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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 41

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 41

१. दैनिक पूजा किस प्रकार से करना चाहिए ?

उत्तर:-   पहली बात यह है की आपके पास जितना भी सामर्थ हो उसी के अनुरूप आपको  पूजा करनी चाहिए| ज़रूरी नहीं है की आप कोई बड़े विधि विधान अपनाए अलग अलग प्रकार के न्यास विधि अपनाए इसकी कोई आवश्यकता नहीं है अगर आपके मन में अपने इष्ट के प्रति प्रेम और समर्पण का भाव है तो वो पूजा चाहे आप  कैसे भी करे वो इष्ट तक पहुँचती है | आवश्यक बात ये है की आप  जितना समय आप साधना करने के लिए संकल्प लेंगे उसको आप उठना ही समय रखे प्रतिदिन उसी समय में आप अपनी पूजा साधना को करे |

२.  मोह और प्रेम में क्या अंतर होता है ?

उत्तर :- मोह का मतलब होता है आप जिससे प्रेम करते है  उससे  कुछ प्राप्त करने की आकांशा | जैसे आपने  किसी से प्रेम तो किया लेकिन उसके बदले में हमारी कोई आकांक्षाए है वो हमें प्राप्त होनी चाहिए या प्राप्त करते है | जैसे दो प्रेमी अपने में प्रेम करते है तो वो चाहते है की उन्हें भी  वैसा ही प्रेम मिले सामने वाले से इसे एक प्रकार से मोह कहते है  | कहते है दुनिया में सबसे कम मोह वाला प्रेम माँ का होता है क्युकी माता अपने पुत्र को केवल देना चाहती है बदले में उससे कुछ लेना नहीं चाहती सिर्फ जब उनकी उम्र हो आती  है तब सोचती है की मेरा पुत्र मेरी सेवा करेगा मेरी सुरक्षा करेगा | और दूसरी तरह प्रेम का अर्थ होता है जिससे भी आप प्रेम करते है उससे कुछ भी प्राप्त करने  की आकांक्षा न हो |

३. सिद्ध लोगो को कैसे पहचाने ?

उत्तर :- सिद्ध होने के २ प्रभाव होते है | सिद्ध होने का मतलब ये नहीं होता की वो सिद्धियों का  प्रदर्शन करे बल्कि सिद्ध होने का अर्थ है वो माया और मोह  से दूर है | आप ऐसे लोगो को उनके वाणी से और कुछ न कुछ चमत्कार देवी देवता उनके माध्यम से करते रहते है और इसको हम सिद्धि समझ लेते है तो २ तरह के सिद्ध होते है |
१. जो सिद्धियों को वश में रखते है |
२. दूसरा वो होते है जो परमात्मा में पूरी तरह से लीन है |

अगर जिस भी व्यक्ति के साथ रहते है है अब निश्चित रूप से जान सकते है की सामने वाला सिद्ध व्यक्ति है की नहीं क्युकी उसकी क्रिया कलाप उसका व्यहवार अलग होता है औरो से वो देवताओ के गुणो से सम्पन होता है |

अधिक जानकारी के लिए नीचे का विडियो देखे –

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