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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 93

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 93

१. रामायण में यह वर्णन आता है की मेघनाद लक्ष्मण जी से युद्ध करने से पूर्व  एक हवन सम्पन कर रहा था  जिसके माध्यम से दिव्य रथ उत्पन्न होती और  उसको कोई परास्त नहीं कर सकता था |  लेकिन रामायण में बताया है की वह हवन सिर्फ कुछ घंटो  में ही समाप्त होनी थी, लेकिन आपने अपने चैनल पर ७ दिनों की वह विधि बताई थी इसका क्या कारण है?

उत्तर:- रामायण में ऐसा वर्णन है की मेघनाथ एक विशेष प्रकार का यज्ञ सम्पन कर रहा था और वह यज्ञ दोपाहर तक समाप्त हो जाता और उसके बाद  उसे  कोई भी परास्त नहीं कर पता, लेकिन हनुमान जी ने उस यज्ञ को विध्वंस कर दिया था  जिससे  वह यज्ञ खंडित हो गया था | मेघनाथ ने हवन प्रक्रिया से पूर्व ही इस मंत्र को सिद्ध कर लिया था जिससे उन्हें इसकी  सिद्धि  प्राप्ति हो गई थी और ब्रह्मा जी ने उन्हें वरदान दिया था की निकुम्बाला देवी के माध्यम से तुम्हे  एक दिव्य रथ की प्राप्ति होगी जो दिग्विजयी होगी |  ब्रह्मा जी ने  इस रथ को प्राप्त करने के लिए उन्हें एक विधि बताई थी  इसलिए मेघनाथ बहुत कम समय में ही  उस रथ को प्राप्त कर सकता था  और आपने उस वीडियो में यही विधि ७ दिनों की देखी थी तो इसका सीधा सा  कारण यह है की पहले आपको वो साधना सिद्ध करनी पड़ेगी फिर आप एक दिन की हवन प्रक्रिया से उस रथ को प्राप्त कर सकते है |  बिना उस मंत्र की साधना करे वह दिव्य रथ उत्पन नहीं होगा और मेघनाथ ने इसकी सिद्धि पहले ही प्राप्त कर ली थी|

२. तामसिक शक्तियां जल्दी जागती है और सात्विक शक्तियां देरी से  जागती है, ऐसा क्यों?

उत्तर:- तामसिक शक्तिया का अर्थ होता है आसुरी शक्ति और भूत, प्रेत, पिशाच यह सब शक्तिया बहुत जल्दी जगती है, क्युकी इनकी शक्ति और ऊर्जा बहुत निम्न स्तर की होती है इसलिए उनको जगाने के लिए आपको ज़ादा मेहनत नहीं करनी पड़ती |  सात्विक शक्ति को सिद्ध करने में  आपको  अधिक समय लगता है  अगर आप भगवन विष्णु की साधना करते है तो आपको बहुत अधिक समय लगेगा क्युकी उतनी बढ़ी ऊर्जा को जगाने के लिए आपको बहुत अधिक तप की जरुरत पड़ती है |  इसलिए कहा जाता है की तामसिक शक्ति जल्दी सिद्ध हो जाती है और यह शक्तिया अधिकतर पृथ्वी पर ही विचरण करते है तो मंत्र प्रभाव से जल्दी ही चले आते है |

३.  असुर तंत्र साधना क्या है ?

उत्तर:- असुर तंत्र के बारे यहाँ बताना संभव नहीं है और इस प्रकार की विद्या का गलत प्रयोग भी हो सकता है  |  यूट्यूब में भी सहजता से यह सब बताना संभव नहीं क्युकी इन  साधनाओ में बहुत अधिक तमसिक वस्तुओ का प्रयोग होता है | लेकिन जैसे जैसे गुरु मंत्र का जप बढ़ता जाएगा गुरूजी इस प्रकार की साधनाओ को instamojo के माध्यम से उपलब्ध कराते जाएंगे और यह चीज़े सामान्य व्यक्तियों के लिए नहीं होती है क्युकी इन साधनो के जो नियम है काफी ज़ादा असामाजिक मानी जा सकती है इस वजह से वीडियो में बताना संभव नहीं हो पता है |

अधिक जानकरी के लिए नीचे का विडियो देखे –

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