नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग एक विशेष तरह के साधना के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। क्योंकि इसके विषय में जानकारी का थोड़ा अभाव मिलता है। साधना है कच्चा कलुआ। यह एक ऐसी तांत्रिक छोटे बच्चे की आत्मा होती है जिसे हम कच्चा कलुआ के नाम से जानते हैं। तांत्रिक इन्हें मसान भी कहते हैं कच्चा कलुआ एक ऐसी ऊर्जा रूपी आत्मा है जो मुक्ति ना प्राप्त करने के कारण। विधिवत मुक्ति संस्कार ना होने के कारण। आसपास भटकती रहती है और कुछ तांत्रिक इसे अपने काबू में करके। जगा कर कई बार सिद्धियां प्राप्त कर लेते हैं।
कच्चा कलुआ यानी मसान। इसे राजस्थान में झरूंटिया भी कहते हैं। एक छोटी बच्ची की भटकती हुई आत्मा बेहद शक्तिशाली होती है। इसका प्रयोग तांत्रिक लोग अपने बुरे कामों को अंजाम देने में ही ज्यादातर करते हैं या किसी परिवार या दुश्मन के वंश के ऊपर इसका प्रयोग किया जाता है। कच्चा कलुआ ऐसी आत्माएं हैं जिनका संस्कार विधिवत तरीके से ना किया गया हो यानी अंतिम संस्कार। तब वह खुद-ब-खुद ऊर्जा का रूप ले लेते हैं। इनके पास खतरनाक शक्तियां होती हैं। यह बड़े से बड़े काम को अंजाम दे सकती हैं। इनकी शक्तियां चरम पर हो जाती है इसलिए इन पर काबू भी करना बहुत ही कठिन होता है। मसान यानी कच्चा कलुआ। बहुत ही नटखट! छोटे बच्चे की आत्मा होती है केवल एक ऐसी आत्मा है जो मंदिर में भी आ जा सकती है। और बालक स्वरूप में इस पर काबू पाना सरल नहीं होता है। गर्भ में पलने वाला बच्चा अगर जन्म के दौरान मर जाए या बच्चा जिसकी उम्र 9 साल से कम है मरने पर उसका दाह संस्कार अच्छी प्रकार ना किया गया हो। यह ज्यादातर जिन्हें दफनाया गया या नदी में प्रवाहित किया गया हो। विधिवत संस्कार ना होने के कारण यह खुद ही भटकने लगती है। अगर बच्चा पैदा होता है तो उसकी नाल को काट दिया जाता है किंतु जब गर्भपात हो जाता है तो ऐसा हो ही नहीं पाता। तब गर्भ का जीव कच्चा मसान जिसे कहते हैं। वह माया से जुड़ कर रह जाता है। जो कि उस जीव को अजेय बना देती है क्योंकि वह जुड़ी रहती है। अपनी मां से वहां से शक्तियां प्राप्त कर रही होती है तो यह जीव आत्मा प्रकृति ब्रह्मांड से शक्ति प्राप्त करती है। आमतौर पर ही धारणा है कि गर्भपात होने पर उस गर्भ का जीव जो है, वह समाप्त हो जाता है। लेकिन जीव तो स्वयं माया का सहभागी हो। घर से संसार से अलग अपना एक तांत्रिक खेल खेलता है। मसान कोई छोटी आत्मा नहीं होती है। यह बच्चों की आत्माओं से बनती है और उनकी शक्तियां भी अपनी चरम पर पहुंच जाती है। देखा गया है कि इनकी मुक्ति इनके माता-पिता ही करवा सकते हैं क्योंकि यह छोटे बालक की उर्जा होती है। इसलिए यह बहुत अधिक शैतानी करते हैं और अपने शिकार को खेल-खेल में ही मार भी डालते हैं। कच्चा मसान/ गुम मसान या कच्चा कलवा जो जीव गर्भ में समाप्त हो जाता है, उसे हम कहते हैं लेकिन जो कच्चा कलुआ होता है, वह एक छोटा बच्चा होता है जो दूध तो पीता हो, अन्न ग्रहण करने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई हो या नहीं वक्त? मूल खाने या भोजन को ग्रहण ना कर पाया हो। पित्र! जो होते हैं वह ऐसे होते हैं जो बालक जीव अन्न ग्रहण करने लगे। साधारण तौर पर वह बच्चा जो 6 वर्ष तक अन्न ग्रहण करने लग जाता है और उस जीव का विवाह ना हुआ हो, चाहे उसकी आयु 80 वर्ष ही क्यों ना हो। ऐसा भी जीव मृत्यु उपरांत पित्र योनि को चला जाता है इसी प्रकार ऊत का विवाह तो हुआ हो लेकिन उसकी कोई संतान ना हो। उसे कहते हैं इसके अलावा मुंजा, ब्रह्मराक्षस कभी इस तरह की अनेक योनिया है। मसान कोई भी हो अधिकतर वह शक्तिशाली क्यों होते हैं? और छोटे बच्चे एक कच्चा कलुआ जो होता है वह बहुत ही अधिक शक्तिशाली माना जाता है क्योंकि जल्दी किसी के नियंत्रण में नहीं आता है। छोटे बच्चे पर काबू करना कितना कठिन होता है। आप लोग समझ सकते हैं और जब वह आत्मा के रूप में हो तो कितना कठिन हो सकता है। यह इतने छोटे होने की वजह से ही मंदिर जैसी पवित्र जगह पूजा-पाठ, अनुष्ठान वाली जगहों पर भी घूमते रहते हैं और अपने सभी कार्य कर डालते हैं। इसी से आप अनुमान लगा सकते हैं कि जब उन पर काबू नहीं किया जा सकता तो यह कुछ भी करने में समर्थ होते हैं। इससे सबसे अधिक खतरा गर्भवती महिला को होता है। अगर कोई गर्भवती महिला कच्चा कलुआ की चपेट में आ जाती है तो उसके गर्भ को बचाना बेहद कठिन होता है। कच्चा कलुआ सबसे ज्यादा इनकी ओर आकर्षित भी होता है और अगर किसी गर्भवती महिला पर कच्चा कलवा यानी मसान हमला कर दे तो सबसे पहले वह अपना निशाना गर्भ में पल रहे भ्रूण को ही बनाता है जिसकी वजह से गर्भ गिर जाता है या समाप्त हो जाता है। यह साधना सिर्फ अच्छे कार्यों के लिए ही करनी चाहिए क्योंकि अधिकतर इस साधना को लोग केवल बुरे कर्मों के लिए ही करते हैं। पुराने समय के वंशानुगत इच्छाओं के कारण दुश्मन के वंश को ना बढ़ने देने की एक सोच के कारण ज्यादातर कच्चा कलवा का प्रयोग तांत्रिकों के माध्यम से बाकी लोग करवाते हैं। इसका जो मंत्र है वह मैं आपको बता देता हूं। लेकिन कृपया इसका प्रयोग ना करें जब तक कि आप किसी उत्तम गुरु के सानिध्य में इसकी साधना ना कर रहे हो। इसका जो मंत्र है वह इस प्रकार है। “काला कलुवा चौसठ वीर, ताल भागी तोर, जहां को भेजूं वहां को जाये, मांस-मज्जा को छुवन न जाये, अपना मारा आप ही खाये, चलत बाण मारूं, उलट मूठ मारूं, मार-मार कलुवा तेरी आस चार, चौमुखा दीया मार बादी की छाती, इतना काम मेरा न करे, तो तुझे अपनी माता का दूध हराम।”
कच्चा कलुआ की साधना के विषय में भी वर्णन आता है। वह मैं आपको बता देता हूं। किसी नाबालिग बच्चे के शव का कफ़न ले आये और उसी शव के मुंह के थूक का कफ़न पर लेप कर दे. अब अर्द्ध-रात्रि के समय किसी सुनसान जगह पर बबूल के पेड़ के निचे उस कफ़न को बिछा दे. पेड़ से थोड़ी ही दूर मल त्याग करने जाए और वापस ऐसे ही बिना साफ किये आ जाए.। इसके मंत्र कई सारे हैं। अब सामने पड़े मांस के टुकड़े में से एक छोटा सा हिस्सा निकाल ले और अपनी जीभ के नीचे रखकर मानस जाप के द्वारा इसका जाप पूरा करें। जब पूरा होने के बाद मांस के टुकड़े को मुंह से बाहर निकाल ले और मस्तिष्क पर लगाकर उसे वहीं छोड़ दें। और कफन को लेकर घर लौट आए। इस प्रकार यह 11 दिन आपको साधना करनी होती है। साधना में जब करते के लिए जाते वक्त लौटते समय पीछे मुड़कर बिल्कुल ना देखें ना ही किसी के सवाल यह जवाब को दें।
कलुआ अपनी लीला शुरू कर देता है। उसकी बातों पर ध्यान ना दें। कच्चा कलुआ साधक को कलुआ को मांस और मदिरा का भोग लगाकर वचन में बांध लेना चाहिए। हालांकि छोटे बच्चे का कलुआ आसानी से वचन में नहीं बांधा जा सकता है, लेकिन बड़ा कन्वे को आप वचन में बांध सकते हैं। अब बात करते हैं कलवा हटाने की विधि के विषय में। कई बार हम ऐसी परिस्थितियों में होते हैं जब कलुआ कंट्रोल से बाहर हो जाता है और साधक का कहना नहीं मानता है। छोटे बच्चे या फिर औरतें खासकर गर्भवती औरतें इसका शिकार ज्यादा होती हैं। ऐसी स्थिति में कलुआ को हटाने का मंत्र पढ़ कर के आप। इसका प्रयोग करेंगे। किसी ने अगर कलवा का प्रयोग कर दिया है तो रोगी के चारों तरफ सरसों के दाने छिड़कते हुए मंत्र का जाप करेंगे तो कलवा हट जाता है। देखें एक बात यह भी है कि कलवा से टक्कर लेने वाला साधक। किसी भी प्रकार से कायर या भीरु प्रवृत्ति का नहीं होना चाहिए ताकि वह उसका सामना अच्छे से कर सके क्योंकि उसे बहुत अधिक शक्तियां प्राप्त होती हैं और वह आपका दिमाग घुमा सकता है। इसके अलावा इसका एक और मंत्र है। कलवा कलवा गां गि गुं आहि आहि कों काल कमानी आव आव रह रह विदेशां खीचे आव, बातें मोरी अब पतिआव तो आप इससे अनुमान लगा लीजिए कि यह कई तरह के इनके मंत्र होते हैं और इस शक्तिशाली शक्ति से आप मारण क्रिया तांत्रिक क्रियाएं। इसी की कोख बनवा देना इत्यादि बहुत सारी चीजें की जा सकती है। लेकिन गलत कामों के लिए इनका प्रयोग कभी मत कीजिए और किसी योग्य गुरु के ही सानिध्य में यह साधना कीजिए। वरना साधक छोटे बच्चे की तरह पागल भी हो सकता है। और कई अवस्था में मृत्यु को भी प्राप्त हो सकता है तो सावधान होकर ही किसी योग्य गुरु के सानिध्य में यह साधना करें। यह था परिचय कच्चा कलुआ का अगर आपको आज की जानकारी पसंद आई है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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कच्चा कलुआ साधना रहस्य
Dharam Rahasya
धर्म रहस्य -छुपे रहस्यों को उजागर करता है लेकिन इन्हें विज्ञान की कसौटी पर कसना भी जरूरी है हमारा देश विविध धर्मो की जन्म और कर्म स्थली है वैबसाइट का प्रयास होगा रहस्यों का उद्घाटन करना और उसमे सत्य के अंश को प्रगट करना l इसमें हम तंत्र ,विज्ञान, खोजें,मानव की क्षमता,गोपनीय शक्तियों इत्यादि का पता लगायेंगे l मै स्वयं भी प्राचीन इतिहास विषय में PH.D (J.R.F रिसर्च स्कॉलर) हूँ इसलिए प्राचीन रहस्यों का उद्घाटन करना मेरी हॉबी भी है l आप लोग भी अपने अनुभव जो दूसरी दुनिया से सम्बन्ध दिखाते हो भेजें और यहाँ पर साझा करें अपने अनुभवों को प्रकाशित करवाने के लिए धर्म रहस्य को संबोधित और कहीं भी अन्य इसे प्रकाशित नही करवाया गया है date के साथ अवश्य लिखकर ईमेल - [email protected] पर भेजे आशा है ये पोस्ट आपको पसंद आयेंगे l पसंद आने पर ,शेयर और सब्सक्राइब जरूर करें l धन्यवाद