शमशान डाकिनी साधना अनुभव भाग 3
नमस्कार गुरु जी एक बार फिर से मैं आपके पास उपस्थित हूं। कुछ समय के विराम के बाद आज एक
नमस्कार गुरु जी एक बार फिर से मैं आपके पास उपस्थित हूं। कुछ समय के विराम के बाद आज एक
जल्दी से जल्दी गांव वाले उससे बचाव का सोचे ऐसा कह करके उसने सारी बात गांव भर में फैला दी
मनुष्य की यही वास्तविकता होती है की संभोग के दौरान उसे कुछ भी नजर नहीं आता है यह बात डायन