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जादूगर चुड़ैल से सामना 2 अंतिम भाग

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग जादूगर चुड़ैल से सामना दूसरे और अंतिम भाग के विषय में बात करेंगे। यह एक अद्भुत घटना थी जो कि एक व्यक्ति के नानाजी के साथ घटित हुई थी।चलिए जानते हैं आगे क्या घटित हुआ था पढ़ते हैं इनके पत्र को।

नमस्कार गुरु जी! अभी तक आपने जाना कि किस प्रकार से मेरे नाना एक चुड़ैल के चंगुल में फंस गए थे? और उस से निकलना लगभग उनके लिए असंभव सा ही लग रहा था। पर कभी कभी किस्मत साथ दे ही देती है। और वहां पर शायद अब किस्मत साथ देने वाली थी। लेकिन अपनी किस्मत बदलने के लिए व्यक्ति को स्वयं ही प्रयास करना पड़ता है। मेरे नाना जी भी यही करने वाले थे। उस चुड़ैल ने कहा, क्या तुम इस बकरे का मांस खाना पसंद करोगे? मेरे नाना ने युक्ति लगाई और उन्होंने कहा, यह सब तो ठीक है पर मेहमान नवाजी से पहले सदैव मेहमान की आवभगत की जाती है और उसकी इच्छाएं भी पूरी की जाती है। क्या आपके यहां ऐसा रिवाज नहीं है? तब उसे चुड़ैल ने कहा कि ठीक है तुम्हारे यहां हो सकता है ऐसा कोई रिवाज हो।एक रिवाज तो मेरे यहां भी है। हम मेहमानों से शादी भी कर लिया करते हैं और यह कहकर वह हंसने लगी। मेरे नाना ने कहा, इसमें कौन सी खराब बात है। आप जैसी सुंदर स्त्री जिस इंसान को मिलेगी वह तो जिंदगी भर खुश ही रहने वाला है। अगर आप जैसी स्त्री मेरी जीवन में आ जाए तो फिर कहना ही क्या? अपनी इस तरह तारीफ सुनकर वह चुड़ैल बहुत ही अधिक खुश हो गई। और वह कहने लगी। तुम पहले हो जो मुझसे शादी करना चाहते हो? मैं तुम्हें अगर पसंद हूं तो क्या तुम मुझसे अब शादी करना चाहोगे?

मेरे नाना जी ने कहा, हां, मैं अवश्य ही तुमसे शादी करना चाहूंगा। तुम बहुत अधिक सुंदर हो, ऐसी सुंदर स्त्री मैंने पहले कभी नहीं देखी। तुम्हारे साथ रहूंगा खाऊंगा पियूंगा और जो तुम कहोगी वही मैं करूंगा। वह! चुड़ैल यह सब सुनकर बहुत ही अधिक खुश हो गई थी। मेरे नाना जी इस बात को जानते थे कि यह ऐसे लपेटे में नहीं आएगी। इसलिए इसे जो सबसे ज्यादा पसंद हो, वही बात मुझे कहनी चाहिए। इसीलिए उन्होंने यह बात उस चुड़ैल से कही थी क्योंकि उन्होंने सुना था कि चुड़ैलों को शादी करना बहुत अधिक पसंद होता है।तब वह चुड़ैल कहने लगी, ठीक है। अगर तुम मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो तो बताओ कब करनी है?यह सुनकर मेरे नाना हंसकर बोले, यह तो ठीक है लेकिन मैंने कहा ना हमारे यहां रिवाज है। दूल्हे की इच्छा पूरी करनी पड़ती है। और अगर दुल्हन उसकी इच्छा पूरी ना करें तो फिर शादियां नहीं होती हैं। इस पर वह चुड़ैल बोली। आपकी कोई भी इच्छा मैं पूरी कर सकती हूं, वह भी कुछ ही देर में। ऐसा कुछ नहीं है जो मैं कर नहीं सकती। इसलिए आप अपनी इच्छा मुझे बताइए फिर हम लोग आज शादी करेंगे। क्योंकि देर करने से कोई फायदा नहीं है। मैं भी बहुत दिनों से एक पति को ढूंढ रही थी। और तुम पहले इंसान हो जो अपनी मर्जी से मुझसे शादी करना चाहता है।

फिर मेरे नाना ने उसके सामने एक शर्त रखी। पर यही उनकी तरकीब भी थी। उस चुड़ैल से मुक्ति प्राप्त करने की। उन्होंने कहा, मैं जहां काम करता हूं। वह एक रेलवे स्टेशन है। और? उसी से कुछ दूर आगे। पटरी टूटी हुई है। लोहे की पटरी बनाने के लिए मैं। मकैनिक को बुला रहा था लेकिन वह तो आया ही नहीं और मैं तुम्हारे इधर निकल आया। मेरा यह काम! छूट गया है क्या तुम इस काम को कर सकती हो?तब उस चुड़ैल ने पूछा कि कैसे? काम करना होगा इस काम में क्या है?इस पर मेरे नाना जी ने कहा, तुम्हें जाकर उस लोहे की पटरी को जोड़ देना होगा। ताकि कल सुबह वहां से गुजरने वाली ट्रेन आसानी से गुजर सके।इस पर चुड़ैल ने कहा, यह सब तो ठीक है लेकिन मैं लोहा सीधे पकड़ नहीं सकती। इसलिए कोई और रास्ता मुझे बताओ। इस पर मेरे नाना जी ने कहा, मैं तुम्हें अपने? दस्ताने देता हूं।इन दस्तानों को पहनकर तुम लोहा छू सकती हो?यह सुनकर चुड़ैल खुश हो गई। उसने कहा, मैं अभी जाती हूं। तब मेरे नाना जी ने उससे कहा आपको? तब तक वापस नहीं आना है जब तक लोहा आप जोड़ना न ले।

और याद रखिएगा की लोहा जोड़े बिना आपको वापस नहीं आना है। आप मुझे यह वचन दीजिए। इस पर? वह चुड़ैल कहने लगी, ठीक है। मैं बिना लोहा जोड़े नहीं आऊंगी। मैं तुम्हें वादा करती हूं। अब वह चुड़ैल उड़ गई। और मेरे नानाजी मुक्त हो गए। मेरे नाना ने तुरंत ही अपने साथी उस बकरे को उठाकर जंगल से भागना उचित समझा। और वह उसी स्थान से जाने लगे। धीरे धीरे कर वह दूसरे गांव पहुंचे जहां उन्होंने रात बिताई। अगले दिन? फिर वह! दूसरे रास्ते से उस रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने लाल झंडा गाड़ दिया। ताकि ट्रेन यहां से आगे नहीं जाए और इस जगह से वह भागकर रेलवे के मुख्य दफ्तर पहुंच गए। वहां पर उन्होंने एक अर्जी लगाई कि उनका ट्रांसफर कहीं और कर दिया जाए। पारिवारिक समस्या के कारण इस प्रकार। कुछ दिनों बाद उनका ट्रांसफर रेलवे दफ्तर से दूसरी जगह कर दिया गया।अब वह उस बकरे को लेकर अपने घर आ गए। घर में सब ने कहा, यह बकरा क्यों पाल रहे हो तो वह कहते यह मेरा मित्र है और? इसे मैं अपने साथ ही रखूंगा। उनकी इस पागलपन वाली हरकत पर पूरे परिवार वाले हंसा करते थे क्योंकि जब वह कहते यह मेरा मित्र है जो बकरा बन गया है और मैं चुड़ैल से मिला था। कोई भी उनकी बात पर विश्वास नहीं करता था। यह बात धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में फैल गई कि उनके साथ जो बकरा है वह इंसान। है जबकि कोई भी उस बकरे को देखने आता तो हंसकर इन पर ही चला जाता। पर सच्चाई तो यही जानते थे। बाकी सब तो केवल ड्रामा था।

इसी प्रकार वह उस बकरे को अपने बिस्तर पर ही सुलाते थे। उसके साथ ही घूमने जाते थे क्योंकि वह यह बात जानते थे कि यह बकरा उनका मित्र है। इस प्रकार से समय बीतता चला गया। 1 दिन अमावस की रात थी। यह बकरे के साथ में अपनी कॉलोनी के एक? पेड़ के निकट से गुजर रहे थे।अचानक से ही सामने इन्होंने किसी को देखा।और उसके बाद फिर उन्होंने अपने बकरे को पकड़ने के लिए जब पीछे मुड़े तो बकरा वहां पर नहीं था। बकरा गायब हो चुका था। उन्होंने उस पूरी कॉलोनी में उस बकरे को ढूंढा लेकिन वह बकरा उन्हें कहीं दिखाई नहीं दिया। परेशान मन वह घर वापस आ गए और अपनी पत्नी से कहने लगी।मेरा मित्र आज हमेशा के लिए मुझे छोड़कर चला गया। नानी यह सुन कर हंसने लगी और कहने लगी। कोई भला एक बकरे से इतना प्रेम कैसे कर सकता है। अच्छा हुआ, वह कहीं मर खप गया हो। इस पर मेरे नाना ने मेरी नानी को तमाचा मार दिया। और? इससे दोनों में उस रात बड़ी अनबन रही। नानी को यह लगता था कि यह बकरा उनकी सौत है।जबकि नानाजी यह जानते थे कि यह बकरा इंसान ही था।

असल में हुआ यह था कि? वह चुड़ैल! लोहे की पटरी जोड़ नहीं पाई। क्योंकि आग और लोहा चुड़ैलों को दूर रखता है।इसीलिए जब सरकार ने स्वयं वहां पर। वह पटरी बना दी तभी वह चुड़ैल। वापस आई होगी और फिर वह ढूंढती रही। इन्हें और उस बकरे को, क्योंकि बकरे के ऊपर उसका जादू था। इसीलिए उसे समय लगा। लेकिन फिर भी उसने उसे ढूंढ ही लिया और आखिरकार वह 1 दिन उस बकरे को उठा ले गई।जब एक कहानी नाना जी सब को सुनाते थे तो उनकी इस बात पर कोई विश्वास नहीं करता था।मैंने यह कहानी आपको बताई है उनका पता और स्थान छुपा कर। आप चाहे तो इस पर विश्वास करें। या फिर ना करें यह आपकी अपनी समझ पर निर्भर करता है। मैं दर्शकों से यही कहूंगा। यह चीजें जितनी आसान दिखती है, वैसी होती नहीं है तो गुरु जी आपको यह सच्ची घटना कैसी लगी। जरूर बताइएगा नमस्कार!

संदेश – तो देखिए यहां पर इन्होंने इनके नाना के जीवन में चुड़ैल और उससे जुड़ा हुआ जादू दिखाया है। आप लोग इस वीडियो के बारे में क्या राय रखते हैं, नीचे कमेंट में बता सकते हैं? आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें।आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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