श्री बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवच से शत्रुनाश का सच्चा अनुभव
नमस्कार दोस्तों धर्म रहस्य चैनल पर आपका एक बार फिर से स्वागत है। आज हम लोग एक ऐसे अनुभव को लेने जा रहे हैं जो कि शत्रु नाश और ऐसी समस्याओं से जुड़ा हुआ है और इसका जो शीर्षक है, वह है श्री बगला प्रत्यंगिरा कवच शत्रु का नाश चलिए पढ़ते हैं। इनके पत्र को और जानते हैं क्या अनुभव है? ईमेल पत्र-गुरु स्वरूप सूरज प्रताप जी और धर्म रहस्य के सदस्यों को नमस्ते आप मुझे त्रिवेदी कह कर बुला सकते हैं।बहुत वक्त से हम यह चैनल को फॉलो कर रहे हैं। यह चैनल में पहले भी हमने बहुत से अनुभव और एक निष्कलंक महादेव और पांडवों का श्राप से मुक्त होना धार्मिक जगह के बारे में भेजा है। आज ईमेल एक अलग विषय पर है जो मेरा खुद का नजरों देखा गया। अनुभव है जिसको आप सभी के साथ शेयर करता हूं। बहुत से लोग ऐसे हैं जो अपने ऊपर कर आए हुए तंत्र प्रयोग से पीड़ित है। मेरा मित्र केशव भी ऐसे ही तंत्र से पीड़ित था जिसका अनुभव उसकी अनुमति के साथ आपके साथ शेयर करता हूं। बात को लंबी न करके, वही बात को ज्यादा आपके साथ पेश कर रहा हूं, जिससे आप सभी को मदद मिले। किस्सा तो 4 साल जितना लंबा है सबसे पहले आपको बता दूं कि। केशव के परिवार में 5 लोग थे। अब सिर्फ केशव उसकी पत्नी और माताजी ही बचे हैं। बाकी के 2 लोगों को तंत्र प्रयोग से पीड़ित होकर मृत्यु को प्राप्त होना पड़ा जिसमें सबसे बुरा तो यह था कि केशव के पिता का इतना बड़ा एक्सीडेंट था कि शरीर के आधे अवशेष तो मिले ही नहीं। यह सब के बाद हम और केशव बहुत सारी जगह पर गए और तंत्र का तोड़ ढूंढा मगर नहीं मिला। वह हमारा अच्छा दोस्त है। हमने भी उसके साथ तीन चार जगह पर जाने के बाद यह एहसास किया कि थोड़ा बुरा प्रभाव हम पर भी पड़ा। हमको भी बुरे सपने आने लगे थे। पूजा-पाठ में मन नहीं लगता था, मगर सबसे अच्छी बात यह थी। केशव की एक साधक महोदय के साथ मित्रता थी और उन साधक को बहुत महीनों तक केशव ने विनती की और जब केशव के पिता का देहांत हुआ और केशव की इतनी बुरी हालत हुई तब उस साधक महोदय ने दया दिखाकर मदद के लिए मान गए थे। उन्होंने केशव को श्री बगलामुखी माता का श्री बगला प्रत्यंगिरा कवच की दीक्षा दी और साफ-साफ उच्चारण करना सिखाया यह कवच जितना छोटा है उतना ही उच्चारण में ध्यान रखना पड़ता है। वह दीक्षा लेकर उसका विनियोग और कवच के साथ पाठ को लिख रहा था। कवच में उसके बारे में थोड़ी और जानकारी पाने के लिए यूट्यूब पर देखा। तब यह कवच को बहुत वक्त पहले आपने भी अपने चैनल धर्म रहस्य पर प्रकाशित किया हुआ है। यह वीडियो भी हमने देखा। यह अपने आप में बहुत ही शक्तिशाली है। केशव को यह विधि-विधान शिव मंदिर में जाकर करने को कहा गया था क्योंकि कोई भी मंत्र पाठ स्रोत कवच को अगर शिवालय में करेंगे तो प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है और यह कुछ दिनों में ही दिखा भी यह कवच से जो कुछ हुआ, वह तो मैं नीचे बता रहा हूं। मगर श्री सूरज प्रताप जी मैं आपको यह भी बता दूं। धर्म रहस्य चैनल पर एक वीडियो प्रकाशित हुआ था। “मेरी मदद करो” जून 6 2021। हमने वह साधक को भी यह कवच के विषय में भेजा ओर कैसे करना हैं वह भी केशव से पूछ कर भेजा था, क्यों कि केशव ने जून महीने के आसपास ही यह जाप शुरू किए थे,मगर उन पीड़ित साधक का कोई रिप्लाई नहीं आया। यह भी एक कारण है कि मुझे यह केशव का पूरा अनुभव आपको भेजना पड़ा है क्योंकि आज लोग दूसरे को रिजल्ट मिलेगा फिर ही चलना शुरू करेंगे और आप सही में एक ऐसा माध्यम लेकर चल रहे हैं जो लोगों की मदद और उन्नति के लिए है। अब केशव के अनुभव पर आता हूं। सबसे पहले लगातार 50 सुबह और 50 शाम को जाप करते ही पहली रात में केशव को शरीर में दर्द तो हुआ मगर उसको अब हल्का भी महसूस होने लगा। इसके अलावा केशव के अंदर बहुत गुस्सा भरा हुआ था जो उसके साथ हुआ। उसके कारण वह जितना भी दर्द होता, उसके बाद भी वह जाता था। वह 15-20 और 10 ऐसे छोटे-छोटे टुकड़ों में जॉप करता था। मगर दिन खत्म होने के पहले जाप खत्म कर लेता था। उसके गंदे सपने सिर्फ 4 दिन में बदल गए जैसे कि कोई सही में कवच पहन लिया हो। केशव को पहले नींद में कोई डर अजीब अजीब सपने आते थे। वह दो तीन टुकड़ों में सोता था। बहुत दिक्कत थी मगर चार-पांच दिन बाद जब वह एक ही नींद में सुबह जागा और इतना अच्छा महसूस कर रहा था, जिसकी खुशी उसकी आंखों में मैंने देखी थी। जब हम ऑफिस में मिले थे।
यह खुशी उसी इंसान को समझ आ सकती है जो ऐसे बुरे वक्त से गुजरा हो जिसमें वह कुछ भी होता मगर कवच के पाठ वह हर रोज करता ही था। इसमें जिन्होंने तंत्र करवाया था। उनको 1 महीने के बाद उल्टा असर आना शुरू हो गया। आप इनकी साधना करते हो उनका प्रभाव आप में दिखता है सूरज प्रताप जी आपकी यह बात मैंने तब अनुभव कि जब केशव। सभी से निडर हो कर बात करना शुरू हो गया। जिन लोगों ने उसके परिवार के ऊपर तंत्र करवाया था केशव उनके घर सामने से जाने लगा और अब मैं खुद देखता हूं कि वह लोग केशव से डरने लगे हैं। वह लोग उसके परिवार के हैं। ने “जिह्वा किलित” किसे कहते मेने यह देखा आप श्री बगलामुखी मां के साधक से सामान्य लोग के तरह बात नहीं कर सकते जिह्वा किलित या स्तंभित हो जाती है, जिन्होंने तंत्र करवाया था उनको बदन का दर्द शुरू होने लगा, बगला मुखी मां के कवच के कारण केशव से बात करने में लोग पहले सोचते फिर बोलते शत्रु परिवार सभी श्री बगलामुखी माता के प्रभाव के कारण खुद के पैर पर कुल्हाड़ी मारने लगे, मै पत्र को ध्यान में रख कर बहुत सी बाते कम बता रहा हूँ यह पूरी कहानी मुझे धर्म रहस्य पर अपना अनुभव प्रकाशित करने के लालच से नहीं बल्कि जो पीड़ित है, उन सभी के भले के लिए शेयर कर रहा हूं। जो भी लोग ऐसे तंत्र से पीड़ित है। उनको अपने कर्म से ही खुद को बचाना चाहिए। आपके लिए मदद है बस आपको थोड़ी हिम्मत और विश्वास रखना पड़ता है। यह मेरी नजरों देखा हाल है। शत्रु परिवार के सभी लोग अंदर ही अंदर लड़ते थे। आर्थिक संकट उनके ऊपर ऐसा आया कि अपनी दो महीने पहले ही खरीदी हुई नई कार उन्हें बेचनी पड़ी। शत्रु परिवार दिमाग से ऐसा टूट गया था कि आपको कैसे समझाऊं। शत्रु परिवार शारीरिक तौर पर कमजोर छोटी बात पर लड़ जाना, सभी को नींद की समस्या और आंखों के नीचे काले धब्बे दाग शत्रु परिवार की दोनों बहू अपने मायके चली गई है जो आज तक नहीं आई है। शत्रु परिवार की बुजुर्ग की कुछ ही दिनों पहले मृत्यु हो चुकी है जिनकी पेंशन पर उनका घर चलता था। खाने के मोहताज हो गए हैं। शत्रु परिवार के लोग और भी बहुत कुछ है मगर मेरा यह अनुभव एक ही लक्ष्य को बताता है। अगर आप जो भी लोग तंत्र से पीड़ित है वह कोई भी एक मंत्र या कोई एक ऐसा कवच खुद को बचाएगा। आज श्री सूरज प्रताप जी एक बहुत ही अच्छा माध्यम बना चुके हैं जिससे सभी लोग उन खुद की उन्नति कर सकें, जो आपको यह करना चाहिए। मनोरंजन के लिए तो बहुत वक्त और पैसा हम बर्बाद करते हैं। हमारा मित्र के सभी उनमें से था। आज कवच के पाठ का केशव पर प्रभाव और उसके अंदर की उर्जा दिखती है। कर्म से आप कुछ भी पा सकते हो। यह चीज मैंने केशव के अनुभव से ही सीखी है। धर्म रहस्य के परिवार को यही कहूंगा कि रोज सुबह चैनल पर जो 7:30 से 15-20 मिनट का ज्ञान और अनुभव प्रकाशित होता है, उसको मनोरंजन के तौर पर न लेकर इसका इस्तेमाल कीजिए। 21 दिन को साइंस की नजरों से देखो तो वह भी यही कहता है कि 21 दिन में आप कोई भी आदत को बनाये। फिर कोई भी आदत को छोड़ सकते हो। कोई एक मंत्र कोई एक साधना सूरज प्रताप जी कहते हैं। वैसे ही रोज करिए। मेरे मित्र केशव के जैसे आपका जीवन भी बदलेगा। अंत में यही कहूंगा कि मेरी इतनी हैसियत नहीं है कि श्री माता बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवच के बारे में बखान कर सकूं। यह आपको आंखों देखा हाल बता रहा हूं। अगर आप तंत्र से पीड़ित हो तो यह कवच धारण करें और ज्यादा से ज्यादा जाप करें। टुकड़ों में करें, मगर 500 1000 जितनी करें उतनी भी कितने भी दिन लगे मगर करते रहें। लगे रहे लगातार करें। जब तक लक्ष्य प्राप्त ना हो जाए और यह सभी साधना में भी करें। आपका जीवन कुछ ही दिनों में बदलता दिखेगा। मगर अगर आप गलत हो तो या कवच क्या कुछ भी आपकी मदद नहीं करेगा। सिर्फ पीड़ित लोग अच्छे से इस कवच को करें और खुद की उन्नति देखें। मेरी कोई भी बात को दिल से ना लगाना। मैं यह चाहता हूं कि धर्मरहस्य चैनल पर ऐसे अनुभव भी प्रकाशित हो जो एक दूसरे की प्रेरणा देते रहें। अब आपके बहुत सारे सवाल है। कुछ में दो मनोरंजक सवाल है और एक विनती भी है। आपकी वीडियो में कभी-कभी एक छोटा कुत्ते की आवाज आती है। वह आपका खुद का है या गली का कुत्ता है। कभी कभी छोटे बच्चे की आवाज भी आती है। वह कौन है? विनती है आपसे अगर हर श्राप का कोई ना कोई तोड़ होता ही है। आप मुझ पर यकीन करो। मैंने आपके अष्ट चक्कर भैरवी अंतिम भाग का जो स्टॉप वाला भाग है, उसको बार-बार सुना था। वह 19 मिनट और 50 सेकेंड के वीडियो में 10:58 से लेकर 12:15 तक का वह भाग बार-बार सुना। आपके यह श्राप का कोई तोड़ होगा ही होगा। जैसे देवराज हमेशा कोई श्राप को लेकर उसका तोड़ अपने गुरु बृहस्पति जी के पास लेकर जाते हैं। वैसे ही आप कुछ देखिए जिससे आप भी श्राप मुक्त हो जाए। हमसे ज्यादा जानकार आप हैं तो आपको सलाह देना मेरे बस में नहीं है। मगर अगर कोई तोड़ है तो अवश्य आपको ढूंढ ले क्योंकि वह पूरे वाक्य में कोई गलती नहीं थी। जय मां पराशक्ति … संदेश-देखे यहां पर इन्होंने एक। जनसाधारण के लिए सहज मार्ग बताया है जिसको हम श्री माता बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवच के माध्यम से जानते हैं। इसका पाठ करने से निश्चित रूप से स्वयं की रक्षा के साथ शत्रु हानि भी होती है और इसके बहुत सारे प्रमाण पहले से ही हम को प्राप्त हुए हैं और उन्होंने भी अपने मित्र का प्रमाण यहां प्रस्तुत किया है। अवश्य ही जिन लोगों को समस्या है, अपने लिए स्वयं की रक्षा के लिए इसका प्रयोग करें और जैसा कि उन्होंने कहा, दूसरे के नुकसान के लिए या फिर सिर्फ दूसरों को कष्ट देने के लिए कभी इसका इस्तेमाल ना कीजिए क्योंकि आप से अधिक माता जानती हैं और उन्हें पता है। किसने गलती की है? इसलिए खुद ज्यादा जानकार बनने की गलती ना कीजिए। स्वयं की रक्षा कीजिए और दूसरों से आपकी रक्षा निश्चित रूप से माता करेंगी। रही बात मेरे वीडियो में जो आवाज आती है, वह पहले का एक प्रीपेड वीडियो था जिसकी वजह से वह दोनों आवाजें आती हैं। रही बात मेरे श्राप की तो उसका एक बहुत बड़ा रहस्य है जिसको मैं स्पष्ट रूप से बता भी नहीं सकता हूं और इससे उत्तर मे मुक्त होना भी मैं नहीं चाहता हूं। जिस तरह से कई लोग चाहते होंगे। क्योंकि यह एक रहस्यात्मक विषय है। इसलिए सबके सामने स्पष्ट भी नहीं किया जा सकता तो यह था आज का अनुभव अगर आपको पसंद आया है तो लाइक करें। शेयर करें, सब्सक्राइब करें। आपका दिन मंगलमय हो। धन्यवाद।
श्री बगलामुखी प्रत्यंगिरा कवचविनियोग: ॐ अस्य श्री बगला प्रत्यंगिरा मंत्रस्य नारद ऋषिः स्त्रिष्टुपछन्दः प्रत्यंगिरा देवता ह्लीं बीजं हूँ शक्तिः ह्रीं कीलकं ह्लीं ह्लीं ह्लीं ह्लीं प्रत्यंगिरा मम शत्रु विनाशे विनियोगः | ॐ प्रत्यंगिरायै नमः प्रत्यंगिरे सकल कामान साधय मम रक्षां कुरु कुरु सर्वान शत्रुन खादय खादय,मारय मारय,घातय घातय, ॐ ह्रीं फट स्वाहा | ॐ भ्रामरी स्तम्भिनी देवी क्षोभिणी मोहिनी तथा | संहारिणी द्राविणी च जृम्भणी रौद्ररूपिणी || इत्यष्टौ शक्तयो देवि शत्रु पक्षे नियोजताः | धारयेत कण्ठदेशे च सर्व शत्रु विनाशिनी || ॐ ह्रीं भ्रामरी सर्व शत्रून भ्रामय भ्रामय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं स्तम्भिनी मम शत्रून स्तम्भय स्तम्भय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं क्षोभिणी मम शत्रून क्षोभय क्षोभय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं मोहिनी मम शत्रून मोहय मोहय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं सँहारिणी मम शत्रून संहारय संहारय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं द्राविणी मम शत्रून द्रावय द्रावय ॐ ह्रीं स्वाहा | ॐ ह्रीं जृम्भिणी मम शत्रून जृम्भय जृम्भय ह्रीं ॐ स्वाहा | ॐ ह्रीं रौद्रि मम शत्रून संतापय संतापय ॐ ह्रीं स्वाहा | || इति बगला प्रत्यङ्गिरा कवच || |
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