कामपिशाच का सोती लड़की पर आना भाग 1
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पे आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग एक साधिका के अनुभव को लेने जा रहे हैं, जो कि काम पिशाच नाम के एक भयंकर। असर को दर्शाता है और इस साधना में। एक साधिका के साथ काम पिशाच क्या क्या करता है, इस अनुभव के माध्यम से हम लोग जानेंगें तो चलिये पढ़ते हैं इनके पात्र को और जानते हैं इस अनुभव के विषय में।
नमस्कार गुरूजी, सबसे पहले मैं आपका धन्यवाद कहती हूँ क्योंकि आप। बहुत अच्छे से धर्म की बातों को समाज के समक्ष लेकर आ रहे हैं। हमारे हिंदू सनातन धर्म को आगे बढ़ाने के लिए उस पर विश्वास होना जरूरी है। और इसके लिए आप तंत्र मंत्र के माध्यम से। इससे। लौकिक और पारलौकिक प्रयोग को बता रहे हैं। इसके लिए मैं आपको धन्यवाद कहती हूँ और। मैं अपने परिवार सहित जब भारत आऊंगी तो अवश्य ही आप से गुरुदीक्षा लूंगी। गुरूजी, मैं। बहुत अच्छी तरह से हिंदी नहीं बोल सकती, इसलिए। कृपया अपने शब्दों में ही। इस पूरी। कहानी को बोलियेगा। गुरूजी यह अनुभव। मेरा नहीं है। मेरे पास में ही रहने वाली मेरी एक रिश्तेदार का है। हम सभी लोग स्वीडन में। रहते है। और क्योंकि हमारे परिवार का कामकाज सब कुछ स्वीडन में ही। चलता रहता है। और इंडिया कभी कभार विशेष परिस्थितियों में ही आना होता है। तो गुरूजी, एक बार मेरी वही दोस्त। और इस वक्त। वह काफी ज्यादा। ठीक है, पहले की परिस्थितियों के हिसाब से। लेकिन उसके जीवन में जब वह कुंवारी थी तो जो घटना घटित हुई थी, उसी को मैं आपको बताना चाहती हूँ। गुरु जी आज से लगभग 11 वर्ष पहले जब वह 21 या 22 वर्ष की थी। उस वक्त वह इंडिया यानी भारत आई हुई थी। और यहाँ। आकर उसने तंत्र मंत्र और इस तरह के रहस्यों पर रिसर्च करने की लगातार कोशिशे की। लेकिन ज्यादातर जिन भी तांत्रिक व्यक्तियों सेवा मिली। वह सभी धोखेबाज और। अपने मतलब के लिए काम करने वाले थे। ज्यादातर के पास किसी तरह की कोई भी सिद्धि नहीं थी। लेकिन दावे बड़े बड़े थे। आज भी अखबारों में ऐसे बहुत से लोगों का विज्ञापन आपको भारतीय अखबारों में देखने को मिलता है। जहाँ पर वह। हर प्रकार की समस्या को हल करने का दावा करते हैं। लेकिन मैं बता दू। की। इसमें लगभग 90% से ज्यादा लोग। पूरी तरह से फ्रॉड है। और यह कहीं से भी किसी का कोई भला नहीं कर सकते हैं।
वह लड़की इसी प्रकार। कई लोगों से मिलती रही। लेकिन। उसके टेस्ट में सारे लोग फेल हो जाते थे। और इसी वजह से। जब वह इंडिया से वापस स्वीडन आने वाली थी। कि तभी उसके किसी जानकार व्यक्ति ने उसे बताया। कि पास के ही एक श्मशान भूमि में एक सिद्ध अघोरी साधु रहता है। आप उससे मिलिए। अगर वह। आपको। आप के लिए काम करने को तैयार हो गया तो शायद सभी प्रकार की बातें आपको बता सके। ओर सिद्धियों के दर्शन भी आपको करवा सकते हैं। इसलिए उन्होंने कहा, ठीक है। मैं। कुछ दिन और भारत में रुक जाती हूँ। और वह। एक रात्रि। अपने कुछ दोस्तों के साथ। चली गयी उस अघोरी के पास। वह अघोरी व्यक्ति। उस वक्त। अपनी कुटिया में सो रहा था। उसने। बहुत ही छोटा सा एक घर। कच्चा बनाया था जो कि श्मशान भूमि से ही लगा हुआ था। यह सारे लोग जैसे ही उसकी घर के पास पहुंचे। वह बाहर निकलकर आ गया। और लड़की से कहने लगा। तुम यहाँ इतनी रात को क्यों आई हो? तुम्हें शायद नहीं पता श्मशान भूमि में। विभिन्न प्रकार की बुरी आत्माएं रहती है। और अगर किसी का हृदय तुम्हारे ऊपर आसक्त हो गया तो फिर मैं क्या कोई भी तुम्हें बचा नहीं पाएगा। यह सुनकर वह हंसने लगी। क्योंकि उसका सामना अभी तक सदैव बेवकूफ बनाने वाले व्यक्तियों से ही हुआ था। ओर तब उसने कहा। मैं दिखने में जितनी खूबसूरत हूँ। आप इस बात पर मत जाइएगा कि मुझे कोई अपने नियंत्रण में ले सकता है। भूत प्रेत तो बहुत दूर की बात है। कोई। भारत का रहने वाला पुरुष भी मेरी इच्छा के विरुद्ध मुझे अपने निर्माण में नहीं ले सकता है। यह कहकर वहाँ हंसने लगी। तब अगोरी ने कहा, तुम समझी नहीं। जो लोग मरने के बाद अपनी अतृप्त इच्छा से। इसी दुनिया में रह जाते हैं। वही भूत और प्रेत। अगर उनके अंदर। किसी स्त्री को पाने की इच्छा जाग गईं तो फिर किसी भी हद तक वह चले जाते हैं। मैंने स्वयं देखा है। और तुमने एक और गलती की हुई है। तुमने बहुत तेज। खुशबू वाला सेंट लगाया हुआ है। इस प्रकार श्मशान भूमि में। सज संवरकर आना बहुत बड़ी गलती होती है। यहाँ पर सभी लोग जब आते भी है तो श्वेत वस्त्र पहनकर।
और बिना किसी साज़ और सज्जा के आते है। लेकिन तुमने तो बिलकुल मॉ़डलिंग जैसे आज कल की लड़कियां करती हैं, वैसे ही कपड़े और शरीर पर खूब सहारा सेंट लगाकर आ गई हो। यह बहुत गलत है। तब। इस लड़की ने उनसे कहा। आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। मैं यहाँ पर आपसे ही मिलने के लिए आई हूँ। मैं। एक बात जानना चाहती हूँ क्या भूत और प्रेत सच में होते हैं? क्योंकि पूरी संसार में सभी लोग चाहे वह किसी भी धर्म और सम्प्रदाय का व्यक्ति क्यों न हो? इन सभी को अवश्य ही मानते हैं। लेकिन किसी को भी यह दिखाई नहीं पड़ते। जब भी इनके अस्तित्व पर प्रश्न उठाया जाता है तो हमेशा। लोग यही कहते हैं कि यह एक अंधविश्वास है। भूत प्रेत जैसा कुछ नहीं होता। मन का डर ही भूत और प्रेत के रूप में प्रत्येक व्यक्ति को नजर आता है। यह सुनकर अघोरी साधु हंसने लगा। और कहने लगा। जिसकी जितनी सोच। उतना ही वहाँ। जनता है। मेरी बुद्धि के अंदर। क्या है क्या तुम्हें दिखाई पड़ रहा है? तब लड़की ने कहा नहीं, मुझे कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा। केवल आपका सर दिखाई पड़ता है। तब अगोरी ने कहा। समझो। लेकिन अगर मेरे मन में हुआ कि मैं तुम्हें अभी जोरदार तमाचा मारू तो क्या तुम्हें यह दिखाई देगा? लड़की ने कहा बिल्कुल भी दिखाई नहीं पड़ने वाला है। लेकिन अघोरी ने कहा। और यही क्रम जब मैं कर दूंगा। तो? यह कैसे सिद्ध करोगी कि यह? मेरे मन में पहले से मौजूद था। लड़की ने कहा। हाँ, बात तो सही है। तब अगोरी ने कहा, ठीक वैसे ही भूत प्रेत होते हैं। जो आंखो से ना दिखाई दें। लेकिन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने की क्षमता रखती हूँ। ऐसी ही बहुत सारी शक्तियां संसार में विद्यमान है।
हाँ, एक विशेष बात अवश्य है कि जब तक इन्हें छेड़ा न जाए, यह ऐसे ही किसी के जीवन में प्रवेश नहीं कर सकते। ठीक वैसे ही जैसे जंगल में रहने वाला शेर। शहर में दिखाई नहीं पड़ता है। तो लोग ऐसा ना माने की जंगल में तो शेर है ही नहीं, यह शेर नाम की कोई चीज़ होती ही नहीं है। समुद्र के किनारे पर खड़ा व्यक्ति। यह कभी नहीं जान सकता कि समुद्र कितना गहरा है। इस बात से तुम समझ सकती हो की यह सारी चीजे। जब तक हम इनसे जुड़ेंगे नहीं तब तक हम इनके बारे में नहीं जान सकते। लड़की ने कहा आपकी बात तो ठीक है। लेकिन। जब यह शक्तियां अपने आप आपके जीवन में प्रवेश कर जाती है। तभी नज़र आती है। ऐसा। मैंने सुना है। तो ऐसे जब। हम उनकी दुनिया में नहीं जा रहे हैं, उनसे संपर्क भी नहीं कर रहे हैं। तब भी वह हमारी दुनिया से कैसे जुड़ते हैं? तब अगोरी ने कहा। आओ मेरे कमरे में अंदर चलो। वहाँ बैठकर आराम से बात करेंगे। और वह अंदर चला गया। सभी लोग उसके सामने थे। अगोरी ने कहा। क्या मेरे हाथ की बनी चाय आप लोग पीएंगे? तो सबने कहा, अगर आप शुद्ध तरीके से देंगे तो क्यों नहीं? क्योंकि बाकी लोग यह बात जानते थे कि अघोरी बहुत गंदे होते है। तब अघोरी ने हंसते हुए कहा, ठीक है। उस बर्तन से चाय खुद निकाल लो। और तब वह लड़की उठी। और अपने दोस्त को एक कप पकड़ते हुए। उस बर्तन से चाय। उसने सारे कपों में डाल दी। और फिर सबने चाय पी।
एक बात लड़की ने इशारे में अपने सभी दोस्तों से कही। एक बात तुम ने गौर किया। अघोरी ने। सीधे कहा चीजें चाय पियो। जबकि। चाय तो बनानी पड़ती हैं। और अगर इस ठंड के मौसम में चाय थोड़ी देर बर्तन में रहे तो ठंडी हो जाती है। हमें बातचीत करते हुए भी लगभग 15 मिनट हो चूके हैं, फिर भी इसकी चाय पूरी तरह गर्म है। पर। बाकी दोस्तों ने कहा कोई बात नहीं। इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है। इसे तुम सिद्धि मत समझो। जब तक हम इसे परख नहीं लेते। तब तक मानने की आवश्यकता नहीं है कि यह कोई सिद्ध अघोरी है। फिर। अघोरी ने चाय की चुस्कियां लेते हुए कहा। सुनो, लड़की। जैसे तुमने आज एक गलती की। तुम अपने शरीर के ऊपर बहुत अधिक मात्रा में सेंट डालकर आई हो। इस सेंट के कारण चारों तरफ तुम्हारी खुशबू उड़ रही है। अब इस खुशबू से अगर कोई आत्मा आकर्षित हो जाती है तो वह निश्चित रूप से तुम से जुड़ने का प्रयास करेगी। यही होता है कि हम। न चाहते हुए भी इनकी दुनिया में। प्रवेश बनाने लगते हैं। और फिर जब यह आकर्षित होकर आपकी दुनिया में आते हैं। तो फिर आपके लिए समस्या हो जाती है। लड़की ने कहा आपने जो बात कही मैं उसे नहीं मानती हूँ। किसी चीज़ से कोई चीज़ कैसे जुड़ सकती है? जो कि जिंदा ही नहीं है? आप। इसे प्रमाणित करके दिखाइए। अगर दिखा सके तो मैं अवश्य ही। आप से जुड़ी रहूंगी।
तब अघोरी ने कहा। मेरे पास। कई सारी सिद्धियां भी है। लेकिन फिर भी तुम्हे अगर जानना है। तो एक छोटा सा काम करो। शामने? एक चिता जल रही है। जाओ अकेले वहाँ पर। और अपने सिर का एक बाल। जिसपर तुमने सेंट डाला हो। तोड़कर उस चिंता में डाल देना। बाकी। आगे तुम खुद समझदार हो। कोई ना कोई तुमसे आवश्यक ही आज रात आकर्षित हो जाएगा। और फिर तुम खुद देखना। तब लड़की ने कहा। एक बाल। की कीमत। कुछ भी नहीं होती है। ठीक है, आप कहते हैं। तो अवश्य ही मैं यह कर के देखती हूँ। बाकी लोगो ने भी उस बात को बहुत हल्के में लिया। लेकिन अघोरी अपनी गंभीर। बनावटी हँसी से। बहुत कुछ बता रहा था। लेकिन जो व्यक्ति समझ नहीं सकता उसके लिए तो ये कुछ भी नहीं था। लड़की? सामने एक लगभग बूझ चुकी चिंता के पास पहुंचती है। अपने सर का बाल। कैंची से काटकर। उस चिता के अंदर डाल देती है। और वापस आ जाती है। और कहती है। देखा? आपने। ऐसा कुछ भी नहीं होता है। मुझे तो यह समझ में नहीं आता कि आप लोग इतना ढोंग क्यों करते हैं? यहाँ रहकर चिताओ के बीच लोगों को। मरने के बाद भी परेशान करने के लिए यहाँ बैठे रहते है।
मैं यहाँ से जा रही हूँ। मैं समझ चुकी हूँ कि आपके पास भी कुछ भी नहीं है। तब अघोरी ने कहा। जल्दी ही मेरे पास तुम खुद लौटकर आओगी। और हाँ, जब आना तो मेरे लिए एक बोतल शराब जरूर लेकर आना। इसके बाद वह लड़की। और बाकी दोस्त? अपने अपने घरों को लौट गए। लड़की रात को सो रही थी कि अचानक से। उसे अपने ऊपर किसी के बैठे होने का। एहसास हुआ। वह अपना हाथ और पैर नहीं हिला पा रही थी। पर वह। जैसे उसके कपड़ों से खिलवाड़ कर रहा था। शरीर के अंदरूनी अंगों पर। कोई छू रहा था। वह अहसास। ऐसा था जैसे कि। कोई प्रेमी अपनी प्रेमिका को पाने के लिए बड़ी ही तीव्रता के साथ आतुर हो। लड़की ने आंखें खोलने की कोशिश की। पर उसकी आंखें नहीं खुल रही थी। वहाँ पूरी ताकत लगाकर उठने की कोशिश करती है। पर वह उठ भी नहीं पाती है। और। उसका शरीर। घबराहट के मारे। बहुत ज्यादा पसीना छोड़ने लगता है। गुरु जी, इसके आगे का दूसरा भाग मैं आपको लिखकर इस भाग के प्रकाशन के बाद अवश्य भेजूंगी। आपका विशेष रूप से धन्यवाद। तो देखिए यहाँ पर इन्होंने। एक। पिशाच। से एक लड़की से जुड़ाव की घटना को बताया है। आगे की अनुभव को हम अगले भाग में जानेगे अगर आज का यह अनुभव आपको पसंद आया है तो लाइक करे, शेयर करें, सब्सक्राइब करे आपका दिन मंगलमय हो, जय माँ। पराशक्ति।