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नवरात्री में चुड़ैल का घर आना सच्ची घटना भाग 4

नवरात्री में चुड़ैल का घर आना सच्ची घटना भाग 4

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है नवरात्रि में चुड़ैल का घर आना सच्ची घटना यह चौथा भाग में अब हम इनकी पत्र को आगे बढ़ते हुए पढ़ते हैं नमस्कार गुरु जी अब जैसा कि आप जानते हैं की गोली अंग्रेजों ने चला दी थी वह गोली जाकर उसे लड़की को लगी मेरे परदादा बहुत ज्यादा घबरा गए उन्हें चारों तरफ से घेर लिया था वह और भी ज्यादा परेशान हो गोलियों की आवाज आ रही थी उनके सामने कोई विकल्प नहीं बचा पकड़े जाते मार दिया जाता घायल अवस्था में वह लड़की बोली कहां से मुझे उठकर ले चलो एक ऐसे स्थान पर लेकर जाऊंगी एक साधु रहता है तेजस्वी है और उसके पास बहुत सारी सिद्धियां भी हैं इसके अलावा आयुर्वेद का बड़ा अच्छा जानकार भी है वह मुझे बचा सकता है

इसलिए आप जल्दी चले तो वह कहने लगी पहले मुझे सहारा दीजिए और यहां से उत्तर दिशा की ओर तेजी से जंगलों में हुए चलिए और इस प्रकार मेरे उसे अपनी गोदी में उठाया और तेजी से दौड़ने लगे उनके बगल से गोलियां गुजर रही थी उन्हें एक भी गोली नहीं लगी भाग्य ही था इसलिए वह तेजी से आप जंगल में पूरी तरह गुम हो चुके थे अब अंग्रेजों को उन्हें पकड़ने में बहुत मशक्कत होने वाली थी इसलिए वह इन झाड़ियां का फायदा उठाते हुए उस ओर जाने लगे वह लड़की उन्हें लेकर जा रही थी तब उसने कहा इस नदी को पर करो नदी के पर ही उसे साधु के रहने का स्थान है तब उन्होंने कहा ठीक है मैं बहुत जल्दी अब आपकी बात को पूरा कर दूंगा सामने नदी तो गहरी है मैं कैसे इस पार करूं वह कहने लगी आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है बाई तरफ देखिए वहां एक खाली नाव पड़ी है साथ में  चम्पू भी रखा हुआ है इसलिए आप अब उसे पर बिठा दीजिए और इस नाव को चलकर नदी पार कर लीजिए मेरे परदादा ने देखा तो बात बिल्कुल सत्य थी क्योंकि वहां पर सच में एक नाव थी बस उसे नाव में बैठने की देर थी वह

आगे बढ़ गए नदी बहुत ज्यादा गहरी थी नाव के लिए उसे पार करना बहुत छोटी सी बात थी इसलिए वह धीरे-धीरे नदी में आपको ले जाकर पर करने लगे थोड़ी ही देर में नदी का दूसरा तट आ गया सावधानी के साथ उन्होंने उसे घायल लड़की को उठाकर दूसरी ओर ले जाना शुरू कर दिया धीरे-धीरे चलते हुए वह एक कुटिया के सामने पहुंच गए और वहां पर एक साधु, अघोरी साधु ज्यादा लग रहा था यह देखकर वह कहने लगे कहा था यहां पर हमें एक साधु मिलेगा पर यह तो कोई अघोरी साधु लगता है क्योंकि मैं जैसा सुना है बहुत ज्यादा खतरनाक और तामसिक शक्तियों के स्वामी होते हैं इसलिए मुझे तो यहां पर डर लग रहा है उसने कहा आपको डरने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि मैं पहले से जानती हूं मेरी जिम्मेदारी है आपको डरने की कोई भी आवश्यकता नहीं है उसे लड़की को अचरज भरी निगाहों से देखते हुए वह परदादा कहने लगे ठीक है जैसा तुम सही समझो और फिर वह पास पहुंच गए बड़े गौर से एक तक उसे आदमी को देखा जो कि मेरे पर दादा थे लड़की के प्रेम ने दीवाना बना दिया मैं भी कुछ काम का था कहते हुए वह हंसने लगा

तब मेरे परदादा ने उनसे कहा सच में इसे प्रेम करता हूं यह मेरी पत्नी भी है अपनी पत्नी से कौन प्रेम नहीं करता है मैं इसके लिए जान भी दे सकता हूं तब वह साधु हंस कर कहने लगा अगर में वही मांग लूं तो फिर से वह हंसने लगा तब उनकी जान बचाने के लिए मैं कुछ भी करने को तैयार हूं साधु ने कहा अच्छा तो फिर इसे अंदर मेरी कुटिया में ले चल इसे अभी ठीक कर दूंगा वह उसे लेकर कुटिया के अंदर चले गए वह भी अंदर आ गया घाव को देखकर कहने लगा यह ठीक हो जाएगी मेरी विधियां कल अलग तरह की होती है तुम मेरी इस विधि के लिए तैयार हो मेरे परदादा ने कहा आप जो कुछ भी मांगेंगे अगर मेरे वश में हुआ सत्य प्रतिज्ञा करता हूं अवश्य ही यह सुनकर साधु कहने लगा क्या बात है एक संस्कारी पति अपनी पत्नी के लिए कुछ भी कर सकता है परदादी उनकी पत्नी बन चुकी थी उस लड़की ने कहा मैं इन्हें अपना पति मानती हूं मैंने उनके साथ शादी की है इनकी हर समस्या अब मेरी है आप मेरा इलाज कीजिए ताकि उनकी चिंता दूर हो सके

उस तांत्रिक अघोरी ने कहा शर्त के हिसाब से इन्हें शरीर का कम से कम लीटर खून देना होगा खून से तुम्हारा इलाज करूंगा यह सुनकर मेरे परदादा तो आश्चर्य में ही पूरा पड़ गए उन्होंने कहा यह कौन सी विधि है जिसमें खून दिया जाता है वह लड़की भी कहने लगी विश्वास रखिए चमत्कार देख चुकी हूं इनकी सिद्धियाँ ऐसी ही होती है अब यह जैसा कहें वैसा करते जाएगा आपको परेशानी नहीं होगी वह परदादा तांत्रिक अघोरी के साथ बाहर आ गए हरी अपनी आगे एक नरमुंड को रखता है मैं मंत्र पढ़ते जाऊंगा करना है खून टपकेगा और खोपड़ी पर गिराते जाना है यह सुनकर और भी ज्यादा आश्चर्य मेरे परदादा को हो रहा था लेकिन वह करते भी क्या कोई और दूसरा विकल्प भी तो नहीं था इसलिए बात मानने के अलावा के पास कोई और चारा नहीं था तो साधु ने कहा तर्जनी उंगली को काट और खून टपका तब उन्होंने वहां रखे एक चाकू से हल्का सा कट अपनी उंगली पर मारा साधु मंत्र पढ़ रहा था उनके गिरता खून उसे खोपड़ी के ऊपर गिरने लगा और जैसे वह गिर रहा था एक बात तो मेरे पर दादा को विचित्र बात लगी काटने का कोई दर्द नहीं हुआ और खून भी बड़े आराम से गिर रहा है यह कैसा तंत्र है,

उसने कहा दूसरी उंगली कट उससे भी खून इस खोपड़ी पर गिरा और इस प्रकार वह जैसा कहता रहे वैसा परदादा करते रहे फिर उसने कहा छाती को बीच में से काट और वहां से भी खून खून गिरना आवश्यक है तुझे आश्चर्य होगा यह मैं तुझे क्या करवा रहा हूं पर तू खुद देख तेरे शरीर में लगा है खून तो गिर रहा है लेकिन तुझे दर्द जरा सा भी नहीं हो रहा के अलावा यह भी बड़ी बात है तुझे जो प्राप्त होगा उसकी तूने कभी कल्पना भी नहीं की होगी और इस प्रकार उनके कहे अनुसार मेरे परदादा करते रहे मंत्र जाप पूर्ण होते ही वहां पर भयंकर काला कोहरा चारों तरफ छाने लगा इधर की उधर चलने लगी और वह तांत्रिक हंस कर कहने लगा कमाल हो गया सच्चे प्रेमी ने कुछ प्राप्त कर लिया सामने अपनी पत्नी को खड़ा देखते हैं जिसके पास विभिन्न प्रकार की शक्तियां थी मुस्कुराते हुए कहती है

आपने पत्नी को शक्तिशाली बना दिया है आपका बहुत-बहुत धन्यवाद मै आपका पीछा कभी नहीं छोडूंगी प्रियतम हो आपको इतना भोग और सुख प्रदान करूंगी जितना आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा और वह स्त्री इतनी ज्यादा सुंदर हो गई थी कि मेरे पर दादा सिर्फ उसे देख ही रहे थे बोल ही नहीं पा रहे थे की कल्पनाएं सातवाँ आसमान को छू रही थी बात क्या हुआ गुरु जी अगले भाग में मैं आपको बताऊंगा आपको लगा होगा यह सब कोरी कल्पना है पर यह वास्तव में घटित हुआ था आगे की कहानी में सारे साधन लोग समझ पाएंगे गुरु जी आपका विशेष रूप से धन्यवाद देखिए यहां पर इन्होंने की कहानी को बताया है इसके आगे की कहानी के विषय में जानेंगे का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें सब्सक्राइब करें आपका दिन मंगलमय हो जय मां पराशक्ति.

नवरात्री में चुड़ैल का घर आना सच्ची घटना भाग 5

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