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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 121

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 121

१-गुरू जी मौत से भय क्यों लगता है? मेरे को लगता है इसका क्या कारण है?

उत्तर:- मृत्यु के भय से वही व्यक्ति मुक्त है जो मृत्यु के परे देखना जानता है | कोई भी व्यक्ति अपने जीवन का अंत नहीं चाहता और जब उसे ऐसा अनुभव होता है की उसके जीवन का भी एक दिन अंत हो जाएगा तो निश्चित रूप से यह स्वाभाविक है कि व्यक्ति भयभित हो जाएगा | लेकिन जो व्यक्ति अपनी साधना के बल पर इस बात को पता कर लेता है की मृत्यु केवल आपके शरीर का  विराम है, आत्मा तो अजर अमर है और जब  इस बात का अनुभव व्यक्ति अपने साधना के माध्यम से कर लेता है और समझ लेता है तो उसे मृत्यु का भय नहीं रहता, वो इस बात को जनता है की यह एक स्वाभाविक और आवश्यक प्रक्रिया है |

२. गुरु मंत्र जाप  करने के बाद सपने में हुए अनुभव क्यों भूल जाते हैं ?

उत्तर:- यह केवल गुरु मंत्र से ही सम्बंदित नहीं बल्कि हमें जितने भी प्रकार के विचित्र  सपने आते है या हम रात्रि में उन्हें देखते है तो अगर वह आध्यात्मिक मार्ग से जुड़े हुए है तो माया के कारण हम इस प्रकार के स्वप्न को और उन अनुभवों को  भूल जाते है | व्यक्ति  स्वप्न के माध्यम से बहुत सारे रहस्यों को जान सकता है और   भाग्य को बदलने की चेष्टा कर सकता है और आपको उन चीज़ो का अनुभव कराना प्रकृति का कार्य है | लेकिन आप अगर उतने क्षमतावान नहीं है तो निश्चित रूप से माया के द्वारा भटकाए भी जा सकते है आप भटक भी सकते है  | लेकिन साधनाओ के अंतर्गत ऐसे अनुभव आपको देखने को मिलता है और यथा संभव प्रयास करना चाहिए की जब आप उठे तो उसी समय उन सभी घटनाओ को याद करने का प्रयास करे क्युकी  जैसे ही समय बढ़ता जाएगा स्वप्न की स्मृतियाँ विलीन होती चली जाएगी इसलिए उसी समय आपको उसको पकड़ने का और उस स्वप्न को समझने का प्रयास करना चाहिए |

३. गुरु जी क्या औरतों को मंत्र जाप करते समय सिर पर कपड़ा डालना चाहिए ?

उत्तर:- जरुरी नहीं है की सभी साधनाओ में एक नियम हो लेकिन फिर भी अगर आप पुरुषतत्व से सम्बंदित साधना कर रही है, तो आपको सर पर कपड़ा डाल कर मंत्र जाप करना चाहिए |

अधिक जानकरी के लिए नीचे का विडियो जरूर देखे –

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