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नवविवाहिता भूतनी का आतंक भाग 2

नवविवाहिता भूतनी का आतंक भाग 2

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। नव विवाहिता भूतनी का आतंक भाग 1 में अभी तक आपने जाना। एक ऐसे दो दोस्त एक ऐसी शापित जगह पर जाते हैं। जहां पर उन्हें एक अलग ही तरह का अनुभव होने वाला है। चलिए पढ़ते हैं इनके पत्र को और जानते हैं। आगे के अनुभव के विषय में ।

नमस्कार गुरु जी पिछले पत्र में मैंने जो आपको बताया था, अब उसे आगे बढ़ाते हुए मैं अब आपसे उस घटना के विषय में बताऊंगा जो उस दिन घटित हुई थी। गुरु जी हम लोगों ने कुछ दूर पर एक साड़ी को पड़े हुए देखा। वह साड़ी काफी खूबसूरत लग रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे कि किसी नवविवाहिता स्त्री अपनी साड़ी गलती से उस तालाब के किनारे छोड़ कर चली गई है उसके साथ वहां पर चूड़ी सिंदूर और अन्य सामग्री भी रखी हुई थी। यह सब देख कर मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ। मुझे इस बात की बहुत परेशानी थी कि कहीं गलती से वह आत्मा हम लोगों के पीछे ना पड़ जाए और इस प्रकार की सामग्री यहां पर रखने का मतलब क्या हो सकता है तब मेरे दोस्त ने कहा, देख यार, यहां पर कौन अपने सामान को भूल कर चला गया है। मुझे तो लगता है। यह कोई औरत है जो गलती से यहां आई होगी और अपना सारा सामान छोड़कर चली गई है। गौर से देखने पर उसमें हमें चांदी की दो बड़ी पायल और बाजूबंद मांग टीका। इत्यादि चीजें भी देखने को मिली यह सब देख कर आश्चर्य हो रहा था।

पर मेरे दोस्त ने कहा, भला कोई इस जगह ऐसी चीजें डाल कर क्यों जाएगा। मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है। उसने कहा ऐसा करते हैं। इस जगह का मुआयना करते हैं ताकि हमें पता चल सके। इस स्थान पर अगर कोई आस पास होगा और गलती से अपना यह शादी का सामान छोड़कर चला गया है तो उससे मिला जा सके। तब मैंने उससे कहा ज्यादा देर यहां पर रुकना ठीक नहीं है। हमको घर जाना चाहिए, पर वह नहीं माना। उसने मुझसे कहा यार, तुम कितना डरते हो, माना कि कुछ बातों की वजह से लोग डरने लगते हैं। लेकिन ऐसी जगह पर अगर इस तरह की चीजें मिलती हैं तो हो सकता है। किसी ने किसी व्यक्ति को भूत प्रेत के नाम पर लूटा हो जिसकी वजह से यह सामान यही गिर गया हो। मुझे उसकी बात अब कुछ समझ में आ रही थी। मुझे लगा शायद यह सही भी कह सकता है क्योंकि भूत प्रेत की वजह से लोग डरते हैं और कहीं किसी ने किसी औरत के सारे गहने वस्त्र और आभूषण यहां पर चुराकर तो नहीं गिरा कर चला गया। इसलिए उसकी बात को मानते हुए हम लोग वहां चारों तरफ घूमने लगे लेकिन फिर वहां कोई नहीं मिला हम लोग काफी देर घूमते रहे तभी अचानक से एक विशेष घटना घट गई। हमने देखा कि वहां पर कुछ लोग आ रहे हैं जिनके हाथों में हथियार है तब मुझे लगा शायद मेरा दोस्त सही तो नहीं कह रहा है।

तब मैंने अपने दोस्त को इशारा किया। वह समझ गया। उसने कहा, चाहे किसी की भी चीज हो। हमें उसकी रक्षा करनी ही चाहिए और वह और मैं दोनों जल्दी से उस जगह पर पहुंचे। जहां पर वह बहुत ही सुंदर साड़ी और वस्त्र के साथ अन्य आभूषण मौजूद थे उसको हमने उठाया और चुपचाप वहां से एक कोने से निकलते हुए गांव की तरफ भागने लगे। तब मैंने अपने दोस्त को कहा देखा। मैंने कहा था ना यह जगह खतरनाक है। उसने कहा, तुमने सही कहा था, यह जगह सच में खतरनाक है लेकिन यह भूत की वजह से नहीं बल्कि इन लुटेरों की वजह से है। पता नहीं किस नवविवाहिता स्त्री के यह वस्त्र होंगे और जिन की आवश्यकता उसे होगी लेकिन हम लोग इसे उठाकर भाग कर लेकर चल रहे हैं। मैंने कहा चलो कोई नहीं हम लोग वहां से तो निकल आए। तब हम लोग गांव के किनारे पहुंच चुके थे और फिर आपस में हम दोनों बातें करते रहे। घर भी आ ही गया। मेरे दोस्त का, तब मैंने कहा ठीक है। अब जाओ और आराम करो। तुम्हें परेशान होने की जरूरत अब नहीं है। तब उसने कहा सुनो यार, मैं परेशान नहीं हूं बल्कि मैं यह सोच रहा हूं कि वह बेचारी कौन होगी जिस? के साथ यह दुर्घटना घटी होगी। तब उसने कहा, ऐसा करो यह साड़ी और सामान तुम रख लो तब जैसे ही उसने मुझसे यह बात कही।

मुझे बहुत ज्यादा डर लग गया क्योंकि मैं यह बात जानता था कि ऐसी जगहों की कोई चीज अपने पास नहीं रखनी चाहिए। तब मैंने उससे कहा, मैं तो यह नहीं रखने वाला हूं हो सके तो तुम भी इसे इसी मंदिर वगैरह में जाकर दान में दे दो और इसे अपने पास मत रखना। तब उसने कहा, तुम मूर्ख हो। अगर हम इसे बेचते हैं तो हमारे पास काफी मात्रा में पैसे हो जाएंगे। अब ऐसी चीजों को भला कोई क्यों छोड़ देगा, वह भी सिर्फ भूत प्रेतों के डर की वजह से मैं इसे अब अपने पास ही रख लूंगा। अगर तुम्हें इस में से हिस्सा लेना है तो ठीक है वरना यह सारी चीजें मैं कल जाकर बेच कर आ जाऊंगा और इससे जो पैसे मिलेंगे उससे एक अच्छा कैमरा लूंगा तब मैंने उससे कहा भाई तुझे जो करना है कर लेकिन उस श्रापित तालाब के पास से जो भी चीजें मिली हैं, उनमें से मैं कोई भी अपने पास नहीं रखना चाहूंगा क्योंकि यह सब बुरी शक्तियां भी हो सकती हैं। यह कहकर मैं वहां से अपने घर की ओर चला गया। शाम का मैंने खाना खाया। और आराम! से सो रहा था कि तभी अचानक से मेरे फोन की घंटी बजी। मैंने फोन उठाया तो मेरे दोस्त का ही नंबर था।

मैंने फोन उठाकर कहां हेलो हां भाई क्या बात हुई तब उसने कहा, तुझे यकीन नहीं आएगा। एक औरत मेरे पास आई थी और मुझसे अपने वस्त्र और आभूषण मांग रही थी। तब मैंने उससे कहा, क्या सबूत है कि यह तुम्हारे ही हैं तब उसने कहा, तुम मुझे पहना दो। अगर मुझ पर फिट आ गए तो यह मेरे हैं तब मैंने उससे कहा, तुम मुझे मुर्ख समझती हो। यह कोई बनावट से बनी हुई चीजें नहीं है। यह तो किसी भी स्त्री को फिट आ ही जाएंगी इसलिए! मैं कैसे मान लूं कि यह तुम्हारी चीजें हैं तब उसने कहा ठीक है। तुम मुझे सारे वस्त्र और आभूषण पहना दो और उसने फिर वहां पर अपने वस्त्र उतार कर मुझसे कहा लो इन्हें सब मुझे पहना दो। मैं यह देखकर घबरा गया। तभी मेरे दरवाजे पर खटखटाहट हुई थी। और तब मैंने उस और जाने का फैसला किया। अचानक से वह स्त्री वहां से कहीं गायब हो गई। मुझे कुछ भी समझ में नहीं आया है कि यह सब क्या हुआ है। मैं जब बाहर गया तो देखा मेरी मां खड़ी थी। उन्होंने कहा कि तूने खाना खा लिया है। क्या मैंने उन्हें बताया। हां-हां मैं खाना खा चुका हूं। पर एक औरत अभी अंदर आई थी। क्या वह आपसे मिलकर आई थी तब उन्होंने कहा, मैंने तो किसी औरत को नहीं देखा। तू किस औरत की बात कर रहा है तब मैंने उन्हें कहा, चलिए छोड़िए कोई बात नहीं। मैं वापस कमरे में आया तो मैंने सोचा था कि मैं उससे बात करके।

और सबसे महत्वपूर्ण चीज है कि मैं गहनों के विषय में पूछूंगा कि यह गहने किस ज्वेलर्स से उसने लिए है ताकि मुझे क्लियर पता चल जाए कि यह उसी के हैं या फिर किसी और के हैं तब मैं जब अंदर गया तो वहां तो कोई था ही नहीं सारी चीजें वहां से गायब हो चुकी थी सिवाय एक पायल के पता नहीं। वह पायल शायद इसीलिए छूट गई क्योंकि मैंने उसे दूसरी टेबल पर रख रखा था और बाकी चीजें मैंने एक साथ एक जगह पर रखी हुई थी। जैसे ही मैंने यह सारी बातें सुनी। तब मैंने उससे कहा, सुनो मुझे लगता है कि वह वही नवविवाहिता भूतनी की आत्मा हो सकती है। तब वह यह सुनकर हंसने लगा और उसने कहा, तुम अभी भी उसी तालाब की बातें कह रहे हो तब मैंने कहा नहीं। अगर वह अपने सारे वस्त्र और आभूषण लेकर चली गई है तब तो सब ठीक रहता पर मुझे तुमने अभी बताया कि वह अपनी एक पायल छोड़कर चली गई है। अब आगे जाने क्या होने वाला है। हम नहीं जानते। इसके बाद अगली रात को एक अद्भुत घटना घटी। वह क्या थी, मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा नमस्कार गुरु जी ।

सन्देश- देखिए यहां पर इन्होंने भूतनी के विषय में बताया है। आगे आने वाले भाग से हम इस कहानी के आगे के रहस्य को जानेंगे तो अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

नवविवाहिता भूतनी का आतंक भाग 3

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