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प्रेत का साया आना और जब हनुमान जी ने दिये दर्शन

नमस्कार गुरु जी एवं धर्म रहस्य चैनल के सभी दर्शकों को मेरा नमस्कार गुरु जी मेरा नाम ….राजपूत है  में up के जिला मोरादाबाद का रहने बाला हूं और में आपको अपने साथ घटी एक घटना के बारे में बता रहा हूँ और में इस विषय मे आपसे मार्गदर्शन भी चाहता हूं में एक मेकैनिकल इंजीनीयर हूं बात अगस्त 2019 की है में हसमुख स्वभाव का मेरी ज़िन्दगी बिल्कुल ठीक चल रही थी मगर अगस्त माह के  लास्ट वीक मे एक रात खाना खाकर में अपने रूम में सोने गया तो लगभग रात के एक बजे मुझे ऐसा लग जैसे मेरी छाती कोई दबा रहा है और मेरी नींद खुली तो मैने देखा कि मेरे पेट पर कोई बैठा है और दोनों हाथों से मेरे सीने को दबा रहा है और एक बड़ी गंदी सी बदबू आ रही थी मेने उसे हटाने के लिए अपने हाथों को उठाना चाहा तो न तो मेरे पैर हिल पा रहे और न हाथ मेरी आवाज भी नही निकल रही थी और उसकी जकड़ में ही कब मुझे नींद आ गई मुझे पता ही नही चला सुबह उठकर मेने ये बात अपने परिवार को बताई तो किसी ने भी यकीन नहीं किया और ये कोई सपना होगा ये बोलकर बात खत्म करदी फिर मेने भी इसपर कोई धीयान  नही दिया लेकिन उस दिन के बाद मेरी जिंदगी जैसे बदल ही गई मेरा स्वभाव बहुत ही गुस्से बाला हो गया मेने छोटे बड़े का लिहाज सब छोड़ दिया और हर किसी पर में अपना गुस्सा उतार देता मुझे बेबजह गुस्सा आने लगा जिस कारण मेरे अपनो ने भी मुझसे दूरी बना ली कोई मुझसे बोलने की हिम्मत नहीं कर पाता था मेरे सारे दोस्त भी इस कारण मुझसे दूर रहने लगे में ये सब जानबूझ नही करता था पतानही की मेरे अंदर ये आदत कैसे आ गई में छोटी छोटी बातों पर इतना गुस्सा करता कि कई कई दिनो तक घर खाना नही खाता था भूका रहता था और काम मे भी मन नही लगता मेरे परिबार बाले मेरे इस ब्यवहार से परेशान थे मगर मुझसे डर के कारण बात नही करते में भी बहुत परेशान था कि ये सब मेरे साथ क्या हो रहा है में ये सब कियो कर रहा हूं मगर ये सब मेरे बस मैं नही था मेरा मन ये कहता था कि जिंदगी में अब कुछ नहीं बचा ओर मुझे सुसाइड कर लेना चाहिए मन मे आत्महत्या करने की बात बहुत ज्याद आती थी मगर शायद भगवान को ये मंजूर नहीं था मेरे परिवार बालो ने रिस्तेदार के कहने पर मुझे मानसिक रोग के डॉक्टर को दिखाया डॉक्टर ने भी दुनिया भर की रिपोर्ट कराई मगर सब नार्मल थी मग़र मेरी हालत बेसी ही थी फिर मुझे तांत्रिको को दिखाया गया तो सबने अलग अलग बाते बताई मगर इसमे एक बात सबकी कॉमन थी बो थी प्रेत बाधा सबने अलग अलग उपाय के नाम पर खूब पैसे ठगे मगर ठीक कोई नही कर पाया एक तांत्रिक मेरे घर आकर अपने ऊपर भेरो की साबारी बुलाई ओर मेरे परिबार के सामने मुझपर इल्जाम लगाए की ये लड़का गलत से संगत में है और लड़कियों को बुरी नज़र से देखता है ये सुनकर मेरा गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया मेने उसे पीटने के लिए उसकी गरेबान पकड़ ली लेकिन मेरे भाइयो ने उसे बचा लिया और उसके ऊपर की साबारी भी माहौल देखकर गायब हो गई और बह तांत्रिक भाग गया मग़र मेरा गुस्सा शांत नहीं हो रहा था में अपने कमरे में चला गया और बहुत रोया ओर सोचने लगा कि भगवान किस पाप का दंड दे रहे हैं इतनी समस्या कम थी जो ये मुझपर इतना बड़ा इल्जाम लगा गया मेरी sister ओर मेरी mother मेरे बारे में किया सोचेगी इसी सोच में मेरा दिमाग फटा जा रहा था मेरे परिवार बालो ने भी उसकी बात का कोई समर्थन नहीं किया लेकिन दुख तो होता है कि ऐसा हुआ ही कियो दरअसल गुरु जी मे उस टाइप का लड़का नही हूँ में तो किसी लड़की से बात करना तो दूर मुझमे लड़की को देखने की भी हिम्मत नहीं है आप शायद यकीन ना करो जहाँ लड़कियां होती है में उस जगह रुकता ही नही मुझे बहुत ancomfertebel feel होता है में बचपन से ही ऐसा हूँ इसके बाद भी कोई अगर ऐसा बोले तो किया गुजरता है में जानता हूं लेकीन उस दिन मुझे पता चल गया कि जो लोग ये बोलते हैं कि हमारे ऊपर ये शक्ति आती हैं बह झूठे हैं इसके बाद मेरा एक दोस्त जिसे पूरी घटना पता थी बह एक जानकर पंडित जी के पास ले गया उन्होंने बताया कि तुम्हारे ऊपर प्रेत बाधा है और उसने तुम्हारे मस्तिष्क को अपने कन्ट्रोल में ले लिया है जिस कारण यह सब हो रहा है फिर उन्होंने मुझे एक अभिमंत्रित यन्त्र दिया जिससे मुझे 50 % रिलीफ है इसके बाद मेने श्री हनुमान जी की चालीसा पढ़नी शुरू की में सात पाठ दिन में ओर सात पाठ रात को सोने से पहले करने लगा जिससे में लगभग पूरी तरह ठीक हूं लेकिन मुझपर उस एनर्जी का अटेक हो जाता है रात को डाराबने सपने आते है गुरु जी मुझे कोई ऐसा उपाय बताइये जिससे मुझे इस समस्या से पूरी तरह छुटकारा मिल जाए और मुझे ये भी बताइये जो लोग ये सब करते हैं कि हमारे ऊपर ये देवी या ये देवता आते हैं तो इनमें कितनी सच्चाई है कियोंकि ये लोग बिना सोचे कुछ भी बोलदेते है जिस कारण लोगो की जिंदगियां बर्बाद हो जाती है भगबान ऐसे लोगो को कभी माफ नही करेंगे में लोगो से यही कहूंगा अगर कोई ऊपरी समस्या हो तो ऐसे ढोंगियों के झांसे में न आकर अपने भगवान की आराधना शुरू कर दें कियोंकि उनसे बड़ा कोई नहीं है गुरु जी ये लाइन ठगों से भरी हुई है सच्चे लोगो को पहचानना बहुत मुश्किल है और आप जैसे लोग तो इस लाइन में न के बराबर है बस इतना ही गुरु जी आप अगर vedeo बनाये तो मेरा नाम पता ओर इ मेल आई डी ना बताएं गुरु जी आपकी आवाज बहुत ही मधुर औऱ आकर्षित करने बाली है धन्यवाद 

Shivani ShivaniThu, Apr 9, 1:41 AM (1 day ago)

Aapko Sadar Pranam guru ji,,,,??? Asha karti hu ki Aap bhi thik hoge kushalmangal hoge,,, Mai Shivani ek bar fir apna ek Anubhav lekar Aai hu Dharam rahasya channel ke  guru ji Suraj partap Singh guru ji ke passs,,,,,,, guru ji Aapke channel se mujhe jude hue takriban Dair saal ho chuke hai,,,, mera ye Anubhav tab ka hai jab mai aapke channel se nai nai judi thi or aapke channel dharam rahasya ki har video din raat dekha krti thi,,,, socha Aaj Hanuman jyanti hai,,,,, to kyu naa guru ji ko Anubhav bheja jaye,,,,, Guru ji mujhe mail typing karne me bhot alas aata hai isliye mai jaldi se Aap tak Apne khud ke sachhe Anubhav Aap tak nahi pahucha paati isliye mai aapse maafi chahti hu guru ji,,,,, Mera ye Anubhav Aapke channel dharam Rahasya ke guru ji Suraj pratap guru ji ke madhyam se sab sadhko or sadhika tak pahuchaya jaa raha hai or kisi channel ke duwara nhi dikhaya jaa raha,,,,
Ab mai Aapko ye Anubhav sunane jaa rahi hu,,,, ye baat takriban dair saal pehle ki h jab mai aapke channel se new new judi thi or aapke channel ki video ko din raat badi gor se sunati thi,,, aapki awaaz me bhot Aakarshan hai guru ji bas man krta hai ki aapki awaaz me,,, bhagwan ji ke sabhi Anubhav sunati rahu,,,, ye baat Feberuary 2018 ki hai,,,, mai leti hue thi or Youtube par song sunte sunte sone ki koshish kr rhi thi lekin mujhe nind nhi Aa rahi thi,,,,,, to mai uthkar mummi ke pass aa gai bahar meri mummy mere dono bhatijo ke pass khadi thi unka dhyaan rakh rhi thi,,, meri mummi kuch der baad pass me rakhi kursi par baith gai,,,, mummi kehne lagi ki ye bachhe bade shararti hai sohne ka name nhi lete,,,, mene kaha mummi aap so jao fir mummi ne kaha ab sone ka time thodi hai shaam ho jayegi aadhe ghante bad 4 baj jayenge,,, mummi ke sath mere dono bhatije khailte rahe masti krte rahe,,,, mai bhi dono ko bhatijo ko dekh rahi thi ki vo kitne shararti ho gaye hai,,,,,, Achanak meri nazar left side gai,,, mene dekha ek bhot lambe chhore bujurg ko,,,,  jinki masales aisi thi jaise gym krte ho wo bujurg baba kisi young ladke ko bhi fail kar rhe the unki body aisi thi jaise kisi body bilder ki ho  or dikhne me bhot gore chhitte the,,,,, mene dekha ki unke sidhe hath me ek patali si dandi thi jisko pakar kar chal rahe the vo baba,,, unohne Santari rang ka Langgot pehna hua tha unki pair bhi mote mote the,,, or pairo me chaandi ke mote mote Kade ki tarha kuch  pehna hua tha jaise bhagwan shiv ji or hanuman ji pehne hue hote hai tasveer me ,,,, ye to mene unka huliya bataya hai ki wo dikhte kaise the,,,, mene aisa bujurg apni jindagi me kbhi  nhi dekha tha itna lamba chora or gora chiitta wo bhi itni jyda umar me to koi bujurg thik se khaa bhi nhi pata,,,,,  or wo itne healthy,,,,, unko dekhte ke sath hi mere dimag me khayal Aaya ki ye koi mamuli baba nhi hai koi bhagwan roop hai unke pairo ko dekh kar laga ki ye bhagwan ji ka roop hai or jab unke langot par meri nazare gai to mai man hi man ye soch rahi thi ki ye hanuman ji ka roop to nhi hai,,,, wo jab meri mummi ke kareeb se jaa rahe the to meri mummi ki taraf dekh ke muskura rahe the or dheere dheere gardan hila rahe the jaise haa kehne ke liye gardan hilate hai,,, unki taraf dekh mummi bhi muskura di,,,, mummi ne socha ki ye bheek maagege lekin unohne kuch nhi maga sidha chale gaye the meri nazar un par hi thi,,, thodi si dur jaate hi vo nazaro ke samne se kaha gayab ho gaye malum hi nahi chala mene mummi ko kaha ki baba kaha gayab ho gaye inko pehli baar dekha hai mene,,,, meri mummi ne itna gor nahi kiya kyuki mummi bachho ka dhyan rakhne me vyast thi,,,, lekin mai ye soch soch kar pareshan thi ki aakhir ye kon se bhagwan ke Avtaar the shiv ji bhagwan ke avtaar the ya hanuman bhagwan ke,,,, ek pal ko socha bhi ki mummi ko bolu ki ye mamuli baba nhi h shiv ji bhagwan ya hanuman bhagwan dono me se kisi ka ek roop to zarur hai  lekin fir nahi kaha mene socha mummi mujhe daatna shuru kar degi meri baat sunkar isliye us time batana sahi nhi samjha mene,,,, 2 din beet jaane ke baad mai or meri mummi akele bethe hue the mene mummi ko bataya ki vo baba mujhe mamuli nahi lag rhe the bhagwan ka koi roop lag rahe the aise massals wale bujurg kabhi dekhe bhi nhi hai or naa hi hote hai,,,, meri baat ko sunkar mummi ne kaha ki us time mera man bhi yahi keh raha tha ki vo hanuman ji the jo ki baba ke roop me darshan de kar gaye the,,, or meri taraf muskura rahe the,,,,,,.mummi ko mene kha aap zarur bhot bhagayshaali ho jo aapko darshan diye aapki taraf dekh kr muskuraye or mujhe bhi aapki vaja se darshan ho gaye,,,,, meri mummi fullay nahi samati hai jb bhi ye baat sochti hai ki unko bhagwan hanuman ji ne darshan diye the,,,, to ye tha mera or meri mummi ka chhota sa Anubhab guru ji,,,   Aasha karti hu guru ji Aapko or dharam rahsya ke sabhi sadhak sadhika ko mera or meri mummi ka Anubhav pasand aaya hoga,,,,, dhanaywad
Guru ji mai to bhot confuse thi ye soch kr ki bhagwan shiv the ya hanuman ji lekin meri mummi ne bataya tha ki vo hanuman ji the,,,, Aapko kya lagta h guru ji ki bhagwan shiv ji or hanuman ji dono me se kon se bhagwan ka roop tha, Kripya karke zarur bataye guru ji Aapki Aagyakari shishay shivani ?????

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