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गाँव की सुंदर लड़की की आत्मा 2 अंतिम भाग

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। अभी तक आपने गांव की सुंदर लड़की की आत्मा भाग 1 में जाना कि किस प्रकार से एक लड़की की मृत्यु हो जाती है और वह लड़की आत्मा बनकर के शायद उस स्थान पर घूम रही है। चलिए पढ़ते इनके पत्र को और जानते हैं कि आखिर इसका वास्तविक रहस्य क्या था?

नमस्कार गुरु जी, यह दूसरा और अंतिम भाग है। यह घटना बहुत ही अधिक प्रसिद्धि हमारे यहां ले ली थी । तांत्रिक के घायल हो जाने की वजह से सारे गांव वाले डर गए थे। तांत्रिक को भी यह बात समझ में नहीं आ रही थी कि आखिर ऐसा क्या कारण है जिसकी वजह से सांड या बैल ने उसके ऊपर हमला किया। वह शक्तिशाली बैल इतना अधिक क्रूर क्यों हुआ? और जिन मंत्रों का उसने अपनी रक्षा के लिए प्रयोग किया था, उसकी रक्षा तो हुई लेकिन स्वयं को घायल होने से वह रोक नहीं पाया। यह बात समझ से परे थी। तांत्रिक ने गांव वालों से कुछ बातचीत की। इसके बाद वह एक स्थान की ओर निकल पड़ा। गांव वाले आपस में बात कर रहे थे। कह रहे थे। तांत्रिक ने कहा है कि वह अपने गुरु के पास जाएगा। गुरु से वार्तालाप करेगा। इस संबंध में और इस रहस्य को जानने की कोशिश करेगा।

कुछ देर बाद वह तांत्रिक अपने गुरु के गुप्त स्थान तक पहुंच गया। अपने गुरु को प्रणाम करने के बाद उसने गांव वालों की सारी समस्या और उसके साथ घटित हुई। सारी घटना के विषय में अपने गुरु को बताया। गुरु ने कहा, क्या जिस मिट्टी को लेने तुम गए थे वह मिट्टी तुम्हारे पास है? इस पर उसने कहा गुरुदेव मैंने मिट्टी तो उठा ली थी। लेकिन? एक बैल के हमले की वजह से वह मिट्टी वही छूट गई। मैं दूर जाकर गिरा। इस पर गुरु ने कहा, कोई बात नहीं। मैं स्वयं उसी स्थान पर जाकर मिट्टी उठाने की कोशिश करूंगा। इसके बाद अगले दिन! तांत्रिक और उनके गुरु गांव में आ चुके थे। तांत्रिक और उनके गुरु दोनों लोगों ने ही गांव वालों को सांत्वना दी। आप लोग परेशान मत होइए, हम लोग इस समस्या का हल अवश्य ही निकालेंगे।

इसके बाद! कुछ मंत्रों से अपने आप को अभिमंत्रित कर दोनों उसे स्थान की ओर चल पड़े जहां उस लड़की को टहलते हुए देखा गया था। बहुत ही दिव्य रहस्यमयी जगह वह बनती जा रही थी। गांव वाले कह रहे थे कि अगर इस लड़की से हमें छुटकारा नहीं मिला तो हम इसकी पूजा करना शुरू कर देंगे। यह बात तांत्रिक और उसके गुरु को भी पता लगी तब उन्होंने कहा कि यह गलत है। जिसकी मृत्यु इस प्रकार से हुई हो उसकी पूजा करना ठीक नहीं है। हमें रहस्य का पता लगाने दो। इसके बाद वह उसी स्थान की ओर पहुंच गए। गांव वाले दूर ही खड़े रहे क्योंकि गांव वालों को इस बात का भय था कि जो तांत्रिक के साथ हुआ वही उनके साथ ना हो जाए। भयभीत होने के कारण गांव वाले वैसे भी उनका पूरी तरह से साथ नहीं दे पा रहे थे। अब बात थी गुरु के साथ में तांत्रिक की उसी स्थान पर जाने की। कुछ देर बाद वह लोग उस स्थान तक पहुंच गए।

जगह का मुआयना करने के बाद। एक बार फिर से तांत्रिक ने वहां मिट्टी उठाने की कोशिश की। जैसे ही उसने मिट्टी उठाई तभी उसके गुरु ने संकेत देते हुए कहा नहीं। मिट्टी को नीचे गिरा दो। तांत्रिक ने मिट्टी नीचे गिरा दी। अपने गुरु से पूछा, गुरुदेव आपने ऐसा क्यों किया? मिट्टी ही तो हमें लेनी है वरना हम कैसे जान पाएंगे की इस जगह पर क्या वास्तविकता है? गुरु ने कहा, आवश्यकता ही नहीं है। सबसे पहले मैं तुम्हें गोपनीय मंत्र बताता हूं। उन्होंने उसके कान में कोई गोपनीय मंत्र बताया। दोनों उस जगह पर खड़े होकर मंत्रों का उच्चारण जोर जोर से करने लगे। गांव वाले दूर से उन्हें देख रहे थे। फिर उसके बाद दोनों ने मिट्टी उठा ली। अपने पात्र में भरी और वापस आने लगे। इस बार भी वह दोनों मंत्र का जाप करते चल रहे थे। एक बार फिर से बैल उछलने लगा। अबकी बार वह कोई दूसरा बैल था। लेकिन आश्चर्य की बात वह इधर उधर दौड़ रहा था लेकिन तांत्रिकों के पास नहीं आ पा रहा था। बैल इधर-उधर दौड़ता रहा।

गांव वाले उसे देख कर डर रहे थे कि कहीं एक बार फिर से यह दोनों पर हमला ना कर दे। पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। तांत्रिक और उनके गुरु अपने गोपनीय स्थान में पहुंच गए और सभी लोगों को सुबह आने के कहा। सुबह के समय जब सब लोग वहां पहुंचे तो सारी बात खुलकर स्पष्ट हो गई। सभी लोगों ने तांत्रिक और उनके गुरु से पूछा कि आखिर यह लड़की के साथ क्या हुआ, इसके संबंध में बताइए। तब उन्होंने सारी बात बताई। उन्होंने कहा इस लड़की ने। गलती से उसी स्थान पर सांप के बच्चों को पैरों से कुचल दिया। जब वह पखाना कर रही थी, उसी दौरान बैठकर करते वक्त उसने ध्यान नहीं दिया और वहां पर सांप के बच्चे कुचले गए। साँप के बच्चों के कुचलने की वजह से। उस स्थान पर क्रोधित होकर नाग देवता ने इस लड़की को मृत्युदंड देने का निर्णय ले लिया।

यहां पर पुराने समय में कभी नाग पूजा होती थी। इसी कारण से यहां पर झाड़ उग आई थी। नाग देवता की पूजा का यह स्थान पवित्र था। कन्या को इस बात का पता नहीं था। उसने गलती से उसी स्थान पर पखाना कर दिया। इसी के कारण नाग देवता क्रोधित हो गए। अभी वह क्रोधित थे ही इसी दौरान उसने अपने पैर से वहां पर स्थित नागों के बच्चे कुचल दिए। इसके कारण से नाग देवता बहुत यदि क्रोधित हो गए, जहां पर भी नाग देवता का वास होता है। उसी स्थान पर अधिकतर नाग और उनके बच्चे आ जाया करते हैं। क्योंकि उन्हें वहां पर की गई पूजा का कुछ फल प्राप्त हो सके और वह अपना उद्धार कर सकें। यहां पर भी वही कारण था जिसकी वजह से नाग और नाग के बच्चे आते रहते थे ।साँपो के छोटे-छोटे बच्चे उसी स्थान पर घूम रहे थे। इसका पेट खराब हुआ इसकी वजह से इसने उन को कुचल दिया।

नाग इससे अत्याधिक क्रोधित हो गया। वहां पर नाग देवता की आत्मा इसके शरीर में प्रवेश कर गई और इसकी मृत्यु हो गई। अब गांव वालों ने पूछा, यह सब तो ठीक है पर उस लड़के की मौत क्यों हो गई? उसके बाद तांत्रिक ने कहा। उस वक्त किसी को पता नहीं था जब वह पखाना कर रही थी तभी उसका प्रेमी! लड़का उसके पास पहुंच गया। वह उसे कहने लगी कि क्या बदतमीजी है? यहां पर क्यों आए हो? तब वो कहने लगा कि देखो तुमने सांप के छोटे-छोटे बच्चे कुचल दिए हैं मैं तुम्हारी रक्षा के लिए आया हूं। देखो यहां पर बड़ा नाग है। जैसे ही उसने नाग को देखा उसने डंडे से उसके सिर पर वार कर उसे मार डाला। यही कारण था जिसकी वजह से नाग ने बाद में उस लड़के से भी बदला लिया। क्योंकि नाग ने इन दोनों को मारा था। इसी कारण से लड़की की आत्मा भटक रही है। उसकी मुक्ति के लिए मुझे नाग देवता की पूजा करनी होगी।

जब मेरे तांत्रिक शिष्य आए तब नाग देवता की आत्मा और शक्ति उस बैल में भी प्रवेश कर गई थी। ताकि वह मिट्टी वहां से ना उठा पाए और इस रहस्य को ना जान पाए। इसी कारण से मेरे शिष्य को भी घायल हो जाना पड़ा। पर मैं जैसे ही वहां पहुंचा, मुझे वहां पर नाग देवता का आभास हुआ।.. आप लोगों से विनम्र निवेदन है कि गांव वाले उस स्थान को सावधानीपूर्वक साफ करें और वहां पर नाग देवता का छोटा सा मंदिर बनवा दे। सभी लोगों ने उनकी बात को माना और उसके बाद कहते हैं उस लड़की की मुक्ति कराई गई। तांत्रिकों ने अपने हवन के द्वारा उस लड़की और उस लड़के की मुक्ति करवा दी। इस प्रकार से उस लड़की की आत्मा को शांति मिल गई जो वहां पर भटक रही थी। साथ ही साथ उस लड़के को भी मुक्ति मिली ।

गांव वालों ने उस स्थान पर जाकर। नागराज का एक छोटा सा मंदिर बनवा दिया। जिसके पास जाकर सब लोग। प्रणाम करते और उनकी पूजा किया करते। आज भी वह मंदिर हमारे गांव में स्थित है। अब लोगों को क्या है वह इन बातों पर यकीन नहीं करेंगे। पर किंतु यह घटना हमारे गांव में घटित हुई जिसकी वजह से 1 मंदिर बना। मैंने आपको बता दी है गुरु जी! अगर आपको? इन सब बातों पर यकीन ना हो तो आप नाग मंदिर जा सकते हैं। प्रणाम गुरुजी! …अगर यह आपको यह पोस्ट पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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