साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 82
१. जानवरों से बात करने की विद्या होती है?
उत्तर:- हां! यह बात सत्य है, पूर्व काल में जानवरों से बात किया जाना संभव था और लोग करते भी थे| यह विद्या बहुत ही अधिक दुर्लभ है और बहुत ही कम वर्णन इसका मिलता है, कई लोगो ने इस पर पुस्तक लिखने की कोशिश की ही लेकिन उनकी मृत्यु हो गई, यह विद्या बहुत ही गोपनीय तंत्र माना जाता है | उच्च कोटि के देवताओ की सिद्धि प्राप्त करना कठिन होता है लेकिन इतर योनियों की बात की जाए तो जो इत्र योनि की शक्ति होती है उसकी शक्तिया और सिद्धिया प्राप्त करना सरल होता है, उसमें भी जो पशु शक्तिया होती है वो इतनी निम्न कोटि की शक्तियां होती है की उनकी सिद्धि बहुत जल्दी हो जाती है |
२. क्या जानवरों वाली शक्तियां होती है? यह किस प्रकार से होती है?
उत्तर:- जानवरो वाली शक्तियों से तात्पर्य है की जो जानवरों के रूप में रहती है जो बिल्ली के रूप में रह सकती है, कुत्ते के रूप में रह सकती है, सियार के रूप में यह शक्तियां रहा करती थी, यह दुर्लभ तंत्र है और इतना दुर्लभ तंत्र है की जो इस प्रकार की साधना सिद्ध कर लेता है वो विशेष शक्ति सम्पन्न व्यक्ति बन जाता है |
३. असुर तंत्र क्या है ?
उत्तर:- असुर तंत्र से तात्पर्य है की ऐसे निम्न कोटि के शक्तिया जो पाताल में वास करती है जिसको हम नकारत्मक शक्तिया भी कहते है| उन सभी प्रकार की शक्तिया को सिद्ध करने का जो तंत्र होता है वो आसुरी तंत्र कहलाता है | यह तंत्र को अन्य तंत्रो से अलग माना जाता है और ये तंत्र भी गोपनीय होने के साथ में अत्यंत शक्तिशाली और जल्दी सिद्ध होने वाला तंत्र है | इस तंत्र में जो भी साधना होगी वो तामसिक वर्ग की होगी और अधिकतर तामसिक शक्तिया ही इसके माध्यम से सिद्ध होती है | असुर तंत्र के माध्यम से हम बहुत ही बड़ी बड़ी और भयानक शक्तियों को सिद्ध करने का प्रयास करते है |