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मधुमती योगिनी साधना अनुभव 3 अंतिम भाग

मधुमती योगिनी साधना अनुभव 3 अंतिम भाग

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। मधुमती योगिनी साधना, अनुभव भाग 3 यह आखिरी भाग है। तो चलिए आगे के इस पत्र को बढ़ाते हुए जानेंगे कि आखिर इनके साथ आगे क्या घटित हुआ था? जैसा कि हम लोग जानते हैं पिछली बार वह लड़की से जब यह मिलने गए तो उसने तो इन्हें पूरी तरह से नकार दिया था और बिल्कुल भी इस बात के लिए वह तैयार नहीं थी कि आखिर वह इसे अस्वीकार क्यूँ कर रही थी और पहचान भी नहीं पा रही थी तो आगे जब इस तरह की बातें इन्होंने सुनी। उस लड़की से कहा, क्या तुम्हें किसी ने डराया धमकाया है तो वह कहने लगी। बिल्कुल भी नहीं। यह बिल्कुल गलत बात है और तब इसने जाकर उस लड़की का हाथ पकड़ लिया। लड़की एकदम से घबरा गई और बहुत जोर जोर से चिल्लाने लगी। गांव के लोग दौड़कर उधर आने लगे तो लड़के को कुछ समझ में नहीं आया और वह वहां से भाग गया। अब जंगल में वह इधर-उधर भटकने लगा। वह उस नवविवाहिता लड़की के पास भी नहीं जाना चाहता था तो वहां एक जगह पर रुक गया और सोच और विचार करने लगा कि तभी वहां पर एक बूढ़ी औरत आई और वह कहने लगी। तू जिस परेशानी में है मैं हल कर सकती हूं। लेकिन तुझे वचन देना होगा? तो यह कहने लगा। आप कौन हैं तो वह कहने लगी। मैं बहुत बड़ी सिद्धा हूं और तेरी हर परेशानी को आज समाप्त कर दूंगी। लेकिन तुझे वचन देना होगा कि जो भी तू निर्णय लेगा उसे तुझे स्वीकार भी करना होगा। पहले मुझे वचन दे तो वह कहने लगा। मैं इतनी बड़ी परेशानी में फंस चुका हूं कि अगर आप मुझे इस से बाहर निकालते हैं तो मैं आपको वचन देता हूं कि मैं जो भी बात स्वीकार करूंगा, वह अपने हृदय और आत्मा से सदैव के लिए स्वीकार कर लूंगा। और तब इस प्रकार वचन लेने के बाद वह स्त्री बोली अच्छा सुन तू मुझे बता तू अगर तेरी कहानी ऐसी है जिसमें तू बीच भंवर में फंस गया है।

मैं अपनी शक्तियों से जान गई हूँ अच्छा तो यह बता। मैं अगर तुझ से विवाह करना चाहूं या उस लड़की जो गांव की है, तुझ से शादी करना चाहती है और तू भी उससे शादी करना चाहता है या फिर वह तीसरी लड़की जो गांव में है और जिस से तूने शादी कर ली है, इन तीनों में से तू किसे स्वीकार करेगा। भली-भांति विचार कर ले। मैं भी मायावी रूप धारण करती हूं। मैं बहुत सुंदर स्त्री बन जाऊंगी तो इसलिए तू बता तू मुझसे शादी करेगा। अपनी प्रेमिका से शादी करेगा या उस नव विवाहिता स्त्री से उसी के पास रहेगा। तब लड़के ने कहा, वह नवविवाहिता तो मेरी जिंदगी में अपने आप आ गई। आप भी ऐसे ही आ गई हो, लेकिन मैं तो पहले से उस लड़की से ही प्रेम करता था। इसलिए मैं अगर सच में शादी करूंगा तो उसी लड़की से करूंगा। यही मेरी इच्छा है। तब इस बूढ़ी औरत ने कहा, एक बार फिर से विचार कर ले, तू मुझसे शादी करेगा उस? गांव वाली लड़की से शादी करेगा या फिर उस स्त्री से जिसने तुझे अपना पति मान लिया है। फिर उसने कहा, मैं केवल उसी लड़की से शादी करूंगा जिसे मैं पसंद करता हूं और वह लड़की तो गांव वाली लड़की है। तब यह सुनकर वह जोर-जोर से हंसने लगी और एक बहुत सुंदर स्त्री वस्त्र आभूषणों के साथ प्रकट हुई और कहने लगी। उत्तम और फिर अचानक से मेरी नींद खुल गई। मैंने यह जो सपना देखा था, इसका रहस्य मैं बिल्कुल भी समझ नहीं पाया। तब मैंने! अपनी उस साधना को आगे जारी रखा और उसका वह चरण पूरा कर लिया, लेकिन उसके बाद कोई अनुभव नही हुआ गुरुजी।

परिवार के सभी सदस्य नैना देवी मंदिर जाने का प्लान बनाते हैं और हमारे दूर के कई और रिश्तेदार भी आ रहे थे। सब के साथ जाना था। हम सभी लोग ट्रेन के पास पहुंचे और पहली बार मैंने उस लड़की को देखा जो हमारे दूर के रिश्ते में आती थी। वह भी हमारे साथ ही जा रही थी। पहली बार उसे मैंने देखा था। बहुत ज्यादा सुंदर, लेकिन सबसे बड़ा अचरज एक था कि उसकी शक्ल मेरी पूर्व प्रेमिका से मिल रही थी जिसे मैंने सपने में देखे था उसे देखकर मेरा दिल धड़कने लगा एक अजीब सि बेचैनी थी

बार-बार उसे ही देखने का मन करता। ट्रेन में हम लोगों की बात चीत हुई और बाते फिर फोन काल में बदल गई, बाद में हम लोगों का प्रेम विवाह हो गया ।

यह क्या घटित हुआ था, मैं जानता हूं। इस दुनिया में आपके अतिरिक्त कोई और इस रहस्य का उद्घाटन नहीं कर सकता है। क्योंकि उस सपने में भी उस देवी ने यह बात कही थी कि तुम्हें इस दुनिया में एक उच्च कोटि का गुरु मिलेगा और वही तुम्हें वास्तविक रहस्य बताएगा। हम सभी तो उसके कृतज्ञ हैं क्योंकि उसने हम सभी की गोपनीय साधनाएं पूरे संसार में फैलाई हैं। हमें तो कोई जानता ही नहीं था। और जो जानते भी थे, वह स्वीकार नहीं कर पाते थे। इसीलिए इस कथा को भी तुम उन्हें अवश्य सुनाना तुम्हें जो उत्तर वह देंगे, वही वास्तविक होगा।

यह बात उसने कही थी इसीलिए गुरु जी आज मैं आपसे पूछता हूं। यह सब क्या था, मुझे अच्छे से समझाइए।

आप सभी का धन्यवाद और गुरु जी को विशेष रूप से प्रणाम!

सन्देश- तो देखिए आपने जैसा बताया आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह शक्ति मधुमती योगिनी आपको आपके ही पूर्व जन्म में लेकर गई। जहां पर आप की पूर्व जन्म की प्रेम कहानी उसी लड़की से जोड़ दिया और यह जितनी भी घटनाएं घटित हुई, वह सब तो वास्तविक थी। सिवाय कुछ बातों के जो मैं आपको बताता हूं। आपने जिस लड़की का मंगलसूत्र उठाया था वह? मृत्यु के तुरंत बाद एक भूतनी बनकर के वहां पर भटक रही थी। अधिकतर जो भी स्त्रियां ऐसे विवाह के तुरंत बाद मृत्यु को प्राप्त हो जाती हैं उनके अंदर! सुहागरात मनाने वाली भावना पति को प्राप्त करने वाली भावना और सांसारिक सुखों को भोगने की एक भावना रह जाती है। इसलिए वह चाहती थी कि उसकी शादी हो उसे पति का सुख मिले। इसीलिए उसने आपको चुना उसने आपसे विवाह भी किया ताकि उसकी मानसिक और जो व्यक्तिगत इच्छाएं हैं जो मरते वक्त रह गई थी, वह सभी पूर्ण हो जाए।
उसने इस प्रकार आपसे वह पूर्ण कर लिया, लेकिन यह जो घटना जोड़ी गई है, यह घटना उस वक्त नहीं घटित हुई थी बस आपके हाथ में वह एक मंगलसूत्र आ गया था। इसके बाद की जो कहानी है मधुमति ने आप के जीवन से जोड़कर उस भटकती हुई आत्मा को मुक्त करवा दिया। आप के माध्यम से, क्योंकि उसकी यही अंतिम इच्छा थी कि उसका विवाह उसके पति से हो मरते वक्त अधिकतर ऐसी इच्छाएं विद्यमान रहती है। और इसके माध्यम से उसने आपकी ना सिर्फ मदद की बल्कि परीक्षा भी ली। परीक्षा में उसने जो प्रश्न पूछा था कि आप किस से विवाह करेंगे आपकी प्रेमिका वह भूतनी या फिर मधुमती योगिनी से तब आपने स्वयं वचन देकर यह बात स्वीकार की कि आप? विवाह जो करेंगे वह अपनी प्रेमिका से ही करेंगे। और? वरदान देकर मधुमती योगिनी चली गई। शक्तियां इसी प्रकार से आपके सपने इत्यादि के माध्यम से आप की परीक्षा लेती हैं और उस दौरान आपको वह परखती हैं। उसने आपको परखा आप की पूर्व जन्म की जो इच्छा थी, उसको पूर्ण किया। आप को आप के पूर्व जन्म की प्रेमिका से मिलवा दिया और शादी भी करवा दी। इतना ही नहीं पूर्व जन्म में जो भटकती हुई वह आत्मा जो नवविवाहिता लड़की थी। उसको आपके द्वारा ही मुक्ति प्रदान कर दी। जैसे ही उसकी शादी आपके साथ हुई और आपने जो बात नहीं बताई है, मैं वह भी जानता हूं कि अवश्य उसने आपके साथ शारीरिक संबंध भी बनाए होंगे। यह भी उसकी अंतिम इच्छा थी। इस प्रकार दोनों बातें होने के कारण अंततोगत्वा आपके जीवन में आपकी प्रेमिका आपको मिली वह भूतनी मुक्त हो गई। और क्योंकि आपने मधुमति को सिद्ध करने की कोशिश की थी, लेकिन आप ने स्वयं उसे वचन देकर उसे ही छोड़ दिया, इसलिए वह भी वचन मुक्त हो गई। तो यह था इनका अनुभव अगर आज का वीडियो आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।
https://youtu.be/RSdlvsK_n-g
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