इच्छाधारी नाग और मुस्लिम राजा का युद्ध
प्रणाम गुरुजी मैं आपको और आपके परिवार को नवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई आपको ईमेल कर रही हु क्योंकि आपको मेरी जिंदगी की कहानी बता सखू मैं ने आपको लाइव कबि नही देखा मैं आपके चेंनल से एक महीने पहले ही जुड़ी हु आपकी लग भग सारी वीडियोस देखी है मैं दिल्ली noida अपने रिश्तेदार के यहाँ रहती हूं पर मैं पुने से हु मैं माँ मनसा और माँ दुर्गा जी की भक्त हु बचपन से उनकी ही पूजा की है मैं कॉल सेंटर पर जॉब करती हूं मैं एक साधिका हु जहा तक मेरे परिवार में पापा मा मेरी छोटी बहन मेरे चाचा चाची और cousins है पाप bank maneger है मैं graduation कर चुकी हूं
मेरे इलाके मे एक कहानी प्रचलित है नाग देवता पे पहले मैं अपनी दिल की बात आपसे साजा करती हूं ये सब कुछ दिनों पहले शुरू हुआ था आपकी ही एक शिष्या जो गोआ की है मुझसे जुड़े हुवे सभी लोगो के नाम गुप्त रख रही हु ताकि उनकी गोपिणीयता बंग ना हो उस साधिका का निक name priyu है उनका एक दिन मेल आया वो बता रही थी कि एक लड़का है जो लखनऊ से है माता ने उसने शादी के लिए मुझे चुना है वो बहूत अच्छे लड़के है मैंने कहा ठीक है मैं फिलाल साधना में हु उनसे बाद में बात करती हूं  उनकी एक मेडिकल स्टोर है   दिल के बहुत ही अच्छे हैं
फिर तीन महीने बाद उन लड़के का ईमेल आया उसी दिन से हम दोनों में बातचीत होने लगी बात चीत मे पता चला कि वो भी आपका शिष्य है उनसे ज़्यादा तो priyu से करीब हु क्योंकि वो पिछले जन्म में मेरी छोटी बहन थी पहले तो मुझे उन लड़के मे कोई धिजसपी नही थी बात करनी थी इसलिए करती थी मैं हमेशा इंग्लिश में उनसे बात करती थी इसलिए उन्हें लगा कि मुझे हिंदी नही आती इस पे मैंने भी एक झूठ बोला की मैं न्यूयॉर्क सिटी में पली बढ़ी हु धिरे धीरे बात चीत आगे बढ़ने लगी वो बहुत अच्छे हैं  इसलिए मैं उनसे कब प्यार करने लगी पता ही नही चला
एक रात मेरी ही शक्ति ने मुझे कहा ये लड़का बहुत इमोशनल और सेंसिटिव है तुम भी इसे प्यार करने लगी हो कई ऐसा ना हो कि तुमारे न्यूयॉर्क के झूट की वजह से हमेशा के लिए खो ना दो गुरुजी भले ही मैंने उनसे झूट बोला पर दिल से उनको चाहती हु कुछ साल पहले मेरी एक दोस्त ने ऐसे ही एक लड़के से झूठ बोला था नतीजा क्या निकला वो बेचारा बुरी तरह से टूट गया और मेरी फ्रेंड को शोड दिया वही मुझे डर था कि वो मुझे ऐसे ना शोड दे वैसे भी झूट किसी को नही पसंद उस रात मैंने उनसे ये न्यूयॉर्क वाला झूट बताना चाहा लेकिन डर की वजह से नही बता पायी अब पता नही वो क्या सौचेगा ये बात मुझे अंदर ही अंदर खा रही थीं उस रात गुस्से में उन लड़के को भी बहुत कुछ कहा किसी वजह से पहले ही मैं डिप्रेशन में थी उसी रात मैने अप्सरा वाले भैया से बात की ( प्रतीक ) कृपया उनका नाम ना ले उन्होंने मना किया है उनको गुप्त रहने का आदेश है भैया को झूठ के बारे में बताया तो उन्होंने अपनी अपसरा से बात कि उन्होंने कहा झूट बोलना पाप तुमने झूट बोल गलती की इसलिए नवरात्रि तक प्रयाचित साधना करो उस से तुम इस दोष से मुक्त होगी
अगली सुबह  मैंने ये सब priyu से दिसकस्स किया  कि क्या करूँ  अप्सरा ने उसे उस रात  हि सपने में कहा priyu को अप्सरा ने बताया कि नवरात्रि तक  ये सब समाले भले ही उस लड़के का priyu पर से विश्वास उड़ जाएंगे  फिर भी वो मेरे लिए तैयार हो गई उसे कहा गया कि एक लंबा नाटक होगा जो अनिका के लिए होगा उसे सब समजाया इतने दिन से वो भी ये सब जेल रही हैं पहले ही उसकी जिंदगी में बहुत बवाल है ये सारा कुछ  अप्सरा वाले भैया और priyu को पता है  इसलिए आज आपको ईमेल कर रही हूं आज मेरी प्रयाचित वाली साधना पूरी हो गयी अब माता की साधना करूँगी  जहा तक कि शादी की बात है मैं शादी  २८ साल पे ही करूँगी जहा तक मैंरी डिप्रेशन की बात है  दस साल पहले कुछ हुवा था औऱ मैं कबि माँ नही बन सकती future husband को बच्चा नही दे सती क्योंकि मेरे utrus मे प्रॉब्लम हैं ये बात जब मैं 20 साल की थी तब diagonis हुवी थी जब मुझे पता चला कि उसकी अपनी wife से बहुत उम्मीदें हैं और होनी भी चाहिए  जैसे लड़की अपने होने वाले पति से उमीद रखती हैं  पर मैं उसे वो खुशी नही दे सकती मुझे ये realise हुवा  ये सब शिपाके उसे धोके में रख रही हूं .
इसलिए इस ईमेल मे ही उनसे कह रही हु की plz इस बारे मे सौचिये क्योंकि आपके परिवार को भी पोता पोती की इच्छा होगी मैं आपसे सच्चा प्यार करती हूं इसलिए पहले ही बता रही हु मैं पूरी तरह से 28 age पे ही रिवील करूँगी उसे पहले नही मेरी एक बुरी आदत है कि मैं बहुत ज़िद्दी हु जहा तक कि priyu वो बहुत अच्छी लड़की है उन लड़के के घर में क्या चल रहा है ये बात मुझे भैया ( प्रतीक) ने बताई है खैर मुझे इंग्लिश हिंदी मराठी तेलुगु तक आती हैं खैर ये सच है मेरा अब उन लड़के पे है उनका decision मुझे मंजूर है  मेरी एक मजबूरी है समय से पहले मैंने अपने आप को सब के सामने लाया तो मैं मारी जाऊँगी क्योंकि पिछले जन्म के कर्म ही ऐसे है इसलिए माता भैरवी ने order दिया है मैं समय से पहले मौत नही चाहती  अब  सब आप पे है पिछले जन्म में बहुत बुरे कर्म भी होंगे
अब आती हु हमारे इलाके की कहानी पे ये बात बहुत साल पहले की है जब  मुस्लिम शासक थे हमारा गांव सभी चीज़ों मे समृद्ध था  सारि सुविधा उपलब्ध थी सभी प्रकार से सम्पन्न था  सारे गाव वाले एक इच्छाधारी नाग देवता को पूजते थे उनके ही वजह से गांव की सारी पीड़ा धूर होती थी सुना है वो रोज रात 7 बजे एक स्तान पे आते और गाँव वालों की परेशानी हल कर जाते थे इसलिए गांव वाले किसी राजा को नही मानते थे इस बीच एक मुस्लिम राजा था उसका राज्य  बहुत विस्तृत था  फिर भी उसे अपना साम्राज्य और बड़ा करना था तो वो डिरे डिरे  एक एक गाँव पे चढ़ाई कर उस पर अपना कब्जा करता  एक बार वो राजा जगल से गुजर रहा था अपनी सेना के साथ  ये जंगल हमारे गाँव को लग के ही था  हम से आगे वाले गांव पे हमला करने की तैयारी थी  तबी उस मुस्लिम राजा ने एक जगह गांव वालों को एखता देखा तो रुक उनके पास गया देखते ही देखते पूरे गाँव को सैनिको ने गेर लिया  राजा को और इतनी बड़ी सैन को देख गांव वाले डर गए क्योंकि गाँव वाले जानते थे कि बी राजा बहुत कृर था पर वो लोगो को  नहीं मरता अगर लोग उसको अपना सब कुछ यानी भगवान  मानते तो उन लोगो को खुश रखता  उसने सौचा नही था कि हमारा गाव उसे रास्ते पे ही मिल जायेगा उसकी और एक बुरी बात थी वो सारे हिन्दू लोगो को मुस्लिम समुदाय में शामिल कराना चाहता था
उसने गाव वालो से बात की गाव वाले हिन्दू धर्म के समर्थन करते थे गांव वालों ने साफ साफ मना किया कि वो कट्टर हिन्दू है और अपने नाग देवता को ही पूजेंगे अपना हिन्दू धर्म का त्याग नही करेंगे भले ही उनकी जान लो जितने भी हिन्दू राजा आते थे वो इस इच्छाधारी नाग का दर्शन कर जाते थे लेकिन ये राजा अति दुष्ट था हमारा गांव तब छोटा सा ही था उसने गांव वालों के सामने हीरे मोती पेश किए और कहा अगर कोई इस्लाम कबूल करता है तो ये सब इस गांव वालों का हो जाएगा लेकिन गांव वाले नही सुना वही ज़िद पे अड गए कि नही कुछ भी हमारा सब कुछ तो हमारा धर्म ही हमारे धर्म से ओर नाग देवता से बढ़कर हमारे लिए कुछ नहीं तब राजा को गुस्सा आया गुस्से में बोला सुना है ये नाग देवता तुम लोगो की रक्षा करता है तो ठीक है मैं भी देखता हूं मेरी इतनी बढ़ी सेना से तुम लोगो की रक्षा कैसे होती हैं
बोल अपनी विशाल सेना को आदेश दिया इस मे काफी गांव वालों को मारा गया गांव वाले कोई लड़ाकू नही थे उनके पास कोई weapon नही थे वो बस छोटी मोटी चीज़ों से खेद मे अपना काम कर गुजारा किया करते  लोगो को मारा ही जा रहा था उनमें से कुछ लोग बच्चे बूड़ै भी थे ये सब हो ही रहा था तबी वहां वो इच्छाधारी नाग देवता  भी आ गया साँप के रूप में  तो उस साँप को मामूली साँप समझ सैनिक उसे मारने की कोशिश करने लगे लेकिन देखते ही देखते वो इंसान बन गया आखिर इच्छाधारी नाग है ये सब देख सैनिक भी बोचके रह गए अब दिव्य नाग है तो शक्तिशाली होगा ही वो इच्छाधारी नाग बार अलग अलग रूप अपना लेता क्योंकि जंगल का इलाका था  वो सैनिकों का रूप ले उनसे लड़ने लगता इस से काफी सैनिक मरने लगे  तो एक सैनिको की टोली राजा के पास जा उने सब बताया कि  इस तरह वहाँ सच में एक इच्छाधारी नाग है जो हमारे ही सैनिको का रूप ले सब सैनिको को मार रहा है हम आपस में लड़ मर रहे है रूप बदल हमारे ही बीच आ हमारे लोगो को मार रहा है  तो राजा ने गभीरता को समझते हुए आदेश दिया कि  जिस पे भी शक हो उसे मार डालो पहले राजा ने कुछ संख्या में ही सैनिको को बेजा था अब हज़ारो संख्या में भेज दिया
सारे सैनिको से अकेले लड़ता रहा उस लड़ाई उसे भी गमबीर चोटे आयी  सैनिको ने उसे उसी सैनिक के बेस में मार डाला मरते मरते उसने बोला कि उसकी नागिन तुमारा सर्व नाश करेगी तुम्हारी मौत पक्की है इस बात से राजा को कोई फर्क नही पड़ा इस बीच कहि गांव वाले अपनी जान बचा जंगल में भाग गए थे जो बचे कूचे लोग थे उन्हें मार राजा आगे बढ़ गया  फिर कहते है जब जब राजा के सैनिक उस जंगल से जाते थे तब कोई नही बच पाता सारे सैनिक साँप के काटने से मारे जाते कुछ एक आठ बच जाते   जंगल में मौत को देख राजा जंगल से धूर रहने लगा  शह महीने के अंदर उस राजा का पूरा वंश ही खतम हो गया  था पहले तो वो सब पे हमला कर उनके राज्य पे कब्जा किया करता था
लेकिन अब वो मुस्लिम राजा धीरे दिरे कर पागल हो रहा था उसे हर तरफ साँप दिखते अब जिस जिस राजा का साम्राज्य उसने शीना था अब वो सब लोग इस राजा पे हमला कर रहे थे  उसे उसके महल में  ही मारने सब गए लेकिन राज भवन के कमरे में उसकी पहले से ही मौत हो गई थी उसका पूरा शरीर नीला पड़ गया था  ये स्टोरी हमारे यहाँ बहुत सुनाई जाती हैं आपके चेंनल पे ऐसे किस्से बहुत है plz मेरी ये स्टोरी प्रकाशित करे ताकि सारे धर्म रहस्य के मेम्बर तक ये कहानी पहुचे ये कहनी इतिहास मे कई नही मिलेगी क्योंकि हिन्दू धर्म का प्रचार प्रसार ना हो इसलिए दबा दी गयी हैं  मुस्लिम राजावो ने
जहा तक उन लड़के की बात है मैंने अपनी प्रॉब्लम बता दी उन्हें कहा भी गया था कि बस नवरात्र तक wait करो सब पता चलेगा वो साधना तो पूरी हो गई अब मैं माता के स्वरूप की करूँगी जहा तक मैंने वो झूठ बोला मुझे नही पता था कि वो लड़का सच में emotional है m so so sorry पर क्या करूँ मुझे इंग्लिश बोलना पसंद है इसलिए मैं english ही बोला करती थी कृपया ये कहानी ज़रूर publish करे it’s my request to you
जय माँ मनसा
जय माँ आदिशक्ति
धन्यवाद
								
															




