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शमशान जागरण सिद्धि

शमशान जागरण सिद्धि

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम एक विशेष प्रयोग सिद्धि के विषय में बात करेंगे और यह एक भयंकर शमशानी तांत्रिक प्रयोग है।

क्योंकि श्मशान में इसकी सिद्धि की जाती है। इसलिए यह बहुत ही प्रबल, शक्तिशाली और कोई भी कार्य कर सकने की शक्ति रखने वाला प्रयोग माना जाता है। इसे हम तामसिक शमशान सिद्धि और श्मशान जागरण के नाम से जानते हैं। श्मशान को जगाने के लिए इस तरीके का प्रयोग किया जाता है। इस साधना को करने से पहले यह निश्चित कर ले कि साधक गुरु मंत्र का अनुष्ठान पूरा कर चुका हो। इसके अलावा उसने कम से कम 10 महाविद्या में किसी 1 महाविद्या की संपूर्ण साधना।

पूरी तरह की हो। ताकि उसके अंदर इतना आत्म बल और ऊर्जा मौजूद हो कि उसे किसी भी प्रकार का कोई भी इसी प्रकार की बुरी शक्तियों का प्रभाव उसे अपने नियंत्रण में ना ले ले। इस बात का विशेष ख्याल रखना है तभी यह प्रयोग करने के लिए तैयार हो और बिना गुरु से आज्ञा लिए। और उनकी देखरेख में भी यह साधना करनी चाहिए क्योंकि यह कोई साधारण साधना नहीं है। एक बार जब शमशान जागृत हो जाता है तो फिर उस को नियंत्रित करने की शक्ति साधक में होनी चाहिए अन्यथा उसकी लाश ही उस स्थल से वापस आ पाएगी। इस को जगाने के लिए विशेष कृत्यों का प्रयोग किया जाता है। यह एक भयानक साधना मानी जाती है। मजबूत दिलवाले ही इस साधना को करने का साहस बटोर सकते हैं। आपको इस साधना की ओर अग्रसर होने से पहले हर प्रकार से तैयार होना चाहिए। इससे कोई भी कार्य त्वरित रूप से किया जा सकता है और दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं है जो इसके बाद व्यक्ति ना कर पाए।

शमशान स्वयं में भयभीत करता है और तब यह और भी अधिक खतरनाक हो जाता है। जब वहां उपस्थित सारी आत्मा जागृत अवस्था में आ जाती हैं और उनको साधक नियंत्रित कर अपने कार्य सौंप देता है। इस साधना के विषय में हम पूर्व काल में बहुत सुने हैं। इसमें सफल होने वाला साधक कई सारी सिद्धियां एक ही साथ प्राप्त कर लेता है। लेकिन बाल बच्चे दार घर परिवार में रहने वाले व्यक्तियों के लिए यह साधना है, उत्तम नहीं मानी जाती हैं क्योंकि साथ में सिद्धियां उनके रहने लगती हैं और तब ऐसा साधक अपने जीवन और खासतौर से पारिवारिक जीवन में सुखी रहना उसका मुश्किल रहता है क्योंकि ऐसी शक्तियां परिवार के अन्य सदस्यों के ऊपर भी प्रभाव डालती है। इसको करने से पहले व्यक्ति पूरी तरह सांसारिक बंधनों को त्याग दें तभी ऐसा प्रयोग करने जाए। अपने गुरु से गुरु मंत्र का पूरा अनुष्ठान प्राप्त कर लेने के बाद। फिर 10 महाविद्या में से किसकी महाविद्या की सिद्धि प्राप्त कर अब वह इस कार्य के लिए उतना आत्मबल शाली हो चुका होता है कि वह जगह साधना कर सकता है तो इस साधना को कैसे करेंगे। आइए इस विषय में जानते हैं। किसी भी माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी यानी 13वे दिन से लेकर अमावस्या तक। अर्ध रात्रि में श्मशान के मध्य में जहां पर भी शमशान।

स्थित हो और अगर यह शमशान 500 वर्ष से अधिक पुराना है तो और भी ज्यादा अच्छा।

आप पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं। भगवान शिव का स्मरण कर लोहे के चिमटे से अपने चारों ओर एक सुरक्षा घेरा खींचकर सुरक्षा चक्र अवश्य बना लें ताकि शमशान की आसुरी शक्तियां उस सुरक्षा चक्र के अंदर प्रवेश करके आपका अहित ना कर पाए। उसके पश्चात आप मूल निम्न मंत्र का उच्चारण करें। इसके उच्चारण से और इस मंत्र को सिद्ध करने शमशान जागृत हो जाएगा। तो जो मंत्र है मैं आपको पढ़कर सुना रहा हूं।

क्रीं क्रीं कालिके भूतनाथाय रौद्र रूपायै भूत प्रेत पिशाच जाग्रय श्मशान उत्थापय क्रीं क्रीं कालिके फट् ।

इसी मंत्र का आपको जाप करना है। अब किसी भी शुक्रवार के दिन आधी रात में स्नान कर दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके बैठे। शरीर पर पूरे सफेद कपड़े पहने और अपने चारों ओर दीपक जलाकर रखें और निम्न रूप से ध्यान करें।

नमः श्री कार्तवीर्याय कीर्तितोयं शिखामनु हैवाधिपतिईन्तः कवचस्य मनुमंतः सहस्त्र बाहवे तु स्यादेवम् पंचाग मीरितम् उद् बाणांश्चापानि दधतम् सूर्य सन्निभम् प्रपूरयन्तं बसुपां धनुनिः वनस्तया कार्तवीर्यनृपं ध्यायेंदरशोभितकुंडम

यह जो मंत्र है इस मंत्र का आपको इस तरह से पढ़ना है। ध्यान के पश्चात निम्न मंत्र का जाप प्रारंभ करना है। किसी भी माला से इसका मंत्र जाप किया जा सकता है। आप जिस मंत्र को आप को पढ़ना है वह इस प्रकार है।

प्रों क्लीं ओम् ऐं ई स्व भू हीं त्रि फट ।

इस मंत्र को पढ़ने के बाद अब आप तैयार हैं। जागरण के लिए इसे शमशान जागरण सिद्धि कहा जाता है। और जो मूल मंत्र है अभी जो मैंने आपको सबसे पहले बताया था। उसी का प्रयोग करके आप शमशान को जगा सकते हैं और अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिए मैंने आपको मंत्र यहां पर बता दिए हैं। अब जब यह सारी सिद्धियां प्रयोग आप कर ले और सिद्धियों आपको प्राप्त हो जाए। मंत्र पूरी तरह सिद्ध हो चुका हो तो जब भी इसका प्रयोग करना हो तो सबसे पहले शमशान में जाकर शमशान को शमशान जागृत मंत्र से जागृत कर लेना चाहिए। फिर? आसुरी शक्तियों से काम लेने के लिए कहना चाहिए और उन से वचन ले लेना चाहिए। उन्हें भोग के लिए मांस और मदिरा देनी चाहिए। भोग का सामान आपके पास पहले से ही उपलब्ध रहना चाहिए। वरना जैसे ही आसुरी शक्तियां आपका कार्य करके लौटेंगे।

उस वक्त यदि आपने उन्हें भोग देने में देरी की तो फिर आपको उनके हमले से कोई भी नहीं बचा पाएगा क्योंकि कार्य करने के बाद इन्हें तीव्र भूख लगती है और उस वक्त इन शक्तियों को भोग मिलने में देरी नहीं होनी चाहिए। जो भी काम आप इन्हें सौंपेंगे वह यह सारी आत्माएं जाकर करेंगे। इसमें कई तरह के पिशाच भूत प्रेत विभिन्न प्रकार की चुड़ैल इत्यादि कई तरह की शक्तियां सम्मिलित रहती हैं। कहते हैं शमशान जागृत करने वाला साधक अतुलनीय बलशाली होता है और इसको कोई नहीं रोक सकता। सिवाय दश महाविद्या साधक और महामंत्र का जाप करने वाला कोई साधक जिसने स्वयं माता जगदंबा, भगवान शिव या भगवान विष्णु, गणेश और सूर्य की मूल साधना की हो। तो इनके अतिरिक्त कोई भी आप को नहीं रोक सकता है। इतनी अधिक शक्ति होती हैं। क्योंकि इसमें आपके साथ एक आत्मा नहीं बल्कि कई हजार आत्माएं आपका कार्य करने के लिए निकलती है। उस क्षेत्र में जितनी भी आत्माएं निवास करती हैं, वह सारी की सारी जागृत हो जाती है और फिर वह साधक उन्हें सामने जो भी कार्य सौपता है, चाहे वह मारण, मोहन, वशीकरण, उच्चाटन इत्यादि हो, वह सारे कार्यों को कर डालती है। इसके अलावा सबसे ज्यादा इनका प्रयोग मारण तंत्र में किया जाता है लेकिन यह सारे तंत्र अच्छे नहीं माने जाते हैं। क्योंकि इन शक्तियों का स्वभाव बुरा ही होता है। इसलिए अच्छा साधक ऐसी साधना करके अपना परलोक ना बिगड़े। क्योंकि आप शक्तियों के आनंद में किसी का अहित कर रहे हैं तो उसका फल भी आपको इस जन्म अथवा अगले जन्म में भुगतना पड़ेगा। इसीलिए ऐसी साधनाओं के विषय में मैं ज्ञान नहीं देता हूं, लेकिन यहां पर जानकारी के लिए आपको अवश्य ही पूरी जो विधि है, उसका वर्णन मैंने यहां पर किया है। बाकी व्यक्ति अपने कर्मों के लिए स्वयं ही जिम्मेदार होता है। यह एक तांत्रिक साधना है जो शमशान जागरण सिद्धि के नाम से जानी जाती है और इसकी सिद्धि प्राप्त कर साधक सभी प्रकार के तांत्रिक कार्यों को करने में सक्षम माना जाता है।तो यह था शमशान जागरण सिद्धि प्रयोग। अगर आपको आज का वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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