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दिवाली की रात पिशाचिनी या लड़की के साथ भाग 2

दिवाली की रात पिशाचिनी या लड़की के साथ भाग 2

नमस्कार दोस्तों। धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम पिछले भाग को आगे बढ़ाते हुए आगे की कहानी के विषय में जानकारी प्राप्त करते हैं। नमस्कार गुरूजी, आपको मैंने पिछले पत्र में बताया था। कि किस प्रकार उस अघोरी साधु की मृत्यु हो चुकी थी। तो सभी अब घबरा गए। सबने सोचा अब इस परेशानी से कैसे निकले? मेरे एक दोस्त ने कहा। ऐसा करते हैं, हमें कुछ भी करने की आवश्यकता ही नहीं है। इसे यहीं पर छोड़ दो और चुपचाप अपनी बाइक उठाकर। घर चलते हैं। दूसरा बोला। अगर। कि ने हमें लिया तो बहुत बुरी स्थिति हो जाएगी। इसलिए इस लाश यहाँ से हटा देना ज्यादा उपयुक्त है। वैसे भी। कोई ना कोई। कब्रिस्तान में और श्मशान में आता जाता ही रहता है। ऐसे में। समस्या ज्यादा बड़ी न हो इसलिए। आवश्यक है कि अब हम सभी। इस। अघोरी को उठाकर कहीं ऐसे स्थान में। जाकर रख देते हैं। या फिर। इसका अंतिम संस्कार कर देते हैं। ताकि कोई समस्या हमारे जीवन में न आएं।

पुलिस। और प्रशासन। जब इसकी लाश को प्राप्त करेगा? तो कम से कम। हमारे ऊपर कोई इल्ज़ाम तो ना आएगा। वरना आजकल पुलिस। पता लगा ही लेती है। इस बात पर सभी ने कहा, यह बात पूरी तरह सही है। इसी लिए आवश्यक हो जाता है। कि हम। इसकी लाश को उठाएं। ओर बाहर लेकर चले। मैं अपने सभी दोस्तों के साथ। उस अपने मित्र को बुरी तरह डांटते हुए। उसकी लाश को उठाकर ले जाने में मदद करता हूँ। सभी लोग। उसे। एक हाथ एक पैर पकड़कर। उठाकर ले कर जाते हैं। जाते वक्त मैं। अपने दोस्त को दोबारा से बहुत बुरी तरह। डांटता हूँ। उससे कहता हूँ। तुम्हें पता है कि तुमने क्या किया है? हो सकता है इसके मन में पटाखे के जगह किसी शक्ति? ने भयंकर आवाज की। ऐसा। उसे लगा हो जो उसके प्राण लेने के लिए आ रही होगी। इसीलिए। उसका हार्ट अटैक पड़ गया होगा।

ओर इसी वजह से उसकी नाक और मुँह से खून निकल रहा था। इतना ज्यादा डरा कि वह मर ही गया। तब वह कहने लगा यार मैंने तो मजाक किया था। मुझे क्या पता था कि इतना बुरा भी हो सकता है। तो हम सभी उस अघोरी को बाहर लेकर आ गए। हमने। अभी। व्यवस्था ही की थी कि कैसे इसे यहाँ से बाइक में लेकर जाएंगे। हमारा बाइक से उसे लेकर जाने का प्लान। ऐसा था कि बीच में अघोरी को बिठा देंगे। पीछे एक ओर। लड़का बैठेगा और आगे। बाइक चलाने वाला बाइक चलाकर ले जाएगा। ऐसे में किसी का कुछ भी पता नहीं चल पाएगा। के बीच में हम मरा हुआ इंसान लेकर जा रहे हैं। कि तभी। ज़ोर ज़ोर से किसी के पुकारने की आवाज हमें सुनाई देती है। हम सभी बहुत घबरा जाते हैं। सब एक दूसरे का चेहरा देखते हैं। ओर आपस में मशवरा करते हैं। कि जो भी व्यक्ति। चिल्ला रहा। अगर वह इधर आया। और उसने हमे देख लिया। तो बड़ी भारी मुसीबत हो सकती है। ऐसा करो इस अघोरी की लाश को यहाँ पर। छोड़ो और अपनी बाइक। की तरफ दौड़ा। उन्हें छिपाओ। वरना समस्या बढ़ सकती है। इस प्रकार। हम सभी बहुत तेजी से उस ओर दौड़ें। मेरा वही दोस्त। केवल अघोरी के पास। रह गया। उसका कारण यह था। कि अघोरी का हाथ का कडा। और मेरे दोस्त के हाथ की ब्रेसलेट आपस में फंस गए थे। इसकी वजह से। वह उसे छुड़ाने की कोशिश करने लगा। तब तक हम सभी अपनी बाइक्स के पास पहुँच चूके थे। हम लोग। इंतज़ार कर रहे थे। हें। अब हम सभी ने। इस बात को समझ लिया कि अब तो हमारा दोस्त गया लेकिन क्या कर सकते हैं अगर उसकी मदद के लिए अभी गए? तो हम सब भी फंस जाएंगे।

मेरा वह दोस्त पूरी तरह। तड़प रहा था क्योंकि वह बहुत कोशिश करने के बाद भी। उस अघोरी के कड़े से अपनी ब्रेसलेट को नहीं छुड़ा पा रहा था। तभी  हमने जो नजारा देखा, वह और भी ज्यादा आश्चर्यजनक था। हमने देखा एक बहुत सुंदर लड़की। उधर से पुकार ते हुए आ रही थी। आप कहाँ है? आप कहाँ है, आपने तो कहा था? की आप शमशान भूमि में पूजा करने जा रहे हैं। आप कहाँ है? इस तरह वहाँ पर वह लड़की चिल्ला रही थी। और तभी वह मेरे दोस्त और अधूरी को एक साथ देखती है। तेजी से भागते हुए वह अघोरी के पास आ जाती है। और पूछती हैं इन्हें क्या हुआ? आप कौन हैं? तब मेरा वह दोस्त उसे देखता रह जाता है। वह सच में बहुत सुन्दर थी। ऐसी लड़की जो किसी अप्सरा से कम नहीं थी। उसके सामने थी। लड़की दोबारा पूछती है आप कौन हैं? इनके के साथ क्या हुआ? यह लेटे हुए क्यों है? तब मेरा दोस्त कहता है। अरे? ये अंदर से हमें मदद के लिए पुकार रहे थे और हम लोग इनके पास पहुंचे। तो यहाँ नीचे गिर पड़े। मैं अपने दोस्तों के साथ यहाँ से गुजर रहा था इनकी आवाज सुनी तो मदद के लिए इधर आ गया। तब लड़की ने। एक बार फिर से अघोरी को। छूकर देखा। उसका शरीर ठंडा पड़ चुका था। और तब उसने उनकी नाक के ऊपर उँगली रखी। ओर फिर ज़ोर ज़ोर से रोने लगी। अरे ये क्या हुआ? ये कैसे? मर गए।

इन्हें क्या हुआ? ये तो एक। पूजा करने के लिए यहाँ पर आये थे। हे भगवान, ये क्या हुआ? कौन हो तुम? क्या तुमने इनके साथ कुछ बुरा किया है? ऐसा कहना था कि हम सभी तेजी से उस ओर आ गए। हम सबने एक दूसरे के साथ मिलकर यह प्लान बना लिया था कि हम। इस लड़की को समझाएंगे। ताकि हमारा दोस्त फंस ना जाए। वैसे भी ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है जिससे यह स्पष्ट रूप से। सिद्ध किया जा सके कि हमने कुछ किया है। तब हम लोग भी वहाँ पहुँच गए। उस लड़की को जब मैंने और मेरे दोस्तों ने देखा। तो सबने। जैसे किसी खूबसूरत बला को सामने देखा हो। हम सबकी सांसें उसकी सुंदरता से रुक सी गई थी। एक क्षण तो हमारे किसी के भी मुँह से कुछ नहीं निकला। उसी ने कहा, आप सब लोग कौन हैं? ओर इनको क्या हुआ? तब हमने बताया कि यह पुकार रहे थे। और हम इनकी मदद के लिए आए और आप। इस प्रकार बेहोश होकर गिर पड़े है। तो वह कहने लगी, इतनी जानकारी तो मुझे भी है। इनकी मृत्यु हो चुकी है। अभी हमारी शादी को। मुश्किल से 14 दिन ही तो हुए थे। आप उसकी यह बात सुनकर। हम सब के तो सिर ही चकरा गए। की यहाँ इतनी खूबसूरत लड़की और यहाँ अधेड़ उम्र का अघोरी जिसकी न तो शकल है, न सूरत है, इतनी सुन्दर लड़की से कैसे विवाह कर सकता है? हम सब इसी उधेड़बुन में थे कि वह लड़की फिर बोली।

इसे हमारे घर ले चलने में मदद कीजिए। मैं अपने रिश्तेदारों को बता सकूँ। हमारी प्रेम कहानी इतनी छोटी होगी मैंने कभी सोचा भी नहीं था और वह ज़ोर ज़ोर से रोने लगी। तब मेरे दोस्त ने कहा इसकी मदद करनी चाहिए। ओर इस मामले को निपटा लेना चाहिए। इशारे में उसने हम सब से कहा। हम सब भी तैयार हो गए। क्योंकि इस मुसीबत को हमीं लोगों ने जन्म दिया था। ओर। इस मुसीबत से बाहर निकलने का। जो रास्ता था वह इसी मुसीबत से होकर जाता था। इसलिए हम सभी। अघोरी को उसी प्रकार। लेकर उस लड़की के घर जाने लगे। लड़की मेरे दोस्त की बाइक पर ही पीछे बैठी थी। मेरा दोस्त। यह मन में विचार कर रहा था कि यह लड़की अब मेरी जिम्मेदारी है। और सच में यह जिम्मेदारी बढ़ने वाली थी। हम लोग। जब अघोरी के घर पहुंचे तो वहाँ पर गरीबी का एक बड़ा आलम देखा। ना तो वहाँ पर सही से कोई चीज़ व्यवस्थित थी। नहीं कुछ खाने पीने का सामान। और ना ही बाकी चीजें। तो हमने उससे कहा तुम इतनी गरीबी में कैसे रहती हो? तुम्हारी शादी इस अघोरी से कब और कैसे हुई? तब वह कहने लगी। मेरे रिश्तेदार ने मेरी शादी इनसे करवा दी। मेरे तो ना पिता रहे ना माता। सारे लोग मारे जा चूके हैं। ऐसे में। परिवार वालों ने। मेरी शादी इस व्यक्ति से करवा दी। यह व्यक्ति बहुत लालायित था। मुझे देखकर वैसे भी सभी लोग। आकर्षित हो जाते हैं। इसलिए इसने सोने के। 20 सिक्के मेरे रिश्तेदार को दिए थे।

जिससे वह पूरी तरह तैयार हो गया। रिश्ते में वह मेरा मामा लगता है। और वही। मेरी माँ के खत्म होने के बाद मेरे साथ। इस प्रकार। करता है और मेरा विवाह इससे करवा देता है। अघोरी। तांत्रिक साधना करते थे। उन्होंने जब मुझे देखा तो। हाँ। किया है। लड़की कौन है? और तब मेरे मामा ने सारी बात बताकर कहा इसका जीवन में कोई नहीं रह गया। हमारे परिवार पर भी बोझ है। इसका विवाह अच्छी जगह हो जाता। तब अघोरी ने। हाँ, मैं कुमार हूँ अगर तुम्हें उपयुक्त लगे। तो आप इसके साथ मेरी शादी कर सकते हैं? मुझे बड़ी आसानी होगी। तब मेरे मामा ने। कहा था कि। तुम्हारी उम्र और इसकी उम्र में जमीन आसमान का फर्क है। यह। 20-21 वर्ष की लड़की है। ओर तुम। 40-42 वर्ष के। इसलिए हम यहाँ शादी नहीं करेंगे। तब उसने कहा क्या धन लेकर भी नहीं करोगे? और उसने सोने के सिक्के इन्हें दिए। सोने के सिक्कों के कारण मेरे मामा ने शादी के लिए हामी भर दी मेरे पास। कोई और दूसरा चारा नहीं था। आप जीवन में मेरे पास कोई नहीं है। मेरी ज़िंदगी। बर्बाद हो चुकी है। एक पति था। जो अब नहीं रहा। इसकी लाश भी। मुझे ही जलानी पड़ेगी।

मामा, लोगों को जब तक बुलाउंगी तब तक बहुत देर हो जाएगी। मेरा दोस्त उस लड़की को बड़े गौर से देख रहा था। और उसने झट से कहा, कौन कहता है कि तुम्हारा इस जीवन में कोई नहीं है? मैं तुम्हारा साथ दूंगा। मैं तुमसे शादी करूँगा। यह सब सुनकर हम सभी दोस्त। बहुत चक्के रह गए। क्योंकि हमें तो उम्मीद ही नहीं थी कि हमारा ही दोस्त ऐसा कुछ कह सकता है। लेकिन लड़की की सुंदरता के आगे। हम कुछ बोल भी नहीं पा रहे थे। क्योंकि कई के जीवन में। इतनी सुन्दर लड़की मिलना सौभाग्य की बात होती है। लेकिन मैंने अपने उस दोस्त से कहा। पहले इस अधूरी का अंतिम संस्कार किया जाए। और यह तुम्हारी गलती है, इसलिए अगर तुम ऐसा सोचते हो की लड़की से शादी करोगे तो इसमें कोई बुराइ नहीं है, लेकिन इसे धोखा मत देना।

उसने कहा, जब से मैंने इसे देखा है। मैं पूरी तरह इस पर मर मिटा हूँ। इसलिए मैं तो अब इसी से शादी करूँगा। और उसके बाद हम सभी उस अंगूरी को उसी शमशान भूमि में लेकर गए। और वहाँ जाकर उसका अंतिम संस्कार किया। इसके बाद हम जैसे ही। शमशान भूमि से बाहर निकलें। की देखते हैं वहाँ पर पुलिस खड़ी थी। ओर। वहाँ पुलिस तेजी से हमारी ओर आ रही थी। अब हम सीमा। पूरी तरह से फंस चूके थे। मुझे लगा, जरूर। हमारी इन हरकतों को किसी ने देख लिया है। तभी यहाँ पर पुलिस आई है। गुरूजी? इसके बाद उस रात क्या हुआ? हम लोग। आपको बताते हैं। अगले पत्र के माध्यम से। आपका विशेष रूप से धन्यवाद मेरे इस अनुभव को प्रकाशित करने के लिए और दर्शकों को भी धन्यवाद कहता हूँ। तो देखिए यहाँ पर इन्होंने इस अनुभव के आगे की घटना के विषय में बताया है। रहस्य और रोमांच से भरे इस अनुभव के अगले भाग के विषय में जानेगे अगले पत्र के माध्यम से। तो अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है, लाइक करें, शेयर करें, सब्सक्राइब करे आपका दिन मंगलमय हो। जै माँ पराशक्ति।

दिवाली की रात पिशाचिनी या लड़की के साथ भाग 3

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