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जमाल खान और असम की जादूगरनियाँ भाग 2

जमाल खान और असम की जादूगरनीया भाग 2

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल में आपका एक बार फिर से स्वागत है । जैसे कि दंत कथाओं और मित  कथाओं की एक संखला चली रही है । जमाल खान और असम की जादूगरनी उनकी कहानी के बारे में जानेंगे । मैं आपको बताऊंगा दूसरे भाग में कि क्या हुआ । जब एक स्त्री जमाल खान को कमरे में ले गई । और उसके बाद से दरवाजा बंद कर लिया । दरवाजा बंद कर लेने के बाद में उसने जमाल खान को कमरे में बैठने को कहा । जमाल खान ने कहा आप कौन हैं इतनी बेताबी से मुझे क्यों यहां ले आई है और आप मुझे कब से देख रही थी और कहां से देख रही थी । तो उस स्त्री ने कहा आप नहीं जानते हो मैं तो आपके आने से पहले ही जानती थी । आप और बहुत सारे ऐसे सैनिक है जो इस कार्य के लिए भेजे गए हैं कि सैनिकों की कमजोरी को पता लगाया जा सके मैं आपकी मदद करूंगी मैं बताऊंगी किस प्रकार आप सैनिकों को जीत सकते हैं और उनकी कमजोरियां भी बताऊंगी । बस शर्त यही है आपको मुझ से विवाह करना होगा मुझसे शादी करनी होगी । यह सुनकर जमाल खान एक बार फिर भौचक्का गया ।

उसको समझ में नहीं आ रहा था लड़की रूपा मिली थी जिसने मुझे शादी का प्रस्ताव भेजा था । दूसरी यह भी वही बात कह रही है । क्या हो रहा है । तो जमाल खान ने कहा मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं । तो फिर उस स्त्री ने बोला क्या मैं सुंदर नहीं हूं आप स्वयं देखिए इस पूरे क्षेत्र में मुझसे ज्यादा सुंदर स्त्री कोई भी नहीं है आप मेरी बात मान जाइए क्योंकि हमें पुरुषों की आवश्यकता है । आप यह बात नहीं समझते हो इसीलिए हम आपको अपने पति के रूप में स्वीकार करना चाहते हैं । आप मुझसे शादी कर लीजिए और मुझे खुश रखिए । मैं आपको ऐसी गोपनीय बातें और चीजें बताऊंगी जिस वजह से आप यहां आए हैं वह कार्य तो संपन्न होगा ही और साथ ही साथ बहुत से ऐसे राज है जो आप जान जाएंगे । लेकिन जमाल खान के लिए यह समझना बड़ा दुर्लभ था उसने जो कहा मैं समझ नहीं पा रहा हूं । मैं क्या करूं । आपसे पहले एक लड़की मुझे मिली थी वह भी मुझसे शादी करना चाहती थी और आप भी मुझसे शादी करना चाहती हो यह सब क्या है ।

और मेरी तो खुद पहले से ही 4 शादियां हो चुकी है मैं शादी नहीं करना चाहता और आप मुझे माफ कीजिए मैं आपसे शादी बिल्कुल नहीं कर सकता हूं । उसकी बात को सुन कर अब वह एक बार फिर से गुस्से में आ गई उसने कहा आपको मुझसे शादी करनी पड़ेगी । मुश्किल में एक पुरुष नजर आया है और मैं बिना शादी के रह जाओ कितने साल हो गए मुझे इंतजार करते करते । जमाल खान एक बार फिर से सोचने लगे आखिर यह स्त्री है कैसी और यह चाह क्या रही है इसके मन में चल क्या रहा है । कुछ नहीं सोचते हुए उन्होंने कहा अब मुझे जाने दीजिए मेरे चलने का समय हो चुका है मैं जाना चाहता हूं । इस स्त्री ने कहा अच्छा ठीक है अगर जाना ही चाहते हो तो ठीक है मैं तुम्हारे लिए एक रस बना देती हूं इसे पी लो पानी की तरह ही है यह । और आपको पीने में अच्छा लगेगा और आपके शरीर में चुस्ती फुर्ती आएगी ।

और आप अपने रास्ते पर जा सकते हो लेकिन मुझे बहुत दुख हो रहा है कि आपने मेरी बात को अनसुना कर दिया । जमाल खान ने कहा ठीक है लाइए पिला दीजिए पिलाने के थोड़ी ही देर बाद जमाल खान के शरीर में बहुत तेजी से हलचल और चिंगारियां सी उसके शरीर में दौड़ने लगी वह बौखला से गए । वह कहने लगे यह क्या तुमने मुझे पिला दिया है कहीं मैं मर ना जाऊं मुझे सारी दुनिया घूमती हुई नजर आ रही है यह क्या हो रहा है । तो फिर उस औरत ने हंसते हुए कहा अभी तो सिर्फ दुनिया ही घूम रही है मैंने तुम पर रूप वशीकरण मंत्र का प्रयोग किया है । अब तुम रूपांतरित हो जाओगे । और मैं तुम्हें अपने पास बकरा बना कर रखूंगी ।क्योंकि तुमने मुझे शादी के लिए मना किया था । और अब मैं तुम से जबरदस्ती शादी करूंगी फिर तुम्हें अपना बना लूंगी अब तुम्हें मुझसे कोई नहीं बचा सकता है । यही कहते-कहते धीरे-धीरे जमाल खान बेहोश हो गया । और जब जमाल खान को होश आया तब उसकी गर्दन में एक रस्सा बंधा हुआ था  जो पेड़ से लगा हुआ था । उसने उठकर जाने की कोशिश की उसे लगा कि उसका रूप शरीर सब बदल चुका है वह एक बकरा बन चुका है ।

उसने पूरी कोशिश की अपनी गर्दन को छुड़ाने के लिए मगर छुड़ा नहीं पाया वह कोशिश करता रहा । वह करता भी क्या आपने खूरो से उसने पेड़ पर तो कई बार लात और मुक्के चलाए । लेकिन कोई फायदा नहीं वह वहां से भाग नहीं सकता । लाचार सा देखता हुआ । सामने बैठी हुई उस औरत को देखने लगा और कहने लगा यह तुमने अच्छा नहीं किया है औरत ने हंसते हुए कहा अभी तो मैंने कुछ किया ही क्या है । मैंने तो तुम्हें सिर्फ अभी रूपांतरित ही किया है रूपांतरित मंत्र का प्रयोग करके आज शाम को देखो मैं क्या करती हूं । शाम को मैं तुम्हें खून से एक्सनहलाऊंगी और उसके बाद मैं तुम्हें चाटूंगी । उसके बाद तुम मेरे वश में कैसे हो जाते हो । अभी इतनी मुसीबत कम ही थी कि ऐसी बात सुनकर जमाल खान का दिमाग और खराब हो गया । अब क्या होगा । रात होती और जब रात का समय हो गया उसकी गर्दन में बंधी रस्सी जो पेड़ से लगी हुई थी । वहां से जमाल खान को खोला और एक चकोर टाइप के आकृति यंत्र उसके बीच में खड़ा करके उसे खूंटे से बांध दिया । उसके बाद उसके चारों तरफ चार मुर्गे रखें ।

और एक-एक करके मुर्गों को काटती चली गई मुर्गो को काटने के बाद उसके खून से पूरे बकरे को नहलाया । जमाल खान बेचारा करता तो क्या करता है । सारी सुध बुध उसकी थी । लेकिन बकरा होने की वजह से मैं बेचारा कर भी क्या सकता था ।अब जमाल खान परेशान होकर सोचने लगा पता नहीं अब यह क्या करेगी । जैसे ही उसने उसके शरीर को रक्त से मल दिया । जमाल खान फिर से आदमी के रूप में आ गया और वहां पर पड़ा रह गया उसके पूरे शरीर पर खून लगा हुआ था । अब वह औरत बड़े ही भयानक रूप में अपनी जीभ से उसके हर अंग पर लगे हुए रक्त को चाटने लगी । पूरे शरीर को जैसे कुत्ते चाटते हैं वैसे ही उसके शरीर को चाटने लगी ।और उसके चाटने की वजह से उसके अंदर भीषण भाव उत्पन्न हो गया । जमाल खान ने कहा यह क्या हो रहा है । वह हंसते हुए कहने लगी कि आज से तुम मेरे पति हो जाओगे और मैं तुम्हारे साथ संबंध बनाऊंगी । फिर दुनिया की कोई ताकत तुमको मुझसे उससे अलग नहीं कर सकेगी । और हां रही बात तुम्हारे रूह की उसे भी तुम्हें मुझे सौंपना पड़ेगा ।

ऐसे सौपोगे डतो अच्छी बात है अगर बिना किसी के दबाव से सौपोगे  तो तुम्हारा भला होगा मै तुम्हे अपना राजा बना के रखूंगी लेकिन अगर तुम ने मुझे रोकाने तो मै तुम्हारा बुरा हाल ऐसा कह कर के उस स्त्री ने उसके शरीर के साथ खेलना शुरू कर दिया लेकिन तभी अचानक से बाहर खट खट की आवाज सुनाई दी अनुसंधान यानी कि उस साधना में विघ्न पड़ने पर वह स्त्री उठी और चुपचाप दरवाजे की तरफ चली गई और यहां का दरवाजा उसने बंद कर दिया ताकि कोई अंदर आ ना सके बाहर जाकर देखती है तो कुछ सैनिक खड़े थे वह कहते हैं क्या तुमने यहां किसी जमाल खान नाम के व्यक्ति को देखा है । स्त्री ने कहा नहीं यहां कोई व्यक्ति नहीं है । मैं यहां चुपचाप बैठकर साधना करती हूं और तुम लोग यहां से चले जाओ नहीं तो मैं तुम्हारा बुरा हाल करूंगी । सैनिक डर गए वो मुगल सैनिक थे । जो अपने साथी को ढूंढते हुए आए थे । इस प्रकार से वहां से चले गए बिचारा जमाल खान अभी भी वहीं पड़ा हुआ था । इस रूपांतरण साधना में विघ्न आने की वजह से  रूपांतरण पूजा उसे फिर से शुरू करना पड़ा फिर से उसने चारों तरफ मुर्गे रखें और एक-एक करके सबको काटती चली गई ।

और अब जैसे ही वह पुरुष रूप में आया संबंध बनाने की जैसे ही कोशिश करने लगी उससे पहले ही सुबह हो गई । सुबह हो जाने की वजह से अब जो दृश्य उसके सामने उपस्थित हुआ । जमाल खान उसको देख कर के भयभीत हो गया । ऐसा उसने कभी सोचा भी नहीं था ।उसके ऊपर बैठी हुई जिस प्रकार वह नग्न है उस प्रकार वह नग्न स्त्री एक बहुत ही बूढ़ी औरत है । जिसकी हड्डियां तक निकली हुई है रंग काला है दिखने में बड़ी भयानक है उसके मुंह से लार गिर रही है । और उसी लार से वह उसे लगातार चाट रही है । और उसके साथ संबंध बनाना चाहती है । ऐसा भयंकर से भयंकर दृश्य देखकर काम भाव की तो बात छोड़िए उसे अपनी मौत नजर आने लगी । अब मरना तय है यह मुझे खा जाएगी मेरे शरीर को चूस जाएगी और इतनी बूढ़ी औरत कौन है । और तब तक वहां पर एक महा पिशाचनी प्रकट हो गई और उसने कहा कि तूने आज देर कर दी ।

मैंने तुझसे कहा था कि इसके साथ जल्दी संबंध बनाकर  इसके बाद इसकी बलि दे देना । ताकि तू मुझे संतुष्ट कर सके और तूने  देर कर दी है देख पूरा दिन निकल आया है । और उस स्त्री ने कहा मुझे क्षमा कर दीजिए । मैं आपकी साधना में पूरी कोशिश कर रही थी कि जल्दी से जल्दी हो जाए लेकिन सैनिक आ गए थे । और उन सैनिकों को समझाने बुझाने में मुझे देरी हो गई इस वजह से यह हमारी साधना में ऐसा हुआ कि हमारा शिकार हमारे हाथ से निकल गया । आज रात में इस कार्य को जरूर संपन्न कर दूंगी । आप चिंता ना करें । आज रात को मैं फिर से अभी यह फिर से बकरा बन जाएगा इसके बाद शाम को मैं फिर से इसके शरीर पर रक्त मलूंगी और उसे चाटूंगी फिर इसके साथ संबंध बना करके इसका मैं वध कर दूंगी । और आपको चढ़ा दूंगी और इसी के साथ बहुत सारी शक्तिया आप मे आ जाएंगी और आपकी शक्तियां बढ़ेगी तो मेरी भी शक्तियां स्वता ही बढ़ जाएंगी ।

इसलिए हे देवी आप मुझसे प्रश्न रहिए इस प्रकार उस महा चुड़ैल को समझाने के बाद उस स्त्री ने उसको आश्वासन देकर शांत करा दिया । यह सब देख जमाल खान भय से पागल हो गया । जमाल खान ने सोचा आज रात उसकी मौत निश्चित है । तभी उसे एक बात याद आई की जब उसे पीर से मिला था तब उसने एक बात बताई थी की तुम यह माला पहन लो कोई ताबीज भरी हुई माला थी । और उसके अंदर कुछ लिखा हुआ था । अगर वह ताबीज और माला मुझे दोबारा से मिल जाए शायद कोई कार्य बन सकता है  या कोई बात बन सकती है । उसने रात को पहले ही बहुत कोशिश है कि तो पता चला कि । उसकी गर्दन में बंधी हुई जो माला थी उसका ताबीज सामने रखा हुआ है । चलते चलते बकरे के रूप में किसी तरह उसने वह ताबीज नीचे गिरा दिया । ताबीज के नीचे गिरते ही उसके शरीर से उस ताबीज का स्पर्श हुआ । तब उसका मानव शरीर फिर से वापस आ गया । मानव शरीर के वापस आते ही उसने तुरंत ताबीज को खोला और उसमें लिखे हुए मंत्रों को पढ़ने लगा वह मंत्र क्या थे । और इस कहानी में आगे क्या होता है यह जानेंगे हम अगले भाग में । धन्यवाद आपका दिन मंगलमय हो ।

जमाल खान और असम की जादूगरनियाँ भाग 3

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