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साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 106

साधकों के प्रश्न और उत्तर बहुत जरूरी जानकारी 106

१. अष्ट चक्र भैरवी साधना के बाद विवाह किया जा सकता है ? अगर मित्र के रूप में सिद्ध कर लेते है तो क्या विवाह संभव है?

उत्तर:-  अगर आपने भैरवी को मित्र के रूप में सिद्ध किया है तो इसका यह मतलब की आपने उससे विवाह कर लिया है | मित्रता की अपनी एक मर्यादा होती है, आप वो मर्यादा लाँगते है या नहीं लाँगते है यह आपके ऊपर निर्भर करता है | अगर आपने  मर्यादा  लाँग ली है तब आपको साधना विसर्जित करना पड़ सकता है तब ही  आप विवाह कर सकते है | लेकिन अगर आपने अपनी मर्यादा नहीं तोड़ी है तो आपको किसी भी प्रकार से साधना विसर्जित करने की जरुरत नहीं है | इस अवस्था में आप विवाह कर सकते है और भैरवी भी आपको मित्र के रूप में सिद्ध रहेगी |

२. अगर कोई आपको श्राप दे तो उस से कैसे बचे ?

उत्तर:- देखिये श्राप तब ही फलित होता है जब आपने गलती की हो या किसी का अनिष्ट किया हो | लेकिन ये आवश्यक नहीं अगर सब हाथ में जल लेकर श्राप देने लग गए तो उनका श्राप फलित  हो जाए क्युकी जिसमे तपस्या का अंश नहीं होता उसका कोई प्रभाव नहीं होता या तो देने वाले के पास वाक् सिद्धि हो या उसकी तपस्या की ऊर्जा बहुत अधिक हो जिसके माध्यम से वह आपको श्रापित कर सके |  लेकिन इसमें भी उसकी ऊर्जा खर्च होती है अपने देखे होगा की कोई कोई साधक अपने पैर किसी को छूने नहीं देते है क्युकी अगर कोई उनके चरण स्पर्श करता है तो उनकी जो ऊर्जा है वह उस व्यक्ति को प्राप्त हो जाती है और ऊर्जा शरीर से ३ जगह से निकलती है नेत्रों से शक्ति का प्रवाह संभव है, हाथ की उंगलियों से और पैरो से इसलिए बहुत लोग इन स्थानों पर स्पर्श नहीं करने देते है |

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