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अदृश्य या गायब होने की सिद्धि भाग १

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है आज मैं आप लोगों के लिए लेकर आया हूं गायब होने की विद्या जिससे प्रयोग से आप किसी को भी दिखाई नहीं देंगे पर आप सबको देख सकते हैं । यह एक अद्भुत विद्या है जो रावण ने भगवान शिव से प्राप्त की थी एक बार रावण ने भगवान शिव से पूछा कि है प्रभु मुझे अदृश्य होने की विद्या प्रदान करें तब भगवान शिव ने उससे कहा कि हे रावण ध्यानपूर्वक इस तामसिक विधि को सुनो और बोले मैं तुम्हें इसका मंत्र बताता हूं –

मँत्रः ॐ हुं फट कालि कालि मासशीणतीं खादय खादय देवि मा पशयतु मानुशेतिं हुं फट स्वाहा।। 

साधक बताए गए इसी मंत्र के अनुसार अपने गुरु से इसे मंत्र की दीक्षा लेकर 10 लाख बार इसका जाप करें और इसको सिद्ध करें। अब आक सेमल कपाश रेशम तथा कमलनाल इन पांचों कि बत्ती बनाकर पाँच मनुष्यों की खोपड़ी मे रखकर मनुष्य की चर्बी का तेल भरकर जलाए।

किसी शिव मंदिर या किसी एकांत स्थान में रखकर इसका काजल निकाल ले इस प्रकार 5खोपड़ी मैं से काजल निकाल कर इसी सिद्ध मंत्र से  108 बार पढ़कर अपनी आंखों में लगा ले तो उसे कोई भी नहीं देख पाता वह किसी को भी दिखाई नहीं देता है देवता भी उसे देख नहीं पाते पर वह सबको देख सकता है।

ऐसा करने से इंसान अदृश्य हो जाता है और अगर वह अपनी आंखों से काजल को निकाल ले या धो ले तो वह सबको दिखाई देने लगता है हे रावण मैंने तुमको यह गुप्त विद्या प्रदान की है । तो यह था गायब होने की विधि अगर आपको यह साधना पसंद आई हो तो धन्यवाद।।

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