खजाने की खोज सच्चा आप बीता अनुभव भाग 3
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। खजाने की खोज सच्चा आप भी का अनुभव भाग 3 आज को हम जानेंगे और पढ़ते हैं। इनके पत्र को और जानते हैं। आगे उस खजाने के साथ क्या घटित हुआ था? नमस्ते गुरुजी पिछली बार मैंने आपको बताया था कि गांव में झांकी दिखाने वाले आए थे तो लगभग 1 घंटा चला हमारे घर से 50 मीटर दूर ही वह स्थान था, लेकिन जल्दबाजी में सभी लोग वहां पहुंच गए। घर में केवल हमारी दादी जी ही मौजूद थी। बाकी सारे लोग जल्दबाजी में उस स्थान की ओर निकल गए थे। जहां पर झांकी दिखाई जा रही थी। जब हम लोग वहां से घर वापस आए तो वह शिवलिंग और पूरी जगह खुदी पड़ी थी। अब सबके मन में एक डर हो गया कि कहीं किसी ने खजाना तो नहीं निकाल लिया। तो सबसे पहले हम दादी को ढूंढने लगे क्योंकि वही एक ऐसी थी जो घर में रह गई थी और उन्होंने जरूर कुछ ना कुछ तो देखा होगा। वह अपने बिस्तर पर बेसुध पड़ी हुई थी और हम जब उनके पास पहुंचे तो उन्होंने कहा, किसी ने मेरे सिर पर वार किया और मुझे उसके बाद कुछ भी याद नहीं है।अब सबके सामने यह समस्या आ चुकी थी कि अगर खजाना निकाल लिया गया है तो यह कार्य किसने किया होगा? तब हमने उसी स्थान पर जाकर खोदा और देखा तो सारा सामान सुरक्षित था लेकिन किसी ने आंगन में खुदाई की थी, लेकिन असली जगह वह नहीं पहुंच पाया। सिर्फ उसने उसके अगल और बगल खुदाई कर ली थी। सभी को इस बात की सांत्वना थी कि कम से कम सारा खजाना बच गया। मेरा दोस्त भी आकर कहने लगा। अच्छा हुआ जो यह खजाना बच गया। अब मैं कल घर के लिए निकलूंगा और मेरा हिस्सा मुझे दे दो। मैं चुपचाप यहां से निकल जाना चाहता हूं। मैंने उससे कहा ठीक है आज रात को रुक जाओ। कल सुबह निकल जाना और रात हमने उसी स्थान पर ही बिताई। यानी आंगन में ही चारपाई डालकर हम लोग सो गए। तभी रात के वक्त मुझे जो दिखाई दिया, वह बहुत ही अचरज भरा था। उसी स्थान पर जहां पर यह सब कुछ घटित हुआ था। एक आदमी सफेद कपड़ों में बैठा हुआ नजर आया और वह जोर-जोर से चिल्ला रहा था। मैं सबको मार डालूंगा। मेरी चीज लेने की हिम्मत किसने की है और मेरी नींद तेजी से टूट गई।
तभी मैंने देखा मेरे दोस्त की नींद भी टूट गई थी। मैंने सोचा शायद मैंने ज्यादा जोर से सपने में बोल दिया होगा। इसी वजह से मेरे दोस्त की नींद भी टूट गई है। मैंने उससे पूछा, क्या हुआ दोस्त? तब उसने कहा यार, मैंने एक बहुत ही बुरा सपना देखा है। मैंने उससे पूछा, क्या हुआ क्या सपने में तुमने देख लिया तो वह कहने लगा कि मैंने देखा कि एक आदमी जमीन के अंदर से चिल्ला रहा है जहां पर हमने लाया हुआ खजाना गाड़ा है। और वह अंदर से चिल्लाते हुए कह रहा है। मुझे यहां से बाहर निकालो वरना मैं सब को जान से मार डालूंगा। मैंने उससे कहा यार मेरा और तुम्हारा सपना बिलकुल एक जैसा ही आया है। बस फर्क इतना है कि तुमने उसे जमीन के अंदर देखा मैंने सफेद कपड़े पहने आदमी को। खजाने के ऊपर बाहर बैठे हुए देखा है। मेरा दोस्त कहने लगा जरूर कुछ गड़बड़ है। हमको इस खजाने की पूजा करवा लेनी चाहिए। लेकिन यह पूजा करेगा कौन और यह कैसे की जाती है? मैंने कहा, सबसे अच्छा होगा। इसके ऊपर गंगाजल डाल दिया जाए और मेरे दोस्त ने भी मेरी राय में सहमति जता दी और उसने कहा ठीक है। मैं अगल-बगल के घरों से पूजा के नाम पर गंगा जल ले आता हूं और तुम भी यही करो। कुछ ही देर बाद हमारे पास बहुत अधिक मात्रा में गंगाजल एकत्रित हो गया था तो सबसे पहले हमने रात के वक्त चुपचाप उस स्थान की खुदाई एक बार फिर से की और सारा सामान निकाल कर उसके ऊपर गंगाजल छिड़क दिया और प्रार्थना की कि इसके ऊपर बैठी हुई कोई भी नकारात्मक शक्ति यहां से चली जाए। सुबह के वक्त हम सबकी नींद जब खुली तो दादी जी की मृत्यु हो गई थी। हमने देखा उनका हृदय गति रुकने से मौत हो जाना। क्या यह कोई पूर्व संकेत था। किसी नए खतरे का या इनकी मृत्यु सामान्य थी और उम्र हो जाने की वजह से उनकी मौत हो गई थी। दादी जी अभी पूरी तरह से कल रात को स्वस्थ दिखाई दे रही थी। शायद इनकी मृत्यु सपने में ही हो गई। हम लोगों ने अब उनके अंतिम संस्कार का प्रयास किया और जब हमने उनका क्रिया कर्म कर लिया तो रात को वापस उसी जगह सब सोने लगे। थोड़ी देर अभी सोए ही थे कि अचानक से किसी के चिल्लाने की आवाज कानों में बड़ी जोर से आई। मैं जल्दी से उठ बैठा और तभी मैंने जो देखा। वह! अचरज भरा था सामने मेरी माताजी चिल्लाकर कह रही थी। सासू मां बाहर निकल आओ, बाहर निकल आओ। मैंने अपनी मां से जाकर पूछा, क्या हुआ मां ऐसा क्या घटित हो गया है जो रात को इस प्रकार चिल्ला रही हो तो वह कहने लगी। मैंने एक भयानक सपना देखा। मैंने सपने में देखा कि अभी सासू मां जिनकी मृत्यु हुई है, वह उसी खजाने में जाकर बैठ गई और मुझे पुकार रही है कि तू भी आजा और वह बाहर निकलने का प्रयास करने लगी तो उनके पैर किसी शक्ति ने पकड़ लिए और वह चिल्ला रही थी। तभी मैं बहुत जल्दी सपने से उठ गई और चिल्लाकर उनकी मदद का प्रयास करने लगी। मैंने मां से कहा, मां तुमने सपना ज्यादा देर देख लिया और क्योंकि अभी उनकी मृत्यु हुई है। इसीलिए आपके मन में ऐसे उटपटांग विचार आ रहे हैं। आप परेशान ना होइए जाने वाले को कौन रोक सकता है? 1 दिन तो हम सभी को जाना पड़ता है लेकिन मेरी मां मुझे जो बताने का प्रयास कर रही थी, उस बात की गंभीरता को मैं देर से समझा। सुबह मेरी मां नहाने के लिए जा रही थी। अचानक से उनका पैर फिसला और सिर में जोरदार चोट लग गई। उनके सिर से खून बहुत तेजी से बह रहा था। अभी मेरी दादी को मरे हुए केवल 13 दिन ही हुए थे और यह घटना घट गई। बहुत जल्दी से हम लोगों ने मेरी मां को हॉस्पिटल पहुंचाया। और उनको वहां पर शिफ्ट कर लिया गया। इस प्रकार उन्हें आईसीयू में रखा गया। और शाम के वक्त जो खबर आई, उसने मुझे तो पागल ही कर दिया। डॉक्टरों ने कहा, आपकी माताजी कोमा में चली गई है और उनके बचने की संभावना बहुत ही कम है। पता नहीं वह इस से कब बाहर आएंगी? हम सभी ने सोचा इतनी बड़ी तो चोट नहीं लगी थी। आखिर यह सब घर में घटित क्या हो रहा है। मेरा दोस्त भी अभी मेरे घर में ही रुका हुआ था। वह कहने लगा। यह जरूर उस खजाने का श्राप है। उस श्राप की वजह से सारी गड़बड़ी हो रही है। जरूर किसी पापी इंसान का खजाना हम लोग उठा कर ले आए हैं और जो भी इसे अपने पास रखेगा उसके घर और परिवार पर मुसीबतें आती जाएंगी। मैंने उससे कहा यार जो लोग मर चुके हैं और जो लोगों के साथ ऐसी घटनाएं घट रही हैं, उसमें इस निर्जीव धन का क्या मतलब यह कोई सजीव नहीं है जो आपका नुकसान कर दे। मैं तो इसे एक गलतफहमी मानता हूं कि कोई धन इसी का बुरा कर सकता है। लेकिन मेरे घर में बुरा तो हो रहा था। और पूरे परिवार में यह खतरा मंडराता जा रहा था। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि अगर सच में खजाने की वजह से ऐसा कुछ हो रहा है तो हमें पता करना चाहिए। मैं और मेरा दोस्त! एक वृद्ध आदमी के पास गए। जो उस किले के बारे में बहुत कुछ जानता था। हम दोनों ने उससे मुलाकात की और बातों ही बातों में चाय और नाश्ता उसके लिए लेकर गए तो वह खुश हो गया। फिर हमने बातों ही बातों में किले के बारे में पता करना शुरू कर दिया। मैंने उनसे पूछा, आखिर इस किले का क्या रहस्य है और क्या यहां कोई खजाना भी गड़ा हुआ है तो वह कहने लगा। यह बात बिल्कुल सत्य है। यहां पर खजाना गड़ा हुआ है, लेकिन वह खजाना बहुत ही श्रापित है। और उसे हासिल करने वाले को बहुत सी समस्याएं झेलनी पड़ती हैं जैसे कि मैंने झेली तो मैंने उनसे पूछा, इसका कोई विकल्प है क्या? तो उन्होंने कहा नहीं इसका कोई विकल्प नहीं। इसके आगे क्या घटित हुआ, मैं आपको इसके विषय में अगले पत्र के माध्यम से बताऊंगा। नमस्ते गुरुजी और धर्म रहस्य के सभी दर्शकों को मेरा अभिवादन। तो देखिए यहां पर इन्होंने खजाने के रहस्य के विषय में बताया है। आगे की कथा को जानेंगे। अगले भाग के माध्यम से तो अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
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