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चमत्कारिक सिद्ध कौवे का तंत्र

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज जिस तंत्र के बारे में मैं आपको बताने जा रहा हूं, इसे कौवा तंत्र कहते हैं। कौवा एक पक्षी होता है जो काले रंग का होता है। इसके माध्यम से कई तरह के बहुत ही शक्तिशाली तंत्र प्रयोग किए जाते हैं। आसानी से आपको कौवा कहीं भी दिख जाता है। पुराने समय में। नाथ परंपरा में यह तंत्र प्रयोग किए जाते थे। इसे सिद्ध कौवा तंत्र भी कहा जाता है। कौवा को सिद्ध करके किसी भी मनुष्य को वशीकरण करने के अलावा विभिन्न प्रकार के गोपनीय रहस्य भी प्राप्त किए जा सकते हैं। किसी क्षेत्र में खजाना कहां गड़ा हुआ है? किसी विशेष व्यक्ति पर कौनसी आत्मा का साया है? कैसा है? इसका जो रहस्य वह सब प्राप्त किया जा सकता है। और इसी तरह के विभिन्न प्रकार के कई सारे प्रयोग सिद्ध कौवा तंत्र के माध्यम से किए जाते हैं। इसमें मनुष्य कौवे के समान भी बोलने लगता है। क्योंकि कौवा बहुत ही कर्कश वाणी में बोलता है इसलिए! सत्य ही बोलता है। इस सिद्धि को प्राप्त करने के लिए आज मैं आप लोगों के सामने इस गोपनीय और कई 100 वर्ष पुरानी साधना को लेकर उपस्थित हुआ हूं। तो चलिए शुरू करते हैं कैसे इसे सिद्ध करें?

इसके लिए सबसे पहले आप? किसी पेड़ पर बैठे हुए कव्वे को देवता मानकर। उसके सामने नीचे बैठ जाए और उससे हाथ जोड़कर प्रार्थना करें। आपकी शक्तियों का? दुर्लभ तम प्रयोग मैं करने जा रहा हूं। इसकी मुझे आज्ञा प्रदान कीजिए।

इसके बाद कोई रोटी का छोटा सा टुकड़ा उसी स्थान पर डाल दें ताकि कौवे की नजर उस पर पड़े और वह रोटी का टुकड़ा खा ले। एक प्रकार से आपको इस प्रयोग को करने की रजामंदी देने जैसा होगा। अब जब भी आपको इस प्रयोग को को करना हो उसके लिए। दशमी दसवां दिन। आपको हिंदी तिथि में मिलेगा उस दशमी की आधी रात को। किसी पुरानी कब्र में जाकर।

याद रखें कब्र काफी पुरानी होनी चाहिए, लेकिन इसमें जो स्पेशल बात है, वह यह है कि कब्र से आपको मनुष्य की खोपड़ी की कोई हड्डी लानी होगी। अगर मनुष्य की खोपड़ी पूरी मिल जाती है तो और भी अच्छा है। लेकिन अगर मनुष्य की संपूर्ण खोपड़ी आपको नहीं मिलती है तो उस में से केवल एक हड्डी लेनी है।

उसे खरल में रखकर। जिसे घिसा जाता है।

चार माशा कपूर। 10 तोला अर्क! केवड़ा, तीन माशा अच्छा केसर मिलाकर। आपको घिसना है एक साथ? इतना अधिक घिसना है कि मिलकर सब कुछ एक हो जाए।

इस? सिद्ध को संभाल कर रख लेना है। फिर नौचंदी या जुमेरात को जाकर। किसी ऐसे कौवे को पकड़ना है जिसका घोंसला गूलर के पेड़ पर हो।

यानी गूलर के पेड़ पर रहने वाले कौवे को ही आप को पकड़ना है। इसे घर लाकर 21 दिन तक आपको रखना है। साधारण दाना पानी आपको उसको देना है भोजन के रूप में। दिन के तीसरे पहर। चावल के आटे में मीठा मिलाकर। और इसी सिद्ध तंत्र को 4 रत्ती मिलाकर इसे खिलाना है। पूर्णमासी की आधी रात को।

कव्वे को ले जाकर उसके घोसले के उत्तर की तरफ 20 से 25 कदम के फासले पर छोड़ देना है। तो वह अपने घोसले में चला जाएगा। अब 3 दिन बाद उस घोसले से उसे दोबारा पकड़ लाना है और 10:00 बजे रात को। कब्र के पास ले जाकर जहां से हड्डी अपने प्राप्त की थी वही उसे। मार डालना है।

हालांकि मैं किसी प्रकार से ऐसी साधनाओं के पक्ष में नहीं हूं जिसमें किसी की हत्या की जाए, लेकिन मैं बताने के जरिए आपको यह बताना चाहता हूं कि तंत्र प्रयोग ऐसे किए जाते हैं।

अब!

उसको मारने के बाद उसका भेजा और जुबान निकाल कर घर ले आए। बाकी वहीं पर गाड़ देना है। इन दोनों वस्तुओं को लाकर उसमें दो तोला सिंगरफ! उसको मिलाकर 3 दिन तक। उसी जगह पर धतूरे के रस में मिलाते हुए आपको खरल करना है। जब यह सब चीजें एकत्र हो जाए तो इसका एक गोला बना लें। इसमें काली मिर्च और कपूर चिपका दें।

काले धागे में लपेट कर इसे रखें।

इससे यह गोला बिल्कुल छुप जाएगा।

प्रयोग के समय जिस व्यक्ति को कौवे की तरह बुलवाकर सत्य जानना हो उसे थोड़ी सी भांग भी खिला दे। इससे कौवे के संबंध में उससे थोड़ी देर बातें करें। जब वह सो जाए तो तैयार गोला उसके सीने के ऊपर रख दें। कुछ समय बाद बड्बड़ना शुरु कर देगा। और कहेगा मैं कौवा हूं, मेरा रंग काला है। मैं उड़ रहा हूं। थोड़ी देर बाद वह कौवे की तरह काय काय भी करने लगेगा। उसकी। इस आवाज को सुनकर आस पास बहुत सारे कौवे आ जाएंगे।

और कौवों को बुला बुलाकर चिल्लाता रहेगा। वहां बड़ी मात्रा में कौवे आसपास इकट्ठे हो जाएंगे।

अब इसी दौरान आपको उस व्यक्ति से पूछना है कि इस स्थान पर कोई धन गड़ा है अथवा नहीं।

इस नाम के व्यक्ति के ऊपर कौन सी बाधा है? उसके समस्या क्या है उसे कैसे ठीक किया जा सकता है?

किसी व्यक्ति विशेष पर अगर भूत प्रेत बाधा है तो वह कैसे ठीक की जाए?

किसी विशेष तंत्र को जानने की गुप्त विधि भी मुझे बताओ।

यानी कि इस प्रकार कई सारे प्रश्नों को आप उससे पूछ सकते हैं।

और वह आपको जितना भी उसे दुर्लभ सिद्धियों का ज्ञान होगा। वह सारी बातें बताएगा।

खजाने का पता भी आपको वह बता सकता है कि किस विशेष स्थान पर? धन गड़ा हुआ है। और उसमें आपके कव्वे सहायता भी बाद में कर सकते हैं। सारे कौवे उसी जगह पर जाकर मंडराने लगते हैं। और इससे आपको पता चल जाता है कि ठीक इसी स्थान पर धन गड़ा हुआ है। फिर आप उसी स्थान पर?

छुटपुट पूजन करके उस धन को भी निकाल सकते हैं।

अगर उसी स्थान पर कोई बड़ी शक्ति विद्यमान है तो गुरु मंत्र के माध्यम से पहले अपने आप को सुरक्षित कर लें। तभी फावड़ा लगाकर खोदना शुरू करें। अन्यथा हानि हो सकती है। जिन लोगों ने भी गुरु मंत्र नहीं ले रखा है उन लोगों को सावधानीपूर्वक। अपने किसी की ईष्ट मंत्र को पहले सिद्ध कर लेना चाहिए।

अन्यथा जिन लोगों ने गुरु मंत्र ले रखा है वह गुरु मंत्र का उच्चारण कर।

जिस माला से अपने गुरु मंत्र का उच्चारण किया है उसे रक्षा कवच मानकर अपने गले में धारण करके कहीं का भी धन खोद सकते हैं। इसमें कोई शक्ति आप को रोक नहीं पाएगी। इसके अलावा जिन व्यक्ति विशेष ऊपर कोई तंत्र प्रयोग किया गया है, उस संबंध में भी सारा ज्ञान यह शक्ति आपको प्रदान कर सकती है। इसके अलावा कोई मरीज है। कोई रोगी है उसके भी ऊपर आप इस गोले को रखकर। उसकी सारी बातें जान सकते हैं। इसके अलावा किसी व्यक्ति विशेष के कई गोपनीय राज भी आप उसके मुंह से उगलवा सकते हैं। और पता लगा सकते हैं कि यह व्यक्ति? अपने अंदर कौन-कौन से राज छुपाए हुए हैं?

यह था। कौवे का एक विशेष प्रयोग और सिद्ध तंत्र जिसके माध्यम से आप कई सारे रहस्य खुलवा सकते हैं। तो अगर आपको यह जानकारी और वीडियो पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। चैनल को आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

 

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