साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 72
१. मंत्र जाप तो मन में भी कर सकते है, आसान पर या दीपक के सामने बैठने से क्या होगा ?
उत्तर :- जब मंत्रो का जाप मन में होता है, तो वो मोक्ष के लिए होता है मोक्ष की ओर ले जाने के लिए होता है और जब आप आसन पर बैठ कर पूर्ण विधि विधान सहित मंत्र जाप करते है तो हमारे मन में कोई विशेष लक्ष होता है जिसको पूर्ण करने लिए हम पूर्ण विधि विधान सहित साधना सम्पन करते है | दीपक इसलिए सामने रखा जाता है क्युकी दीपक को प्रति रूप माना जाता है उस ज्योति का देव शक्ति का ज्योत का प्रतीक माना जाता है और शास्त्रों में यह कहा गया है की अग्नि और वरुण (जल पात्र ) के सामने ही सम्पन करनी चाहिए साधना क्युकी एक तरीके से यह साक्षी भी होते है |
२. मंत्र जाप मन में भी कर सकते है, तो माला लेने की क्या आवश्यकता है?
उत्तर :- इसका उत्तर मैंने पहली ही दे दिया है | आप बिलकुल मन में जाप कर सकते है कोई दिक्कत नहीं है और इसमें आपको किसी प्रकार की माला की आवश्यकता भी नहीं लेकिन वह जाप आपको सिर्फ और सिर्फ मोक्ष की और ही ले जायेगा |
३. जब भी सोचता हूँ की आज से साधना शुरू करूँगा, लेकिन एक ही दिन कर पता हूँ और अगली दिन या तो नींद आ जाती है या मन नहीं करता साधना में बैठने का |
उत्तर:- सीधी सी बात है आपका शरीर भी आपका साथ नहीं देता, कोई भी शक्ति साथ नहीं देगी क्युकी आप जीवन के सारे प्रपंचो को नष्ट करने के लिए ही साधना पर बैठते है, तो वो प्रपंच ही तो है जो आपको रोकने की कोशिश करता है इसलिए कभी वो नींद के रूप में तो कभी मन न लगने के रूप में और कई रूप से आपको साधना की और से हठाने की कोशिश की जाती है | लेकिन आवश्यकता इस बात की हम पूर्ण सामर्थ्य के साथ निश्चय के साथ और दृर संकल्प के साथ साधना करें और धैर्य बनाए रखे तो निश्चित रूप में एक समय के बाद वो सब समस्या समाप्त हो जाती है |
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