Site icon Dharam Rahasya

दीपावली माँ लक्ष्मी साधना

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं बात करूंगा दीपावली पर होने वाली माता कमला यानी मां लक्ष्मी की साधना के बारे में इनकी छोटी सी साधना दीपावली पर जरुर करनी चाहिए । इस साधना से धन संपत्ति के मार्ग खुल जाते हैं जब व्यक्ति निर्धन हो जाता है तब उसकी पत्नी उसका पुत्र उस के मित्र उसके सगे संबंधी सब उससे दूर हो जाते हैं और जब उसके पास धन आ जाता है तो यही सभी उसके आगे पीछे घूमने लगते हैं । मां की महिमा तो आप सभी जानते हैं । सारा संसार उनके पीछे किस प्रकार घूमता है भागता है । इसीलिए मां का नाम लक्ष्मी है हर व्यक्ति अपने जीवन में लक्ष्य बनाता है लक्ष्य का अर्थ है लक्ष्मी यानी वह धन प्राप्त करना चाहता है ।

यह जीवन में कोई काम करना होगा तो धन की आवश्यकता होती है कुछ भी करना होगा तो धन की आवश्यकता होती है इसलिए यहां तक भी कहते हैं कि जन्म से मरने तक अगर आपको कफन भी चाहिए तो आपको धन की आवश्यकता होती है ।धन की महिमा इतनी है कि महत्ता इतनी बढ़ चुकी है कि सबको धन माता लक्ष्मी और श्री संपन्न होना हर व्यक्ति की आवश्यकता है । घर में जब महालक्ष्मी का स्थाई निवास होता है । तब अनुकूलता धन के अवसर बनते हैं शत्रु बधाए नष्ट होती हैं और हर जगह उसको जीत मिलती है जो धनी व्यक्ति होता है उसके चारों तरफ सुख संपति ऐश्वर्य ऐसे चक्कर लगाती है । जैसे नाभिक के चारों तरफ इलेक्ट्रॉन प्रोटोन चक्कर लगाते हैं तो इसी तरह जीवन है जो धन संपन्न  व्यक्ति होता है उसके चारों तरफ लोग चक्कर लगाते हैं । जो मां की साधना है हांलाकि वह काफी लंबी चौड़ी है लेकिन मैं आप को दीपावली की मां लक्ष्मी की साधना बता रहा हूं इसके लिए आपके पास श्री यंत्र होना चाहिए ।

आपको माता के श्री यंत्र स्वरुप की पूजा करनी है श्री यंत्र के लिए आप मेरी वेबसाइट धर्म रहस्य पर जो  खरीदनेके लिए उस पर क्लिक करके amazon पर जाकर खरीद सकते हैं या आप खुद भी आपके घर के बगल में जो पंसारी की दुकान है । वहां से श्री यंत्र खरीद सकते हैं श्री यंत्र सभी दुकानों पर मिल जाता है । माता कमला को धन की देवी भी कहा जाता है और 10 महाविद्या में यह श्री त्रिपुर सुंदरी के नाम से भी प्रचलित हैं । समुद्र मंथन के समय  माता कमला महालक्ष्मी प्रकट हुई थी श्री के रूप में उन्हे माना जाता है दोनों एक ही है अगर आपको संसार को जीतना है तो आपके पास श्री होना आवश्यक है । इसलिए इन सबके आगे श्री शब्द जोड़ा जाने लगा है हमारी भारतीय संस्कृति में श्री की इतने महत्वता है कहते हैं कि एक बार जब सभी देवता लोग श्री विहीन हो गए थे तब उनके पास कुछ नहीं बचा था और राक्षसो  ने  उन्हें बहुत ही आसान से पराजित कर दिया था ।

श्री ना होने के कारण । अगर किसी के पास श्री नहीं है तो उसके पास कुछ भी नहीं है । यह भगवान विष्णु की शक्ति मानी जाती हैं मां को प्रसन्न का लेने पर भगवान विष्णु की खुद-ब-खुद प्रसन्न  हो जाते हैं इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए कहते हैं  इन के कारण आप पापों से बचे  रहते हैं कहते हैं कि पापी व्यक्ति वही है जिसके पास धन नहीं है क्योंकि धन ना होने के कारण वह स्वयं ऐसे काम करने लगता है जिससे वह पाप का भागी बना देते हैं । अगर उसे धन नहीं मिलता तो वह गलत काम करने लगता है तो आप समझ सकते हैं कि इसमें श्री महत्वता कितनी है । इसके बिना जीवन जीना संभव नही है खुद ही देखिए की चाहे youtube हो या यह कोई और तरीका भी हो आप देखते हैं कि लोग जीवन में साधना है करते हैं तो केवल श्री लिए क्योंकि बिना श्री के जीवन में कुछ भी नहीं या तो आप पूर्ण समाधि ले लीजिए ।अगर पूर्ण समाधि नहीं लेते हैं तो आपको धन की आवश्यकता हर क्षेत्र में ही पड़ेगी ही ।

धन के लिए आप पर मां की कृपा होना आवश्यक है यह अनिवार्य आवश्यकता होती है यहां पर मैं आप लोगों के लिए दीपावली साधना लेकर आया हूं इसमें जो माता का मंत्र है उसकी साधना के लिए आपके पास क्या क्या होना क्या जरूरी है पहले यही जान लेते हैं । आपके पास सबसे पहले लाल कंबल का आसन होना चाहिए । आप उसी पर बैठकर साधना करेंगे अगर आपके पास वो नहीं है तो तो आप हिरण की खाल ले सकते हैं पर जहां तक मुझे पता है वह सबके पास होना असंभव है इसलिए आप लाल कंबल का ही आसान ले लीजिए और जब आप इस मंत्र के साधना करेंगे । आप सबसे पहले उनके यंत्र को  खरीद लीजिए या  किसी से ले लीजिए या अपने हाथों से खुद ही बना लीजिए ।आप भोजपत्र पर अनार की कलम से अष्ट गंध से श्री यंत्र बना लीजिये अगर आप ऐसा कर लेते हैं तो उसके बाद नहा कर ध्यान के लिए पीले वस्त्र पहनेेेेगे इसमें जब आप पीले वस्त्र पहनेंगे तो ध्यान रखिए कि कपड़ा सिला नहीं होना चाहिए और आप उत्तर दिशा की और मुंह करके साधना करेंगे ।

उसके बाद आप एक पटरी पर पीला कपड़ा बिछा लेंगे और उस पर आप माता लक्ष्मी का चित्र या यंत्र स्थापित करेंगे या तो मूर्ति  के आगे श्री यंत्र स्थापित करेंगे ज्यादातर लोग क्या करते हैं कि मैंने देखा है कि जब लोग माता लक्ष्मी की मूर्ति लेकर आते हैं वह अंदर से खोखली होती है कृपया ऐसी मूर्ति घर में ना लाएं और जिसमें माता बैठी हुई हूं आप वही मूर्ति घर में लेकर आए खड़ी मूर्ति मत लेकर क्योंकि यह माना जाता है कि धन आपके पास जैसे आएगा वैसे ही चला भी जाएगा और अगर आप बैठी हुई मूर्ति लेकर आते हैं तो अब यह प्रतीक माना जाएगा कि माता आपके पास आएंगी और वह स्थापित होकर रह जाएंगी । अगर आप उसी के समीप उन गुरु का चित्र स्थापित करते हैं तो आप उसका भी पंचोंपचार  पूजन करके स्थापना करेंगे ।इसके बाद आप मंत्र से कमला यंत्र जो माता का श्री यंत्र है उसको आप पंचामृत यानी दूध घी दही शक्कर शहद से स्नान करवा कर फिर साफ पानी से धो कर वही माता के पास स्थापित कर देंगे।

वही पर 9 ग्रह की प्रार्थना करेंगे नौ  ग्रह के लिए आपको एक चौकी पर आटे और चावल से उनका प्रतीक बनाना होगा और थोड़े थोड़े दाल रखे इससे नौ ग्रह का प्रतीक बन जाता है । इसके बाद जब आप साधना में बैठेंगे तो आप सुख आसन / पद्मासन की मुद्रा में बैठेंगे या सिंहासन मुद्रा में बैठे आपको इनमे से  जो भी सरल मुद्रा लगे आप उन में बैठ सकते हैं और साधना करेंगे । अगर आप शादीशुदा हैं तो आपके साथ आपकी पत्नी बैठेंगी यानी आप जोड़े में साधना करेंगे और आप दोनों लोग पीले वस्त्र पहनेंगे ।आपकी पत्नी साड़ी पहनेगी पीले रंग की और उसमें कहने  कि आवश्यकता ही नहीं होती की साड़ी सिला ना हो क्योंकि वह एक ही वस्त्र माना जाता है । आप उस दिन पूरी तरह से ब्रहमचर्य का पालन करेंगे पूरे 24 घंटे तक । भोजन पूरी तरह से सात्विक ही लेंगे मां को बिल्कुल भी पसंद नहीं है कि आप उस दिन किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन ग्रहण करें । इसके बाद आपको शुभ समय में बैठकर दीपावली के दिन आपको पता चल जाएगा कि शुभ समय कौन सा है उसी समय आप बैठकर इनकी साधना करेंगे माला में आप तुलसी की माला का प्रयोग कर सकते हैं या तो कमलगट्टे की  करे इन्ही दो मालाओं में से ही आपको प्रयोग करना है। इसके बाद आप दोनों साथ में ही बैठकर जाप करेंगे माता का जो मंत्र है उसकी आपको 51 माला करनी होंगी मंत्र कौन सा होगा जान लीजिए
।।मँत्रः ॐ ऐं श्रीं ह्री क्लीं कमलात्मिके स्वाहा

 इसी मंत्र का आपको जाप करना है अगर आप इसमें न्यास करना चाहते हैं तो  इसकी विधि इस प्रकार से बताई जाती है 
न्यास : ॐ अस्य श्री कमलातमिका मंत्रस्य भृगु ऋषि नित्रुषटछ्ंदसे  श्री कमलातमीका देवता ममृ: सौभाग्य सम्पति प्राप्तयर्थे जपे विनीयोग :।।  जल को छोड़ देंगे और 

ऋषिन्यास : भुगु ऋषि नमः शिरसे : अनुष्टुपछ्ंदसे नमः मुखे श्री  कमलातमीका देवता नमः हृदय विनीयोगाय नमः  सर्वांगे।। 
 इस् प्रकार बहुत सारे न्यास है पर उनको करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि साधना काफी बड़ी हो जाएगी और मुहूर्त भी निकल जाएगा दीपावली को छोटी सी ही साधना होती है और आपको 51 माला करनी होती हैं  इस मंत्र से उसके बाद आप इस यंत्र को अपने पूजा घर में या जहां आपका व्यापार होता हो वहां आप रख लीजिए । उसकी ऊर्जा से आपके कार्यों में सफलता प्राप्ति होगी और हर् दिवाली को इसी प्रकार से करके इस यंत्र को सिद्ध कर लिया करें अच्छा होगा । आप सोने पर यंत्र बनवा लीजिए या फिर चांदी के नहीं तो तांबे के पट्टे पर भी आप बनवा सकते हैं । अगर आपको कहीं नहीं मिल रहा है तो आप ऑनलाइन मंगा लीजिए मैंने आपको बता दिया है कि कैसे मंगवाना श्री यंत्र पर क्लिक करें  amazon से खरीद लेंगे ऑनलाइन तो यह थी महालक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए और उनकी यंत्र की सिद्धि के लिए साधना और दीपावली पूजन इसे माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साथ ही साथ भगवान विष्णु भी प्रसन्न होते हैं क्योंकि यंत्र के माध्यम से भगवान विष्णु की भी शक्तियां आपकी सहायता करती हैं धन्यवाद।। 

श्री यंत्र पर क्लिक करें  amazon से खरीद लेने के लिए यहाँ क्लिक करे

Exit mobile version