साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 185
प्रश्न १:- सनातन धर्म के कितने भाग है ?
उत्तर:- हर धर्म के बहुत सारे भाग होते है| जैसे जैन धर्म में देखे तो उसमे श्वेताम्बर और दिगम्बर नाम के दो संप्रदाय है| बौद्ध धर्म में देखे तो “हीनयान और महायान ” है, इसी तरह बहुत से सम्प्रदाय धर्म में है | सनातन धर्म की बात करे तो यहाँ पर भी बहुत सारे संप्रदाय है यानी की पूजन की बहुत सारे विधियाँ है और सनातन धर्म अपने आप में पूर्ण है और सभी धर्मों की मूल भी सनातन धर्म ही है | सनातन धर्म में १० सम्प्रदाय बताए गए है: वैष्णव, शैव, शाक्त, स्मार्त, शाक्त, गाणपत्य, कौमारम, स्मार्त, नाथ, वैदिक, तांत्रिक,संत मत |
प्रश्न २:- क्या गुरु अपने गुरु मंत्र का निर्माण स्वयं कर सकता है ?
उत्तर:- गुरु मंत्र का मतलब होता है जो मंत्र गुरु ने अपने पुरे जीवन में जाप किया है और उनके गुरु ने भी उसी मंत्र का जाप किया है और उनके गुरु के गुरु ने भी उसी मंत्र का जाप हो और यही मंत्र जो परंपरा से चली आ रही है अगर गुरु किसी को देता है तो वह गुरु मंत्र कहलाता है, गुरु मंत्र के माध्यम से ईश्वर अपनी शक्ति शिष्यों तक पहुँचाता है और उसे मुक्त करता है | कोई भी मंत्र स्वयं से बना कर दे तो वह गुरु मंत्र नहीं कहलाता, वो सिद्ध मंत्र हो सकता है|