नमस्कार दोस्तों! धर्म रहस्य चैनल में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है। आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे कि नवरात्रि के दौरान कौन सी गलतियां साधकों और सामान्य गृहस्थों को नहीं करनी चाहिए। यदि कोई ऐसी गलतियां करता है, तो उसे माता के क्रोध का सामना क्यों करना पड़ता है? इस वीडियो के माध्यम से आप यह जानेंगे, लेकिन सबसे पहले जानते हैं कि इस वर्ष नवरात्रि कब और कैसे शुरू हो रही है और घट स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है।
### नवरात्रि कब शुरू हो रही है?
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि, जिसे मुख्य नवरात्रि भी माना जाता है, 3 अक्टूबर 2024, गुरुवार से शुरू हो रही है और 12 अक्टूबर 2024, शनिवार को विजयदशमी के साथ समाप्त होगी। इस दौरान घटस्थापना की जाती है। घटस्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त हैं:
– सुबह का मुहूर्त: 6:15 AM से 7:22 AM तक
– अभिजीत मुहूर्त: 11:46 AM से 12:33 PM तक
इन दोनों समयों में आप अपनी सुविधा के अनुसार घटस्थापना कर सकते हैं और माता को अपने घर में विराजित कर सकते हैं। जिन घरों में नियमित रूप से माता की पूजा होती है, वहां भी घटस्थापना अवश्य करनी चाहिए। इससे जीवन में सुख, समृद्धि, और शक्ति की प्राप्ति होती है।
### माता का आगमन
इस वर्ष, माता का आगमन **पालकी** पर हो रहा है, जिसे शास्त्रों के अनुसार धन हानि का संकेत माना जाता है। जब माता पालकी पर आती हैं, तो कुछ आर्थिक नुकसान हो सकता है। इसलिए, इस समय विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
### रंगों का महत्व
नवरात्रि के प्रत्येक दिन अलग-अलग रंगों का महत्व होता है, जो विशेष लाभ प्रदान करते हैं। जैसे:
– पहले दिन: नारंगी वस्त्र
– दूसरे दिन: सफेद वस्त्र
– तीसरे दिन: लाल वस्त्र
– चौथे दिन: नीला वस्त्र
इन रंगों के माध्यम से आप देवी के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं, जो आपको विशेष आशीर्वाद प्रदान करती है।
### नौ दिनों की पूजा
नवरात्रि में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है:
– **पहला दिन**: शैलपुत्री
– **दूसरा दिन**: ब्रह्मचारिणी
– **तीसरा दिन**: चंद्रघंटा
– **चौथा दिन**: कूष्मांडा
– **पाँचवा दिन**: स्कंदमाता
– **छठा दिन**: कात्यायनी
– **सातवां दिन**: कालरात्रि
– **आठवां दिन**: महागौरी
– **नौवां दिन**: सिद्धिदात्री
इन नौ रूपों की पूजा से आप देवी के अलग-अलग आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, जैसे कि शक्ति, समृद्धि, और स्वास्थ्य।
### गलतियाँ जो नहीं करनी चाहिए
– **शारीरिक और मानसिक शुद्धता**: नवरात्रि के दौरान शुद्धता बहुत महत्वपूर्ण है। किसी भी अनुचित कार्य से बचना चाहिए, जैसे कि शारीरिक संबंध बनाना या तामसिक भोजन करना।
– **ब्रह्मचर्य का पालन**: ब्रह्मचर्य का पालन करना बहुत जरूरी है। यह साधना का समय है, इसलिए संयम बनाए रखें।
– **तामसिक आहार से बचें**: मांस, मदिरा, प्याज, और लहसुन का सेवन वर्जित है। यह आपके मानसिक और शारीरिक शुद्धता को प्रभावित कर सकते हैं और ब्रह्मचर्य को नष्ट कर सकते हैं।
### ध्यान और संयम
साधना के दौरान मौन रहना और वाणी पर संयम रखना चाहिए। मानसिक शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण है, जिससे साधना सफल हो। ध्यान, मंत्र जाप और सकारात्मक विचारों को अपनाना चाहिए ताकि माता का आशीर्वाद प्राप्त हो।
### निष्कर्ष
नवरात्रि के दौरान इन सभी सावधानियों का पालन करके माता का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। इन दिनों में विशेष ध्यान और साधना करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है। आशा है कि यह वीडियो आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
**जय माता दी!**
हैशटैग:
#Navratri2024, #ShardiyaNavratri, #Ghatasthapana2024, #DurgaPuja, #NavDurga, #MaaDurga, #NavratriRituals, #NavratriColors, #Brahmacharya, #SadhanaTips, #Spirituality, #HinduFestivals, #NarakAvoidance, #PositiveEnergy
टैग:
Navratri, 2024, Shardiya Navratri, Ghatasthapana, Durga Puja, Nav Durga, Navratri Rituals, Colors of Navratri, Sadhana, Brahmacharya, Hindu Festivals, Spiritual Practice, Positive Vibes, Hindu Religion