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अप्सरा साधना और मेरी सच्ची प्रेम कहानी भाग 3 अंतिम भाग

अप्सरा साधना और मेरी सच्ची प्रेम कहानी भाग 3 अंतिम भाग

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। आप लोगों ने अप्सरा साधना और मेरी सच्ची प्रेम कहानी के दो भागों को जान लिया है तो चलिए आगे जानते हैं। इस कहानी आगे क्या घटित होता है?

गुरुजी जब उस लड़की ने मुझसे इस प्रकार से बात की तो सच में मुझे बहुत बुरा लगा। यह मुझे बिना किसी वजह के इतना बुरा क्यों बोल रही है तो मैंने उससे कहा कि मैंने कहा ना कि आप? का मोबाइल मेरे पास रह गया था क्योंकि मेरी नहीं बल्कि आपकी ही गलती थी। इसलिए आप मुझे इस प्रकार से दोष नहीं दे सकती हैं। तब उसने गुस्से में कहा, एक तो तुमने मुझे बहुत परेशान किया। ऊपर से मैं लगातार फोन करती रही। तुमने उठाया भी नहीं और आज जब मुझे यह फोन प्राप्त हुआ तो तुम्हारी सच्चाई भी पता चल गई। तो मैंने उससे पूछा, आप किस सच्चाई की बात कर रही हैं तो उसने बताया कि यह मुझे जब वह शहर की तरफ गई और एक दुकान पर जो कि मोबाइल की थी वहां पर मेरी नजर तुरंत इस मोबाइल पर पड़ी। मैंने उससे कहा, यह मोबाइल किसका है तो उसने कहा, ऐसे ही किसी का मोबाइल बेचने के लिए कोई आदमी आया हुआ था। तब मैंने कहा, क्या यह आप मुझे दे सकते हैं क्योंकि यह तो मेरा मोबाइल है? तब उसने कहा अच्छा तो इसका मतलब उसने आपका ही मोबाइल चुरा कर दिया होगा।

ठीक है आप इस मोबाइल को ले लीजिए, लेकिन आप अगर इसका पासवर्ड खोल पाई तो मैं मान लूंगा और फिर मैंने उसके सामने ही पासवर्ड खोल कर उसे दिखाया और साथ में अपनी फोटो और गैलरी में जितनी भी फोटो चित्र वीडियो वगैरह सब कुछ दिखाएं। मेरे कांटेक्ट नंबर। मैंने उसे दिखाएं तो वह मान गया। तब उसने कहा, एक बात आप अपने मोबाइल नंबर से मुझे कॉल कीजिए। तब उसने जब इस प्रकार कहा। तो मैंने उसके मोबाइल नंबर पर कॉल भी कर दिया और फिर वह कहने लगा। ऐसे लोगों से आपको बचकर रहने की जरूरत है। कोई समस्या होगी तो मैं बताऊंगा। ऐसे लोग दूसरों का मोबाइल चुराकर बेचने के लिए चले आते हैं और यह कहकर उसने मुझे वह मोबाइल दे दिया। और इस प्रकार दो-तीन दिन से मैं उससे बातचीत भी कर रही हूं तो उसने बताया कि तुम कितने खराब व्यक्ति हो?

तब मैं सारी बात समझ गया। मुझे यह पता चल चुका था कि यह सब कुछ किया कराया। उस दुकानदार का है क्योंकि यह लड़की खूबसूरत है और बाहर से पढ़ कर आई है। इसलिए मेरे माध्यम से इसने इससे अपनी दोस्ती करने के लिए ही मेरे बारे में गलत बातें बताना शुरू कर दिया है। मैंने उससे कहा, तुम्हें गलतफहमी हुई है। मैं सच कह रहा हूं। मैंने तुम्हारा मोबाइल जब देखा तो वह चार्ज नहीं था तो उसे चार्जिंग में लगाया। उसके बाद गांव में तुम्हें ढूंढने के लिए निकल गया। वहां भी तुम नहीं मिली। उसके बाद घर वापस पहुंचा। तो फिर मुझे चार्जर की प्रॉब्लम आ गई। चार्जिंग की प्रॉब्लम को दूर करने के लिए मैं उस दुकानदार के पास पहुंचा। और? मैंने सारी बातें बता दी, इसका फायदा उसने उठाया।

तब लड़की ने कहा, क्यों बेवकूफ बनाते हो उस लड़के ने मुझे कहा था कि ₹4000 में तुमने मेरा मोबाइल बेच दिया। इसीलिए वह कह रहा था कि ₹4000 ना सही ₹2000 तो मुझे भी ही दो इसीलिए वह रोज रोज मुझे फोन करता है। तब मैंने उसे कहा है, ठीक है, मैं कुछ पैसा अवश्य दूंगी। वैसे भी तुमने मेरा मोबाइल संभाल कर रखा हुआ था तो मुझे और भी ज्यादा गुस्सा आया। मैंने कहा चलो मेरे साथ मैं उस दुकानदार के पास चलता हूं और तुम्हारे सामने ही। उससे सच उगलवाता हूं।

तब उसने कहा, मुझे इसकी आवश्यकता नहीं है। मैं अच्छी तरह जानती हूं कि तुम उसे डराओगे और धमकाओगे और विचारा कहीं तुम्हारे डर के मारे वह वही बोल दिया जो तुम चाहते हो तब भी मैं तुम पर ट्रस्ट कैसे कर सकती हूं। अगर मेरी किसी भी कॉल को तुमने उठा लिया होता। जो कि मैं दिन भर करती रही तो शायद मुझे तुम पर विश्वास हो जाता पर तुमने तो एक बार भी मेरा फोन नहीं उठाया।

तब मुझे सच में बहुत बुरा लगा। तो मैंने सोचा कि? ठीक है मेरी सच्चाई खुद-ब-खुद कोई ना कोई बताएगा और तब तुम मुझ पर विश्वास करोगी। मैं भगवान पर पूरा विश्वास रखता हूं। गुस्से से मैं वहां से बाइक स्टार्ट करके अपने गांव की तरफ वापस आने लगा। रास्ते भर बाइक में बैठे हुए मेरे दिमाग में बहुत बड़ी उलझन आ चुकी थी। मुझे बहुत गुस्सा आ रहा था। एक अच्छी दोस्त  खो चुका था। यहां तक कि उस दुकानदार को मारने का मन कर रहा था। इसलिए गांव की तरफ जाने के बजाय मैं शहर की तरफ अपनी बाइक मोड़ने वाला था कि तभी मैंने याद किया। मां ने कहा था जल्दी वापस आ जाना। इसलिए अपने आप को मैंने समझाया और इसके बाद फिर मैं अपने घर पहुंच गया। मां ने कहा, काफी देर बाद आए हो? क्योंकि बीच में मैं स्वयं एक स्थान पर किनारे खड़ा होकर सोचने लगा था। इसलिए काफी समय और भी ज्यादा बीत गया था फिर मैं। बाइक स्टार्ट करके

आकर वापस आ गया।

और फिर मैं यहां मां से बातचीत करने लगा। मैंने खाना बनाया उस पूरी रात में परेशान रखा। अगले दिन फिर से मैंने बाइक स्टार्ट की और पहुंच गया। उस दुकानदार के पास तब जब मैं दुकानदार के पास पहुंचा तो वह कहने लगा कि अरे वह लड़की आई थी और कह रही थी कि वह लड़का बहुत नालायक है। मेरा फोन उसने नहीं उठाया और तब वो कहने लगी कि तुम उसके साथ गलत हरकतें भी कर रहे थे। अश्लील बातें भी कर रहे थे। तब मैंने कहा, उसने तो कहा कि तुमने मेरे बारे में गलत बताया है तो वह कहने लगा नहीं। मैंने कोई गलत बात नहीं की। मैंने यह कहा कि अगर तुम्हारा मोबाइल है तो?

इसमें उस लड़के का नंबर तो जरूर होगा। पर उसने कहा, मेरे पास उस लड़के का नंबर नहीं है तभी मैंने कहा, मुझे तो विश्वास ही नहीं है कि यह तुम्हारा मोबाइल है तो वह गुस्से में हो गई। तब मैंने कहा ठीक है तुम मुझे ₹2000 दो और अपना मोबाइल लेकर चली जाओ। तब उसने कहा, मैं ₹1 भी नहीं देने वाली तुम भी लगता है उस लड़के के दोस्त हो।

तब मैंने कहा ठीक है तुम्हें विश्वास दिलाने के लिए मैं तुम्हें यह मोबाइल फ्री में देता हूं, लेकिन पहले इसका पासवर्ड डालकर खोलो।

तो उसने पासवर्ड डालकर खोला तो सच में मोबाइल उसी का था इसीलिए मैंने उसे वह मोबाइल दे दिया। वह बार-बार तुम्हें गाली देते हुए जा रही थी।

मैं जब उसकी यह बातें सुना तो अभी तक तो मैं सच में उस लड़की की कोई गलती नहीं समझ रहा था। लेकिन अब! मुझे लगता है कि वह लड़की ही गलत है। और यह दुकानदार सही बोल रहा है। मैं इस दुकानदार के पास आकर और भी ज्यादा उलझन में फंस गया था। आखिर सच्चाई क्या है क्या उस लड़की के पास दोबारा जाऊं? या फिर उस लड़की को यहां लेकर आओ? और? इन दोनों में से सच कौन बोल रहा है, मुझे कैसे पता चलेगा? तब वह घटना घटी इस घटना को बताने के लिए ही मैंने यह सारी कहानी आपको सुनाई है। कहते हैं अगर आप कोई साधना करें तो उसमें शक्ति आपकी अप्रत्याशित रूप से सहायता अवश्य करती है।  कोई भी साधना निष्फल नहीं जाती है। इसीलिए मुझे पता नहीं मेरे मन में कैसे यह विचार आ गया कि एक बार उस साधना को करके देखता हूं और उस अप्सरा से कहता हूं। अब तुम ही कोई मार्ग निकालो, मुझे तुम पर पूर्ण विश्वास है। इसलिए! मैंने एक निर्णय लिया। कि मैं अप्सरा की साधना करूंगा और उससे मदद मांग लूंगा। मैं चाहता हूं कि अगर यह लड़की सच्ची है तो मेरी दोस्त बने। और अगर यह मुझे मूर्ख बना रही है तो इसे सबक मिले उस दुकानदार! को सबक मिले अगर वह झूठ बोल रहा है और अगर वह सच बोल रहा है तो वह मेरा और अच्छा दोस्त हो जाए। यह सोच कर कि मैं घर आ गया।

मा से मैंने कहा। की? एक कमरा जिसमें ताला लगा रहता है क्या मैं वहां पर पूजा पाठ कर सकता हूं तब माँ ने कहा, इसकी क्या आवश्यकता है। तुम मंदिर में जाकर भी तो कर सकते हो पर मैंने कहा, मैं इस बात को समझो जो मैं कह रहा हूं। शायद उन्हें मेरी आंखों में कोई लक्ष्य दिखाई दे रहा था। इसलिए उन्होंने हामी भर दी। उस रात्रि से लेकर 3 रातों तक लगातार में अप्सरा के मंत्रों का जाप करता रहा। चौथी रात में अचानक से सो गया। मेरे सिर पर किसी के उंगलियों की छूने की पूरी अनुभव मुझे उस वक्त हुई थी।

और सुबह के वक्त अचानक से किसी ने मेरा नाम मेरे कान में जोर से बोला। और मैं हड़बड़ा कर उठ गया। मैं वही साधना करते हुए सो गया था।

कि तभी मा ने दरवाजा खटखटाया और कहा कि बेटा तुमसे मिलने के लिए कोई आया है। मैं उठ कर अपनी आंखें मलते हुए। दरवाजे पर गया दरवाजे के बाहर वही लड़की खड़ी थी। और यह? एकदम मेरे गले लग गई। उसने कहा, मैंने तुम्हें गलत समझा।

मुझे माफ कर दो।

मुझे सपने में रोजाना एक लड़की आती है और कहती है, तुमने गलत किया है और उसके बाद जब मैंने सपने में उससे बातचीत की तो उसने मुझे सारे दृश्य दिखाएं कि कैसे उस दुकानदार ने मूर्ख बनाया है मुझे और तुम्हारी सच्ची दोस्ती को मैं नहीं समझ पाई। बार बार उन चीजों को समझने के लिए। मैंने एक और काम किया।

जब वह दुकानदार का लड़का। दुकान पर मौजूद था उस वक्त जाने के लिए। उस लड़की ने सपने में मुझसे कहा था और यह भी कहा कि 3 दिन पहले का सीसीटीवी जो उसकी दुकान में लगा है उसे देखो जाकर उसे पैसे दे देना। उसकी  जानकारी चाहिए थी इसीलिए वह सब कुछ चुपचाप दिखा देगा क्योंकि वह लालची है और उसने। सच में मुझे सारा सीसीटीवी कैमरा दिखा दिया। 3 दिन पहले जो तुम्हारी बातें उसके साथ हुई थी और उसके बाद जब दोबारा तुम उसके पास गए तब की भी मैं अच्छी तरह समझ गई। उस दुकानदार ने ही मुझसे दोस्ती करने के लिए यह सारा प्रपंच रचा था। और देखो उसे भी! सबक मिल गया है। वह सुबह मुझसे मिलने ही आ रहा था क्योंकि उसने कहा कि वह कुछ बातें तुम्हारे बारे में और भी बताना चाहता है। इसे सुनकर मैं भौचक्की ही रह जाऊंगी। इसलिए वह जब हमारे गांव के।

एक गली से गुजर रहा था तो वहां पर एक भैंस भड़क गई थी और उसने उसकी बाइक और उसे गिरा दिया। उसके पैर में चोट आई है और वह इस वक्त हॉस्पिटल में भर्ती है।

सारी बातें आज मैं समझ चुकी हूं।

वह लड़की जो भी थी, लेकिन उसने मुझे पूरी सच्चाई बताई। तुम्हारे सच्चे प्रेम के बारे में भी बताया है। इसीलिए मैं तुमसे प्यार करती हूं। और तुम्हारे जैसा ही जीवनसाथी चाहती हूं।

इसके बाद मैंने भी उसे प्यार के लिए प्रपोज कर दिया।

अच्छी बात यह थी कि वह मेरी ही कास्ट की लड़की थी और आज हम लोगों की सगाई तय हो चुकी है।

गुरु जी यह एक सत्य घटना है जो कि आप सच नहीं मानेंगे पर घटित हुई थी जिसकी वजह से मैं आज एक खूबसूरत लड़की को अपने जीवन में लेकर आ पाया और वह भी किसी अप्सरा की वजह से। आपकी उस साधना के लिए आपका विशेष रूप से धन्यवाद!

आपने जाना कि किस प्रकार से साधना के माध्यम से शक्तियां बहुत बड़ी मदद भी करती हैं। अगर आपको आज का वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें सब्सक्राइब करें आपका दिन मंगलमय हो जय मां पराशक्ति।

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