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स्वर्ण पिशाचिनी साधना

नमस्कार दोस्तो धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज बहुत दिनों बाद में आप लोगों के लिए स्वर्ण पिशाचिनी साधना ले कर आया हूँ l तंत्र जगत में पिशाचिनी साधना जितने भी मानी जाती वह बहुत खतरनाक होती है । वह भयभीत कर देती है साधक को इनकी साधना के लिए साधक ब्रहमचारी जितेंद्रिय हविष्याशी होने के साथ-साथ दिल और दिमाग के से मजबूत होना आवश्यक है ।अगर आप दिल और दिमाग से मजबूत नहीं है तो आप यह साधना मत करिए क्योंकि भूत प्रेत की साधना सफलता तो दिलाती है और वो सब कुछ देती है जो  आप चाहते हैं जो पाना चाहते हैं वह सब कुछ प्रदान करती है परन्तु एक बार व्यक्ति अगर इनकी जाल मे फस गया वह मुक्त नही हो पाता और जो लोग डरते हैं उन्हें इसलिए नहीं करना चाहिए कि डर की वजह से पागल हो सकते हैं । भयभीत होकर कोई भी गलत काम कर सकते हैं लेकिन आज मैं जिस पिशाचिनी बात कर रहा हूं वह बहुत ही शांत स्वभाव की मानी जाती है सभी पिशाचिनीयो में से।

लेकिन है तो यह पिशाचनी ही वह कहते हैं ना कि शेर तो शेर होता है चाहे  वह जंगल का शेर हो या फिर सर्कस का लेकिन वह अपना स्वभाव नहीं छोड़ता अगर आपने कभी भी कोई गलती कर दी तो वह उसके स्वरुप के हिसाब से वह आपके साथ कुछ भी कर सकता है इसलिए इनकी साधना में भी सावधानीपूर्वक रहना चाहिए । जैसे कि कर्ण पिशाचिनी की साधना कि श्रेणी में जो आती है ईसलीए सबसे ज्यादा शक्ति शाली लोग कर्ण पिशाचिनी को मानते हैं  लेकिन और भी पिशाचनीया है जो उसी की कैटेगरी की होती है पर उनका स्वभाव अलग होता है । वही मैं आज आप लोगों के लिए लेकर आया हूं । स्वर्ण पिशाचनी साधना, स्वर्ण का मतलब होता है सोना और पिशाचनी का मतलब तो आप सभी  भी जानते है जो पिशाचो  की जो शक्ति मानी जााती है उनका प्रतीक होती है  । यह   स्वर्ण पिशाचीनी साधक को सोना प्रदान करती हैं और धन के मार्ग खोलती है ।वह मार्ग खोलेगी धन कमाना आप पर निर्भर करता है कि आप सही तरीके से कमाते हैं या गलत तरीके से वह आपका सहयोग करेंगी और आपको राह दिखाएगी की आप अथाह धन प्राप्त कर सकते हैं ।

इसी बात से आपको बचना चाहिए क्योंकि जिसका जैसा स्वभाव  होता है वह उसी तरह का आपको रास्ता दिखाता है वह आपको करोड़पति बना सकती है अब रास्ता आप सही चुनिऐ या गलत यह आप पर निर्भर करेगा। इसी से आपको बचने की आवश्यकता है क्योंकि अगर आप धन कमाए तो अच्छे रास्ते से कमाए सही तरीके से कमाए उसके प्रलोभन में मत आइए क्योंकि मैंने देखा है भूत प्रेत की साधना में लोग जब धन कमाने पर आते हैं तो गलत तरीके को भी अपनाने से नहीं चूकते हैं और उन का सारा काम बनने लगता है तो इन सब चीजों से बचना चाहिए क्योंकि मृत्यु के बाद आपका बुरा हो सकता है तो जो यह यक्षिणी जैसी है हालांकि यह यक्षिणी की श्रेणी में नहीं आती पर उनकी तरह शक्तिशाली होती है और धन को कहीं से भी खींचकर लाने में सक्षम होती हे यक्षिणी ऐसा होता है कि अगर आपने भगवान कुुुुबेर की साधना नहीं की है उनकी पूजा नहीं किए तो वह आपको धन देने में समर्थ नहीं होती क्योंकि जब कुबेर की आज्ञा लेगी तभी आपको धन प्रदान करेगी पर पिशाचनी अपनी जिद्द के कारण किसी भी प्रकार से धन खींच कर ले आती है ।

बस आप इनकी साधना में यह ध्यान रखे कि आप कोई भी गलत काम मत करिए और गलत तरीके से धन मत कमाइए ऐसा मत करिए ऐसा ना हो कि यह आपको कहे कि आप किसी को लूट लीजिए स्त्री का व्यापार शुरु कर दीजिए, आप किसी का मर्डर करके धन कमाए इन सब चीजों से बचना चाहिए अगर आपके मन में ऐसी भावनाएं यह पिशाचनी डालती भी है तो आपको इनसे बचना चाहिए आप जो काम कर रहे हैं उसी में अड़े रहना चाहिए जो आप करते हैं तभी आपकी उसी काम में पिशाचीनी मदद करेगी यह एक गोपनीय बात है। तो सबसे पहले हम जान लेते हैं कि इनका मंत्र कौन सा है इनका मंत्र इस प्रकार है 

मंत्र: ॐ ह्री सः  स्वर्णपिशाचीनी क्रीं हु आगच्छ स्वाहा।।
 इसी मंत्र का आपको जाप करना होता है यह धन देती हैं और भोग भी करती हैं और इनका जो मूल रूप होता है जिस रुप में यह आपको दर्शन देती है वहां है सोने की रंग वाली अद्भुत स्त्री आपको 20 से  21 साल की एक लड़की के रूप में दिखाई देती है जो गोल्डन कलर की होती है यह पिशाचनी का मूल रुप है।  इसीलिए यह  सुंदर दिखाई देती हैं जैसे कि पीले रंग का स्वरुप लिए हुए कोई अंदर से दिखता है सोने के कलर का । इस साधना में आपको पीले कलर के चमकीले गोल्डन रंग के कपड़े धारण करने होंगे जो सुंदर हो इसमें आप लाल कंबल का इस्तेमाल कर सकते हैं या फिर बाघ चर्म का प्रयोग कर सकते हो हालांकि यह मिलना तो मुमकिन नहीं है इसलिए आप लाल कंबल ही ले लीजिए ।  साधना के लिए आप अमावस्या की रात्रि का चुनाव कर सकते हैं और आप रात्रि के 11:00 बजे से इनकी साधना शुरू कर सकते हैं इनकी पूर्ण सिद्धि के लिए आपको 41 दिन तक आपको रोज 41 माला का जाप करना होगा ।

इसके लिए आप रुद्राक्ष की तांत्रिक पद्धति से सिद्ध की हुई माला का प्रयोग कर सकते हैं तो सबसे पहले आप रुद्राक्ष की माला ले और उसको तांत्रिक विधि से शुद्ध करके साधना में प्रयोग कर सकते हैं । आपको इनकी साधना एकांत जगह में करनी होगी या तो आप श्मशान में जाकर करिए या तो ऐसे जगह का चुनाव करिए जहां पर 41 दिन तक किसी का भी प्रवेश वर्जित हो। साधना करते आपको कोई देखने न पाए और आपको जो भी अनुभव होंगे इस साधना में आप  41 दिन तक किसी को भी नहीं बताएंगे इसमें आपका गुरु बहुत ही शक्तिशाली होना चाहिए क्योंकि इस साधना में आपके गुरु पर भी संकट आ सकता है । पिशाचनीया इतनी जल्दी सिद्ध नहीं होना चाहती पर जब सिद्ध हो जाती है तो बुरी हालत नहीं करती आप की, जैसा की बाकी पिशाचीनी नहीं करती मरने के बाद बुरा हाल कर देती है अपने साधक का वैसा ही यह नहीं करती हैं और हां आपका निवास सोने में हो सकता है । आप स्वर्ग जा सकते हैं या फिर आपका निवास पाताल में भी हो सकता है और वहां जो सोना होगा आप का वास उसी में होगा ।

ऐसी स्थिति यह आपके लिए बना देती है अगर आपने अपनी जिंदगी में कोई तपस्या की है तो इन सबका आप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए कहा गया है कि आपके पास गुरु मंत्र होना अनिवार्य है या ईष्ट  मंत्र होना चाहिए । क्योंकि यह मरने के बाद आपको अपने साथ ले जाने की कोशिश करती हैं अगर आपके पास गुरु मंत्र या ईष्ट मंत्र नहीं है तो आपको यह अपने साथ खींच ले जाने की कोशिश करती है पर अगर आपके पास गुरु मंत्र है तो आपको गुरु की कृपा से गुरु लोक ही  प्राप्त होगा। जो लोग भी परमात्मा की साधना करते हैं उन्हें वही लोक मिलता है अगर आप यह साधना करना चाहते हैं तो करिए पर ईस साधना में पूरी तरह से लिप्त मत हो जाइए। और गुरु मंत्र को कभी नहीं छोड़ना चाहिए ।

इसके आगे भी बात करते हैं कि जब आप 41 माला जाप कर लेंगे तो हवन कैसे करेंगे,  हवन करके समय आपको केसर मे शहद मिले हुए से हवन करना होगा यानी कि आप केसर और शहद मिलाकर हवन करेंगे और जो आप तिलक लगाएंगे वह लाल चंदन का लगाएंगे और आप अगर देवी को भोग देना चाहते हैं तो आप राजसीक तामसिक सात्विक कोई भी भोग दे सकते हैं। आप इनको पीली चीजों का ही अधिकतर भोग देंगे अगर आपको लगता है कि यह शक्ति आपके ऊपर भयंकर रुप से आ रही है तो आप क्या करेंगे कि आप अपने दाएं हाथ में घीकववार घुत्तकुमारी जिसको एलोवेरा भी कहते हैं आप उसको अपने दाएं हाथ में लेकर जाप करेंगे  तो वह आपके ऊपर घी की तरफ पिघल जाएगी और आपको भयभीत नहीं करेगी पर यह प्रयोग तभी करना है जब आपको लगे कि वह आपको डराने की कोशिश कर रही है या आपकी साधना पूरी नहीं होने दे रही है। 

एकांत कमरे में आपका अखंड दीपक जलते रहना चाहिए फल फूल गुलाब मोगरा चमेली का फूल आपको उस कमरे में रखना है  गुलाब का फूल चमेली का इत्र अगरबत्ती आपको उस कमरे में सब कुछ रखना है  कि उस कमरे में पूरी तरह से सुगंध फैली हो और आपको जहां साधना करना है जिस पटरी पर आप दीपक जलाएंगे लाल कपड़ा जहां रखा है उसके ऊपर एक नारियल रख लेंगे और अगर आपके पास कोई सोने की चीज है तो आप उसको नारियल के ऊपर रख कर पूजा करेंगे और उसे देवी का स्वरुप मानकर उनकी साधना करेंगे । यह देवी अगर आपके साथ शयन करती हैं तो आपको स्वर्ण भी प्रदान करती है अलग-अलग तरीकों से वह आपको स्वर्ण प्रदान कर सकती है ।  अगर ये आपको सोना नहीं देगी  तो आपके लिए धन कमाने के मार्ग खोलेगी पर इसके साथ संभोग करते वक्त आप पूरी तरह से इसमें लिप्त मत हो जाइए यह केवल पत्नी प्रेमिका और मित्र के रुप में ही सिद्ध होना पसंद करती है । इसको मां और बहन के रूप में सिद्ध होना बिल्कुल भी पसंद नहीं, इस चीज का ध्यान रखते हुए ही आप इनकी साधना करिए और इसके लिए योग गुरु का चयन करिए जो यह साधना कर चुका हो या तो  10 महाविद्या का साधक या फिर उसने पंच देवो में से किसी एक की भी कृपा प्राप्त की हो इनके अलावा आप किसी और को गुरु मत बनाइए क्योंकि अगर आप यह साधना करेंगे तो आपके साथ साथ आपके गुरु पर भी संकट आ जाएगा अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो धन्यवाद।।

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