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बलाका योगिनी साधना

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं फिर से आप लोगों के लिए एक विशेष प्रकार की योगिनी लेकर आया हूं । आज आप लोगों के लिए लेकर आया हूं एक साधना जो कि बलाका कामसेविता नाम से जानी जाती है बलाका का अर्थ होता है बगुला, यानी कि यह बगुला शक्ति का प्रतीक है । योगिनी विभिन्न रुपों में रहा करती है कभी वानरी कभी कुमारी कभी वैष्णवी शक्तियों के रुप धारण करती है । जैसी शक्ति होती है वैसा ही वह रूप धारण करती है। यह जो देवी है इनका विवरण बहुत ही कम मिलता है यह बगुला शक्ति के रूप में दिखाई पड़ती हैं ।

तालाब के किनारे यह शक्ति पाई जाती है इनको हम बगुला शक्ति के रूप में जानते हैं और मानते हैं और इस रुप में इनकी पूजा और साधना करते हैं । इनकी साधना बहुत ही तीक्ष्ण होती है और इनकी साधना से व्यक्ति मे विशेष प्रकार की शक्ति आती है जैसे बगुला अपने लक्ष्य को भेदता है । वह उसी प्रकार शांत बैठा रहता हैं और जब मछली आती है तब वह उस पर शीघ्र अति शीघ्र हमला करके अपनी चोंच में दबोच लेता है ऐसा कोई जीव नहीं जो इतनी शीघ्र हमला करें। यह बगुला शक्ति की प्रतीक है । यह बहुत ही तीव्र हैं और इसी तीव्रता के साथ इनकी साधना भी की जाती है । बगुला शक्ति की यह प्रतीक है इनकी साधना के लिए साधक को जितेंद्रिय होना पड़ता है सिद्ध योगिनी के नाम से इनको जाना जाता है और तंत्र इनका विशेष स्थान भी है ।

जो विशेष प्रकार के तीक्ष्ण प्रयोग है उनको करने और करवाने की क्षमता इनके पास है इनकी साधना से गूढ़ से गूढ़ रहस्य को जानने गुप्त से गुप्त योजनाओं की बनाने की क्षमता आती है आप शत्रुओं पर विजय और हर प्रकार के काले जादू से देवी रक्षा करती है । तंत्र जगत में इसका प्रयोग अपने शत्रु पर किया जाए तो वह उसी प्रकार मारे जाते है जैसे मछली मारी जाती है । यह उसी तीव्रता के साथ अपना काम करती है क्योंकि योगिनीयो का संबंध काली कुल से है इसलिए जो भी व्यक्ति इनकी साधना करता है, देवी उसे तंत्र जगत में निपुण पारंगत बना देती है । कामनाओं को पूरी करती है और माता पार्वती के सेवा में होने से इन पर माता की कृपा बनी रहती हैं । उस कृपा के कारण इनमें शक्ति आती रहती हैं यह माता पार्वती की तरह ही आपकी रक्षा सुरक्षा करती है । और सहचरियो के रूप में निवास करती है । यहां पर जानने वाले बात दिया है कि यह आपको भी बगुला शक्ति प्रदान करती यह तो मै खुद भी नहीं जानता कि बगुला शक्ति क्या है और इनका सामर्थ्य और विशेष शक्तियां क्या है पर ग्रंथों और आध्यात्मिक ज्ञान से पता चलता कि इनकी साधना से आप में तीव्रता और धैर्य सामर्थ्य प्राप्त होता है ।

आप शांति से बैठे रहते हैं और तीव्रता के साथ अपने लक्ष्य को भेद देते हैं ऐसा दूसरा व्यक्ति नहीं कर पाता यह आपके अंदर ऐसी बुद्धि प्रदान करती हैं कि आप हर क्षेत्र में विजय होते है आप कोई भी काम कर सकते हैं और बहुत ही तीव्रता के साथ कर सकते हैं । लोक कल्याण के गुण आपके अंदर आ जाते हैं लेकिन योगिनी साधना से आप किसी भी प्रकार का गलत काम न करें इससे योगिनी क्रोधित हो जाती हैं । योगिनी 41 दिन में सिद्ध हो जाती हैं और इनकी सिद्धि भी बहुत ही जल्दी हो जाती है । यह आपको किस प्रकार की सिद्धि प्रधान करेंगी यह आप इनकी साधना करके ही जान सकते हैं । इनकी साधना में आपको गलती नहीं करनी । आप किसी योगय गुुुरु  से इसकी दीक्षा ले लीजिए । जिन्होंने योगिनी साधना की और जो मैं आपको मंत्र बताऊंगा निश्चित रूप से उसका प्रभाव पड़ता है और सफलता मिलती है ।

इनको आप पत्नी या प्रेमिका के रूप में भी सिद्ध कर सकते हैं क्योंकि इनका स्वभाव है प्रेम देना क्योंकि यह काम सेविता के नाम से भी जानी जाती है और इनके अंदर काम शक्ति का भी वास होता है । आप इनको माता और बहन के रूप में भी सिद्ध कर सकते हैं । तब यह आपको उत्तम पत्नी या प्रेमिका प्रदान करेंगी । आप  इनको चाहे माता बनाइए, पत्नी बनाइए, प्रेमिका बनाइए  लेकिन आप स्वयं जितेंद्रयीय बने रहे तभी आपको इनकी कृपा मिलती है । गृहस्थ  जीवन आपका सुखमय हो जाता है । लेकिन आध्यात्म से व्यक्ति थोड़ा सा भटक सकता है इस बात का ध्यान रखना चाहिए । इसके लिए सबसे पहले आप एक चक्र बनाएंगे और उसके अंदर आप एक लाल रंग का फूल रखेंगे और उसके ऊपर इन देवी का प्रतिमा या चित्र  स्थापित करेंगे ।आप लाल कपड़े के ऊपर इनको स्थापित करेंगे ठीक वैसे ही जैसे किसी मूर्ति को स्थापित किया जाता है या फोटो को स्थापित किया जाता है । अब आप पूछेंगे कि फोटो में क्या रख सकते हैं -दो हाथ वाली देवी की फोटो रख सकते हैं या एक बगुले का फोटो होता है आप उसे ले आइए और उसी के अंदर आप एक देवी का चित्र बना दीजिए या चिपका दीजीए । उसके बाद आप क्या करेंगे सबसे पहले  गणेश पूजन फिर गुरु पूजन फिर गुरु मंत्र की एक माला और उसके बाद एक मंत्र है उसकी एक माला करनी होगी 
मँत्रः ॐ रं रुद्र सिद्वेशवराय नमः।। कुमकुम अक्षत आप इस मंत्र  को बोलते हुए आप उनकी फोटो पर चढाएंगे और बोलेंगे ॐरंग सिद्धेश्वरी नमः ॐ क्रिं योगिनी रुपाय नमः  ॐ योनीरुपाय नमः शक्ति रुपाय नमः इस प्रकार से आप इस मंत्र को जपेगे । इसके बाद अब जब आप साधना के लिए तैयार हो जाएंगे इन सारे मंत्र को कर लेंगे तब आपको इनके मूल मंत्र पर आना होगा तो चलिये मैं आप लोगों को बता देता हूं कि इनका मूल मंत्र किस प्रकार से आपको जपना है ।

मूल मँत्रः ॐ ऐं हृलृ श्रलृ श्री बलाका काम सेविता स्वाहा ।। 

इस मंत्र का आपको 41 मांला जाप करना है 41 दिनों में यह साधना पूरी होगी । अब इसके लिए आपको स्थान कौन सा चयन करना है उसके बारे में बात करते हैं घर पर यह साधना नहीं होगी । विशेष तौर पर मैं आपको बता देता हूं किसी तालाब के किनारे आपको एक स्थान चुनना होगा और  फिर वहा कोई चौखट हो या आप एक पटरा ले लीजिए और उसी के ऊपर या सारी चीजें रखकर चित्र वगैरह, आपको वहीं पर साधना करनी होगी । यह साधना आप चाहें तो रात्रि के अंतिम पहर से सूरज निकलने तक कर सकते हैं । 41 माला आपको करनी है यानि रात को 3:00 बजे से आप यह साधना कर सकते हैं और सुबह तक यह साधना का चलेगी, जब तक आपका 41 माला पूरा नहीं हो जाए ।

आप मंत्र जाप के लिए सफेद हकीक की माला ले लीजिए और सफेद वस्त्र को धारण कर लीजिए सफेद आसन पर बैठकर ही आपको साधना करनी होती है । जैसे बगुला होती है तंत्र साधना में  आपको एक बगुला पकड़ लाना है और उसी की आपको सेवा सत्कार करनी होगी और उसी पर आप मंत्र पढ़कर फूंकते जाइए और उसमें अद्भुद शक्ति का आ जाएंगी और वह आपका गुलाम हो जाएगा । जो भी आप काम कहेंगे वह तुरंत कर देगा । हो सकता है पूर्ण सिद्धि हो जाने के बाद देवी की शक्ति उसी बगुले में समा जाए और वह आपका सारा कार्य करने लगे । यह एक दुर्लभ साधना है इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलती है और अगर मिलती भी है तो वह गोपनीय रखी जाती है । मैं फिर भी आप लोगों के लिए निकाल कर लाया हूं । यह साधना द्वारा पुराने जमाने में बंगुलो को भेज दिया जाता था वो पूरी सेना का नाश कर सकते थे । किसी का बुरा भी कर सकते थे । किसी का अच्छा भी कर सकते थे और सब कुछ देख कर भी आ सकते थे ।

इनके अंदर शक्तियां आ जाती थी । तो इस प्रकार से आप देवी की साधना उपासना कर सकते हैं । अगर आपको योग्य गुरु मिल जाए तो आप इनकी साधना अवश्य करिए क्योंकि इनकी साधना से सिद्धि मिलना संभव है । योगिनी साधना में सिद्धि जल्दी मिलती है पर इसमें गलती बिल्कुल मत करिए अगर आप गलती करते हैं तो यह शक्तियां नाराज हो जाती हैं आपसे । इसके लिए अच्छा यही है कि आपने 1 साल तक भगवान शिव या माता की साधना की हो तभी आप इस साधना में हाथ डालिए ताकि अगर आपको सफलता ना ही मिले तो भी आपको इसका दुष्परिणाम देखने को ना मिले । ज्यादातर देखते हैं कि भैरव साधक, शिव साधक, शक्ति साधक अगर योगिनी साधना में हाथ डालते हैं तो उन्हें किसी न किसी रूप में सफलता अवश्य मिलती है । यह एक गोपनीय साधना है तो इसलिए इस तरह की बात करते हैं । अब बगुला क्या-क्या कर सकता है यह तो मैं आपको नहीं बता सकता यह तो आपको इसकी सिद्धि करने के बाद ही पता चलेगा लेकिन जो थोड़ा बहुत विवरण मुझे मिला है वही सब कुछ मैंने आप लोगों को बता दिया है धन्यवाद।।

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