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सोने की चेन मिलना और भूतनी का बदला

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज बात करेंगे दो अनुभवों की जहां एक अनुभव में एक सोने की चैन कैसे वापस मिलती है? और प्रमोशन कैसे होता है का वीडियो है वही एक दूसरे अनुभव में हम एक भूतनी के बदले के बारे में जानेंगे। चलिए पड़ते हैं पहले पत्र को।

गुरुजी अभी में ने मेल भेजा, उसमें मेरा परिचय -जयंतिभाई शंकरभाई पटेल गाम-वरवाडा तहसील सिद्धपुर गुजरात। मै गुजरात सरकार में वर्ग एक का भूस्तरशास्त्री था।अभी में सेवा निवृत्त हूँ।आयु 69साल है।दो घटनाएं 1978की है। मेरे गुरु अभी जोधपुर कारावास में स्थित हैं। अभी में अहमदाबाद स्थायी हूँ।गुरुजी को प्रणाम, मेरे कुटुंब में घटी घटना के बारे मे  आपको बताना चाहता हूँ कि मेरी बहन का जीयाणा किया था। उसके लिए मेहमान को आमंत्रित किया गया था। मेरे पिताजी ने अगले दिन भाँजे के लिए 18ग्राम की सोने की चेन बनाके लाए थे । वह चेन सबको दिखाके डीबिया के साथ स्टील के कपबोर्ड के ड्रोअर में, मैंने सबकी हाजरी  में रखी ।जिसकी चाभी कपबोर्ड में रखी और कपबोर्ड की चाभी मेरे पिताजी के पास रहती थी।

अगले दिन बहन की बिदाई के समय सोने की चेन ढूंढी  तो मिली नहीं। हम बहूत दु:खी थे।तब हमारे  चाचा के पास स्थित चेन लेके बहन को बिदा किया। मै दुसरे दिन हमारे पास के सिद्धपुर शहर में जयंतिभाई नामक पंडित को पूछने गया, जो अंबिका के भक्त थे। उन्होने अपने मंदिर में  मुझे बिठा कर एक पीले कलर की पर्ची  दी और कहा कि आपके प्रिय भगवान, प्रिय फूल का नाम लिखो और आपके तीन प्रश्न  लिखो। में ने सब लिखा उस पर्ची  को फोल्ड करके मेरी जेब मे रखने को कहा। इसके बाद मेरे सामने एक बोर्ड  रखा जिसमें अलग-अलग कई बीजमंत्र लिखे थे।उसमें मुझे एक बीज पर ऊँगली रखवाई। इसके बाद कुछ ध्यान में पंडितजी बैठे और कहा की उन्होने पर्ची में जो लिखा था वह बता दिया।

जबकि में ने जो लिखा था वह उनको मालूम नहीं था। मेरे प्रश्न के उत्तर दिए की भाँजे के लिए बनाई चेन घर में  नही है, दो दिन के बाद आपको उसी जगह से मिल जाएगी। और दूसरा प्रश्न मेरी प्रमोशन के बारे में  बताया कि आप एक ऑफिस छोड के प्रोमोशन के साथ दुसरी जगह ड्यूटी पर लग जाओगे। जबकि सरकार कोर्ट में हार गई थी और मेरे से सीनियर कोर्पोरेशन के 20 कर्मचारी को हमारे डिपार्टमेंट में समाहित करना था,जबकि उनको समायोजन से प्रमोशन भी मिलना था।इसलिए मेरा प्रमोशन रुकना था। लेकिन इसके बावजूद  मुझे प्रमोशन मिला और आजीवन नौकरी के काल मे मुझे रिवर्जन नही मिला। इन दो घटनाओं में हमे चेन वापिस मिली और प्रमोशन  भी मिला। गुरुजी, घरमें से चेन गुम हो जाना(किसी ने कुछ समय के लिए उठा लिया हो)और वापिस आ जाना कैसे होता है। इन दो बातो के लिए प्रकाश डालिए।हमारा कुटुंब  भक्ति भाव  वाला है। मेरे पिताजी, चाचा, दादी और दादा के गुरु ब्रह्मज्ञानी संत थे।

उत्तर और सुझाव – यह जो विद्या होती है, इसको हम प्रश्न ज्योतिष विद्या कहते है। उसके आधार पर सिद्धि प्राप्त कर ली जाती है ज्योतिष विद्या की सिद्धि से आप तुरंत ही बता सकते हैं किसी के बारे में। व्यक्ति जो आया है उसका प्रश्न क्या है? उसका समाधान कहां और कब, कितने दिनों बाद मिलेगा। यह एक विद्या होती है। इस विद्या को पंडित जी अच्छी तरह से जानते थे। इसी के कारण उन्होंने आपके प्रश्नो का जवाब दिया और यह बताया कि चेन वापस कैसे मिलेगी और कैसे? आपको आपका प्रमोशन मिल जाएगा ।आपके साथ वैसा ही घटित हुआ। किसी ने पहले उसे उठाया और बाद में उसे समझ में आया हो कि मुझे इसे वापस रख देना है और उन्होंने फिर से उसको वापस रख दिया हो। ज्यादातर लोगों के कभी-कभी मस्तिष्क खराब हो जाते हैं और बाद में फिर उनको समझ आती है। ऐसे ही कुछ वहां पर घटित हुआ, लेकिन यह प्रश्न उत्तर, प्रश्न ज्योतिष के माध्यम से उन्होंने प्राप्त कर लिया था और आपको उसके बारे में बता दिया। इसी के साथ जो भी चीजें होती हैं, सिद्धियों का रहस्यमई संसार है उसमें बहुत कुछ ऐसे दुर्लभ बातें पता चलती रहती हैं जिसकी वजह से हम बहुत कुछ व्यक्तियों के बारे में जान सकते हैं और पता लगा सकते हैं, परिश्रम के बाद में ही इस तरह की सिद्धियों की प्राप्ति होती है।

इसी प्रकार एक दूसरा अनुभव है भूतनी साधना से संबंधित चलिए पढ़ते हैं इनके भी पत्र को।

प्रणाम गुरुजी मेरा नाम दिवाकर है। मैं अपने बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताना चाहता। पर जो मैंने देखा वही बताना चाहता हूं। मैंने एक गुरु से भूतनी सिद्दीकी विध्या प्राप्त की थी । उसका प्रयोग अपने घर में किया। मैं भूतनी सिद्धि कर रहा था। अचानक से एक दिन एक स्त्री मुझे स्वप्न में दिखाई दी। मैंने जब उससे बात की तो उसने अपना नाम! बगल में रहने वाली एक स्त्री का बताया जो अभी कुछ दिन पहले ही मृत्यु को प्राप्त हुई थी। मैंने उनसे पूछा, मैं तो भूतनी सिद्धि कर रहा था। आप यहां क्यों आई है। उन्होंने मुझे कहा कि मैं? मारी गई हूं इसी कारण भूतनी रूप में हूं। उन्होंने अपनी कहानी बताई कि किस प्रकार से उनके परिवार वालों ने उन्हें। जहर खिलाकर मार दिया। और हार्ट अटैक से मृत्यु दिखा करके। भरी जवानी में ही। मेरी लाश को जला दिया गया।

मुझे इस तरह से मारा गया कि किसी को पता ही नहीं चला। सबने सोचा मेरा दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हुई है। पर यह सच नहीं है, मुझे मारा गया था। अभी तुम्हारी साधना की वजह से ही मैं आकर्षित होकर तुम्हारे पास आई हूं। मैं अपना बदला अवश्य लूंगी। मैंने उसकी बातों को हल्के मे लिया। मैंने सोचा शायद मेरे दिमाग का वहम होगा और अभी जो भाभी बगल में मृत्यु को प्राप्त हुई थी। उनके बारे में सोचने की वजह से ही मुझे सपना आया होगा। पर उन्होंने कहा था कि मैं अपना बदला 7 दिन के अंदर अवश्य ही ले लूंगी। मैं आपको एक अद्भुत बात अब बताता हूं। आगे क्या घटित हुआ? यह हमारे बगल का परिवार! आसपास के क्षेत्र में कहीं घूमने गया हुआ था।

सभी अपनी अल्टो गाड़ी से जा रहे थे। तभी एक ट्रक ने उनकी गाड़ी को जोरदार टक्कर मारी, जिसकी वजह से इनकी गाड़ी नीचे पानी भरे हुए एक नाले में गिर गई। पूरा परिवार उसी नाले में डूब कर के मर गया। आज मैं सोचता हूं तो मुझे लगता है कि मेरा सपना सपना नहीं था। हकीकत थी। लेकिन कभी-कभी लगता है कि शायद पूर्वाभास मुझे हुआ। यह क्या था, मैं नहीं समझ पाया। हालांकि मैं साधना में सफल नहीं हुआ था। लेकिन भूतनी साधना के दौरान मुझे अपने ही घर के पड़ोस में रहने वाली। जिन्हे में पहले भाभी कहता था। उनके दर्शन हुए थे वह भूतनी की योनि में चली गई। उनका सपना मुझे इस प्रकार से आया था । 7 दिन बाद उस परिवार के बड़े बुजुर्गों सहित उसके पति की मृत्यु हो गई। इससे मुझे यह तो पूरा आभास होता है कि अवश्य ही यह कार्य भूतनी का ही था। आप इस विषय में क्या सोचते हैं, मुझे अवश्य ही बताएं और क्या मैं आगे भूतनी साधना में सफल हो पाऊंगा?

उत्तर और सुझाव –देखे यहां पर उन्होंने बताया कि किस प्रकार से जब वह भूतनी साधना कर रहे थे तो एक स्त्री जो उनके ही बगल में उनकी पड़ोसी थी जिनकी अभी हाल ही में मृत्यु हुयी है । उनकी आत्मा आती है और अपने जीवन में जो भी बातें उसके घटित हुई हैं। उनके बारे में इन्हें बताती हैं। जो भी साधना आप करते हो उस ऊर्जा से जुड़ी हुई शक्तियां। या उस योनि को प्राप्त हुई शक्तियां अवश्य ही आप को दर्शन देती हैं। यहां पर जो आत्मा सबसे नजदीक की थी और वह वहीं गई और उसने आगे की बातें भी बता दी, वह क्या करने वाली है। यह भी बता दिया क्योंकि उसको धोखे से मारा गया था। इसी वजह से वह भूतनी की योनि में चली गई है और इसी के कारण से उन्होंने अपना बदला भी ले लिया। यह सत्य है। कि ऐसी घटनाएं घटित होती हैं और इसकी वजह से। कोई भी कर्म करने वाला व्यक्ति जब कोई बुरा कर्म करता है तो उसका प्रभाव आगे देखने को अवश्य ही मिलता है। यहां पर बुरे कर्म का नतीजा उस परिवार की मृत्यु के रूप में आ गया। कभी किसी के साथ बुरा नहीं करे सदैव! दूसरे को अपने जैसा ही समझिए और जैसे अपने सुख के लिए आप सारे प्रयत्न करते हैं। सदैव दूसरों के सुख के लिए भी ऐसे ही बने । तभी आपको स्वर्ग की प्राप्ति होगी और मुक्ति की प्राप्ति होगी। यह दो अनुभव अगर आपको यह पसंद आए हैं तो लाइक करें। शेयर करें, आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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