तांत्रिक को पकड़ लिया।

उसे उन्होंने खींचकर बाहर निकाला, वह उनसे कहने लगा। कि मैंने कुछ नहीं किया है पर अंग्रेजों को वैसे भी हिंदुस्तानियों की भाषा कहां समझ में आने वाली थी? वह जो कुछ बता रहा था उसकी बात को कोई मान नहीं रहा था। अंग्रेज उस बच्चे को लेकर और उस तांत्रिक को लेकर वापस अपनी सिविल सोसाइटी में आ गए।

वहां पर सभी ने फैसला किया कि इस व्यक्ति को जिंदा लटका दो।

मार दो इसे। इसी ने लगता है बच्चों की बलि चढ़ा दी है। पर ऐसा कुछ भी नहीं था। वह अपनी भाषा में सब कुछ समझाने की कोशिश कर रहा था। पर उसकी बात कोई समझने को तैयार नहीं था। उसे फांसी पर लटकाने के लिए रस्सी मंगाई गई और पेड़ पर इंतजाम कर दिया गया क्योंकि अंग्रेज हिंदुस्तानियों को कुछ भी नहीं समझते थे। उसे मारने की तैयारी हो गई थी।

पर यहां पर कहानी तो कुछ और ही होनी थी। मेरे परदादा भी उस जगह पर पहुंचे। उन्होंने उसके मुंह से निकली बात तुरंत ही अंग्रेज अधिकारियों को बता दी। वह कहने लगे यह कह रहा है कि मैंने तो 4 बच्चों में से एक बच्चे की जान बचा ली है। मैंने उस शैतान से एक बच्चे को छीन लिया है।

और आप लोग मुझे ही जान से मार देना चाहते हैं?

यह सुनकर अंग्रेज आश्चर्य में पड़ गए।

मेरे परदादा ने कहा कि इस व्यक्ति ने अपने सामने से गुजरते हुए एक बड़े से शैतान को देखा था जिसके सिर पर दो सींग भी थे।

सींग धारी बहुत ही शक्तिशाली शैतान चार बच्चों को उठाकर लेकर जा रहा था। लेकिन मैंने माता भैरवी के मंत्रों से उस पर प्रहार किया और वह एक बच्चा छोड़कर बाकी तीन बच्चों को लेकर उड़ गया।

जब यह बातें। वहां पर सभी ने सुनी तो सारी अंग्रेज बिरादरी में शोक सा माहौल हो गया। वह सभी बहुत घबरा गए थे। तभी उनके मुंह से एक शब्द निकलना और वो था krampus।

क्रांपस आखिर क्या था?

इसके बारे में किसी को कुछ भी नहीं पता था। मेरे परदादा ने भी उनसे पूछा। क्या आखिर ये क्रांपस क्या है?

तब उनमें से एक व्यक्ति जो पादरी सा लग रहा था, उसने कहा, यह एक शैतान है। यह शैतान अक्सर क्रिसमस के आसपास आता है।

यही बच्चों को उठाकर ले गया है।

अब कैसे बच्चे बचेंगे?

अंग्रेज औरतें बड़ी जोर से रो रही थी। उन्हें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था क्योंकि शैतान से बच्चों को वापस लाना लगभग असंभव कार्य था। अब सब ने अपनी कोशिशें शुरू कर दी।

पादरी बाइबल पढ़ने लगे। बाकी लोग चारों तरफ ढूंढ कर बच्चों का पता लगाने की कोशिश करने लगे पर बच्चे कहां मिलने वाले थे? सब के सब बड़े ही परेशान हो गए। इधर उधर घूमने लगे लेकिन बच्चे तो कहीं पर भी नहीं दिखाई पड़ रहे थे। तभी उस तांत्रिक के पास अंग्रेज लोग गए। उन्होंने उससे पूछा, क्या कोई तरीका है जिससे तुम बच्चों को बचा सको? उसने कहा। मैं कोशिश कर सकता हूं।

तब अंग्रेजों ने कहा, तुम्हें जो कुछ करना है जिस चीज चीज की आवश्यकता हो, वह सब हम तुम्हें ला करके देंगे। उसके बाद फिर वह तांत्रिक! उसी स्थान पर गया जहां पर उसने उस शैतान को देखा था।

जिस जगह से वह गुजरा था, उस जगह उसके पैरों के निशान बन गए थे उसने वहां से।

पैर के बने निशान की मिट्टी उठाई और उसे माता भैरवी के आगे रख दिया। वह फिर अखंड जाप करने लगा।

लगभग रात के 12:00 बजे का समय था।

और पूरे क्षेत्र में एक अलग सा ही हड़कंप मचा हुआ था। तभी अचानक से वहां पर वह शैतान प्रकट हो गया।

उस शैतान ने तीनों बच्चे नीचे उतार दिए और जोर से चिल्लाने लगा।

उसकी चिल्लाहट से चारों ओर हड़कंप मच गया था। अंग्रेजों ने उस पर कई सारी गोलियां दागी पर उसे कुछ भी नहीं हो रहा था।

लेकिन अंग्रेजों को यह बात समझ में आ गई थी। जिस व्यक्ति की हम लोग बलि देने वाले थे, वह बहुत ही अधिक शक्तिशाली इंसान है। यह कोई विशेष तरह का शक्तिशाली तांत्रिक है जिसके पास सच में माता भैरवी की सिद्धि है। क्योंकि सभी जानते थे कि क्रैंपस को रोकना किसी के लिए भी संभव नहीं था।

यह क्रैंपस बहुत ही शक्तिशाली शैतान था, लेकिन यहां पर यह बंध कर वापस आ गया था। कुछ देर चिल्लाने के बाद उस शैतान ने तीन बच्चों को वहीं पर उतार दिया।

और वहां से! गायब हो गया। सब ने यह नजारा अपनी आंखों से देखा था।

इस तरह से सभी लोगों ने उस तांत्रिक की जय जय कार की और सभी ने। माता भैरवी को धन्यवाद किया। माता भैरवी की कृपा से उस तांत्रिक ने यह चमत्कार दिखाया था।

माता भैरवी 10 महाविद्याओं में आती हैं। जहां मैं रहता हूं, माता भैरवी का एक बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर भी है।

तो गुरु जी यह थी वह विशेष घटना। जिस को अंग्रेजों ने छिपाया और किसी को नहीं बताया क्योंकि इससे उनकी ही बदनामी होती। क्रांपस शैतान वास्तव में आज भी यूरोपीय देशों में जाना जाता है। आप चाहे तो इसके बारे में पता लगा सकते हैं। क्रिसमस का इसे विशेष संबंध है। क्योंकि जैसे हम सैंटा क्लॉस को जानते हैं, वह बच्चों को उपहार देता है। वही क्रैंपस बच्चों को चुराता है।

गुरु जी को प्रणाम और धर्म रहस्य चैनल के सभी दर्शकों को भी प्रणाम!

संदेश – यहां पर इन्होंने क्रिसमस की रात में घटित हुई एक।

चमत्कारिक और शैतानी घटना के विषय में हम लोगों को बताया है। माता भैरवी की शक्ति के आगे कोई शैतान नहीं टिक सकता है। और वही krampus के साथ भी हुआ था।

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