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नज़र बाँधने की जादुई 1 दिन की साधना

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं अत्यंत ही गोपनीय प्रयोग जिसका प्रयोग करके आप आप किसी की भी नजर को बांध सकते हैं । नजर बांधने का मतलब होता है कि आप जो देख रहे हो वह सही नहीं है दूसरा व्यक्ति जिसने आपकी नजर बांधी है वह जो चाहेगा आपको दिखा सकता है पर वह सिर्फ एक भ्रम होता है । उच्च कोटि के साधक लोग या फिर नागा साधु, जो बड़े नागा साधु होते हैं उनके पास भी यह विद्या होती है यह एक साबर पद्धति की विद्या है । अगर आप इसको एक बार सिद्ध कर लेते हैं जो आप इसकी सिद्धि से जो चाहे लोगों को दिखा सकते हैं अगर आप किसी व्यक्ति से कह रहे हैं कि ऐसा हो रहा है और उसी समय अगर आप उसकी नजर बांध देते हैं तो उसको वही दिखाई देगा जो हम बोलेंगे पर वास्तव में ऐसा नहीं होता है ।

वह सिर्फ उसका भ्रम होता है मान लीजिए कि मैं कह रहा हूं कि मैं आप लोगों को एक मरा हुआ सांप जिंदा करके दिखाता हूं तो वह सांप जिंदा होकर हवा में उड़ने लगेगा ऐसा सिर्फ लोगों को लगेगा पर वास्तव मे ऐसा कुछ नहीं होता वहां बस आपकी बातों को सुनकर वह भ्रम में आ जाता है पुराने जमाने में जैसे राजा महाराजा लोग होते थे बड़े-बड़े मदारीयो को बुलाते थे मदारी लोग अपना तमाशा दिखाते समय लोगों के नजर बांध देते थे ताकि लोग समझ ना पाए कि यह क्या कर रहा है जो वह बोलता था आप लोगों को वैसा ही दिखाई देता था । यह पुराना जमाने की विद्या है जो आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं और आज में इसका मंत्र आपको बताता हूं इसका मंत्र इस प्रकार से है ।।

मँत्र :ओम काला भैरव धुंधला वाला हाथ खड़ग फूलों की माला  चोसठ योगिनी संग में चाला देखो खोली नजर का ताला राजा राजा ध्यावे  तोही सबकी दृष्टि बांध दे मोहि मैं पूजूं तुमको नीति ध्यावु राजा प्रजा में पाय लगावे भरी अथई सुमिरो तोय मेरा किया सब कुछ होय देखूं भैरव तेरी शक्ति शब्द साचा पिंड काचा फुरो मंत्र ईश्वर वाचा।।

अब आपको करना क्या है किसी भी रविवार को अगर उस रात को पुष्य नक्षत्र होता है या अभिजीत नक्षत्र पड़ जाए तो रात्रि के समय आपको ठीक 12:00 बजे आपको श्मशान में जाना है जहां पर भैरव जी का मंदिर हो, याद रखें अभिजीत नक्षत्र या फिर पुष्य नक्षत्र होना अवश्य चाहिए । पहले पता कर लीजिए कि नक्षत्र कब पड़ रहा है । आपको रात्रि में जाकर इस मंत्र को दस हजार बार पढ़ना है और सूरज निकलने से पहले आपको पूरा पढ़ लेना है। मंत्र काफी बड़ा है इसलिए आप पहले जाप कर सकते हैं कि आप रात्रि के 9:00 बजे ही श्मशान में चले जाऐ और जाप शुरू कर दे और रात्रि के 12:00 बजे समय पुष्य नक्षत्र या अभिजीत नक्षत्र पड़ जाना चाहिए।

आपके ऊपर नक्षत्र का असर पढ़ना चाहिए और आपका सुबह होने से पहले 10,000 जाप पूरा हो जाना चाहिए। एक ही रात में आपका यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा और जब आपको प्रयोग करना हो तब आप एक चुटकी भस्म ले लीजिए यानि अपने पास श्मशान के भस्म को रखना होगा और जब प्रयोग करना होगा तब आप 11 बार पढ़कर इसी भस्म को लोगों के ऊपर फूक मार देंगे ऐसा करने से सब की नजर बंध जाएगी और आप जो लोगों को दिखाना चाहेंगे वही चमत्कार आप दिखा सकते हैं इससे आप लोगों को कुछ भी दिखा सकते हैं, जो भी आप चाहते हैं ।लोगों को वही दिखाई देगा जो आप बोलेंगे बल्कि ऐसा हो नहीं रहा होगा तो आप यह साधना करके लोगों को चमत्कार दिखा सकते हैं अगर आपको यह साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।

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