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पोस्टमार्टम वाली खुबसूरत चुड़ैल की सच्ची घटना भाग 2

पोस्टमार्टम वाली खुबसूरत चुड़ैल की सच्ची घटना भाग 2

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। पोस्टमार्टम वाली खूबसूरत चुड़ैल की सच्ची घटना इनके ईमेल पत्र को और जानते हैं कि लाश के गायब होने के बाद क्या हुआ था?

नमस्कार गुरु जी!

मुस्लिम व्यापारी ने अंग्रेज अधिकारी से पूछना शुरू कर दिया कि मेरी बेटी की लाश को दे दो तब अंग्रेज अधिकारी ने कहा। अभी पोस्टमार्टम में समय है। इसलिए आप जाइए कल तक मैं आपको आपकी बेटी की लाश आपको सौंप दूंगा। आप परेशान मत होइए क्योंकि इसमें समय लगता है। कुछ विशेष तरह की दवाइयां और इंजेक्शन का इस्तेमाल किया जाता है जिसके कारण से समय लग जाता है। कुछ इंजेक्शन उपलब्ध नहीं थे और इसी वजह से पोस्टमार्टम में कुछ समस्या आ रही है। मुस्लिम व्यापारी और उसका पूरा परिवार वहां खड़े होकर रोने लगता है क्योंकि उनकी परेशानी सच में बड़ी थी। वह यह बात सोच रहे थे कि आखिर उनके जीवन में ऐसा कैसे घटित हो गया है? और ऊपर से जो बेटी। बहुत जल्द दफना देने वाली थी, उसे भी वह दफना नहीं कर पा रहे हैं।

मुस्लिम परिवार तो वहां से चला जाता है लेकिन इस बात से! वहां बड़ा हड़कंप मच जाता है। अंग्रेज अधिकारी बहुत सख्त होते थे अपने किसी भी कार्य के लिए। तो उन्होंने जो। व्यक्ति उस कमरे की निगरानी कर रहा था उसे। चाबुक से कोड़े मारने की सजा सुना दी और उसे तुरंत ही 7 कोड़े लगाए गए।

व्यक्ति कहने लगा। आप साहब मुझे माफ कर दीजिए, पर मैं सच कहता हूं। वह लाश कैसे गायब हुई मुझे कुछ नहीं पता। मैंने तो दरवाजा भी नहीं खोला। आखिर बंद कमरे से बाहर कोई लाश कैसे निकाल सकता है?

इसलिए! आप मुझे माफ कर दीजिए। अंग्रेज अधिकारी आपस में वार्तालाप करने लगे। उन्होंने कहा, यह कैसे घटित हो सकता है जरूर इसके पीछे कोई ना कोई राज है कि तभी मेरे दादाजी बोल पड़े। उन्होंने कहा, मैंने कल पोस्टमार्टम अधिकारी को बताया था कि साहब! यह तंत्र का कार्य है। अधिकतर कुमारी कन्याओं के योनि भाग में। कुछ विशेष तरह की तांत्रिक क्रियाओं द्वारा डाले गए बीज के माध्यम से विभिन्न प्रकार की चुड़ैलों को सिद्ध किया जाता है।

हो सकता है। यह चुड़ैल को सिद्ध करने के लिए किया गया हो और किसी ने आकर के वह लाश फिर से उठा ली हो और लाश को ले जाना आवश्यक हो गया हो। इसीलिए रात में चुपके से कोई ना कोई आया हो और लाश को उठाकर ले गया हो। यह सच में सुनने में बड़ा ही अजीब लगता है, लेकिन ऐसा तो हो चुका था। अंग्रेज अधिकारी ने कहा। वास्तव में तुम हिंदुस्तानी! साधु और सांप के देश में ही रहते हो यहां यही दो चीजें हमेशा से रही हैं इसीलिए पूरी तरह मुर्ख हो।

यह देश कभी तरक्की नहीं कर सकता और हम अंग्रेजों के जूते की नोक पर ही रहने वाला है।

अंग्रेज अधिकारी अंधविश्वास को नहीं मानते थे और उनका कहना था कि वह तंत्र जैसी किसी बात को बिल्कुल भी नहीं मानते हैं तो अब आवश्यकता थी किसी प्रकार के खोजी दल की ताकि।

मुस्लिम व्यापारी और वहां की जनता को शांत किया जा सके। इसके लिए अंग्रेज अधिकारी ने तुरंत ही कुत्ते का एक ग्रुप मंगवाया। इसे डॉग स्क्वायड के नाम से जाना जाता है। यह कुत्ते किसी भी चीज को सूंघकर वहां तक पहुंच जाते हैं। जहां पर वह विशेष व्यक्ति या उसका कोई सामान रह गया हो। इसीलिए आखिरकार इस बात को समझते हुए। उन्होंने कुत्तों की सहायता लेना ही उपयुक्त समझा क्योंकि कुछ बीज अभी भी वहां मौजूद थे। कुत्तों को उसे सुंघा दिया गया। जिससे कुत्ते जहां कहीं भी लाश होगी, वहां तक पहुंच जाएंगे।

शीघ्र ही कुत्तों के साथ में।

सैनिकों की कुछ टुकड़ी को भेज दिया गया। और? कुत्ते तेजी से जंगल की ओर जाने लगे। काफी दूर जाने के बाद अचानक से कुत्ते ने एक जगह जमीन पर पैरों से खुरचना शुरू कर दिया। कुत्तो ने यह दर्शाने की कोशिश की कि यहां पर। कुछ ना कुछ अवश्य है जो उस डेड बॉडी से संबंधित है।

यह बात को समझ कर और सारे कुत्तों ने आकर उस स्थान पर खोदना शुरू कर दिया। अपने पंजों के माध्यम से इसलिए वहां की सेना की टुकड़ी ने अंग्रेज अधिकारी को बुला लिया और उनसे कहा, यहां पर अवश्य ही कोई चीज नीचे मौजूद है। इसलिए आप हमें इस बात के लिए आज्ञा दीजिए कि हम यहां पर खुदाई कर सकें। तो फिर फावड़े इत्यादि लोहे के औजार लेकर आए गए और उन्होंने उस स्थान पर खोदना शुरू कर दिया। मेरे दादाजी वह पोस्टमार्टम अधिकारी। अंग्रेज अधिकारी और उनकी।

पुलिस के बहुत सारे सैनिक वहां पर मौजूद थे। खोदने के थोड़ी देर बाद अंदर! उसी स्त्री की लाश बिल्कुल सुरक्षित अवस्था में दिखाई पड़ी और उसके आगे एक नरमुंड पड़ा हुआ था जैसे कोई स्त्री।

जमीन के अंदर बैठकर तांत्रिक साधना कर रही हो। बिल्कुल वैसी ही अवस्था में वह लड़की बैठी हुई थी।

इस प्रकार उसे देखकर बाकी सारे लोग भी आश्चर्य में आ गए। तब अंग्रेज ने कहा, जरूर किसी तांत्रिक ने इसे वहां से निकालकर यहां पर।

गाड़ दिया होगा। लेकिन मेरे दादाजी ने!

पोस्टमार्टम अधिकारी को कहा।

साहब एक बात को ध्यान दीजिए जब किसी को कहीं गाड़ दिया जाता है तो उसे लिटा कर ही गाड़ा जाता है। यहां पर तो इसे? हिंदुओं की पद्मासन मुद्रा में। रखकर उसके आगे खोपड़ी रखकर। गाड़ा गया है जैसे कि यह कन्या कोई तांत्रिक साधना कर रही हो?

यह सब जरूर किसी बड़े तांत्रिक का काम है। हमें सावधानी रखनी चाहिए। अंग्रेज अधिकारी दोबारा से हंसने लगा।

और वह और पोस्टमार्टम अधिकारी हंसते हुए कहने लगे। इन सब अंधविश्वासों को तुम लोग मानते होंगे। हम लोग इन चीजों को नहीं मानते हैं। हम लोग केवल साइंस में विश्वास रखते हैं।

चलो इस लाश को ले चलो। और फिर? वहां पुलिस के सैनिकों ने उस लाश को उठाकर वापस लेकर आ गए। फिर से पोस्टमार्टम स्थल पर और मेरे दादाजी और वह अंग्रेज अधिकारी!

साथ में पोस्टमार्टम अधिकारी तीनों उस कमरे के अंदर मौजूद थे। तब पोस्टमार्टम अधिकारी ने कहा।

सर मैं एक बात कहना चाहता हूं।

यह मेरा असिस्टेंट सही बोल रहा है। यहां पर तंत्र का विशेष रूप से प्रयोग किया गया है। और पिछली बार जब हम लोग इस लाश की।

पोस्टमार्टम कर रहे थे तो उस वक्त इस लाश की योनि को सुई से सिंला गया था। इस प्रकार से ले जाने के कारण मैंने जब उसे काटा तो योनि का मुंह खुल गया। तब इसके अंदर बीज मिले थे।

आइए मैं आपको दिखाता हूं।

अवश्य ही मेरे काटे गए स्थान का निशान भी मौजूद होगा और फिर जो अंग्रेज अधिकारी और पोस्टमार्टम अधिकारी ने देखा सच में वह तो स्तब्ध कर देने वाला था क्योंकि जब उन्होंने उस लाश को दोबारा से खोला तो एक बार फिर से योनि वैसी ही सिली हुई थी जैसे कि पहले थी।

और अंग्रेज! अधिकारी ने कहा, जैसा कि तुमने बताया था पर यहां पर तो वैसा कुछ दिखाई नहीं दे रहा। तब पोस्टमार्टम अधिकारी ने कहा, अरे मैं सत्य कह रहा हूं। सच में इसके योनि भाग को मैंने काट कर खोल दिया था या तो फिर से सिल दिया गया है। शायद यह विशेष तरह का तांत्रिक कार्य यहां के तांत्रिक करते होंगे और मुझे अब तो यह यकीन है कि अगर मैं इसे काट कर फिर से खोलूंगा तो इसके अंदर से बीज अवश्य ही दिखाई देंगे।

देखिए मैं आपको दिखाता हूं और जब अंग्रेज पोस्टमार्टम अधिकारी ने। अंग्रेज अफसर के सामने। उसे! दिखाया तो सच में उसके अंदर फिर से 18 बीच मौजूद थे।

इन बीजों को क्यों डाला जाता था, कोई नहीं जानता था? लेकिन इस बात से अंग्रेज अधिकारी भी!

आशंकित हो गया। और कहने लगा यह कैसा तंत्र है?

सबसे बड़ी बात तो पोस्टमार्टम अधिकारी अपना सर पकड़ कर कहने लगा। आज तक मैंने ऐसा कुछ नहीं देखा है। यह पहली बार है कि अगर किसी के शरीर को काट दिया जाए।  वहां दोबारा से बिल्कुल! अच्छी प्रकार से। वैसी ही अवस्था को कैसे प्राप्त कर सकता है। कुछ ना कुछ तो निशान होने आवश्यक होते हैं। पर यहां तो लगता है कि इस लाश को पहली बार लाया गया है। यह सुनकर! अंग्रेज अधिकारी भी सोच में पड़ गया। तक मेरे दादाजी ने कहा, मुझे लगता है हमें इस लाश के।

मूल कारण को समझना चाहिए। क्योंकि जो तांत्रिक है। अवश्य ही! अगर उस तक खबर पहुंच गई होगी तो इस लाश को दुबारा लेने के लिए जरूर आएगा।

और हमें इस बात के लिए तैयार रहना चाहिए।

तब अंग्रेज अधिकारी ने कहा, बिल्कुल सही कहा तुमने? अबकी बार! वह!

बिल्कुल नहीं बचेगा। मैं उसे पकड़ कर खुद सौ कोड़े मारूंगा।

मरी हुई एक लड़की की लाश के साथ ऐसा करता है। यह तो शैतान का बेटा है।

यह बात धीरे-धीरे चर्च तक भी पहुंच गई थी। और चर्च के कई पादरी भी वहां आ गए। वह कहने लगे यह तो शैतानी कार्य है। और यहां पर? जरूर कुछ बुरा हो जाएगा इसलिए जितनी जल्दी हो सके उस।

मुसलमान व्यापारी को बुला लो।

चर्च के पादरियों के कहने की वजह से जल्दी ही अंग्रेज अधिकारियों ने। उस लड़की के मां-बाप को बुला लिया। मुस्लिम व्यापारी काफी धनी था। इसी वजह से समाज में उसका वर्चस्व काफी बड़ा था। तो वह अपनी बेटी को लेकर वापस चला गया और घर में उनके मातम छाया हुआ था।

अंग्रेज इस बात का पता लगाने में जुटे हुए थे कि कौन यह सब कुछ कर रहा है? और इधर वह मुस्लिम व्यापारी और उसका परिवार पास के ही एक कब्रिस्तान में उस लड़की की आखिरी यात्रा में उसे दफनाने के लिए। अपने परिवार के और मित्रों को साथ लेकर निकल जाते हैं। कुछ देर बाद वहां उस लड़की की लाश को दफना दिया जाता है।

और सभी लोग घर वापस आ जाते हैं। अगले दिन?

एक बार फिर से बड़ी विचित्र बात घटित होती है।

मुस्लिम व्यापारी और उसके साथ कई सारे लोग फिर से। अंग्रेजी अफसर के पास पहुंचते हैं।

अंग्रेज अफसर उन्हें देखकर कहता है। क्या हुआ कल तो मैंने तुम्हारी बेटी की लाश तुम्हें सौंप दी थी?

तब वह! कहता है आपको मेरे साथ चलना चाहिए। और मुस्लिम व्यापारी अंग्रेज अधिकारी और कुछ!

पुलिस!

कॉन्स्टेबल के साथ।

उसे उस श्मशान भूमि में जिस कब्रिस्तान में उसे दफनाया गया था लेकर जाता है।

और वहां पर? पूरी की पूरी कब्र खुली हुई थी?

कल जिस जगह पर उस लड़की को दफनाया गया था आज वहां पर।

खोदा गया था और लड़की की लाश वहां से गायब थी।

अंग्रेज अधिकारी ने दोबारा अपना सिर पकड़ लिया और उसने एक बार फिर से कुत्तों की। पूरी डॉग स्क्वायड को बुला लिया और जंगल में उन कुत्तों को छोड़ दिया गया।

कुछ देर बाद। कुछ कुत्ते एक स्थान पर जाकर खोजने लगे।

कि तभी उनमें से दो कुत्ते अपने आप अचेत होकर गिर पड़े और उनके मुंह से खून निकलने लगा। उनकी वहीं पर तड़प तड़प कर मृत्यु हो गई। यह बात जब अंग्रेज अधिकारी को पता लगी। तब उसने तुरंत मेरे दादाजी को बुलाया और पूछा क्या जानते हो तुम इस भयानक तंत्र के बारे में?

इसके बाद क्या हुआ गुरुजी अगले पत्र के माध्यम से आपको बताऊंगा? आपका विशेष रूप से धन्यवाद मेरे इस कहानी को प्रकाशित करने के लिए।

तो देखिए यहां पर इन्होंने। इस घटना के विषय में बताया है। अगले पत्र के माध्यम से आगे की कहानी को जानेंगे। अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें सब्सक्राइब करें आपका दिन मंगलमय हो जय मां पराशक्ति।

पोस्टमार्टम वाली खुबसूरत चुड़ैल की सच्ची घटना भाग 3

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