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मम्मी की सौतन ने करवाई गलत तंत्र क्रिया

मम्मी की सौतन ने करवाई गलत तंत्र क्रिया

नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज एक ऐसा अनुभव लेने जा रहे हैं जो कि परिवार में हुए एक विशेष तरह के प्रयोग को दिखाता है। चलिए पढ़ते हैं इनके पत्र को और जानते हैं क्या है यह अनुभव नमस्ते गुरुजी मेरा नाम राहुल है। मैं नई दिल्ली से हूं। मैं एक छात्र हूं और हम लोग एमपी यानी मध्य प्रदेश से बिलॉन्ग करते हैं। मैं आपका चैनल आखरी साल से देख रहा हूं। मैं आज पहली बार आपको अपना परिवार का अनुभव भेज रहा हूं। मैं 200% गारंटी लेता हूं कि यह अनुभव पहले कहीं भी नहीं प्रकाशित किया गया है। मैं आज 4 जनवरी 2022 को आपके चैनल को यह अनुभव भेज रहा हूं। पहले मुझे अपना अनुभव भेजने की हिम्मत नहीं हो रही थी लेकिन? आखिरी महीने में जब आपके चैनल पर किसी आगरा वाले राजीव का भेजा अनुभव मॉडलिंग में तंत्र प्रयोग देखा तो फिर मैंने सोचा कि मैं भी हिम्मत करके अपना पूरा अनुभव आपके चैनल को भेज दूं। आप मेरे भेजें। अनुभव में मेरा ईमेल एड्रेस और फोटो शेयर कर सकते हैं। गुरु जी यह समस्या हमारे परिवार की है। इस खास कर मुझे और मेरी मम्मी को इसे भोगना पड़ा इस समस्या को हम 4 मेंबर से परिवार में और मैं राहुल मेरी एज 19 साल है। मेरी मम्मी पद्मिनी जिनकी आयु 39 वर्ष है, ब्यूटी पार्लर का काम करती है।

छोटा भाई जिसकी आयु अभी सिर्फ 2 वर्ष है। यह बच्चा मेरे दूसरे पापा से है और मेरे दूसरे पापा जिनका नाम महेश शर्मा है। यह बैंक में जॉब करते हैं। गुरु जी यह तो था हमारे परिवार के मेंबर्स का परिचय आपको थोड़ा और बैकग्राउंड बता दूँ मेरी जो रियल पापा थे, उनकी 2017 में ही देहांत हो गई थी। उस समय मैं और मेरी मम्मी बिल्कुल अकेले रह गए थे। उस समय महेश शर्मा अंकल जो अब मेरे दूसरे पापा है ने हमारी मदद की और सहारा दिया। महेश अंकल हमारी फैमिली फ्रेंड थे। महेश अंकल के घर में वाइफ और सिर्फ एक डॉटर थी। अंकल की डॉटर हॉस्टल में पढ़ती थी उनके घर में सिर्फ उनकी वाइफ थी जो बहुत झगड़ालू और बदसूरत बदतमीज औरत थी। उन दिनों मम्मी ब्यूटी पार्लर का काम घर में ही करती थी। अंकल हमें कुछ फाइनेंसियल हेल्प भी कर देते थे। यह बात जब अंकल की वाइफ को पता लगी तो उसने बहुत झगड़ा किया। अंकल से और हमारे घर आकर मम्मी को गंदी गंदी बातें बोली और मम्मी को थप्पड़ भी मार दिया। मैं उस समय घर पर नहीं था। यह बात मेरे को बाद में पता चली जब इसके बारे में अंकल को पता चला तो उन्होंने अपनी वाइफ से झगड़ा किया और हमारे घर आ गए। उस रात अंकल हमारे घर पर ही रुके। इस पर अंकल की वाइफ का गुस्सा बढ़ गया और मम्मी को फोन पर धमकी देने लगी। उस आंटी ने मेरी मम्मी को फोन पर कहा। कुत्तिया मैं तेरा वह हाल करूंगी कि तेरे फरिश्ते भी तेरे को बचा नहीं पाएंगे। मम्मी ने उसका नंबर ही ब्लॉक कर दिया। अंकल भी हमारे घर अब अक्सर रहने आने लगे। खासकर वीकेंड इन शनिवार और रविवार को अन कल हमारे घर पर ही रात को रहने लगे। अंकल कभी-कभी ड्रिंक कर लेते थे। अंकल की वाइफ उन्हें ड्रिंक करने से रोकती थी तो अंकल हमारे घर बैठकर कभी-कभी ड्रिंक करने लगे। इस तरह धीरे-धीरे अंकल आंटी का झगड़ा इतना बढ़ गया कि उनकी नौबत डाइवोर्स तह पहुंच गई डाइवोर्स का जो तरीका था जब तक चलना था । अंकल हमारे घर पर ही रहते रहे।

अब वह हमें फैमिली मेंबर्स की तरह लगने लगे थे। खासकर मुझे एक पिता की तरह प्यार करते इस दौरान मेरी मम्मी प्रेग्नेंट हो गई। पर अंकल को डाइवोर्स का इंतजार था क्योंकि पहली वाइफ को डाइवोर्स दिए बिना दूसरी शादी नहीं कर सकते थे। इसके लिए कुछ समय इंतजार करना पड़ता जब अंकल का पहली पत्नी से डाइवोर्स हो गया। तब अंकल ने मेरी मम्मी से दूसरी शादी कर ली। गुरुजी जिस दिन अंकल का डाइवोर्स हुआ था उस दिन अंकल की पहली पत्नी ने अंकल को धमकी दी थी कि तुम आज का यह दिन और तारीख याद रखना कुछ समय बाद मेरे घर छोटा भाई पैदा हुआ जिसका नाम रोहन रखा गया। इस बात की खबर अंकल की पहली वाइफ को भी लग गई थी कि वह बहुत तिमिलाई होगी। मेरा छोटा भाई कुछ मंथ का हो गया था। महेश अंकल यानी दूसरे पापा बैंक की जॉब में बिजी रहते थे। मम्मी अपने ब्यूटी पार्लर और छोटे भाई की केयर में बिजी रहती थी। मैंने अपनी स्टडी में बिजी था। सब कुछ ठीक और नॉर्मल साथ चल रहा था। एक रोज मुझे बड़ा अजीब सा सपना आया। मैंने देखा कि मैं अंधेरे में कहीं जा रहा हूं। कहां जा रहा हूं, समझ में नहीं आ रहा, क्योंकि अंधेरा अधिक था। फिर मैंने देखा थोड़ी दूर एक श्मशान जैसी जगह में आग जल रही है। मैंने वहां पास जाकर देखा तो मैं हैरान रह गया कि मैं क्या देख रहा हूं। मैंने देखा कि वहां सब जो है। सुनसान में दूसरे पापा  अंकल की डेट बॉडी पड़ी हुई है और बगल में अजीब सा आदमी अघोरी टाइप का, जिसके साथ मेरी मम्मी बिल्कुल नग्न हालात में संभोग कर रही हैं और खिलखिला कर हंस रही है। मम्मी और वह अघोरी दोनों बिल्कुल नग्न हालात में थे। इतने में मेरा सपना टूट गया।

मुझे समझ में ही नहीं आया कि मैंने क्या देखा? मैंने रूम का स्मॉल बल्ब जलाकर टाइम देखा तो एग्जैक्ट टाइम नहीं याद आ रहा था। लेकिन रात 12:00 बजे के काफी बात का समय था। मैं 2 या 3 दिन में उस सपने को भूल गया, लेकिन एक हफ्ता भी नहीं गुजरा होगा कि एक रात फिर से सपना आया जिसमें मेरी मम्मी सिर्फ अपने अंतर्वस्त्र ब्रा और पेंटी जिसे कहते हैं। मेरे बेड के सामने खड़ी है और मुझे घूर रही हैं। उनका रूप ऐसा था कि मैं डर गया, सपना टूट गया। मैं जल्दी से घबराकर लाइट ऑन कर उठा। पैर के अंगूठे पर चोट लग गई। मुझे बड़ी अजीब सी है हैरानी हुयी ऐसा सपना क्यों आया? गुरु जी हमारा घर इस तरह बना हुआ है कि नीचे ग्राउंड फ्लोर पर मम्मी का ब्यूटी पार्लर है। और एक और दुकान हमारी है जो किराए पर दी हुई है जिन्होंने हमारी दुकान किराए पर ली है। वह परिवार के फर्स्ट फ्लोर पर हमारे घर ही किराए पर रहते हैं। यह परिवार यूपी की तरफ का है। सबसे ऊपर यानी 2nd फ्लोर पर हमारा परिवार रहता है। गुरु जी अब अभी सिर्फ कुछ दिन ही हुए थे कि एक अजीब सा सपना आया कि एक सुनसान जगह खाली मकान में दो बिल्कुल काले कपड़े पहने आदमी मम्मी को जबरदस्ती ले जा रहे हैं और वहां उन्होंने मम्मी के साथ बलात्कार किया।

मेरी फिर से नींद टूट गई। डर से पसीना आया हुआ था। गला सूख रहा था। बल्ब जलाकर समय देखा। रात के 12:00 बज के काफी बात का समय था। अब डे टाइम भी मुझे चिंता रहने लगी। ऐसे सपने क्यों आ रहे हैं। फिर एक रात मुझे एक और खौफनाक सपना आया जिसमे मैंने देखा कि किसी जगह कर्फ्यू टाइप लगा हुआ है। दंगा फसाद चल रहा है। सड़क पर अब मेरी मम्मी अपनी जान बचाकर भाग रही है। अकेले मम्मी के पीछे गुंडे टाइप के लोग भाग रहे थोड़ी देर में ही वह गुंडे भी भीड़ मम्मी को पकड़ लिए कर निर्वस्त्र कर देते हैं और उनके साथ गैंग रेप करते हैं । इतने में फिर मेरा सपना टूट गया। उस समय इतना घबरा गया कि जैसे घर से मेरा पैसा भी निकल जाएगा। मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। कभी कभी खुद को कहता कि जैसे आधा पागल जैसा हो गया हूं। फिर शायद एक हफ्ते से ऊपर हो गया था। कोई सपना नहीं आया। फिर एक रात अचानक सपना आया कि मम्मी रात को बाथरूम में नहा रही है। दरवाजा खुला छोड़ कर और मुझे आवाज देती। मैं जाता हूं और उन्हें ऐसे हालात में देखकर शर्म आ जाता हूं। मम्मी मेरी तरफ देखकर लगातार मुस्कुरा रही होती है।

इतने में सपना फिर से टूट जाता है। मैं बड़ा अजीब फील कर रहा हूं कि ऐसा सपना क्यों आता है। फिर 4 या 5 दिन बाद फिर एक रात सपना आया कि मम्मी मेरे साथ संभोग कर रही है। जैसे ही सपना में मेरा वीर्यपात हुआ, साथ ही मेरा सपना भी टूट गया और मैं देखता हूं कि रियलिटी में भी मेरा वीर्य निकल चुका है। मैंने बहुत ही शर्मिंदा और उदास महसूस किया। इस तरह जब कुछ बार हुआ तो मुझे लगने लगा कि कहीं यह किसी किस्म की मानसिक या शारीरिक बीमारी तो नहीं है। यह बातें मैं अपनी मम्मी या पापा से कर नहीं सकता था तो मैंने जो हमारे किराएदार हैं, उनके  बेटे एक दिन अकेले में यह सब सपनों वाली बात उसे बताई। वह लड़का मेरे से उम्र में थोड़ा सा बड़ा है। मेरी सारी बातें हैरानी से सुनकर वो लड़का हंसने लगा और मेरी मम्मी के बारे में बहुत गंदी बातें बोलने लगा। जो मैं यहां लिख नहीं सकता। वह मेरी मम्मी के बारे में गंदी बातें पूछने लगा तो मैंने वहां से उठ कर आ गया और उससे बात करना ही बंद कर दिया। गुरु जी कुछ दिन ही हुए थे। मैं उस और मम्मी किसी प्रोग्राम पर जा रहे थे। जहां जान पहचान में किसी की शादी थी। वहां ब्राइड को और बाकी लेडीस को मेकअप फेशियल का काम मम्मी को मिला हुआ था। इससे मम्मी को पैसे भी बढ़िया मिलने थे और हम फंक्शन भी इंजॉय करते मैं और मम्मी ट्रेन से जा रहे थे। सफर दूर का था और रात का सफर था महेश! शर्मा मेरे दूसरे पापा किसी काम की वजह से घर पर ही रुके थे। छोटा भाई मम्मी के साथ था क्योंकि उस समय वह सिर्फ कुछ मंथ का ही था और मम्मी को दूध पीता था। इसलिए मम्मी उसे हमेशा साथ ही रहती थी।

सफर रात का था। इस डब्बे में मैं और मेरी मम्मी थे। वहां भीड़ बहुत कम थी। उस दिन हमारे पास एक बुजुर्ग हस्बैंड वाइफ थे जो स्लीप ले रहे थे तो मम्मी फ्रीली मेरे छोटे भाई को अपना दूध पिलाने लगी। इतने में एक आदमी हमारे डिब्बे में आ गया और उसे देख मम्मी अपना ब्लाउज ठीक करने लगी। तभी वह आदमी बोला। माता हमसे क्या छुपाना हमसे क्या छुपा है, हमसे कुछ नहीं छुपा। हम सब जानते हैं। इतना बोल कर आदमी मम्मी के बिल्कुल सामने बैठ गया और मम्मी को एकटक देखने लगा। मम्मी ने भी भाई को दूध पिलाते हुए अपना पल्लू ठीक किया और दूसरी तरफ देखने लगी। वह बाबा टाइप आदमी ही लगातार मम्मी को घूर रहा था। यह देख मुझे भी अजीब लग रहा था। इतने में मैं डिब्बे से बाहर बाथरूम की तरफ गया तो वह बाबा मेरे पीछे पीछे आ गया और बोला, क्यों बेटा सपने आजकल भी आते हैं या बंद हो गए। यह सुनकर मेरे तो होश ही उड़ गए। मैंने घबराते हुए कहा बाबा आपको कैसे पता तब उसने कहा, हम सब जानते हैं। बेटा ऐसे सपने सिर्फ हमें तुम्हें नहीं बल्कि तुम्हारी मां को भी आते हैं। मैंने बड़ी हैरानी से कहा कि। तब वह आदमी मुस्कुरा कर बोला, हां, तुम्हें सपने तुम्हारी मां के आते हैं और तुम्हारी मां को सपने तुम्हारे बारे में आते हैं। फिर उस बाबा टाइप आदमी ने मुझसे उन सपनों के बारे में डिटेल में बातचीत की और हमारे घर परिवार और मम्मी के बारे में कुछ ऐसी बातें पूछी और बोली जो मैं यहां लिखी नहीं सकता। फिर हम दोनों डिब्बे में वापस आ गए। मैं तो अपनी सुध बुध खो या व्यक्ति की तरह हैरान-परेशान सोच में डूबा हुआ था। इतने में मम्मी ने मुझे कहा रोहन ध्यान रखना। उस टाइम छोटा भाई सो रहा था और बाथरूम की तरफ चली गई। वह बाबा भी उनके पीछे चला गया। जब मुझे ध्यान आया तो मैंने भी दरवाजे से बाहर थोड़ा दूर बाथरूम की तरफ जहां का जो एक कोने की तरफ था। मैंने देखा कि वह बाबा धीमी आवाज में मम्मी को कुछ बता रहा है और मम्मी घबराई हुई उसकी बातें चुपचाप सुन रही है। वह बोल क्या रहा है। कुछ समझ में नहीं आया। फिर मैं वापस आया। अपने छोटे भाई के पास आ गया कि ताकि नींद से उठ ना जाए थोड़ी देर बाद दोनों अपने डब्बे में आ गए। मम्मी चुपचाप बैठी थी और थोड़ा गहराई से सोच में डूबी हुई थी। फिर उस बाबा ने चुप्पी तोड़ते हुए कुछ ज्योतिष की बातें शुरू की। उसकी कुछ बातें मेरी बिल्कुल समझ में नहीं आई। वह मेरी मम्मी को माता कह कर बुलाता था। वह बोला माता तेरे भाग्य में तीन संतान का सुख है। फिर वह और बातें करता रहा। फिर मम्मी ने उसे ₹500 का नोट दिया। उस बाबा ने उस नोट पर कुछ पढ़कर फूंक मारी और मम्मी को वापस दे दिया और कहा कि जहां तुम लोग जा रहे हो, अगर वक्त हो तो अगले दिन वापस जाने से पहले मुझे मिल लेना तुम्हारी समस्या ठीक कर दूंगा। फिर उस बाबा ने मुझे एक रुद्राक्ष जैसा दाना दिया और मुट्ठी बंद करने को कहा। मैंने मुट्ठी बंद की तब उस बाबा टाइप आदमी ने कोई मंत्र मुंह में पढ़कर मेरी मुट्ठी पर फूंक मारी और मुट्ठी खोलने को कहा, जब मैंने बंद हाथ की मुट्ठी खोली, तब गुरु जी मैं अपनी मम्मी की कसम खाकर सच बोल रहा हूं कि रुद्राक्ष जैसा दाना बादाम में बदल गया। मैं और मेरी मम्मी दोनों बहुत अधिक हैरान हो गए। हम दोनों ने उस बाबा टाइप आदमी को उसके पैर पकड़कर बोला तो वह हंसने लगा और अपना मोबाइल नंबर दे कर बाद में मिलने को बोलकर डिब्बे से चला गया। हमारा भी स्टेशन आने वाला था। हम प्रोग्राम वाली जगह पहुंचे, लेकिन हमारे मन में वह बाबा की घूम रहा था। प्रोग्राम खत्म होने के बाद हम सिर्फ 1 दिन और वहां रुक सकते थे। इससे पहले हम बाबा को फोन करते उससे पहले बाबा का फोन आ गया ।

तो हम दोनों वहां से घर वापस आकर बोले। कि बाबा की बताए रास्ते पर उनसे मिले फिर वह बाबा हम दोनों को एक ऐसे मकान में ले गया, जहां थोड़े आबादी वाली जगह से हटकर बना हुआ था। उस बाबा ने रास्ते में मम्मी से  2500र भी ले लिए थे। हम दोनों को उस मकान में छोड़कर वह

थोड़ी देर में आता हूं कहकर चला गया। काफी देर बाद वह आया तो लगा कि जैसे उसने शराब पी रखी हो। फिर उसने मम्मी को कहा, माता महा भट्ट को भगाना पड़ेगा। यह काम मैं कर सकता हूं। इसलिए जैसे मैं कहूं बिल्कुल वैसा करना कोई सवाल मत करना नहीं तो क्रिया भंग हो जाएगी। अगर क्रिया भंग हो गई तो कुछ भी नुकसान हो सकता है। फिर उसने साथ लाया खाना हमको दिया। हमने खाना खाया। उसके बाद उसने मम्मी को अकेले में ले जाकर कुछ कहा मम्मी चुपचाप सुनती रही। फिर वह कहीं बाहर की तरफ चला गया। मम्मी मेरे पास आई और बोली कि तुम थोड़ी देर सो जाना और रोहन का ख्याल रखना। मैं जब क्रिया खत्म होने के बाद आकर सो जाऊंगी मैं फिर चला गया वहां का बाथरूम इतना गंदा था कि मैं बता नहीं सकता। इतना गंदा बाथरूम मैंने जिंदगी में कभी नहीं देखा था। बाथरूम को देखकर उल्टी आ रही थी। मैं फिर वापस आकर रोहन के पास सो गया। मम्मी भी छोटे भाई को दूध पिला कर वहां से चली गई। वहां नींद नहीं आ रही थी। बड़ी बेचैनी सी हो रही थी। छोटा भाई आराम से सो रहा था। वक्त का भी अंदाजा नहीं था कि क्या हुआ होगा। मन में तरह-तरह के डर शंकाएं पैदा हो रही थी। छोटे भाई को छोड़कर मैं कहीं जा नहीं सकता था। लेकिन मम्मी की चिंता मुझे बहुत हो रही थी। फिर पता नहीं कब मुझे नींद आ गई। सुबह जब आंख खुली तो सूरज की किरने निकल चुकी थी। मम्मी उस समय पास ही बैठी थी और भाई को दूध पिला रही थी। वह बाबा पता नहीं कहां था ? मैंने मम्मी से पूछा कि मम्मी आप कल कहां चली गई थी तब उन्होंने कहा, कहीं नहीं बस यही थी। मैंने पूछा, वह बाबाजी कहां है तब मम्मी कुछ नहीं बोली और बस इतना ही कहा, अब वापस घर चलते हैं।

हम घर वापस आ गए लेकिन इस बार मुझे कोई सपना नहीं आया बल्कि एक रात जब मैं सो रहा था तो मेरी नींद टूटी गई तो मुझे भी सीटी की आवाज सुनाई दी। जैसे कोई लोफर आदमी सीटी बजाता है। मैंने छलांग लगाकर बल्ब ऑन किया कोई नहीं था। मैं डर गया दोबारा ठीक से नींद ना आई। बल्ब मैंने जलता और छोड़ दिया अब रात को। इस तरह के इंसीडेंट होने लगे। मैं रोज रात को बल्ब ऑन करके ही सोता। उधर मम्मी के साथ भी ऐसा ही कुछ होने लगा। मम्मी सो रही होती तो उनकी बॉडी पर किसी का स्पर्श महसूस होता। जब उनकी नींद खुली तब कोई नजर ना आता था। फिर 1 दिन मम्मी सो रही थी जैसे उनके कान में किसी ने जोर से चीख मारी और साथ ही साथ रसोई में से कुछ बर्तन गिरने की आवाज आई। मैं भी रूम से बाहर आ गया। मम्मी भी इत्तेफाक से सामने से मेरे कान में भी किसी के चीखने की आवाज आई। हम दोनों डर गए। पापा उस टाइम ड्रिंक के कारण गहरी नींद में थे। मैंने और मम्मी ने डरते डरते पूरा घर चेक किया कि कहीं कोई चोर तो नहीं आ गया, लेकिन कोई नजर नहीं आया। हमारी नींद उड़ चुकी थी। फिर हम दोनों ने एक दूसरे की चीखों के बारे में। बताया हमने। दोनों को एक जैसी चीख सुनाई दी। गुरुजी विश्वास कीजिए। बड़ी अजीब सी चीख थी। दिल दहला गया। उस समय की आवाज जैसे कोई तेज झंकार होती है और बड़ी तेज और किसी इंसान की चीख की तरह नहीं होती। खौफनाक चीख थी। बड़ी। फिर मैं मम्मी को सपनों के बारे में बताया। मम्मी ने भी मुझे बताया। बहुत कुछ फिर मैंने मम्मी को उस रात के सपने के बारे में पूछा, जब उस बाबा के पास रहे थे तो मम्मी रोने लगी और बोली कि वह आदमी बहुत गलत निकला और रोती रही। इसके आगे मैं कुछ नहीं बोला और हम दोनों एक दूसरे के गले लग कर रोते रहे। वह रात हम दोनों सोए नहीं थे। गुरुजी मम्मी की एक रेगुलर कस्टमर है जो मंथ में कम से कम 2 बार फेशियल करवाने आती है। मुझे नहीं पता कि मम्मी ने उससे कैसे? और क्या यह सब बातें कि उस लेडी कस्टमर मम्मी को और मुझे?

फरीदाबाद की तरफ किसी महंत जी के पास लेकर गई। वहां मैं और मम्मी चुप रहे। उस लेडी ने ही महंत जी को बताया जो बताया था, फिर उस बुजुर्ग महंत ने हमको कागज में लिपटी पूरी का प्रसाद दिया, जिसमें धुनी की राख़ रखी थी और बुजुर्ग महंत जी ने हम को घर ले जाने के लिए और भी  थोड़ी बहुत ही बात की वह अधिक नहीं बोलते थे। फिर उन्होंने हमें कोई मार्ग बताया जो 40 दिन लगातार करना था और जो पुड़िया दी थी वह रोज एक पुड़िया पानी में मिलाकर उस पानी का छीटा पूरा पूरा घर में छिड़क देना था। यानि पूरे घर में उसे छिड़कना होता था और उस बुजुर्ग महंत जी ने स्ट्रिक्टली 40 दिन के लिए नॉनवेज और शराब की घर के अंदर पाबंदी की थी। यह सब हमने 40 दिन किया सब ठीक होने लगा। उसके बाद भी मैं और मम्मी उस आंटी के साथ 3 महीने तक उस महंत जी के पास जाते रहे। वह जो जो उपाय बताते हम करते रहे। धीरे-धीरे सब नॉर्मल जैसा हो गया। हमने हिम्मत करके पूछा, चाहा कि यह सब क्या हो रहा है तो वह अधिक नहीं बोले। बस इतना ही कहा कि प्रेत शक्तियां तुम्हारे जीवन और घर को नर्क बना रही है। जब हमने पूछा कि यह कैसे हुआ तो उन्होंने बताया कि मेरी दूसरी पापा यानी महेश अंकल की पहली पत्नी ने ऐसी गलत क्रिया करवाई थी। उस महंत जी ने यहां तक बताया कि जो ट्रेन में हम बाबा टाइप आदमी मिला था, वह आदमी ही सब कुछ कर रहा था। वह आदमी मेरे दूसरे पापा की पहली पत्नी से मिला हुआ था और हम पर नजर रखे हुए था फिर उस महंत जी ने हमें चार कील दिए और कहा कि अपने घर के चार दिशाओं में गाड़ देना। इससे तुम्हारे घर के कीलन हो जाएगा। उन्होंने जैसा कहा हम ने वैसा ही किया। उसके बाद अब तक सब ठीक है। बट अफसोस की बात है कि लास्ट ईयर 2021 में वह महंत जी अपनी संसार की यात्रा पूरी करके इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन जाने से पहले हम पर जो एहसान कर गए वह सारी जिंदगी मैं और मेरी मम्मी याद रखेंगे। गुरु जी यह थी हमारी यानी मेरी और मेरी मम्मी की अजीबोगरीब अनुभव की कहानी गुरुजी मेरे कुछ प्रश्न हैं जिनका कृपया आप इस वीडियो के माध्यम से उत्तर जरुर दें। प्रश्न 1 कि वह डर्टी इरॉटिक ड्रीमज़ क्यों आते थे और मुझे और मम्मी को? परेशान क्यों करते थे?

दूसरा आदमी ने देखते ही देखते किस मंत्र की फूंक मारकर रुद्राक्ष जैसे दाने को असली बादाम में बदल दिया और उसने मम्मी को यह क्यों कहा कि तुम्हारे तीन संतान होंगी और चौथा क्या उस आदमी ट्रेन में जो मिला था। उसने क्या कोई नीच शक्ति कोई तामसिक शक्ति सिद्ध की थी और वह किस महा भट्ट की बात कर रहा था। महाभट्ट क्या होता है? प्रश्न 5 वह आदमी अगर इतना ही गलत था तो मैं मम्मी को माता कहकर क्यों बुलाता था और उसने उस रात कौन सी तंत्र किया की होगी हमारे कान मेंकौन सी आवाज आती थी और कौन सी सीटी की आवाज थी। मम्मी को जो बॉडी पर स्पर्श होता था, वह कौन कर सकता था और हमारे साथ जो मेरे दूसरे पापा की पहली पत्नी ने किया। उसको अपने किए की सजा भगवान की तरफ से कभी ना कभी कब मिलेगी। गुरु जी यह था हमारे यानी मेरे और मेरी मम्मी के अनुभव और साथ में इस अनुभव से रिलेटेड कुछ प्रश्न कृपया अनुभव के वीडियो के माध्यम से उत्तर दें। मैं आपको अपनी और अपनी मम्मी की फोटो भेज रहा हूं। साथ ही साथ उन गुरु जी और साथ में मेरे पिता की भी तस्वीरें आप साझा कर सकते हैं

संदेश-तो यह था इनका अनुभव तो चलिए सबसे पहले इनके प्रश्नों के बहुत ही संक्षिप्त उत्तर दे देते हैं तो सबसे पहला आपने जो प्रश्न पूछा है कि वह जो गलत सपने आए थे, उसका मूल उद्देश्य था। कि जब बुरी नकारात्मक और पैशाचिक कामवासना से भरी हुई शक्तियां किसी के जीवन पर प्रभाव डालने के लिए छोड़ी जाती हैं तो इस तरह के सपने उन्हें आते हैं जिसमें आप ही के रिश्तेदार सगे संबंधी का रूप स्वरूप लेकर शक्ति आपसे संभोग करने की कोशिश करती हैं और आपके मन को भी खराब करने की कोशिश करती है। मां बेटे के पवित्र रिश्ते को भी गलत भावनाएं भरकर गंदा करवाने की पहली साजिश थी, जिसमें वह सफल नहीं रहे। इसीलिए उस तांत्रिक ने स्वयं आप दोनों के जीवन में प्रवेश करना उचित समझा, क्योंकि माता और बेटे की पवित्र रिश्ते को कभी भी कोई जल्दी नहीं तोड़ सकता।

ऐसा अगर कोई और रिश्ता होता तो निश्चित रूप से दोनों एक दूसरे के प्रति आकर्षित होकर गलत क्रियाओं के बारे में सोचते, दूसरा आपने पूछा है कि किस मंत्र को फूंक कर मारा जो बादाम मे बदल गया था तो ऐसे बहुत सारे मंत्र हैं जो पिशाचिनी सिद्धियों के होते हैं, जिनके माध्यम से पदार्थों को बदला जा सकता है। तीसरा प्रश्न है कि कि तुम्हारे क्यों तीन संतान होगी। उसने कहा था उसका मतलब यह था। अब एक आपको सुनकर अच्छा नहीं लगेगा। लेकिन क्योंकि आपने पूछा है इसलिए स्पष्ट रूप से मैं बता देना जरूरी समझता हूं कि उस व्यक्ति ने भी जो गलत कार्य आपकी मम्मी के साथ किया है, उसी के कारण से वह कह रहा था कि आप? की तीन संताने होंगी। आपकी मम्मी की इज्जत खराब उसने की है और वह जो भोजन उसने खिलाया था उस के माध्यम से ही उसने ऐसा किया था।

हालांकि अपनी मां के विषय में ऐसा सुनकर आपको जरूर झटका लगेगा। लेकिन जो सच्चाई है वह बता देना यहां पर आवश्यक हो जाता है। उसके पास कोई तामसिक नकारात्मक पिशाचिनी की शक्ति थी जिसका प्रयोग वह कर रहा था और महा भट्ट कोई शक्ति नहीं होती है। इसका मतलब होता है कि? बहुत बड़ा प्रपंची व्यक्तित्व तो वह बहुत बड़ा प्रपंच ही व्यक्तित्व था। इसलिए उसने एक नाम स्वरूप में महा भट्ट कहना शुरू किया था और उस रात उसने तंत्र क्रिया करते हुए आपकी मम्मी के साथ में गलत कार्य किया था। इसी वजह से वह अगले दिन अपनी इज्जत को खोकर रो रही थी। इसके अलावा कान में जो सीटी की आवाज आनी यह सब पिशाचिनियों के कार्य हैं और पिशाच और पिशाचिनीया इस तरह की क्रियाओं को करते हैं। इसमें अचानक से ही आपके कान में तेज आवाज आना और सनसनाहट जैसी चीजें महसूस होती है। व्यक्ति को और वही पिशाच और पिशाचिनी।

आपकी मम्मी के शरीर को स्पर्श करके उनके अंदर गलत भावनाएं भरकर अपने जैसा बनाने की कोशिश करते थे।

इसके अलावा निश्चित रूप से अगर आप की सौतेली मां ने या यूं कहिए कि आपके पिता की पहली पत्नी ने गलत किया है तो भगवान की तरफ से उन्हें अवश्य ही दंड मिलेगा। इसमें कोई संदेह नहीं है। जैसे उनके पुण्य नष्ट होंगे उन पर पाप बरसने लगेगा और पाप उन्हें नर्क गामी बना देगा क्योंकि ऐसा करना बहुत ही गलत होता है। आप और आपकी माता शुद्ध हो। इसके लिए दोनों लोग गुरु मंत्र ग्रहण करें और आगे बढ़े ताकि उनकी कृपा से और पूर्व जन्मों के जो पाप है या इस जन्म के जो भी पाप हुए हैं, वह सारे नष्ट हो और आप लोग भी आध्यात्मिक क्षेत्र में आगे बढ़कर शुद्ध हो सके। यह बहुत आवश्यक है। तो यह थे आज के अनुभव और फोटो के माध्यम से मैंने यह दिखा दिया है। आप लोगों को यानि के यह अनुभव है॥ साधक! अगर यह बनते हैं तो निश्चित रूप से इनका और इनकी माताजी का कल्याण होगा और पवित्र हो सकेंगे। अपने जो भी पाप है जिनकी वजह से तंत्र क्रियाओं का प्रभाव इन पर पड़ा था। इन्हें पूरे परिवार सहित गुरु दीक्षा लेनी चाहिए और अपने आप को पवित्र करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि जितने भी बुरे प्रभाव पड़े हैं, वह नष्ट हो और स्वयं भी अंतरात्मा से शुद्ध हो सके। अगर आज का अनुभव आप लोगों को पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।

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