गुरु मंत्र की तीव्र उर्जा और भैरवी
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग गुरु मंत्र साधना का एक विशेष अनुभव प्रसारित करने जा रहे हैं और इस अनुभव में गुरु मंत्र से जो ऊर्जा उत्पन्न होती है, उसके संबंध में बताया गया है। साथ ही अपने कुछ प्रश्न भी साधक महोदय ने पूछे हैं तो चलिए शुरू करते हैं। आज के इस अनुभव के बारे में
ईमेल पत्र-गुरु जी को मेरा कोटि-कोटि प्रणाम मेरा नाम….. है और मैं महाराष्ट्र से हूं। गुरुजी, मेरा नाम और ईमेल आईडी गुप्त रखें। गुरु जी मैं भी अब आपका एक शिष्य बन गया हूं। का ही एक अनुभव मैं आपको भेज रहा हूं। कुछ बातें हैं जो पहले कि मैं बताना चाहता हूं। मैंने आपको पहले भी पत्र के माध्यम से बताया था कि पूजा पाठ और गुरु मंत्र अनुष्ठान भी किया है। बताने का कारण यही है कि 10 माला से ऊपर जाप जब भी मैं करता था तब उसकी ऊर्जा अधिक बढ़कर शरीर में ऊर्जा का संचार उष्णता में बदलकर मेरी शरीर पर फोड़ा निकलना। बहुत ज्यादा पसीना आना और खुजली जैसी मुश्किलें बनती जा रही थी। साथ में तीसरी आंख पर ज्यादा तेज खिंचाव होना ऐसी बातें होती थी। मैंने गायत्री मंत्र अनुष्ठान और गुरु मंत्र अनुष्ठान भी इसी कारण बीच में ही छोड़ दिए क्योंकि ऊर्जा सहन करना आसान नहीं होता है और इन मंत्रों के माध्यम से ऊर्जा का संचार तेजी से बढ़ने लगता है। लेकिन गुरु जी जो मैं अब बताने जा रहा हूं, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है। मैं सच में गुरु मंत्र धारण कर धन्य हो गया हूं। गुरु जी जब से मैंने गुरु मंत्र लिया है तब से मेरे मन में एक ही बात बार-बार मुझे सताती है कि मैंने पिछले 3 साल पहले गुरु मंत्र क्यों नहीं लिया था।
गुरु जी जब मैंने गुरु मंत्र लिया, तब घर में जो नकारात्मक शक्तियां मुझे छुप-छुप के देख रही थी, ऐसा लगता था। वह सारा नजारा एकदम से खत्म हो गया है। मुझे भूत प्रेत से काफी डर लगता था। वह भी खत्म हो गया है। जब से गुरु मंत्र जाप कर रहा हूं तब से मन में एक ही बात आती है। कोई भूत प्रेत अब मेरा कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता है। और यह सब बातें अंदर से ही निकल कर आती हैं जिनके गुरु इतने शक्तिशाली हो और जिनकी मां पराशक्ति स्वयं अपने पुत्रों का रक्षण करती हो, उन्हें डर किस बात का है। यह सब गुरु मंत्र के कारण मैं बोल पा रहा हूं गुरु जी । गुरु जी मैंने गुरु मंत्र का अनुष्ठान 12 नवंबर को ले लिया था और 12 जनवरी को मेरा अनुष्ठान समाप्त भी हो गया। केवल हवन करना बाकी है, लेकिन इसी बीच यह अनुभव मुझे काफी फुर्तीला बना रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि ना मुझे गर्मी का कोई परिणाम। देखने को मिला और ना ही उष्णता का कोई इफेक्ट!
गुरुजी ठंड में भी मेरे साथ उष्णता की प्रॉब्लम होती रहती थी लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं था। ठंड में ज्यादा पानी पिया। और किसी को भी नहीं होता है लेकिन मैंने दो-तीन लौटे पानी पिया करता था दिन में गुरुजी। 15000 जाप करके थकान हो जाती थी। मेरा हर दिन यही क्रम चलता था। जब थकान के कारण दोपहर को सो जाता था। तब गुरु जी मेरे अंग में झटके लगते थे। इसका कारण पूछने का बहुत मन करता था। लेकिन कैसे? तभी आपने एक साधक के जीवन में घटित प्रसंग पर एक वीडियो डाला। उसमें उसके बारे में आपने जानकारी दी हुई थी, लेकिन वह पूरी नहीं लगी। एक बार मन में विचार आने लगे कि हमारा ध्यान क्यों नहीं लगता है। ध्यान कैसे लगाएं तब उसके बारे में भी आपने एक वीडियो डाल दिया। मैं बहुत खुश हुआ। ऐसे बहुत से प्रश्नों के उत्तर भी किसी न किसी माध्यम से मिलने लगे। गुरुजी इतना ही नहीं जाप करते वक्त मन में कुछ खाने पीने की बातें आ जाती थी। यह मिलना चाहिए, वह मिलना चाहिए। ऐसा मेरे साथ दो तीन बार हुआ, लेकिन वही चीजें मिलना सच में बहुत बड़ी बात होती है। जब भी कुछ बातें या किसी के बारे में सोचता हूं तो भी कुछ कुछ बातें सच में वैसी ही हो जाती है। तब से मैंने ऐसी बातों को मन से हटा दिया क्योंकि हमें प्राप्त करना कुछ और है और इस तरह की बातों में उलझना नहीं है। गुरुजी जब मैं 15,000 की मात्रा में रोजाना जाप करता था, लेकिन ऐसा नहीं लगता था कि मैं इतना ज्यादा जॉप कर रहा हूं। सिर्फ अंग पर बहुत ही चीटियां दौड़ रही हैं। ऐसा लगता था गुरु जी इसके बीच मुझे कुछ इस तरह के सपने आये जो पहला था। शनिवार को हनुमान सहित श्री राम लक्ष्मण और सीता जी का दिखना। फिर मंगलवार के दिन 5:00 से 6:00 बजे पूर्णिमा में मैं माता यानी लक्ष्मी माता के सिक्का एक रुपए का उसमें मुझे माता प्रकट होकर सुनहरी मूर्ति में बदलकर दिखाई देने लगी। मैंने उनसे कहा, मेरी आर्थिक परेशानी बहुत बड़ी है। माता क्या मुझे धन पैसा मिल सकता है तो माता ने बड़ी आसानी से पैसों और सिक्के सोने के सिक्कों की बारिश कर दी और कहा, मैं तुम्हारे घर भोजन करने आऊंगी। मैंने कहा ठीक है मां आप कभी भी आ सकती हैं। गुरु जी जब मैंने किन्नरी साधना की तब से मेरे चेहरे पर हल्की हवा का आभास होता है। उस साधना से मेरे अंदर बहुत आकर्षण पैदा हुआ है। लेकिन गुरु जी गुरु मंत्र जप कर रहा हूं तब से इसमें और भी ज्यादा आकर्षण बढ़ गया है। लड़कियां औरतें बार-बार घूरती रहती हैं। कॉलेज की भी घटना कुछ ऐसी ही है। वह सब नहीं बताऊंगा। पत्र काफी बड़ा हो जाएगा। गुरु मंत्र के कारण ही मै एक लाइफ का टर्निंग मोड़ ले रहा हूं। एक सुंदर लड़की भी मेरी और आकर्षित हो गई है। गुरु मंत्र के कारण ही वह भी मेरी लाइफ में आ गई है। जो चीज हमारे जीवन में कमी दर्शा रही थी। वह सब गुरु कृपा से प्राप्त हो रहा है। यह सब मैंने जाप के माध्यम से अनुभव किया है। गुरु जी मेरे दो और सपने मैंने देखे हैं जो जाप पूर्ण होते होते देखे एक जो मेरा जाप पूर्ण होने में 2 दिन बचे थे। तब से मैं और मेरा मन पूरी बॉडी यह कह रही थी कि मैं अब कौन सी साधना कर सकता हूं। पाताल भैरवी और भैरवी साधना भी कर सकता हूं। सपने में मैं पहाड़ी पर मछंदर नाथ के दर्शन लेकर उनकी भभूति एक कागज में लेकर निकल गया। तभी सारा नजारा बदल गया। चारों ओर खुदा हुआ नजर आ रहा था। मैं पहाड़ी से नीचे था। मेरे शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। मैं निर्वस्त्र था। सामने से एक लड़की साइकिल लिए मेरी ओर बढ़ रही थी। तभी मैं सड़क के किनारे को दी गई लाइन में छुप गया। कपड़े में न होने के कारण काफी शर्मिंदगी हो रही थी। तभी वह लड़की मेरे पीछे और साइकिल लिए खड़ी मुझसे बातें करने लगी। मुझे कुछ समझ में नहीं आया। यह कैसे आ गई, वह कह रही थी। मुझे अब तुम्हारा सारा अंग दिखा दो लेकिन मैं हिलने का नाम तक नहीं ले रहा था। उसने कहा, तुम्हारा गुहा अपवित्र है। मैं फिर चौक गया। इसे कैसे पता कि क्या पवित्र है और क्या अपवित्र फिर उठकर कपड़ा ढूंढने लगा, लेकिन मुझे कपड़ा नहीं मिला। तभी हमारे पड़ोस की एक और स्त्री मेरी और बढ़ने लगी। मैंने कहा, अब इसके सामने से कैसे जाऊं। मेरा शरीर कैसे छुपाऊं तब एक चमत्कार हुआ। मेरी मां सोने के लिए जो कंबल इस्तेमाल करती हैं, वह कंबल मेरे पास एक पेड़ पर दिखा। मैंने उसे तुरंत लपेट लिया और बैठ गया। थोड़ी देर बाद वह भी गायब हो गई। फिर उसी जगह मैंने सोचा कि अब मैं यहां पर ही साधना करूंगा और 3 दिन बाद मुझे सिद्धि भी मिल गई। लड़की अभी मेरे पीछे खड़ी थी ना कुछ बोल रही थी, सिर्फ खड़ी थी। दूसरे सपने में मां की तारीफ करने पर दोपहर को सो गया और सपना भी वही आया कि मैं मां की तारीफ कर रहा हूं। इसी बीच मुझे तीन झटके लगने पर मेरी नींद खुल गई। गुरु जी मैं अभी रोजाना 5000 की मात्रा में जॉप करता हूं। लेकिन अब ऐसा झटका नहीं लगता और एक बात रात को कभी ऐसा नहीं हुआ। सिर्फ दिन में ही झटका लगता था जब मैं 5000 मंत्र जाप करता हूं तो मेरा मन खुश नहीं है क्योंकि मेरा मन कहता है। इतने जाप से कुछ नहीं होगा। मुझे और ज्यादा जाप करना चाहिए। ऐसा क्यों गुरु जी मेरे कुछ प्रश्न भी हैं, झटके लगना इसका क्या मतलब है। सिर्फ दिन में ही ऐसा क्यों होता है। अब मैं 5000 की मात्रा में जॉप करता हूं तो अब झटका क्यों नहीं लगता। मुझे चारों सपने का मतलब बता दीजिए। क्या जाप बढ़ाना चाहिए। मेरा मार्गदर्शन करें। चाहे तो आप वीडियो भी बना सकते हैं। कुछ गलती हो तो माफ चाहता हूं जाप के दौरान नेगेटिव भावार्थ आप और मां के बारे में। इसका भी समाधान करें धन्यवाद आपका शिष्य!
संदेश-तो देखिए यहां पर आपने जो सपने देखे हैं वह सारे माता की कृपा प्राप्त करने की और आपका प्रयास दिखाता है। मूल तत्व की ओर जाते हैं तो मूलतः जिस कन्या को आपने देखा वह भैरवी थी क्योंकि भैरवी नग्न रहती हैं और वही सिद्धियां भी प्रदान करती है तो अभी आपने जो चोला माता का ओढ़ा हुआ था। इसी कारण से वह आपको पूरी तरह नहीं स्वीकार कर पा रही और वह चाहती हैं कि आप भैरवी साधना कर उन्हें सिद्ध करे। लेकिन अभी आपने जो मूल धार(गुहा अंग ) जिसे कहते हैं मूलाधार! यह चक्र पूरी तरह शुद्ध नहीं हो पाया है। इसीलिए उसने कहा कि आपका? जो गुह्य अंग है। वह शुद्ध नहीं है। आपको भैरवी साधना के माध्यम से ही वह पूरी तरह शुद्ध हो सकेगा। इसीलिए आप उसे नग्न दिखाई पड़ रहे थे और वह सब जानती थी। अब रही बात 5000 मंत्र जाप की तो निश्चित रूप से गुरु मंत्र का तो करोड़ों बार भी जाप किया जाए तो भी कम है जितना ज्यादा जाप करेंगे, उतनी ही अधिक शक्तियां मिलेंगी और प्रभाव बढ़ेगा। इसके अलावा झटके लगना इसीलिए होता था क्योंकि सारी नाड़ियां जो शरीर के अंदर विराजमान होती हैं, वह सब शुद्ध होती है और उन्हीं की वजह से झटके लगना होने लगता है। अब क्योंकि 15000 से आप 5000 पर आ गए हैं। इसीलिए मंत्र ऊर्जा इतनी तीव्रता से शरीर के अंदर नहीं दौड़ती है और इसी कारण झटके भी नहीं लगते हैं तो आप इसी प्रकार मंत्र का जाप कर हवन कर ले और उसके बाद अगर भैरवी साधना करना चाहते हैं तो अवश्य करें क्योंकि आपको सिद्धि मिल सकती है तो यह थे आज के इनके अनुभव अगर आप लोगों को आज का वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद। |
|