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गुलफाम परी साधना और सावधानियां

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। जैसा कि बहुत लोग डिमांड कर रहे थे कि आप परी साधना पर वीडियो बनाइए तो मैं आप लोगों के लिए आज परी साधना लेकर आऊं और मैंने पहले भी परी साधना की वीडियो बनाई थी परियों की सिद्धि जल्दी हो जाती है पर इसको करने से पहले आपको अपने अंदर की कमियों को दूर कर लेना चाहिए तभी आपकी साधना सफल होती है इसमें सबसे बड़ा है  ब्रहमचर्य शुद्धता मंन की  शुद्धता कर्मों की शुद्धता अगर आप इस प्रकार से शुद्ध है तो आप कोई भी परी साधना सिद्ध कर सकते हैं तो आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आए हूं गुलफाम परी साधना गुलफाम परी की साधना कम दिनों में सिद्ध हो जाती है। यह पत्नी और प्रेमिका के रूप में आपसे सिद्ध होती है और अगर आपकी ऊपर इसकी इनायत हो जाए तो आपको सब कुछ प्रदान कर देती है। इसकी साधना शादीशुदा पुरुष भी कर सकता है और अगर आप इसकी साधना को और प्रभावशाली बनाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले इसके लिए काम देव  को भी सिद्ध  कर लेना चाहिए यानी  कि उनके मंत्रों की भी सिद्धि लेनी चाहिए अगर आप यह करते हैं तो यह आप से और भी आकर्षित हो जाती है और आपको अतिशीघ्र इसकी सिद्धि मिल जाती जिनको सफलता नहीं मिलती है वह बार-बार प्रयास करें क्योंकि परियां शीघ्र प्रसन्ना नहीं होती  इसलिए अगर साधना में और अगर सिद्ध हो जाए तो सब कुछ प्रदान कर देती है। तो सबसे पहले आप एक गुरु कर लीजिए जिन्होंने परी साधना की हो इससे आपकी सफलता की परसेंटेज और बढ़ जाती  है तो सबसे पहले आप योगय  गुरु का चुनाव करिए उसके बाद आप उनसे प्राथना करे परी साधना के लिए परी साधना प्रमाणित होती है और सभी प्रकार के कार्यों को करने में सक्षम होती है और कुछ भी कर सकती है इसका रूप अत्यंत ही सुंदर होता है और इसका शरीर हमेशा सुगंध से महकता रहता है कहते हैं कि जब साधक परी को देखता है तो वह सब कुछ भूल जाता है और परी का दीवाना बन जाता है और जब वह आपको स्पर्श करती हैं तो आपको ऐसा लगता है कि आपको सब कुछ मिल गया पर उनका शरीर थोड़ा सा ठंडा होता आज जब हमारे शरीर को छुती है तो उसका शरीर हल्का सा गरम हो जाता है पर हमारा शरीर गरम ही रहता है साधक को ध्यान रखना चाहिए कि वह कभी भी परी को नाराज ना करें क्योंकि वह आपके सारे कार्य कर सकती है कोई भी शादीशुदा पूर्वी इस साधना को कर सकता है इसमें यही अच्छी बात होती है इस साधना को करने के लिए आपको रात्रि के समय एकांत कमरे में या फिर आप वट वृक्ष के नीचे बैठ कर साधना करें वट वृक्ष बहुत ही उत्तम  माना जाता है इस साधना के लिए अगर आपको वट वृक्ष  नहीं मिलता तो आप उसके डाली तोड़कर ले आइए और अपने घर में रख लीजीए और  जब आप साधना करे तो उसे अपने ऊपर रख कर हीं करे तो इस प्रकार से आप कर सकते हैं यह साधना आप शुक्रवार से शुरु करें और अपने पास मिठाई रखे और चमेली के फूलों की बनी हुई माला भी रखें अपने पास रखें और जब परी आए तो आपको उसको यह माला पहना देना चाहिए या तो उसके शरीर से स्पर्श करा देना चाहिए उसके बाद आप उसके हाथों को चूमते हुए उससे कहिए कि वह आपकी प्रेमिका बने और अपना रिश्ता कायम करें और आपको तीन वचन दे जो हर साधना में जरूरी होता है तो अगर आप ऐसा कर लेंगे तो आपकी हर मनोकामना पूर्ण करेगी तो चलिए जान लेते हैं इसमें क्या-क्या चीजें लगती है  और कितने दिनों तक यह साधना करनी है तो यह साधना सिर्फ और सिर्फ 8 दिनों की है और 8 दिनों में ही आपको सिद्धि मिल जाती है इसमें आपको 786 माला पूरी करनी होगी 786 अंक ईश्वर का अंक माना जाता है इसलिए आपको 8 दिनों में 786 माला पूरी करनी होगी तो इसका कार आप मंत्रों को आपका 8 दिन में 786 माला पूरी हो जाए और अगर आपका माल बीच में छूट जाता है यानि कि कम जाप कर पाते हैं आप 7 दिनों में तो आप आठवें दिन पूरी माला कर सकते हैं 786 आज रोज बराबर की संख्या में इसका जाप करें ताकि ब्रहमांड में यह मंत्र गुंजामान हो सके और आखिरी दिन 786 माला कर लीजिए आपको इसमें सिर्फ 786 माला ही करनी है उससे ज्यादा या कम नहीं  इस साधना से गुलफाम परी आपकी पत्नी बन कर रहती है आपके पास और आपको इसकी सिद्धि के लिए वट वृक्ष के नीचे साधना करनी चाहिए इससे शीघ्र सफलता मिलती है अगर आपके आसपास वट वृक्ष का पेड़ नहीं है तो आप वट वृक्ष की डाली लाकर अपने घर में पूरी तरह से उसके नीचे बैठ कर आप यह साधना करेंगे  आइस बात का ध्यान रखें कि जब तक आप की साधना चल रही है उस कमरे में किसी का भी प्रवेश वर्जित रखें नहीं तो आपकी साधना भंग हो जाएगी इसलिए कहा जाता है कि आप किसी सिद्ध वट वृक्ष के नीचे ही साधना करें जिसकी पुजा नही  होती हो  साधना के लिए आपके पास सफेद रंग का चमकीला कपड़ा होना चाहिए पहने के लिए और सफेद रंग का ही इसमें आसन होगा यानी कि आप सफेद आसन पर बैठकर साधना करेंगे ईसमें माला सफेद हकीक की लेंगे ताकि आप पूरी तरह से सफेद बनकर यह साधना करें मतलब आपका सब कुछ सफेद होना चाहिए इस साधना के लिए और इसमें दिशा पूरब होगी मतलब की आपको पूरब दिशा की ओर मुंह करके साधना करनी होगी वृक्ष जिस भी दिशा में हो आपको अपना मुंह पूरब की ओर ही करके साधना करनी होगी मंत्र जाप आप दाहिने हाथ की अंगूठे और मध्यमा उंगली से  करेंगे और समय इसमें रात्रि के 11:00 बजे का होना चाहिए और आपको इतना ध्यान रखना है कि 8 दिनों में 786 माला हो जानी चाहिए  इसमें आपके लिए आपके पास चमेली के फूलों की माला चमेली की अगरबत्ती चमेली का तेल और चमेली के फूल की ही माला होनी चाहिए  यही माला आप उनको पहनाएंगे और इसमें आपके पास शुद्ध देसी घी से जो बनता है पूरी तरह से शुद्धता से वही आपको इसमें भोग में रखना है श्वेत रंग का यह एक कार की प्रक्रिया हो जाए जैसा कि पीर लोग साधना करके थे साधना  में आपको अपने सर को भी सफेद कपड़े से ढक लेना है यानि कि सब कुछ सफेद होना चाहिए आप एकदम बिल्कुल किसी पीर की तरह बन जाइए साधना काल तक शुक्रवार से शुरु करेंगे और शुक्रवार को ही खत्म करने जाने की आठवी रात करेंगे यानी कि 8 दिनों में आपको यह साधना पूरी करनी होगी  चलिए जान लेते हैं कि इसका मंत्र किस प्रकार से हैं

 मंत्र: गुल्लू गुल्लू गुल्ल गुल्लू मे गुलशन गुलशन मे गुलफाम परी आगच्छ फट्।। 

आपको इसे मंत्र का 786 माला जाप करना है 786 संख्या नहीं 786 माला है इस बात का आपको ध्यान रखना है जैसे ही यह आती है आपको चमोली के फूलों की माला इसके गले में डाल देनी चाहिए और भोग देना चाहिए आज जैसा कि मैंने आपको बताया है और उसकी खुशामद करिए और उससे वचन ले लीजिए  नहीं तो बस वह आपको उसी दिन नजर आएगी और फिर नहीं दिखाई देगी  सफेद पंख धारण किए हुए हाथ में छड़ी लिए हुए  यह बहुत ही खूबसूरत दिखाई देती है इसके कमर पर भी पंख लगे हुए होते हैं  और ईसके   हाथ में चमत्कारिक छड़ी होती है जिससे यहां आपके कार्यों को बनाती है तो चलीए बात करते हैं कि इसमें आपको क्या-क्या सावधानियां बरतनी   आपके कपड़े पूरी तरह से साफ होने चाहिए आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए और पूर्ण रुप से शुद्ध रहना चाहिए    और कम बोलेंगे क्योंकि जितना ज्यादा बोलेंगे उतना ही झूठ निकलता है इससे आपकी ऊर्जा नष्ट हो जाती है  साधना स्थल पूरी तरह से शांत और शुद्ध होना चाहिए अगर वहां पर गंदगी है तो आप वहां पर सफाई करके पोछा लगा दीजीए और पूरी तरह से स्वच्छ कर लीजिए  इसमें एक बात का ध्यान रखेंगे की आपका साधना स्थल शौचालय से पूरी तरह से दूर होना चाहिए नहीं तो इससे गड़बड़ हो सकती है   साधक को मन कर्म वचन से पूरी तरह से शुद्ध होना चाहिए और लाइटिंग जाने के बाद  आप नहा धोकर साफ सुथरे हो जाइए क्योंकि परियां शुद्धता पसंद करती हैं क्योंकि परी और अप्सरा एक ही होती है इसमें आपको चमड़े की चीजों का प्रयोग वर्जित है और अगर आप इतने दिनों में गायत्री मंत्र का जाप करते भी हैं तो आप छोड़ दीजिए साधना का  तक नहीं तो आपको सिद्ध नहीं मिलेगी आपको कमरे में सुगंधित खुशबूदार फूलों का प्रयोग करना चाहिए इसके लिए आपको चमेली के फूल का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि इसमें से खुशबू बहुत आती है अगर चमेली का फूल ना मिले तभी गुलाब का फूल का प्रयोग करें साधना के बाद आपको मिठाई बांटनी चाहिए और लोगों को नजरअंदाज करना चाहिए अगर वह आपको कुछ कहते हैं।   और किसी को पता ना चले दे कि आप साधना कर रहे हैं और इसमें आप लोबान की धूनी दें इस से हर साधना में आपको सफलता मिलती है परी साधना मैं लोबान से कमरे में खुशबू जोरदार आती है और इसमें आप सफेद सूती आसन का ही प्रयोग करेंगे अगर आप इसका प्रकार से करते हैं तो आप को निश्चित रुप से गुलफाम परी की सिद्धि मिलती है  यह बहुत ही खूबसूरत साधना है अगर यहां आपको डराने की कोशिश करती है तो आपको डरना नहीं आपको पूरे कॉन्फिडेंस के साथ इनकी साधना करनी है  और ब्रम्हचर्य नष्ट ना होने दे।  अगर आप यह दोनों चीजें कर लेते हैं तो आप को निश्चित रुप से सफलता मिलती है  यह साधना पूरी तरह से गुप्त रखें और साधना के बाद भी किसी को ना बताए कि आपको इसकी सिद्धि है तभी आप को इसमें सिद्धि मिलेगी तो यह था गुलफाम परी साधना अगर आपको यह पसंद आया है तो धन्यवाद।। 
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