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गांव की दो चुड़ैल सत्य घटना

गांव की दो चुड़ैल सत्य घटना

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग एक ऐसे अनुभव के विषय में जानेंगे जो कि गांव से जुड़ी हुई एक वास्तविक और सत्य घटना पर आधारित है। उसमें हम दो चुड़ैलों को देखते हैं जो कुछ गांव वालों के पीछे पड़ गई थी तो क्या है यह अनुभव चलिए जानते हैं और पढ़ते हैं इस ईमेल पत्र को

नमस्कार गुरु जी मैं आपको एक अनुभव भेजना चाहता हूं। कृपया मेरे बारे में सब कुछ गुप्त रखें। गुरु जी यह बात बहुत समय पहले की है जब मैं 18-19 वर्ष की आयु का था। तब हम गांव में रहते थे और उस समय वहां पर ज्यादा आबादी नहीं होती थी और सभी जगह सफेदा के वृक्ष लगे थे। उस समय वहां पर बहुत से छलावे भी होते थे। लेकिन मैं जो आपको बताने जा रहा हूं, वह कोई छलावे की बात नहीं है। गुरुजी दरअसल हुआ यह कि मैं और मेरे तीन दोस्त को किसी कारणवश दूसरे गांव से अनाज की 5 बोरियां लाने के लिए कहा गया था जिनसे हमें वह बोरियां लानी थी। वह आदमी मेरे पिताजी का मित्र था और हमारे साथ वाले गांव में ही रहता था और मेरे पिताजी के साथ काम किया करता था। उसका गांव हमारे गांव से बिल्कुल पास ही था, लेकिन उसके रास्ते में कच्ची सड़क आती थी, लेकिन एक और रास्ता भी था। और वह पक्की सड़क का था लेकिन दोनों रास्तों के साइड में सफेदा के बहुत ही घने पेड़ लगे हुए थे। हम चारों को उस समय

यानी नई नई जवानी चढ़ी हुई थी और हमें बोरिया लाने को सुबह कहा तो हमने हंसी मजाक में जब शाम कर दी  पिताजी ने घर आकर डांट लगाई तो हम बोरिया लाने शाम को ही दौड़ पड़े। गुरु जी शायद यही हमारी सबसे बड़ी गलती थी। गुरुजी हम ट्रैक्टर पर बोरियां लाने गए, लेकिन उसके पीछे उसकी ट्रॉली नहीं लगाई क्योंकि बोरियां बहुत कम थी और हम पास वाले गांव में ही जा रहे थे। हंसी मजाक करते हुए पहुंच गए। जब हमने मेरे पिताजी के मित्र से बोंरिया ले ली तो उसने हमारी वही! बैठक बिठाई और हमारी अच्छी तरह से मेहमान दारी की और फिर कुछ बातें करने लगा। उसकी बातों में आकर हम रात के 12 बजा चुके थे। हमें पता नहीं चला कि रात के 12 बजे हम वहां से चले हैं। उसने हमें बहुत रोका, लेकिन हम नहीं रुके हम वापस आने लगे। हमने वो बोरियां ट्रैक्टर के पीछे रखी थी तो कुछ।

टिका हुआ पार्ट नीचे वाली बोरी में लग गया और उसमें से गेहूं के कुछ दाने गिरने लगे और थोड़ी देर बाद ज्यादा तेज गिरने लगे। बोरी ढीली पड़ गई और गिर गई उसकी वजह से ऊपर वाली बोरियां भी स्लिप हो के।

गिर गई मैं और मेरे दोस्त ट्रैक्टर से नीचे उतर के बोरिया उठाने लगे कि तभी हमने जोर-जोर से हंसने की आवाज सुनी। तभी ट्रैक्टर के पीछे की तरफ हमने सफेद कपड़ों में दो औरतों को निकलते हुए देखा जो बहुत खुशी से हंस रही थी। एक ने वाइट रंग की फ्रॉक सूट और एक ने गुलाबी ब्राइडल सेट पहना हुआ था और उनकी खूबसूरती इतनी थी कि कामदेव भी मोहित हो जाएं। उनके लंबे लंबे काले बाल थे और हंसी! रुक ही नहीं रही थी। मेरे दोस्त ने मुझे कहा भाई देख कितनी सुंदर है, चल उनसे बात करते हैं। मैं इन सब चीजों को जानता था। मैंने उससे कहा भाई, मेरे दादा जी कहते हैं कि जब रात को ऐसा कुछ दिखाई दे तो यह डायन और चुड़ैल हो सकती हैं। इनकी ओर ध्यान नहीं देना चाहिए, लेकिन वह मेरी बात नहीं मान रहा था। मैंने जबरदस्ती उसे ट्रैक्टर में बिठा लिया और पहले घर की तरफ़ फुल स्पीड में ट्रैक्टर भगाने लगा। लेकिन तभी उन्होंने आंख झपकते ही जैसे छलांग लगा दी और ट्रैक्टर के आगे आ गई। अब ट्रैक्टर के साथ साथ चल रही थी और उनके पाँव उल्टे थे जो हमने यह देखा तो हम सभी कांपने लगे अपने दोस्त से कहा ले भाई अब रोकता हूँ ट्रेक्टर और कर बात अपनी शादी की। मैंने उससे कहा, मैंने कांपते हुए ऐसा कहा, लेकिन फुल स्पीड में ट्रैक्टर आगे नहीं जा रहा था। बस घिसट की आवाज से चल रहा था। उल्टे पैर मारती और जितना आगे जाती उतना ही ट्रैक्टर भी आगे जाता था तभी सामने किसी के घर की दीवार आ गई। हमारी ट्रैक्टर खुद-ब-खुद मुड़ गया और वह दोनों गायब हो गई। तभी एकदम से ट्रैक्टर फुल स्पीड में हो गया और जाकर दीवार से टकराया और उनकी दीवार टूट गई। वह गुस्से से बाहर आए और

उन्होंने बोरिया उठाते हुए पूछा कि क्या हुआ तभी हम ने कांपते हुए सब बात बताई। उन्होंने तरस खाते हुए बोरियां वापस हमारे ट्रेक्टर पर रखी और हम कुछ दूर ही गए थे कि सब चुपचाप और धीरे-धीरे डरते हुए वहां से जा रहे थे। फिर वहां वह आ गई लेकिन तभी हमारी बोरिया एक पुलिस स्टेशन के सामने फिर से गिर गई। पुलिस वाला बाहर आया तो हमने भी सब कुछ बताया और फिर उसने भी हमारे साथ वह बोरियां रख दी। फिर हम इसके बाद बहुत डरते हुए घर पहुंचे और कमरे में मै लेट गया। मेरे दिमाग में उनका चेहरा बिल्कुल साफ याद है, गिरने से गुरु जी मुझे भी चोट आई थी लेकिन ज्यादा नहीं धन्यवाद!

सन्देश- तो देखिए यहां पर इनके जीवन में एक भयंकर घटना के रूप में दो चुड़ैलों से इनका सामना हुआ और उन्होंने देखा बल्कि इनके अन्य मित्रों ने भी उन चुड़ैलों को देखा था। और इस तरह की घटना है रात के 12 बजे के बाद और सुबह 3 बजे से पहले तक ज्यादातर घटित होती हैं। यह बहुत ही विशेष समय है जब

पैशाचिक शक्तियां जाग जाती है। यह वास्तव में उन्हें अपने साथ जोड़ना चाहती थी। उनकी मृत्यु करवाना अथवा उनसे जुड़ कर उनका उपभोग करना। हंसने का उद्देश्य यही था कि वह इन सब से प्रेम से जुड़ जाएं और अगर यह प्रेम से नहीं जुड़े तो इनका एक्सीडेंट करवा कर इन्हें मार दिया जाए और अपने साथ शामिल किया जाए।तो यह था आज का अनुभव अगर आप लोगों को यह वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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