रति कामिनी भूतनी सिद्धि का अनुभव
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज जो हमें अनुभव प्राप्त हुआ है, वह रति कामिनी भूतनी की सिद्धि का है। इसके संबंध में मैंने बहुत पहले ही एक इंस्टामोजो पर पीडीएफ बनाया हुआ है जिसको लोग खरीद कर इस तरह की साधना कर रहे हैं। ऐसी ही साधना एक साधक महोदय ने की है और उनको क्या अनुभव हुआ है। उन्होंने इस वीडियो के माध्यम से बताने के लिए कहा है। तो चलिए शुरू करते हैं रति कामिनी भूतनी सिद्धि का एक अलौकिक अनुभव। ईमेल पत्र-नमस्कार गुरु जी! आपने जब यह साधना अपने इंस्टामोजो पर डाली थी तभी से मेरे मन में इस भूतनी को सिद्ध करने का विचार मौजूद था। मैं इस बात के लिए अपने आपको तैयार कर रहा था क्योंकि यह बात मैंने बहुत पहले से ही जानी है कि यक्षिणी या इनसे बड़ी शक्तियों की उपासना कठिन होती है और काफी समय भी लग जाता है। लेकिन किसी भूत-प्रेत को सिद्ध करना बड़ा ही सरल होता है और यह बहुत ही जल्दी सिद्धि हो जाते हैं। इसीलिए मैंने यह साधना खरीद ली। और जब मैंने इसका विधान पढ़ा तो यह मेरे लिए ज्यादा कठिन नजर नहीं आया क्योंकि मैं 7-8 घंटे भी बैठकर साधना आराम से कर सकता हूं। इसलिए केवल 21 दिनों तक ही तो मुझे यह साधना करनी थी। आपके कहे अनुसार इस दौरान दूध के अलावा कुछ और नहीं खाना था तो मैंने अपने गांव में ही इसकी व्यवस्था कर ली। मेरी गौशाला के पास एक जगह खाली पड़ी थी तो मैंने वहीं पर इसकी व्यवस्था करली और खुद ही एक गाय वहां पास ही बांध ली जो दूध देती थी ताकि मुझे कोई परेशानी ना हो। अब अगला चरण था इस साधना को करने के लिए गुरु की प्राप्ति करना लेकिन मुझे कहीं कोई गुरु जो मेरे साथ बैठकर मुझे साधनाये करवा सके, मिलना असंभव था। हालांकि मैं बचपन से ही भगवान शिव की आराधना करता आया हूं और उनके ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप भी करता रहा हूं। इसलिए मुझे भय नहीं था लेकिन गुरु होना आवश्यक था तो गांव के ही एक पंडित जी के पास मैं चला गया। और उनसे मैंने इस बारे में विचार किया। तब उन्होंने कहा ठीक है, मैं तुम्हारा गुरु बन जाता हूं और वह मेरे गुरु बन गए। उनकी उम्र उस वक्त 75 साल थी। इस प्रकार मैंने यह साधना शुरू कर दी एक नग्न शरीर वाली स्त्री का चित्र बनाकर उसकी साधना करनी थी जैसा कि आपने पीडीएफ के माध्यम से बताया है और जिस साधक ने यह विधि आपको भेजी थी उसने भी ऐसा ही कुछ किया था। अब मुझे इसके अगले चरण पर बढ़ना था तो गुरु से आज्ञा लेकर मैंने अब ध्यान इत्यादि करके और बाकी चीजों की व्यवस्था करके इस साधना के लिए स्वयं को तैयार कर लिया। अब मेरे को आवश्यकता थी सफेद हकीक की माला की तो वह भी मुझे बाजार से ढूंढने पर मिल गई। अब मेरी साधना शुरू हो गई। क्योंकि मंत्र जाप अधिक था, इसलिए मैं बहुत ही सावधानी पूर्वक बैठकर इसका जाप किया करता था। और मैं फिर धीरे-धीरे इस साधना में आगे बढ़ता गया। क्योंकि इस साधना में। आपको काम से बचना आवश्यक है। इसलिए मैं तैयार था कि मुझे किसी भी प्रकार से अगर ऐसे दृश्य या। अन्य शक्तियां मुझे मेरी यह तपस्या भंग करने की कोशिश करेंगे तो मैं उसके लिए तैयार हूं। एक रात अचानक से ही मैं साधना कर जब सो रहा था। मेरे दरवाजे पर किसी की दस्तक हुई तब मैंने दरवाजा खोला था कि मैं काफी थक चुका था क्योंकि कोई भी साधना करें। उसके बाद आपको अच्छी नींद आ जाती है और तब आपको कोई डिस्टर्ब ना करें। लेकिन उस दिन मेरी नींद को तोड़ा गया था। अब मैंने बाहर एक लड़की को खड़ा हुआ देखा। जो की गहनों से लदी हुई थी, वह काफी सुंदर थी। उसने मुझे कहा, मेरे पीछे कुछ गुंडे पड़ गए हैं। आप मुझे किसी प्रकार से बचा लीजिए। तभी मुझे कई लोगों की आवाज आती हुई सुनाई दी। कि उस लड़की को पकड़ लो, वह यहीं कहीं छुपी होगी। तब मैंने सोचा यह तो कोई लड़की है जो। यहां पर फस गई है। मुझे इसकी रक्षा करनी ही होगी। मैंने उससे कहा, मेरे कमरे में अंदर चलो। और? तब मैं उसे लेकर अपने कमरे में बैठ गया। मैंने दरवाजा बंद कर लिया। वह डरती रही। और तभी चारों ओर से मेरे कमरे की चारों तरफ बहुत सारे लोग आ गए। वह डर गई और आकर मेरे गले लग गई। थोड़ी देर बाद मैं उसे गले लगाए रखा। और वहीं पर उसके साथ सो गया क्योंकि मैं बहुत अधिक थक चुका था। इसलिए मुझे यह याद ही नहीं रहा कि मेरी बाहों में कोई और सो रही है। इस प्रकार वह रात किसी प्रकार बीत गई। सुबह के समय अचानक से मैंने देखा कि मेरा! वीर्य निकल चुका था और मेरे कपड़े खराब हो गए थे। मुझे कुछ समझ में नहीं आया। यह क्या था। मैंने चारों तरफ उस लड़की को ढूंढा लेकिन वह लड़की कहीं दिखाई नहीं पड़ी। चारों तरफ मैंने उन लोगों को भी ढूंढा। कि शायद वह लोग मिल जाए। वह लोग कौन थे जो रात को इस प्रकार से आए थे? मैंने गांव के अन्य लोगों से इसके बारे में बात की। तो लोगों का कहना था कि उन्हें तो ऐसा कोई आभास नहीं हुआ था। आखिर क्या था वह रहस्य जो उस रात घटित हुआ था? थोड़ी देर बाद जब मैं अपने उस क्षेत्र में भ्रमण कर रहा था तभी उस लड़की के पहने हुए वस्त्र और आभूषण मुझे मिले। उसने चांदी के बिच्छूये और कमर की करधनी!वहां पर उसके कपड़ों के साथ पड़ी हुए थी। मुझे कुछ समझ में नहीं आया। मुझे इस बात का आभास हुआ कि कहीं उसके साथ कुछ गलत तो नहीं हुआ है, कहीं उसका बलात्कार तो नहीं कर दिया गया और उसे कहीं मार कर। उसके साथ बहुत गलत ना कर दिया गया हो क्योंकि उसके सारे वस्त्र वहां पर पड़े थे। मैं उन वस्तुओं को लेकर घर आया। घरवालों को यह बात दिखाई उन्होंने उन वस्त्रों और उन चांदी के सारे आभूषणों को एक बक्से के अंदर रख दिया। मुझे समझ में नहीं आया। यह सब रात को क्या घटित हुआ है? फिर मैंने सोचा कि क्या पुलिस के पास जाया जाए, लेकिन फिर मैंने सोचा कुछ पता ही नहीं चला है। तो फिर मैं अब अपनी साधना में दोबारा से अगली रात को बैठ गया पर जैसे ही मैं साधना में बैठा। अचानक से ही मुझे वही लड़की की छवि दिखाई दी। वह रो रही थी और मेरे सामने ही वह तेजी से दूर जाती दिखाई पड़ी। मुझे समझ में नहीं आया कि यह सब क्या हुआ है? उसके बाद मैंने अपनी सारी साधना संपूर्ण कर ली। लेकिन ना तो कोई भूतनी आई और ना ही कोई अन्य अनुभव मुझे हुआ। गुरु जी इसके बारे में मुझे बताइए, आखिर यह सब क्या था? आपका धन्यवाद! संदेश-तो देखिए यहां पर उस भूतनी ने ही अपनी माया को रच कर उस एक सीन को बनाया था और उसमें आप असफल हो गए क्योंकि रात्रि में आपने शायद सोते वक्त ही, लेकिन अपना ब्रह्मचर्य नष्ट कर लिया। इसके बाद फिर उसने आपको अपने वस्त्र और आभूषण भी प्रदान किए, लेकिन आपने उन्हें अपने परिवार वालों को दे दिया। इससे भी वह क्रुद्ध हो गई। और इस प्रकार इस आपकी यह साधना नष्ट हो गई। आपको यह साधना अगर भविष्य में करनी है तो किसी अलग स्थान पर जहां और कोई व्यक्ति ना आपको मिले वहां पर कीजिएगा तभी आप को फिर से सफलता मिल सकती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखिएगा जो गलती आपने पहले की भविष्य में अब आगे ना हो तो यह था आज का इनका यह अनुभव! अगर आज का वीडियो आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद ॥ |
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