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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 18

   साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 18

१. क्या गुरु मंत्र में  न्यास करना आवश्यक है?

न्यास के  माध्यम से शरीर में देवता को स्थापित किया जाता है | अगर न्यास न करे तो भी कोई दिक्कत नहीं होती लेकिन इसको बिना जाने कोई साधना करता है तो उसको साधना का फल नहीं मिलता है|  इसलिए न्यास बहुत आवश्यक होता है न्यास की जहा तक आवश्यकता है केवल ऋषिदिन्यासः का जाप करे |

२. एक साधक नारायण मंत्र का जाप साथ में करते है क्या उस मंत्र के लिए भी दीक्षा लेना आवश्यक है ?

एक बार जो मूल गुरु मंत्र है उसको आप ले लेते है तो फिर आपको बार बार दूसरे मंत्रो के दीक्षा लेने की आवश्यकता नहीं पढ़ती है | क्युकी गुरु दीक्षा में जो मूल मंत्र होता है वही सारे मंत्रो को ऊर्जा प्रदान करता है और ऐसे भी भगवान नारायण के मंत्रो के जाप करने के लिए आपको किसी से विशेष आज्ञा लेने की आवश्यकता नहीं है | लेकिन इस अवस्था में मंत्र की सिद्धि नहीं केवल लाभ होता है |  सिद्धि के लिए तो आपको केवल गुरु से ही मंत्रो लेना चाहिए |

३. गुरु मंत्र का १०,००० मंत्र जप आपने  नवरात्री में करने को कहा था ?

नवरात्री बहुत शुभ समय होता है और उस समय १०,००० जप करने  से मंत्रो में अधिक ऊर्जा भर जाती है |  नवरात्री में गुरु मंत्र का जप विशेष रूप से कल्याणकारी है और इस समय हर प्रकार की शक्तिया जागृत हो जाती है | इस वजह से नवरात्री में अगर कोई साधना करे तो  उसमे अधिक सफलता मिलती है अगर आप  जाप नहीं कर पाई तो  कोई  समस्या वाली बात नहीं है आप उसको अगले नवरात्री में कर सकते है नहीं तो आप किसी  विशेष मुहूर्त में भी मंत्र जाप कर सकते है | 

सम्पूर्ण जानकारी के लिए नीचे का विडियो भी देखे –

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