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होली की रात अघोरी के साथ पड़ी भारी भाग 2

होली की रात अघोरी के साथ पड़ी भारी भाग 2

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। होली की रात अघोरी के साथ पड़ी भारी आज भाग 2 के विषय में जानेंगे तो पिछली बार आपने जाना कि कैसे एक व्यक्ति एक अघोरी के साथ रात के वक्त श्मशान में तांत्रिक क्रिया शुरू करता है और वह एक आत्मा जो कि एक स्त्री की थी, उसके शरीर में प्रवेश कर जाती है। अब इसके बाद आगे की कथा के विषय में जानते हैं।

गुरु जी इस बात को कोई नहीं समझ सकता कि अगर कोई आत्मा किसी व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाए तो उसके बाद उसके साथ क्या होता है। लेकिन उस दिन जो हुआ वह इतना बड़ा आश्चर्य था जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। कोई इस बात की उम्मीद नहीं कर सकता। क्योंकि उसके बाद जब सुबह हुई तो उस वक्त मेरे दोस्त के परदादा बेहोश पड़े हुए थे। यहां तक तो ठीक लेकिन उसके बाद जो उन्होंने नजारा देखा, वह उन्हें सच में बहुत ज्यादा डराने वाला था क्योंकि उन्होंने सामने ही अघोरी की लाश पड़ी हुई देखी थी, जिसका सिर कटा हुआ था। अपने दाहिने हाथ में उन्होंने एक लंबी कटार देखी थी और जब उन्होंने थोड़ा सा याद किया तो उन्हें हल्का सा याद आया कि शायद उन्होंने यह कटार अपने इस गुरु पर चला कर उसका सिर काट कर उसे चिता में डाल दिया है। इसी वजह से यह सब कुछ हुआ और उसके बाद वह बेहोश हो गए। उन्हें अब यह भी बताने वाला कोई नहीं था कि उन्होंने ऐसा आखिर क्यों किया। कोई अपने गुरु की हत्या आखिर क्यों करेगा। यह सबसे बड़ा प्रश्न था तो उन्होंने इस बात को गंभीरता पूर्वक लेकर और किसी को पता ना चले। हत्या का दोष उनके ऊपर ना लगे। इसलिए उन्होंने लोगों के शमशान आने से पहले ही बड़ी तीव्रता से उस जगह पर एक गड्ढा खोदा और फटाफट उस लाश को जो कि उस अघोरी की थी, उस गड्ढे में डाल दिया और उसे मिट्टी से पाट दिया। इस प्रकार वह घबराकर बुरी तरह पसीने पसीने हो चुके थे। लेकिन कोई उन्हें देख ना ले और उन्होंने इतना बड़ा अपराध कैसे कर दिया। यह उनकी समझ से परे था अब लगभग दोपहर का समय था तब वह शमशान भूमि से बाहर जाने लगे कि कुछ लोग श्मशान में चिता जलाने के लिए आ रहे थे। उन्हीं में से गांव के कुछ लोग थे जो इन्हें जानते थे और उन्होंने उनसे कुछ भी नहीं बोला कि तभी कुछ लोगों ने उन्हें रोककर कहां आप यहां श्मशान में क्या कर रहे हैं। घर में सब परेशान हैं। आप आखिर कब से घर से बाहर है? जाइए घर में आपको बार-बार बुलाया जा रहा है। यह सब बात सुनकर वह परदादा। यह बात! समझ गए कि इन्हें कुछ भी पता नहीं चला है। इस वजह से उनकी सांस में सांस आई।

क्योंकि अगर किसी को यह बात पता चल जाती कि वह अघोरी के साथ थे और उन्होंने अघोरी की हत्या कर दी है। इसको कौन समझ पाता, इसलिए उन्होंने चुपचाप उन लोगों को नमस्कार करते हुए बिना बोले घर की ओर प्रस्थान करना ही उचित समझा। घर पहुंचते ही उन्होंने सबसे पहले नहाने के लिए कहा और कहा कि मैं बहुत गंदा हो चुका हूं, इसलिए नहाना चाहता हूं। बाल्टी लाकर उन्हें दे दी गई और वह नहाने लगे। नहाते दौरान उनकी आंखों से आंसू निकल रहे थे और उन्हें बार-बार वह बात याद आ रही थी जो उन्होंने कर दी थी। आखिर उन्होंने क्यों अपने ही गुरु की हत्या कर दी। इस प्रकार को अपनी पत्नी के पास पहुंचे तो उन्होंने कहा, आप कल पूरी रात गायब थे। आप पूजा पाठ करने गए थे। क्या करके आ गए तब उन्होंने कहा, इस बारे में मुझसे कुछ भी मत पूछो तो उन्होंने कहा, आखिर क्या बात है। मुझे पूरी बात बताइए तो उन्होंने कहा, मैं तुम्हें कुछ भी नहीं बता सकता तो इस बात को समझते हुए कि उनका पति परेशान है। पत्नी हमेशा प्रेम करना चाहती है ताकि वह पति के मन की कठोरता और उसकी परेशानियों को अपने प्रेम से हल कर दें तो उन्होंने उन्हें चुपचाप बिस्तर पर बैठा दिया और एक गिलास दूध लेकर आई। उन्हें पिलाया और उनके साथ प्रेम पूर्वक वार्तालाप करने और उनसे गले मिलकर उन्हें सारी बात भुलाने के लिए कोशिशें करने लगी। तभी जैसे ही उन्होंने प्रेम आलाप शुरू किया था। क्रोधित होकर परदादा ने गुस्से से लात मारकर अपने बिस्तर से अपनी पत्नी को नीचे गिरा दिया। यह बात और भी ज्यादा गंभीर थी। पास ही पड़े। एक डंडे से उन्होंने अपनी पत्नी को बेरहमी से पीटा। उनकी आवाज काफी दूर तक गई। घरवाले उनके कमरे की ओर भागे। वहां पहुंचकर सब ने दरवाजा खोलने के लिए कहा। यह गुस्से से बाहर गए और उन्होंने दरवाजा खोल दिया और कहने लगे कि शरीर तो मेरा है। अब यह मुझसे जबरदस्ती प्रेम करना चाहती है। इसके दिमाग खराब हो गए हैं। ऐसी बात सुनकर घर के बाकी लोग भी पूरी तरह अचंभित हो गए थे क्योंकि अब! पत्नी पति को प्रेम नहीं करेगी तो कौन करेगा और इस प्रकार पीटने का क्या मतलब है तो मेरे परदादा के जो पिताजी थे। उन्होंने बहुत जोर से उन्हें डांटा और कहा, तेरे दिमाग सही भी है या नहीं जा गांव घूम कर आ शायद तेरे दिमाग की गर्मी शांत हो जाए तो वह बाहर निकल गए।

बहू को बुरी तरह पीटा हुआ देखकर सब लोग उसके पास पहुंचे और उससे पूछा तो वह कहने लगी कि मैं अपनी सास को बताऊंगी। उन्होंने अपनी सास को सारे वाकये के बारे में बताया और कहा, यह सारी बात रात में ही घटित हुई है। यह किसी साधना के लिए गए थे और वहां से लौट कर आए हैं तो सबसे पहले नहाने के लिए कहे और फिर इस तरह की बातें करने लगे। मैंने प्रेम से इन्हें शांत करने की कोशिश की तो उन्होंने मुझे ही मारना और पीटना शुरू कर दिया। सास समझ गई। जरूर कोई बड़ी बात है। उन्होंने परिवार के बाकी सदस्यों से कहा कि उसे कोई कुछ नहीं कहेगा। जरूर कोई तांत्रिक साधना करके आया है। मैं तो पहले ही कहती थी। यह तांत्रिक साधनाओं के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। पता नहीं कौन सा टोना टोटका किसी ने इनके ऊपर कर दिया है। सभी लोग यह बात समझ चुके थे कि यह कोई साधारण बात नहीं है। कुछ तो विशेष है जिसकी वजह से वह ऐसा व्यवहार कर रहे हैं तो बाकी लोगों ने खैर इस बात की ओर ध्यान नहीं दिया और उन्हें अपनी जिंदगी को जीने के लिए छोड़ दिया। इधर इनकी पत्नी रात में उनका इंतजार कर रही थी। हालांकि उन्होंने उसे मारा पीटा था, लेकिन फिर भी पत्नी तो पत्नी होती है। चिंता तो हो ही जाती है। घर के बाकी सदस्यों को भेजा गया जाओ। गांव घूमने निकले, मेरे पति को लेकर आओ। जहां पर भी दिखाई दे उन्हें घर ले आओ तो फिर क्योंकि रात होने लगी थी। इसलिए घर के कई सारे सदस्य उन्हें ढूंढने के लिए गांव में चारों तरफ घूमने लगे। लेकिन कहीं पर वह दिखाई नहीं दे रहे थे। इस बात से और भी ज्यादा परेशानी हो गई। लगभग पूरा गांव ढूंढ लिया गया, लेकिन उनका कहीं भी पता नहीं चला। सब लोग परेशान होकर रात में वापस आ गए।

पत्नी सबसे ज्यादा परेशान थी क्योंकि उसी की वजह से पति घर छोड़कर कहीं चला गया था, लेकिन कहानी इतनी आसान नहीं थी। जितनी दिखाई देती थी, यह कोई गुस्सा नहीं था। यह एक प्रभाव था।

सुबह लगभग 8-9 बजे के करीब गांव के कुछ लोग इनके घर पर आते हैं और कहते हैं कि आपके पति श्मशान में पड़े हुए हैं। उन्हें जल्दी से घर लेकर चलो तो सारे लोग दौड़ते हुए उन्हें देखने के लिए वहां पहुंच जाते हैं। जहां पर गांव वालों की भीड़ लग गई थी क्योंकि परदादा जो की पूरी तरह से अब ऐसा लगता था। अघोरी जैसे बन गए हैं, उनके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। जमीन में लोट लोट कर पता नहीं वह मिट्टी से प्रेम कर रहे थे या छोटे बच्चे की तरह जमीन में खेल रहे थे। यह सब क्या था और उस मिट्टी से वह ऐसे प्रेम कर रहे थे जैसे कि वह उनकी पत्नी हो। यह देखकर और भी ज्यादा लोग आश्चर्यचकित हो गए थे। उनकी इस तरह की हरकत देखकर लोग सोचने लगे कि क्या यह पागल हो गए हैं। घर वालों ने जब उन्हें पूरी तरह नंगे बदन शरीर पर एक भी कपड़े को ना देखते हुए देखा तो तुरंत ही कंबल उनके ऊपर लपेट लिया और उन्हें एक।

पूरी तरह मजबूत बंधन वाली रस्सी में बांधकर एक तख्त के साथ बांधकर घर लाया गया क्योंकि वह अपने आप को छुड़ाने का पूरा प्रयत्न कर रहे थे। घर पहुंचे तब उन्हें नहला धुला कर उनकी पत्नी के पास भेजा गया और जैसे ही उनकी पत्नी उनके पास आई । उन्होंने जोरदार तमाचा फिर से मारा और कहा, मैंने कहा था ना यह शरीर मेरा है और इसलिए इसे कोई दूसरी औरत नहीं छू सकती है। आखिर उन्होंने ऐसा क्यों कहा जानेंगे हम लोग अगले भाग में अगर यह कहानी और जानकारी आपको पसंद आ रही है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

होली की रात अघोरी के साथ पड़ी भारी भाग 3

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