साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरुरी जानकारी 24
१. मैने सुना है कोई भी साधना किताब से पढ़ कर नहीं करनी चाहिए | क्या ये बात सही है गुरूजी ?
उत्तर:- देखिये अगर आपने गुरु दीक्षा ले रखी है तो आप कोई भी साधना कर सकते है| अगर गुरु मंत्र का जाप आपने किया हुआ है तो आप निश्चित से कोई भी साधना सम्पन्न कर सकते है| क्यूंकी गुरु शक्ति आपके साथ खड़ी रहती है, वो आपका मार्ग दर्शन करती रहेगी | किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न हो भी तो गुरु शक्ति उस चीज़ रोक लेती है |
लेकिन वो लोग जिन्होंने गुरु दीक्षा नहीं ली हुई है और पहली बार कोई साधना करने जा रहे है | तो उन्हें छोटी और सरल साधना करनी चाहिए और उससे पहले आपको आपने इष्ट के मंत्रो का जाप कर लेना चाहिए |
२. एक साधिका है उन्होंने पूछा है की उन्हें हर बार एक ही सपना आता है | किसी प्रकार की नकारात्मक शक्ति इनके स्वप्न में नजदीक आती है जिसकी वजह से ये डर जाया करती है और सपने में ही अपने गुरु को याद करती है और वो शक्ति वहा से भाग जाती है इस सपने का क्या अर्थ है? आप मुझे बताए |
उत्तर :- सबसे पहली बात तो ये है की जो व्यक्ति जो भी करता है उसी में उसका मन रम जाता है| और साथ ही साथ वह चीज़ उसके लिए सिद्ध भी होने लगती है| जब आप गुरु सिमरण करती है तो उससे आपका सिमरण सिद्ध हो रहा है और जो लोग चालीसा का पाठ करते है उनके लिए चालीसा सिद्ध होने लगता है और जो मंत्रो का जाप करते है उनके लिए मंत्र सिद्ध होने लगता है | तो जिस भी क्षेत्र में व्यक्ति होता है और जो वो कर रहा होता है वही चीज़ उसके लिए सिद्ध हो जाती है |
तो आप सत्संगी है और सिमरण का जाप करती है इसलिए जो भी बुरी शक्ति आपके नजदीक आई थी वह भाग गई थी आपके सत्संग के माध्यम से |
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