नवविवाहिता भूतनी का आतंक भाग 1
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम जो अनुभव लेने जा रहे हैं, यह एक व्यक्ति के द्वारा भेजा गया है और उन्होंने अपना नाम पता इत्यादि गोपनीय रखने को कहा है। साथ ही उन्होंने एक भूतनी की कहानी को बताया है तो चलिए जानते हैं इस कहानी के विषय में और पढ़ते हैं इनके ईमेल पत्र को..
नमस्कार गुरु जी। मुझे सबसे पहले यह कहते हुए बहुत ही अच्छा लग रहा है कि आप जैसा गुरु इस वक्त यूट्यूब में कोई भी नहीं है। मैं इस बात की बधाई भी आपको देता हूं कि आपने सफलतापूर्वक इस चैनल को कई वर्षों से चलाया है। इतने सालों में मैंने बहुत सारे यूट्यूब पर गुरु जी देखे जो कि आए और चले। कुछ दिनों के बाद उनका अपने आप ही नाश हो गया क्योंकि बुराई ज्यादा दिनों तक नहीं टिकती है और जो भी सच्चाई के रास्ते को छोड़कर केवल बेवकूफ बनाने के लिए लोगों को यहां पर उपलब्ध है। आखिरकार उसे लोग जान ही जाते हैं। इसीलिए बहुत सारे यूट्यूब चैनल आज इस क्षेत्र के बंद हो चुके हैं और फर्जी तांत्रिक लोग भाग चुके हैं। हालांकि नए आते रहेंगे लेकिन विश्वसनीय लोग 2-4 ही हैं। इसमें आपका स्थान मैं प्रथम मानता हूं। गुरु जी इसके लिए आपका विशेष रूप से धन्यवाद कि धर्म की अच्छी बातों को आपने सभी के सामने उपस्थित किया है और इसके अलावा तांत्रिक जीवन के रहस्यों को भी बताया है। आज मेरा इस पत्र को लिखने का मूल उद्देश्य यह है कि मैं अपने गांव में घटित हुई एक घटना के विषय में आपको बताऊं और आप इस पर वीडियो अवश्य बनाइए, क्योंकि यह एक बहुत ही रोमांचकारी सच्ची घटना है। गुरु जी कृपया मेरा नाम पता ईमेल इत्यादि गोपनीय रखे आप से निवेदन है गुरु जी, अब मैं आता हूं। अपनी मूल बात पर यह बात कई वर्ष पुरानी है।
तब हमारे गांव के पास एक तालाब था। उस तालाब में पानी काफी ज्यादा भर जाता था और उसे लोग खूनी तालाब भी कहते थे। लोगों का ऐसा कहना था कि यह दो 4 साल में किसी ना किसी की मौत का कारण अवश्य बन जाता है क्योंकि कभी किसी की गाड़ी तो कभी कोई फांसी लगाकर मरने के बजाय नदी में यहाँ तालाब में डूब कर मरना पसंद करता है तो कभी कोई कीचड़ में फंस कर अंदर तक डूब जाता इसी वजह से यहां पर कई सारी मौतें इस तालाब के अंदर हो गई और इसी वजह से यह एक श्रापित तालाब की तरह दिखने लगा है। गुरु जी इस की सबसे पहली घटना तब हुई थी जब एक शादी का पूरा माहौल था और गांव में आई हुई बरात वापस जा रही थी लेकिन जिस गाड़ी को ड्राइवर चला रहा था, जिसमें दूल्हा-दुल्हन और उनके 12 और रिश्तेदार थे। उस ड्राइवर ने शायद ज्यादा शराब पी होगी या फिर नींद में रहा होगा। वापस जाते वक्त पुल के ऊपर से गलती से उसने वह गाड़ी उस तालाब के अंदर गिरा दी थी और क्योंकि हड़बड़ाहट में दरवाजे नहीं खुले। इसलिए पूरी की पूरी गाड़ी उस तालाब के अंदर गिर गई और सभी धीरे-धीरे डूब कर मर गए थे। तभी से लोगों का ऐसा कहना है कि उस तालाब में गिरे हुए वह आत्माएं सभी को अपने वश में करके बुलाती रहती हैं। डर का आलम इस तरह का था कि आप यकीन नहीं मानेंगे। रात में कोई उस तरफ जाता तक नहीं था।
गुरुजी अधिकतर लोगों ने एक शादीशुदा लड़की को वहां पर घूमते हुए देखा है जिसे हम भूतनी कह सकते हैं इस घटना से जुड़ी हुई जो बात। है। वह इसी आत्मा से विशेष रूप से जुड़ी है क्योंकि इस आत्मा ने कई लोगों की मृत्यु का एक ऐसा मायाजाल रचा है। इसके बारे में कोई आज सोच भी नहीं सकता। इस पहली घटना के लगभग 3 महीने बाद पुल पर एक आदमी गुजर रहा था। वह अपनी बाइक से था कि तभी अचानक से एक लड़की जो कि शादीशुदा कपड़ों में नजर आ रही थी। एकदम से इस व्यक्ति के सामने आ गई। वह व्यक्ति घबरा गया और उसने जल्दी से बाएं और मुड़ने का निर्णय लिया। लेकिन मायाजाल ऐसा कि वह समझ ही नहीं पाया कि बाई तरफ तो तालाब है और वह बाइक के साथ उस तालाब के अंदर गिर गया उसने। बाहर निकलने की भरपूर कोशिश की लेकिन कोई उसको खींचकर अंदर ले गया और फिर उसकी मौत हो गई। यह दूसरी घटना थी। इससे आसपास के क्षेत्र में एक हड़कंप सा मच गया। सब लोगों ने सोचा यह तालाब बहुत ही ज्यादा भयानक है, जहां मौतें हो जाती है इतना ही नहीं आप यकीन नहीं मानेंगे। एक बार जब एक ट्रैक्टर ट्रॉली लोगों को लेकर के गुजर रही थी, तभी पुल टूट गया था और उसी तालाब में बहुत सारे लोग नीचे गिर गए थे, जिसमें से आधे लोग किसी प्रकार बाहर निकल आए। लेकिन आधे लोग उस ट्रैक्टर ट्राली के वजन के कारण नीचे दबकर और पानी में गिर कर मर गए थे। इसीलिए इस तालाब को श्रापित तालाब कहा जाता है। कुछ लोगों ने ऐसा भी देखा कि जब ट्रैक्टर ट्राली नीचे गिरी, उससे पहले एक नव विवाहिता स्त्री उस पुल के ऊपर दिखाई दी थी जिसको ट्रैक्टर ट्राली वाले ने स्पष्ट रूप से देखा था।
वह इस घटना में बच गया था तो उसने यह बात चारों तरफ फैला दी। इससे यह बात चारों तरफ फैल गई कि उस तालाब में कोई शादीशुदा स्त्री पूरे साजो सामान और गहनों के साथ पूरी सजी-धजी सभी को बुलाती है। इस बात की। जो की घटना अब मुझ से जुड़ती है, मैं उसे बताता हूं। गुरुजी मेरा एक दोस्त मुंबई से अपने पैतृक गांव घूमने के लिए आया था। शाम का वक्त था। मैं उसके पास गया। मैंने उससे बातचीत की। उसने मुंबई के बारे में मुझे बहुत अच्छी तरह बताया और कहा किस प्रकार से हम लोग वहां पर रहते हैं, लेकिन इतना खुला माहौल और इतनी शांति जो गांव में है, वह बिल्कुल भी नहीं है। तब मैंने उससे कहा ठीक है। अगर तुम्हें शांति ही चाहिए तो मैं तुम्हें पूरे गांव को घुमाता हूं और हम लोग पूरा गांव घूमने लगे कि तभी हम लोग उस तालाब के थोड़ा नजदीक पहुंच गए। जैसे ही मेरी नजर उस तालाब के ऊपर पहुंची। मैंने उससे कहा भाई, अब यहां से वापस चलो क्योंकि यह जगह ठीक नहीं है। तब उसने कहा यार सामने देखो कितना खूबसूरत तालाब है। चलो इसमें पानी में पत्थर फेंकते हैं और देखते हैं। किसका पत्थर दूर तक जाएगा तब मैंने उससे कहा भाई माफ करना यह एक भूतिया तालाब है और इसके पास जाना भी लोग पसंद नहीं करते। वैसे भी शाम का समय हो चला है। इसलिए आप यहां से जल्दी से निकल चलो। यह सुनते ही वह हंसने लगा और कहने लगा कि तुम सभी गांव वाले अभी भी पुराने जमाने में ही जीते हो।
आज के इस वैज्ञानिक युग में कोई भी ऐसी चीज होती ही नहीं है। यह केवल दिमाग का भ्रम है और लोगों को डर में कोई न कोई आकृति दिखाई दे जाती है। इसलिए तुम भी डर गए होगे और गांव वाले भी एक दूसरे की बात सुनकर इतना डर गए कि यहां पर आना ही बंद कर दिया होगा। चलो मैं तुम्हें दिखाता हूं कि? यह एक साधारण सा तालाब है तब मैंने उससे कहा भाई, मैं तेरे हाथ जोड़ता हूं। तू मेरे साथ घर चल यह जगह अच्छी नहीं है। यहां पर बुरी आत्माओं का वास है तब वह फिर से हंसकर कहने लगा। तुझे मुझ पर विश्वास है कि नहीं और वह मुझे खींचकर तालाब के पास लेकर चला गया। तब मुझे बहुत डर लग रहा था। तब वो कहने लगा देखो कितना खूबसूरत तालाब है, इसको देख कर तुम लोग बेमतलब डरते हो तब उसने तालाब से अपने हाथों में पानी लिया और मेरे मुंह पर मारा और हंसकर कहने लगा। देखो तो आत्माएं अब तुम्हारे चेहरे पर लग गई हैं और हंसने लग गया। तब मैंने उससे कहा, इस प्रकार किसी का मजाक उड़ाना ठीक नहीं है। वह कहने लगा कि तुम यकीन नहीं मान रहे हो। लेकिन हम सभी यह बात जानते हैं कि भूत प्रेत जैसी कोई चीज नहीं होती। इस दुनिया में ना तो भगवान है और ना ही भूत और प्रेत यह सब इंसान की बनाई हुई चीजें हैं। मनुष्य जब किसी प्रश्न का जवाब नहीं ढूंढ पाया तो भगवान! को रच दिया और जब किसी चीज से डर गया तो भूत प्रेतों को रच दिया। वह पूरी तरह से एक वैज्ञानिक बात करता था। इसी कारण से ना तो वह ईश्वर में और ना ही भूत-प्रेतों में विश्वास करता था। इसी कारण से उसे कुछ भी समझाना कठिन था, लेकिन तभी एक चीज हुई। रात गहराने लगी और हमें कुछ दूर एक धुंधली सी परछाई दिखी। आगे क्या हुआ। मैं आपको अगले भाग में बताऊंगा नमस्कार गुरु जी।
सन्देश – देखिए यहां पर इन्होंने भूतनी की सच्ची घटना के विषय में बताया है। अगले भाग में हम इनके आगे की कहानी को जानेंगे तो अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।
https://youtu.be/0mTVfcmItpI