माँ पराशक्ति धर्म रहस्य सेवा ट्रस्ट द्वारा अमरावती में खंडित मूर्तियों का विसर्जन
माँ पराशक्ति धर्म रहस्य सेवा ट्रस्ट द्वारा अमरावती में खंडित मूर्तियों का विसर्जन: अध्यक्ष सचिन खर्रे की सराहनीय पहल माँ
माँ पराशक्ति धर्म रहस्य सेवा ट्रस्ट द्वारा अमरावती में खंडित मूर्तियों का विसर्जन: अध्यक्ष सचिन खर्रे की सराहनीय पहल माँ
छठ पूजा पर मां पराशक्ति धर्म सेवा ट्रस्ट, पटना द्वारा जिला अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में भंडारा और जनसेवा का आयोजन किया गया। इस भंडारे में छठ व्रतधारियों और भक्तों के लिए प्रसाद, फल, और जल की व्यवस्था की गई। ट्रस्ट ने इस सेवा कार्यक्रम में स्वच्छता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को सुनिश्चित किया, जिससे पर्व को सुगम और सुव्यवस्थित बनाया जा सके।
इस वीडियो-पोस्ट में दीपावली की रात में माता कालिका की तांत्रिक साधना और शाबर रक्षा मंत्र के अनुष्ठान की गहन जानकारी दी गई है। जानिए कैसे इस साधना से साधक एक वर्ष तक बुरी शक्तियों से सुरक्षित रह सकता है और एक ही रात में मंत्र को जागृत कर सकता है।
सिद्ध लक्ष्मी योगिनी, जो माता लक्ष्मी का ही एक रूप हैं, तंत्र साधना में एक विशेष स्थान रखती हैं। दीपावली की रात्रि में उनकी साधना अत्यंत फलदायी मानी जाती है, जिससे साधक को धन, वैभव, और सिद्धियों की प्राप्ति होती है। यह साधना विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो भौतिक और आध्यात्मिक उन्नति चाहते हैं। साधना के दौरान पीले वस्त्र और स्वर्ण आभूषणों से सजी देवी का चित्र या मूर्ति स्थापित करना चाहिए। मंत्र जाप और लक्ष्मी कवच का पाठ आवश्यक है। यह साधना शत्रुओं का नाश करती है और जीवन में आने वाली बाधाओं को समाप्त करती है।
आज के धर्म रहस्य वीडियो में, मैं आपको बताने जा रहा हूँ कि भगवान श्री राम और भगवान श्री कृष्ण, जो कि भगवान विष्णु के ही अवतार हैं, उन्होंने कैसे मां भगवती आदि पराशक्ति दुर्गा की आराधना की थी। और आप भी किस प्रकार से उसी स्रोत के माध्यम से लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जैसा कि इन दोनों अवतारों ने किया।यह स्तोत्र देवी दुर्गा की महिमा का गुणगान करता है और इसे करने से व्यक्ति को ज्ञान, शक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। जो भी इस स्तोत्र का एकांत में नियमित पाठ करता है, वह देवी की कृपा से हर प्रकार के संकटों से मुक्त हो जाता है।
वाराणसी, नवरात्रि 2024: मां पराशक्ति धर्म रहस्य सेवा ट्रस्ट (MPDRST) के वाराणसी जिला अध्यक्ष, संध्या विश्वकर्मा और उनके पति, राजीव विश्वकर्मा ने इस नवरात्रि के शुभ अवसर पर अपने स्थान पर विशेष प्रसाद वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम वाराणसी के विभिन्न क्षेत्रों से आए भक्तों के बीच अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ संपन्न हुआ।
यह आर्टिकल करवा चौथ व्रत की पौराणिक कथा पर केंद्रित है। इसमें वीरवती की कथा का उल्लेख है, जिन्होंने छल से व्रत तोड़ा और फिर देवी के आशीर्वाद से अपने पति को पुनः जीवित किया। यह व्रत पतिव्रता स्त्रियों के पति की दीर्घायु और समृद्धि के लिए रखा जाता है।इस आर्टिकल में करवा चौथ व्रत के दौरान ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण सावधानियों का उल्लेख किया गया है। जैसे व्रत के दौरान क्या नहीं करना चाहिए, चंद्र दर्शन से पहले व्रत न तोड़ना, और दिनभर सकारात्मक और शांत वातावरण बनाए रखना।
हम देवी मां पराशक्ति की अद्भुत शक्तियों और उनकी सोलह कलाओं का विस्तृत परिचय देंगे। जानिए कैसे देवी मां ब्रह्मांड की अधिष्ठात्री शक्ति के रूप में सृष्टि, पालन और संहार की शक्तियों का स्रोत हैं। देवी की सोलह कलाओं का हमारे जीवन पर क्या प्रभाव है और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से उनकी भूमिका क्या है, इस पर भी चर्चा की जाएगी। इस वीडियो में देवी दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, काली, आदि के विभिन्न रूपों और उनके प्रतीकात्मक महत्व को भी समझाया जाएगा।
: महेश्वरी पराशक्ति योगिनी की उत्पत्ति और साधना का रहस्य, महेश्वरी समाज का इतिहास, भगवान शिव से महेश्वरी का संबंध, 64 योगिनियों में महेश्वरी का स्थान, महेश नवमी का महत्व, दुर्लभ साधनाओं की जानकारी, और महेश्वरी पराशक्ति के मंत्र का महत्व।
पुलगांव, वर्धा जिला, महाराष्ट्र में हाल ही में एक दिव्य और भव्य आयोजन हुआ, जहां माता का जगराता बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस पावन कार्यक्रम का आयोजन मां पराशक्ति धर्म रहस्य सेवा ट्रस्ट (MPDRST) के जिलाध्यक्ष, सुप्रिया काले और कृष्णा काले द्वारा किया गया। यह जगराता पूरी तरह से भक्तिमय और आध्यात्मिक वातावरण में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने हिस्सा लिया।